बरेली के साइको किलर को पकड़ने के लिए पुलिस ने डेढ़ लाख से ज्यादा नंबर ट्रेस किए। 150 जगहों पर दबिश दी, लेकिन कामयाबी नहीं मिली, क्योंकि कुलदीप न मोबाइल चलाता था और न ही किसी एक जगह पर ज्यादा दिन रुकता था। सीरियल किलर इन्हीं वजहों से 1 साल तक बचता रहा, लेकिन महिला सिपाही की एक फोटो और शादी के चक्कर में ऐसा फंसा कि खुद ही सब कुछ उगल दिया। भास्कर टीम ने इस केस पर काम करने वाले पुलिस अफसर और सर्च ऑपरेशन में लगे जवानों से बात की। पढ़िए साइको किलर को पकड़ने की दिलचस्प कहानी… 7 अगस्त की शाम पुलिस को सूचना मिली कि जो स्कैच जारी किया गया है, उसी तरह का एक व्यक्ति शाही इलाके में घूम रहा है। सभी सिपाही और अधिकारी सादी वर्दी में उसे तलाशने में जुट गए। SSP अनुराग आर्य बताते हैं- 4 सिपाही सरफराज, उत्तम कुमार, शेखर वर्मा और अमित चौधरी ने कुलदीप की गिरफ्तारी में मेन रोल अदा किया। जब स्कैच जैसा दिखने वाले शख्स की लोकेशन ट्रेस हुई तो ये चारों सादी वर्दी में मौके पर पहुंचे। चारों ने अलग-अलग रोल अदा किया। इन्होंने कुलदीप से दोस्ती की, प्यार से पेश आए। कुलदीप ने पहले चाय की डिमांड की, तब उसे चाय पिलाई। इससे कुलदीप का विश्वास बढ़ता गया। एक-एक कर सिपाही उसे अपने झांसे में लेने लगे। उसे एहसास दिलाया कि चारों उसके हमदर्द हैं, जो उसकी बात को राज की तरह ही रखेंगे। दो दिनों तक चारों सिपाही कुलदीप के साथ घूमते रहे। इस दौरान उसके साथ बैठकर खाना भी खाया। भैया हमको शादी करनी है, दूल्हा बनना है
एक सिपाही ने कुलदीप को लगातार दो घंटे तक झांसे में लिया। पूछा- शादी हुई या नहीं। इसके बाद वो बोल पड़ा। हां हुई थी, लेकिन पत्नी सही नहीं थी। मुझे छोड़कर चली गई। इसके बाद पूछा- दूसरी शादी नहीं की? जवाब में कुलदीप बोला- भैया हमको शादी करनी है। दूल्हा बनना है। कोई लड़की हो तो बताओ। सिपाही ने कुलदीप को मोबाइल पर थाने की ही एक महिला सिपाही की तस्वीर दिखाई। पूछा- इससे शादी करोगे? कुलदीप ने कहा- हां भैया, करवा दोगे तो सही रहेगा। उसे एक-एक कर दो से तीन तस्वीरें दिखाई गईं। अब सिपाही और कुलदीप की दोस्ती पक्की हो चुकी थी। धीरे-धीरे कुलदीप ने अपने बारे में बताना शुरू किया। कुलदीप का विश्वास जीतने और राज खुलवाने के लिए सिपाही पंडित से लेकर लड़की के भाई तक बन गए। विश्वास दिलाने के लिए मौके पर पंडित ने मंत्र पढ़े, जब कुलदीप से पूछा गया कि इतनी सुंदर लड़की को रख लोगे, तुम्हें पहली पत्नी की तरह छोड़कर चली गई तो क्या करोगे? तो उसने कहा- मार डालूंगा। जब उसने मर्डर की बात कही, तब सिपाही ने उससे कहा- तुम्हें देखकर नहीं लगता कि तुम एक मच्छर तक मार सकते हो, किसी को मारे हो? तो उसने कहा- हां, जो औरत मुझसे सही से बात नहीं करती है। उसे मार डालता हूं। इस तरह कुलदीप ही साइको किलर है। इसकी पुष्टि हो गई। इसके बाद चारों सिपाही ने शादी करवाने की बात की, लड़की के भाई से मिलाने के लिए साथ चलने को कहा। उससे पूछा गया कि कहां-कहां, कौन-कौन सी महिला को मारा है। उसने एक-एक कर क्राइम स्पॉट दिखाया और बोला- अब मेरी शादी करवा दो। मुझे दूल्हा बनना है। थाने में ज्यादातर पुलिस वालों ने सादी वर्दी पहन ली
कुलदीप को शाही थाने ले आया गया। उससे पूरे मामले पर पूछताछ करनी थी, इसलिए लाते ही लॉकअप में बंद नहीं किया गया। उसे गेट पर बैठाया गया और सिपाही उसके पास बैठ गए। वह पुलिस देखकर डर रहा था इसलिए थाने के ज्यादातर पुलिसकर्मियों ने सादे कपड़े पहन रखे थे। एसओ अमित कुमार ने पूछताछ शुरू की। कुलदीप सहज हो, इसके लिए उसके साथ बैठकर खाना तक खाया। कुलदीप ने हर हत्या के बारे में बताना शुरू किया। सबसे पहले उसने कुल्छा में धानवती की हत्या की बात कबूली। इसके बाद धनेटा में प्रेमवती, लखीमपुर की महमूदन, जगदीशपुर की उर्मिला, खरसैनी की दुलारा देवी और बुझिया जागीर की अनीता देवी की हत्या करने की बात बताई। कैसे मारता था, पूछने पर उसने तेज से गला दबाने की बात कही। पूछताछ में पता चला कि कुलदीप महिलाओं से बात करने को लेकर बहुत सहज था। वह अक्सर खेतों में महिलाओं के साथ बैठकर बात करता था। अक्सर महिलाओं से शारीरिक संबंध बनाने की बात कहता। नहीं मानने पर वह हिंसक हो जाता था। मारने के बाद वह भागने की कोशिश करता। जहां हत्या की, वहां खुद लेकर गया कुलदीप
रात तक कुलदीप से पूछताछ होती रही। जिन 6 हत्याओं को कबूला, उससे जुड़ी जानकारी जुटाई जा रही थी। सुबह उसे घटनास्थल ले गए। हत्या के 8 महीने बीत जाने के बाद भी उसे वो जगहें अच्छे से याद थीं। वह पुलिस को गन्ने के खेतों में ले गया। बताया कि यहीं घटना को अंजाम दिया। कुलदीप बोलता कम और इशारे ज्यादा समझता था, इसलिए पुलिस ने उससे कहा कि कैसे मारते थे, मार के दिखाओ। पुलिस ने सीन क्रिएट के लिए एक डमी बनवाई थी। कुलदीप पहले उसके ऊपर बैठा और शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की और फिर जोर से गला दबाया। कुलदीप अगर दुष्कर्म करता था तो पोस्टमार्टम में पुष्टि क्यों नहीं
हमने पूरे मामले की जांच कर रही टीम से पूछा कि अगर कुलदीप महिलाओं से दुष्कर्म करता था तो किसी पोस्टमॉर्टम में इसकी पुष्टि क्यों नहीं हुई? इसके जवाब में अफसर कहते हैं कि उसका तरीका अलग था, इसलिए रिपोर्ट में ऐसा नहीं आया। लेकिन एक शव के पोस्टमॉर्टम में सीमन मिलने की बात सामने आई थी। हत्या के बाद वह महिलाओं के कपड़े ठीक करता और फिर वहां से भागता था। बरेली इलाके में इस तरह से कुल 9 हत्याएं हुई, बाकी तीन में क्या इसकी भूमिका नहीं रही, इसके जवाब में पुलिस ने कहा- कोर्ट से कुलदीप की दोबारा रिमांड मांगेंगे और पूछताछ करेंगे। उन मामलों में दूसरे आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, ऐसे में कुछ कहना संभव नहीं है। साइको किलर को पकड़ने के लिए 22 टीमें बनी थीं
SSP अनुराग आर्य ने कहा- साइको किलर को पकड़ने के लिए पुलिस की 22 टीमें बनाई गईं। जिला मुख्यालय पर एक वॉर रूम तैयार किया। डेढ़ लाख मोबाइल नंबर सर्विंलांस पर लगाए गए थे। 50 किमी के दायरे में मैपिंग कर खोज की गई। हमने पुलिस अफसरों से बात की, उन्होंने बताया कि सीरियल किलर कुलदीप का रूटीन बहुत अजीब था। वह सुबह 6 बजे से पहले उठ जाता। इसके बाद वह दो चीजों की तलाश में रहता। पहला- खाना, दूसरा- नशा। खाने के लिए कोई फिक्स जगह नहीं थी, जहां मिल जाए वहां खूब खा लेता था। इसके बाद किसी से बीड़ी मांगकर पी लिया तो कभी आसपास उगे गांजे को मसलकर पी लिया। ठेका खुलते ही वह अक्सर वहीं मिलता, शराब पी रहे लोगों से शराब मांगता। लोग उसे थोड़ा पिला देते थे। 10-11 बजे तक वह पूरी तरह से नशे में हो जाता। इसके बाद वह अपने नए ठिकाने की तरफ बढ़ता था। कहीं जाने के लिए वह सड़क के बजाय खेतों-पगडंडियों का इस्तेमाल करता। कभी किसी सवारी गाड़ी पर बैठकर उसे जाते हुए नहीं देखा गया। उसने जो हत्याएं कीं, सब खेतों में ही कीं। हत्या की टाइमिंग दोपहर 2 से शाम 6 बजे के बीच की है। पुलिस मोबाइल लोकेशन ट्रेस करती रही, इसलिए बचता रहा
हमारा सवाल था, कुलदीप तक पहुंचने के लिए पुलिस की इतनी टीम लगी थी फिर इतना वक्त कैसे लगा? एक अफसर कहते हैं, हम लोग मोबाइल और लोकेशन के भरोसे रह गए। जहां हत्या होती, उसके आसपास के लोगों का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाया जाता। पिछले एक साल में 50 से ज्यादा गांव में फेरीवाले, कूड़ा बीनने वालों तक का मोबाइल नंबर हमने ट्रेस किया। हमें यह लग रहा था कि आज के समय में हर व्यक्ति मोबाइल का उपयोग तो कर ही रहा है। यही हमारी चूक थी। एक सिपाही बताता है, एक के बाद एक हो रही हत्या से पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे थे। ऊपर से प्रेशर था, इसका असर यह हुआ कि हम लोगों ने गांव-गांव जाकर भिखारियों, फेरीवालों, उम्रदराज कुंवारों, जिनकी पत्नियां खत्म हुईं, उन सभी की लिस्ट तक बना डाली। लंबे वक्त तक हर चौराहे पर हमारे साथी सादी वर्दी में बैठे रहे। पुलिस की रडार पर थे अविवाहित लड़के बरेली पुलिस ने पूरे प्रकरण में अन्य राज्यों के एक्सपर्ट की मदद ली। इस तरह की वारदातों में पकड़े गए साइको किलर और सीरियल किलर के बैकग्राउंड की स्टडी की। साइकोलॉजिस्ट की राय ली। पुलिस को एक्सपर्ट ने 5 पॉइंट बताए 1. जो भी हत्याएं कर रहा है, वो महिलाओं से घृणा करता है।
2. हत्यारे की लाइफ में कुछ भी ठीक नहीं हुआ है।
3. हत्यारा ऐसा कोई युवक है, जो अविवाहित है या उसे किसी महिला ने धोखा दिया है।
4. हत्यारा फिजिकली और मेंटली कमजोर हो सकता है।
5. हत्यारा नशे का आदी हो सकता है, वह प्रोफेशनल किलर नहीं है। एकमात्र महिला हमले से बची, उसी ने स्कैच बनवाया
हमने सवाल किया कि कुलदीप ने जिस पर हमला किया उसे मार दिया, फिर स्कैच किस आधार पर तैयार हुआ? एक अफसर ने बताया, पास के ही एक गांव की महिला इसी तरह के एक हमले में बच गई थी। हमने उसे तलाशा और पूछा। तब तक उसके ससुर भी आ गए थे, उन्होंने भी हमलावर को भागते देखा था, उसी आधार पर स्कैच तैयार किया गया। कुलदीप आज जैसा है 8 महीने पहले वैसा नहीं था, उसका वजन 10-12 किलो तक कम हुआ है। जिन महिलाओं की हत्या की, उनकी उम्र 45-60 के बीच
साइको किलर ने 6 महिलाओं की हत्या की बात कबूली। सभी की उम्र 40-65 के बीच है। इसका मतलब वह जानता था कि कम उम्र की महिलाओं को मारना मुश्किल होगा। इसीलिए उम्रदराज महिलाओं को निशाना बनाता था। ये खबर भी पढ़ें… औरतों से संबंध बनाने को कहता…मना करतीं तो मार देता:ये कहते हुए SSP के कंधे पर हाथ रखा और हंसने लगा साइको किलर ‘मैं संबंध बनाने के लिए कहता, तो औरतें मुझे गाली देने लगतीं। मैं उन्हें छूता, तो धक्का देकर गिरा देती थीं। फिर मुझे गुस्सा आ जाता था। मैं सोचता था कि मेरे साथ ऐसा क्यों किया। इसके बाद मैं उन्हें मार डालता था।’ ऐसा कहते हुए 35 साल का कुलदीप गंगवार खिल-खिलाकर हंसने लगता है। अजीब तरह से अपना सिर हिलाता है। फिर SSP अनुराग आर्य के कंधे पर हाथ रखकर मीडिया वालों की तरफ इशारा करता है। कहता है- वो भैया कुछ पूछ रहे हैं। सब कुछ तो बता दिया है। बोल तो दिया कि सभी औरतों को गला दबाकर मारा है।पूरी खबर पढ़ें… बरेली के साइको किलर को पकड़ने के लिए पुलिस ने डेढ़ लाख से ज्यादा नंबर ट्रेस किए। 150 जगहों पर दबिश दी, लेकिन कामयाबी नहीं मिली, क्योंकि कुलदीप न मोबाइल चलाता था और न ही किसी एक जगह पर ज्यादा दिन रुकता था। सीरियल किलर इन्हीं वजहों से 1 साल तक बचता रहा, लेकिन महिला सिपाही की एक फोटो और शादी के चक्कर में ऐसा फंसा कि खुद ही सब कुछ उगल दिया। भास्कर टीम ने इस केस पर काम करने वाले पुलिस अफसर और सर्च ऑपरेशन में लगे जवानों से बात की। पढ़िए साइको किलर को पकड़ने की दिलचस्प कहानी… 7 अगस्त की शाम पुलिस को सूचना मिली कि जो स्कैच जारी किया गया है, उसी तरह का एक व्यक्ति शाही इलाके में घूम रहा है। सभी सिपाही और अधिकारी सादी वर्दी में उसे तलाशने में जुट गए। SSP अनुराग आर्य बताते हैं- 4 सिपाही सरफराज, उत्तम कुमार, शेखर वर्मा और अमित चौधरी ने कुलदीप की गिरफ्तारी में मेन रोल अदा किया। जब स्कैच जैसा दिखने वाले शख्स की लोकेशन ट्रेस हुई तो ये चारों सादी वर्दी में मौके पर पहुंचे। चारों ने अलग-अलग रोल अदा किया। इन्होंने कुलदीप से दोस्ती की, प्यार से पेश आए। कुलदीप ने पहले चाय की डिमांड की, तब उसे चाय पिलाई। इससे कुलदीप का विश्वास बढ़ता गया। एक-एक कर सिपाही उसे अपने झांसे में लेने लगे। उसे एहसास दिलाया कि चारों उसके हमदर्द हैं, जो उसकी बात को राज की तरह ही रखेंगे। दो दिनों तक चारों सिपाही कुलदीप के साथ घूमते रहे। इस दौरान उसके साथ बैठकर खाना भी खाया। भैया हमको शादी करनी है, दूल्हा बनना है
एक सिपाही ने कुलदीप को लगातार दो घंटे तक झांसे में लिया। पूछा- शादी हुई या नहीं। इसके बाद वो बोल पड़ा। हां हुई थी, लेकिन पत्नी सही नहीं थी। मुझे छोड़कर चली गई। इसके बाद पूछा- दूसरी शादी नहीं की? जवाब में कुलदीप बोला- भैया हमको शादी करनी है। दूल्हा बनना है। कोई लड़की हो तो बताओ। सिपाही ने कुलदीप को मोबाइल पर थाने की ही एक महिला सिपाही की तस्वीर दिखाई। पूछा- इससे शादी करोगे? कुलदीप ने कहा- हां भैया, करवा दोगे तो सही रहेगा। उसे एक-एक कर दो से तीन तस्वीरें दिखाई गईं। अब सिपाही और कुलदीप की दोस्ती पक्की हो चुकी थी। धीरे-धीरे कुलदीप ने अपने बारे में बताना शुरू किया। कुलदीप का विश्वास जीतने और राज खुलवाने के लिए सिपाही पंडित से लेकर लड़की के भाई तक बन गए। विश्वास दिलाने के लिए मौके पर पंडित ने मंत्र पढ़े, जब कुलदीप से पूछा गया कि इतनी सुंदर लड़की को रख लोगे, तुम्हें पहली पत्नी की तरह छोड़कर चली गई तो क्या करोगे? तो उसने कहा- मार डालूंगा। जब उसने मर्डर की बात कही, तब सिपाही ने उससे कहा- तुम्हें देखकर नहीं लगता कि तुम एक मच्छर तक मार सकते हो, किसी को मारे हो? तो उसने कहा- हां, जो औरत मुझसे सही से बात नहीं करती है। उसे मार डालता हूं। इस तरह कुलदीप ही साइको किलर है। इसकी पुष्टि हो गई। इसके बाद चारों सिपाही ने शादी करवाने की बात की, लड़की के भाई से मिलाने के लिए साथ चलने को कहा। उससे पूछा गया कि कहां-कहां, कौन-कौन सी महिला को मारा है। उसने एक-एक कर क्राइम स्पॉट दिखाया और बोला- अब मेरी शादी करवा दो। मुझे दूल्हा बनना है। थाने में ज्यादातर पुलिस वालों ने सादी वर्दी पहन ली
कुलदीप को शाही थाने ले आया गया। उससे पूरे मामले पर पूछताछ करनी थी, इसलिए लाते ही लॉकअप में बंद नहीं किया गया। उसे गेट पर बैठाया गया और सिपाही उसके पास बैठ गए। वह पुलिस देखकर डर रहा था इसलिए थाने के ज्यादातर पुलिसकर्मियों ने सादे कपड़े पहन रखे थे। एसओ अमित कुमार ने पूछताछ शुरू की। कुलदीप सहज हो, इसके लिए उसके साथ बैठकर खाना तक खाया। कुलदीप ने हर हत्या के बारे में बताना शुरू किया। सबसे पहले उसने कुल्छा में धानवती की हत्या की बात कबूली। इसके बाद धनेटा में प्रेमवती, लखीमपुर की महमूदन, जगदीशपुर की उर्मिला, खरसैनी की दुलारा देवी और बुझिया जागीर की अनीता देवी की हत्या करने की बात बताई। कैसे मारता था, पूछने पर उसने तेज से गला दबाने की बात कही। पूछताछ में पता चला कि कुलदीप महिलाओं से बात करने को लेकर बहुत सहज था। वह अक्सर खेतों में महिलाओं के साथ बैठकर बात करता था। अक्सर महिलाओं से शारीरिक संबंध बनाने की बात कहता। नहीं मानने पर वह हिंसक हो जाता था। मारने के बाद वह भागने की कोशिश करता। जहां हत्या की, वहां खुद लेकर गया कुलदीप
रात तक कुलदीप से पूछताछ होती रही। जिन 6 हत्याओं को कबूला, उससे जुड़ी जानकारी जुटाई जा रही थी। सुबह उसे घटनास्थल ले गए। हत्या के 8 महीने बीत जाने के बाद भी उसे वो जगहें अच्छे से याद थीं। वह पुलिस को गन्ने के खेतों में ले गया। बताया कि यहीं घटना को अंजाम दिया। कुलदीप बोलता कम और इशारे ज्यादा समझता था, इसलिए पुलिस ने उससे कहा कि कैसे मारते थे, मार के दिखाओ। पुलिस ने सीन क्रिएट के लिए एक डमी बनवाई थी। कुलदीप पहले उसके ऊपर बैठा और शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की और फिर जोर से गला दबाया। कुलदीप अगर दुष्कर्म करता था तो पोस्टमार्टम में पुष्टि क्यों नहीं
हमने पूरे मामले की जांच कर रही टीम से पूछा कि अगर कुलदीप महिलाओं से दुष्कर्म करता था तो किसी पोस्टमॉर्टम में इसकी पुष्टि क्यों नहीं हुई? इसके जवाब में अफसर कहते हैं कि उसका तरीका अलग था, इसलिए रिपोर्ट में ऐसा नहीं आया। लेकिन एक शव के पोस्टमॉर्टम में सीमन मिलने की बात सामने आई थी। हत्या के बाद वह महिलाओं के कपड़े ठीक करता और फिर वहां से भागता था। बरेली इलाके में इस तरह से कुल 9 हत्याएं हुई, बाकी तीन में क्या इसकी भूमिका नहीं रही, इसके जवाब में पुलिस ने कहा- कोर्ट से कुलदीप की दोबारा रिमांड मांगेंगे और पूछताछ करेंगे। उन मामलों में दूसरे आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, ऐसे में कुछ कहना संभव नहीं है। साइको किलर को पकड़ने के लिए 22 टीमें बनी थीं
SSP अनुराग आर्य ने कहा- साइको किलर को पकड़ने के लिए पुलिस की 22 टीमें बनाई गईं। जिला मुख्यालय पर एक वॉर रूम तैयार किया। डेढ़ लाख मोबाइल नंबर सर्विंलांस पर लगाए गए थे। 50 किमी के दायरे में मैपिंग कर खोज की गई। हमने पुलिस अफसरों से बात की, उन्होंने बताया कि सीरियल किलर कुलदीप का रूटीन बहुत अजीब था। वह सुबह 6 बजे से पहले उठ जाता। इसके बाद वह दो चीजों की तलाश में रहता। पहला- खाना, दूसरा- नशा। खाने के लिए कोई फिक्स जगह नहीं थी, जहां मिल जाए वहां खूब खा लेता था। इसके बाद किसी से बीड़ी मांगकर पी लिया तो कभी आसपास उगे गांजे को मसलकर पी लिया। ठेका खुलते ही वह अक्सर वहीं मिलता, शराब पी रहे लोगों से शराब मांगता। लोग उसे थोड़ा पिला देते थे। 10-11 बजे तक वह पूरी तरह से नशे में हो जाता। इसके बाद वह अपने नए ठिकाने की तरफ बढ़ता था। कहीं जाने के लिए वह सड़क के बजाय खेतों-पगडंडियों का इस्तेमाल करता। कभी किसी सवारी गाड़ी पर बैठकर उसे जाते हुए नहीं देखा गया। उसने जो हत्याएं कीं, सब खेतों में ही कीं। हत्या की टाइमिंग दोपहर 2 से शाम 6 बजे के बीच की है। पुलिस मोबाइल लोकेशन ट्रेस करती रही, इसलिए बचता रहा
हमारा सवाल था, कुलदीप तक पहुंचने के लिए पुलिस की इतनी टीम लगी थी फिर इतना वक्त कैसे लगा? एक अफसर कहते हैं, हम लोग मोबाइल और लोकेशन के भरोसे रह गए। जहां हत्या होती, उसके आसपास के लोगों का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाया जाता। पिछले एक साल में 50 से ज्यादा गांव में फेरीवाले, कूड़ा बीनने वालों तक का मोबाइल नंबर हमने ट्रेस किया। हमें यह लग रहा था कि आज के समय में हर व्यक्ति मोबाइल का उपयोग तो कर ही रहा है। यही हमारी चूक थी। एक सिपाही बताता है, एक के बाद एक हो रही हत्या से पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे थे। ऊपर से प्रेशर था, इसका असर यह हुआ कि हम लोगों ने गांव-गांव जाकर भिखारियों, फेरीवालों, उम्रदराज कुंवारों, जिनकी पत्नियां खत्म हुईं, उन सभी की लिस्ट तक बना डाली। लंबे वक्त तक हर चौराहे पर हमारे साथी सादी वर्दी में बैठे रहे। पुलिस की रडार पर थे अविवाहित लड़के बरेली पुलिस ने पूरे प्रकरण में अन्य राज्यों के एक्सपर्ट की मदद ली। इस तरह की वारदातों में पकड़े गए साइको किलर और सीरियल किलर के बैकग्राउंड की स्टडी की। साइकोलॉजिस्ट की राय ली। पुलिस को एक्सपर्ट ने 5 पॉइंट बताए 1. जो भी हत्याएं कर रहा है, वो महिलाओं से घृणा करता है।
2. हत्यारे की लाइफ में कुछ भी ठीक नहीं हुआ है।
3. हत्यारा ऐसा कोई युवक है, जो अविवाहित है या उसे किसी महिला ने धोखा दिया है।
4. हत्यारा फिजिकली और मेंटली कमजोर हो सकता है।
5. हत्यारा नशे का आदी हो सकता है, वह प्रोफेशनल किलर नहीं है। एकमात्र महिला हमले से बची, उसी ने स्कैच बनवाया
हमने सवाल किया कि कुलदीप ने जिस पर हमला किया उसे मार दिया, फिर स्कैच किस आधार पर तैयार हुआ? एक अफसर ने बताया, पास के ही एक गांव की महिला इसी तरह के एक हमले में बच गई थी। हमने उसे तलाशा और पूछा। तब तक उसके ससुर भी आ गए थे, उन्होंने भी हमलावर को भागते देखा था, उसी आधार पर स्कैच तैयार किया गया। कुलदीप आज जैसा है 8 महीने पहले वैसा नहीं था, उसका वजन 10-12 किलो तक कम हुआ है। जिन महिलाओं की हत्या की, उनकी उम्र 45-60 के बीच
साइको किलर ने 6 महिलाओं की हत्या की बात कबूली। सभी की उम्र 40-65 के बीच है। इसका मतलब वह जानता था कि कम उम्र की महिलाओं को मारना मुश्किल होगा। इसीलिए उम्रदराज महिलाओं को निशाना बनाता था। ये खबर भी पढ़ें… औरतों से संबंध बनाने को कहता…मना करतीं तो मार देता:ये कहते हुए SSP के कंधे पर हाथ रखा और हंसने लगा साइको किलर ‘मैं संबंध बनाने के लिए कहता, तो औरतें मुझे गाली देने लगतीं। मैं उन्हें छूता, तो धक्का देकर गिरा देती थीं। फिर मुझे गुस्सा आ जाता था। मैं सोचता था कि मेरे साथ ऐसा क्यों किया। इसके बाद मैं उन्हें मार डालता था।’ ऐसा कहते हुए 35 साल का कुलदीप गंगवार खिल-खिलाकर हंसने लगता है। अजीब तरह से अपना सिर हिलाता है। फिर SSP अनुराग आर्य के कंधे पर हाथ रखकर मीडिया वालों की तरफ इशारा करता है। कहता है- वो भैया कुछ पूछ रहे हैं। सब कुछ तो बता दिया है। बोल तो दिया कि सभी औरतों को गला दबाकर मारा है।पूरी खबर पढ़ें… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर