तेज धमाके से फटी जमीन, अंदर समाया युवक:पड़ोसी को दिखा रहा था मकान, कमरे में हुआ 20 फीट गहरा गड्‌ढा; मेट्रो ने नीचे बनाई थी टनल

तेज धमाके से फटी जमीन, अंदर समाया युवक:पड़ोसी को दिखा रहा था मकान, कमरे में हुआ 20 फीट गहरा गड्‌ढा; मेट्रो ने नीचे बनाई थी टनल

हरबंश मोहाल डीएल-60 क्षेत्र में एक मकान की फर्श तेज धमाके के साथ करीब 20 फीट नीचे अचानक धंस गई। कमरे में पैर रखते ही व्यक्ति 20 नीचे जा गिरने से बच गया। वक्त रहते उसने पास खड़े एक व्यक्ति और तखत पकड़ लिया। क्षेत्र में कुछ महीने पहले ही मेट्रो ने टनल निर्माण का कार्य पूरा किया है। मकान में दरार आने और जमीन धंसने के बाद निवासियों और स्थानीय लोगों ने रविवार देर रात हंगामा किया। मरम्मत कार्य के लिए मकान सील
क्षेत्रीय सपा विधायक अमिताभ बाजपेई, पार्षद कौशिक बाजपेई समेत मेट्रो के अधिकारी पहुंचे। हंगामा कर रहे लोगों को मेट्रो ने मकान से उन्हें शिफ्ट करने और प्रतिदिन के हिसाब से मुआवजा देने का आश्वासन दिया और मकान को मरम्मत कार्य के लिये सील कर दिया। इस प्रकार है पूरा मामला
हरबंश मोहाल डीएल 60 में मकान संख्या 62/75 में विनोद सिंह व उनका परिवार रहता है। रविवार शाम को उनका बेटा शंभू बाहर वाले कमरे में रखे गये तखत के आसपास की जमीन कुछ दिनों से नरम हो गई थी। इसको दिखाने के लिए पड़ोसी को लेकर दिखाने के लिए पहुंचा। जैसे ही शंभू ने नरम जमीन पर पैर रखा, जमीन अचानक धंस गई। वक्त रहते पास खड़े पड़ोसी और तखत को उसने पकड़ लिया और 20 धंसे गड्‌ढे में गिरने से बच गया। क्षेत्रीय लोगों ने शुरू कर दिया हंगामा
मकान में आई दरार और गहरे गड्ढे के बाद स्थानीय लोगों ने मेट्रो के खिलाफ नारेबाजी करते हुये हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर पहुंचे क्षेत्रीय पार्षद कौशिक बाजपेई ने स्थानीय लोगों को समझाने का प्रयास किया और मेट्रो के अधिकारियों को सूचना दी। जिस पर वहां टनल का काम कर चुकी एफकांस के अधिकारी अनिल सोनी अपनी टीम के साथ पहुंचे। नुकसान की भरपाई करेगी मेट्रो मकान की मरम्मत, परिवार को दूसरी जगह शिफ्ट करने व अन्य नुकसान की भरपाई करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद मामला शांत हो सका। मेट्रो अधिकारियों ने मकान को सील कर सोमवार से मरम्मत कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया। 25 लोगों को होटल में कराया गया शिफ्ट क्षेत्रीय पार्षद कौशिक बाजपेई ने बताया कि मकान में करीब 25 लोग निवास करते हैं। कंपनी के अधिकारियों ने लिखित रूप से दिया है कि कंपनी मकान की मरम्मत कार्य के साथ ही परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट करेगी। जिसका कंपनी खर्च उठाएगी। कंपनी ने प्रतिदिन प्रति व्यक्ति को 400 रुपये देने का आश्वासन दिया है। देर रात आसपास के 25 लोगों को होटल में ठहराया गया। मेट्रो की एजेंसी पहले से कर रही मकानों की मरम्मत
हरबंश मोहाल में कई ऐसे मकान हैं जिन्हें मेट्रो ने सर्वे के दौरान ही खतरनाक बताया था। इसको लेकर कंपनी ने कई बार नोटिस दिया कि मकानों को खाली कर दिया जाये, क्योंकि टनल निर्माण के समय कोई भी हादसा हो सकता है। मेट्रो ने कई मकानों को खाली भी कराया। स्टेशन से नरौना के बीच बनने वाली टनल निर्माण के कार्य को मेट्रो ने पूरा कर लिया है। पार्षद कौशिक बाजपेई ने बताया कि करीब 25 से 30 मकान क्षेत्र में कई मेट्रो के निर्माण कार्य की वजह से कई मकानों में दरारें आ गई थीं, जिसकी मरम्मत का काम अभी कंपनी कर रही है। इसी दौरान ही यह हादसा हुआ है। इसके अलावा मेट्रो ने लोगों को पहले भी बकाया अभी तक नहीं दिया है। विधायक ने तीन दिनों का दिया अल्टीमेटम
हादसे की सूचना पर रात में घटना स्थल पर पहुंचे सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने स्थानीय लोगों से बातचीत की। मौके पर समस्या देख मेट्रो के प्रोजेक्ट मैनेजर डीके सिन्हा को बुलाया और परिवार की तत्काल मदद करने के निर्देश दिए। सपा विधायक ने जिलाधिकारी से बात कर समस्त प्रभावित क्षेत्र की समस्या के निराकरण हेतु एक अधिकारी लगाने को कहा। इसके साथ ही मेट्रो को तीन दिन में समस्या का निवारण करने का
अल्टीमेटम दिया। हरबंश मोहाल डीएल-60 क्षेत्र में एक मकान की फर्श तेज धमाके के साथ करीब 20 फीट नीचे अचानक धंस गई। कमरे में पैर रखते ही व्यक्ति 20 नीचे जा गिरने से बच गया। वक्त रहते उसने पास खड़े एक व्यक्ति और तखत पकड़ लिया। क्षेत्र में कुछ महीने पहले ही मेट्रो ने टनल निर्माण का कार्य पूरा किया है। मकान में दरार आने और जमीन धंसने के बाद निवासियों और स्थानीय लोगों ने रविवार देर रात हंगामा किया। मरम्मत कार्य के लिए मकान सील
क्षेत्रीय सपा विधायक अमिताभ बाजपेई, पार्षद कौशिक बाजपेई समेत मेट्रो के अधिकारी पहुंचे। हंगामा कर रहे लोगों को मेट्रो ने मकान से उन्हें शिफ्ट करने और प्रतिदिन के हिसाब से मुआवजा देने का आश्वासन दिया और मकान को मरम्मत कार्य के लिये सील कर दिया। इस प्रकार है पूरा मामला
हरबंश मोहाल डीएल 60 में मकान संख्या 62/75 में विनोद सिंह व उनका परिवार रहता है। रविवार शाम को उनका बेटा शंभू बाहर वाले कमरे में रखे गये तखत के आसपास की जमीन कुछ दिनों से नरम हो गई थी। इसको दिखाने के लिए पड़ोसी को लेकर दिखाने के लिए पहुंचा। जैसे ही शंभू ने नरम जमीन पर पैर रखा, जमीन अचानक धंस गई। वक्त रहते पास खड़े पड़ोसी और तखत को उसने पकड़ लिया और 20 धंसे गड्‌ढे में गिरने से बच गया। क्षेत्रीय लोगों ने शुरू कर दिया हंगामा
मकान में आई दरार और गहरे गड्ढे के बाद स्थानीय लोगों ने मेट्रो के खिलाफ नारेबाजी करते हुये हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर पहुंचे क्षेत्रीय पार्षद कौशिक बाजपेई ने स्थानीय लोगों को समझाने का प्रयास किया और मेट्रो के अधिकारियों को सूचना दी। जिस पर वहां टनल का काम कर चुकी एफकांस के अधिकारी अनिल सोनी अपनी टीम के साथ पहुंचे। नुकसान की भरपाई करेगी मेट्रो मकान की मरम्मत, परिवार को दूसरी जगह शिफ्ट करने व अन्य नुकसान की भरपाई करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद मामला शांत हो सका। मेट्रो अधिकारियों ने मकान को सील कर सोमवार से मरम्मत कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया। 25 लोगों को होटल में कराया गया शिफ्ट क्षेत्रीय पार्षद कौशिक बाजपेई ने बताया कि मकान में करीब 25 लोग निवास करते हैं। कंपनी के अधिकारियों ने लिखित रूप से दिया है कि कंपनी मकान की मरम्मत कार्य के साथ ही परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट करेगी। जिसका कंपनी खर्च उठाएगी। कंपनी ने प्रतिदिन प्रति व्यक्ति को 400 रुपये देने का आश्वासन दिया है। देर रात आसपास के 25 लोगों को होटल में ठहराया गया। मेट्रो की एजेंसी पहले से कर रही मकानों की मरम्मत
हरबंश मोहाल में कई ऐसे मकान हैं जिन्हें मेट्रो ने सर्वे के दौरान ही खतरनाक बताया था। इसको लेकर कंपनी ने कई बार नोटिस दिया कि मकानों को खाली कर दिया जाये, क्योंकि टनल निर्माण के समय कोई भी हादसा हो सकता है। मेट्रो ने कई मकानों को खाली भी कराया। स्टेशन से नरौना के बीच बनने वाली टनल निर्माण के कार्य को मेट्रो ने पूरा कर लिया है। पार्षद कौशिक बाजपेई ने बताया कि करीब 25 से 30 मकान क्षेत्र में कई मेट्रो के निर्माण कार्य की वजह से कई मकानों में दरारें आ गई थीं, जिसकी मरम्मत का काम अभी कंपनी कर रही है। इसी दौरान ही यह हादसा हुआ है। इसके अलावा मेट्रो ने लोगों को पहले भी बकाया अभी तक नहीं दिया है। विधायक ने तीन दिनों का दिया अल्टीमेटम
हादसे की सूचना पर रात में घटना स्थल पर पहुंचे सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने स्थानीय लोगों से बातचीत की। मौके पर समस्या देख मेट्रो के प्रोजेक्ट मैनेजर डीके सिन्हा को बुलाया और परिवार की तत्काल मदद करने के निर्देश दिए। सपा विधायक ने जिलाधिकारी से बात कर समस्त प्रभावित क्षेत्र की समस्या के निराकरण हेतु एक अधिकारी लगाने को कहा। इसके साथ ही मेट्रो को तीन दिन में समस्या का निवारण करने का
अल्टीमेटम दिया।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर