हरियाणा के अंबाला में भारी बारिश के बाद जलभराव से बिगड़े हालात का जायजा लेने के लिए मंत्री असीम गोयल रविवार देर शाम शहर की सड़कों पर उतरे। प्रशासन के विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उनके साथ रहे। मंत्री ने इस दौरान जलभराव की स्थिति का जायजा लिया, इसके कारण जाने और अधिकारियों को तुरंत आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। मंत्री ने इस दौरान स्थानीय लोगों से भी बात की और उनकी समस्या जानी। परिवहन मंत्री असीम गोयल सबसे पहले अंबाला शहर की कपड़ा मार्किट इलाके में पहुंचे। वहां उन्होंने हालात का जायजा लिया। इसके पश्चात वे नदी मोहल्ला इलाके में गए। यहां पानी भरा हुआ था। मंत्री ने खुद पानी में उतर कर प्रशासन द्वारा पानी की निकासी के लिए किए प्रबंधों को देखा और जरूरी दिशा निर्देश दिए। इस दौरान मंत्री असीम गोयल ने स्थानीय लोगों से भी बातचीत की। मंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि अंबाला शहर में जलभराव और पानी की निकासी को लेकर तुरंत चंडीगढ़ से अधिकारियों को बुला कर एक अहम मीटिंग की जा रही है। इसका हल निकाल लिया जाएगा, ताकि आगे से बारिश की स्थिति में जल भराव न हो। शहर से पानी किस रफ्तार से बाहर जा रहा है, यह व्यवस्था देखने के लिए मंत्री जीटी रोड़ पर स्थित बनुड़ी नाके पर पहुंचे। मंत्री को यहां पर मौजूद जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बनुड़ी नाके से 50 हज़ार लीटर पानी प्रति मिनट शहर से बाहर निकाला जा रहा है। इसके साथ ही परिवहन मंत्री ने सोमवार को अपने निवास पर विभिन्न विभागों की हाई लेवल मीटिंग भी बुलाई है। इसमें वे शहर के हालात को लेकर खाका खिचेंगे। हरियाणा के अंबाला में भारी बारिश के बाद जलभराव से बिगड़े हालात का जायजा लेने के लिए मंत्री असीम गोयल रविवार देर शाम शहर की सड़कों पर उतरे। प्रशासन के विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उनके साथ रहे। मंत्री ने इस दौरान जलभराव की स्थिति का जायजा लिया, इसके कारण जाने और अधिकारियों को तुरंत आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। मंत्री ने इस दौरान स्थानीय लोगों से भी बात की और उनकी समस्या जानी। परिवहन मंत्री असीम गोयल सबसे पहले अंबाला शहर की कपड़ा मार्किट इलाके में पहुंचे। वहां उन्होंने हालात का जायजा लिया। इसके पश्चात वे नदी मोहल्ला इलाके में गए। यहां पानी भरा हुआ था। मंत्री ने खुद पानी में उतर कर प्रशासन द्वारा पानी की निकासी के लिए किए प्रबंधों को देखा और जरूरी दिशा निर्देश दिए। इस दौरान मंत्री असीम गोयल ने स्थानीय लोगों से भी बातचीत की। मंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि अंबाला शहर में जलभराव और पानी की निकासी को लेकर तुरंत चंडीगढ़ से अधिकारियों को बुला कर एक अहम मीटिंग की जा रही है। इसका हल निकाल लिया जाएगा, ताकि आगे से बारिश की स्थिति में जल भराव न हो। शहर से पानी किस रफ्तार से बाहर जा रहा है, यह व्यवस्था देखने के लिए मंत्री जीटी रोड़ पर स्थित बनुड़ी नाके पर पहुंचे। मंत्री को यहां पर मौजूद जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बनुड़ी नाके से 50 हज़ार लीटर पानी प्रति मिनट शहर से बाहर निकाला जा रहा है। इसके साथ ही परिवहन मंत्री ने सोमवार को अपने निवास पर विभिन्न विभागों की हाई लेवल मीटिंग भी बुलाई है। इसमें वे शहर के हालात को लेकर खाका खिचेंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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फरीदाबाद से नोएडा का सफर होगा आसान:आगरा नहर किनारे फोरलेन रोड के लिए UP ने जमीन दी; 278 करोड़ का है प्रोजेक्ट
फरीदाबाद से नोएडा का सफर होगा आसान:आगरा नहर किनारे फोरलेन रोड के लिए UP ने जमीन दी; 278 करोड़ का है प्रोजेक्ट फरीदाबाद में आगरा नहर किनारे फोरलेन रोड बनाने के प्रोजेक्ट में फरीदाबाद मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (FMDA) को एक और कामयाबी मिली है। उत्तर प्रदेश और हरियाणा दोनों राज्य में बीजेपी की सरकार होने का फायदा शहर को मिल रहा है। फोरलेन प्रोजेक्ट के लिए सड़क को चौडी करने के लिए जमीन चाहिए थी, अगर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग अपनी जमीन देती तो वह FMDA से जमीन का कीमत भी लेता, जिससे प्रोजेक्ट की लागत बढ़ जाती। अब उत्तर प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है कि सड़क चौड़ा करने के लिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की जमीन का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए कोई कीमत नहीं देनी होगी। बता दे की फरीदाबाद से नोएडा अगर जाना हो तो सबसे ज्यादातर लोग आगरा नहर के साथ बनी टू-लेन सड़क का इस्तेमाल करते हैं। ऐसा इसलिए करते हैं, क्योंकि बदरपुर बॉर्डर से दिल्ली होकर नोएडा जाना काफी कठिन होता है। नोएडा तक के सफर को आसान बनाने के लिए ही FMDA ने आगरा नहर के साथ वाली सड़क को फोरलेन बनाने का प्रोजेक्ट तैयार किया है। फिर बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पास करके उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग को सौंपा गया था। वहां पर प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलने के बाद डीपीआर तैयार करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। डीपीआर लगभग भी बनकर तैयार है, अब दोनों विभागों के बीच एमओयू साइन होना है। इस 278 करोड़ की प्रोजेक्ट में सबसे अहम बात जमीन को लेकर हो रही है कि जिस सड़क को चौड़ा करने के काम शुरू होगा, उसमें जमीन की आवश्यकता होगी। आगरा नहर के किनारे उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की जमीन है। अधिकारियों की माने तो जमीन का पैसा उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग FMDA से मांगता तो इसकी लागत काफी ज्यादा हो जाती। इसलिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने जमीन की कीमत ना लेने का फैसला लिया है, क्योंकि यह काम जनहित में हो रहा है। इससे दोनों प्रदेश के लोगों को फायदा होगा इसलिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने जमीन सड़क बनाने के लिए प्रयोग में लाने का फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ ब्रजकिशोर ने बताया कि दोनों विभागों के बीच में एमओयू साइन होगा डीपीआर का काम चल रहा है। सड़क चौड़ी करने के लिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग अपनी जमीन का इस्तेमाल करेगा इसकी कीमत FMDA से नहीं ली जाएगी।
हरियाणा के 4 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट:24 घंटे में महेंद्रगढ़ में सबसे ज्यादा बरसात; 31 अगस्त तक एक्टिव रहेगा मानसून
हरियाणा के 4 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट:24 घंटे में महेंद्रगढ़ में सबसे ज्यादा बरसात; 31 अगस्त तक एक्टिव रहेगा मानसून हरियाणा में मानसून एक बार फिर एक्टिव हो चुका है। आज मौसम विभाग ने 4 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें पलवल, फरीदाबाद, नूंह और रेवाड़ी शामिल हैं। इसके अलावा, कल यानी 28 अगस्त को कैथल, करनाल, सोनीपत, झज्जर, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह, पलवल और रेवाड़ी में तेज बारिश आ सकती है। राज्य में 31 अगस्त तक मौसम खराब रहेगा। मानसून सीजन में बारिश की बात करें तो सूबे में अभी तक 59% काम बारिश हुई है। वैसे प्रदेश में 326.2% बारिश होती है, लेकिन इस बार अभी तक 266.8% बारिश ही हुई है। वहीं यदि अगस्त की बात करें तो राज्य में 101.8 मिमी सामान्य बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन अब तक 135.6 मिमी बारिश हुई है। कहां हुई कितनी बारिश सोमवार को कई जिलों में दोपहर बाद मौसम बदल गया। महेंद्रगढ़, हिसार, गुरुग्राम सहित कई जिलों में बारिश शुरू हो गई। बारिश से कई जगह जलभराव हो गया। कई इलाकों में घंटों बिजली गुल हो गई। सबसे ज्यादा बारिश महेंद्रगढ़ में हुई, यहां 38.5 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा नारनौल में 20 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। रेवाड़ी में 6.0 एमएम, फरीदाबाद में 5.5 एमएम, बारिश हुई। इन जिलों के अलावा, गुरुग्राम, सोनीपत, पानीपत, करनाल में भी मौसम में बदलाव देखने को मिला, यहां भी कुछ एक स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी देखी गई। इन जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई 16 जिलों में मानसून की बारिश सामान्य से कम हुई है। कैथल, करनाल और पंचकूला जिले ताे ऐसे हैं, जहां सामान्य से आधी बारिश भी नहीं हाे पाई। हिसार, जींद, यमुनानगर, पलवल और रोहतक जिलाें में सामान्य से 30 प्रतिशत से भी कम बारिश हाे पाई है। महेंद्रगढ़ और नूंह जिलाें में जमकर बादल बरसे हैं। नूंह में सामान्य से 63 प्रतिशत और महेंद्रगढ़ जिले में सामान्य से 51 प्रतिशत तक अधिक बारिश दर्ज की गई है। इसलिए बदला हरियाणा का मौसम मानसून ट्रफ रेखा दिल्ली के उत्तर में निचले स्तर पर शिफ्ट हो गई है, इसलिए सतही हवा पश्चिमी दिशा में बदल कई है। पश्चिमी हवाएं कम आर्द होने के कारण तापमान में बढ़ाती है, लेकिन अब मानसून फिर से एक्टिव होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। ऐसे हालातों में सूबे में बारिश के आसार बने हुए हैं। जुलाई में सूखा रहा प्रदेश हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।
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पानीपत में 120 लड़कियों से बंधवाई राखी:मिठाई लेकर घर-घर जाएंगे यमुना समिति सदस्य; सुख-दुख में साथ देने का लिया संकल्प हरियाणा के पानीपत के सनौली क्षेत्र में गांव रिसपुर, खंबा, सनौली खुर्द में यमुना सुधार समिति के प्रदेशाध्यक्ष रतन सिंह रावल एडवोकेट ने समिति सदस्यों के साथ भाई-बहनों के प्यार के अटूट रिश्ते के पर्व रक्षा बंधन पर अभियान के तहत राखी बंधवाई। गांव में चलाए जा रहे नि:शुल्क सिलाई, कंप्यूटर प्रशिक्षण सेंटर पर 120 लड़कियों ने समिति अध्यक्ष रतन सिंह रावल, सरपंच संजय त्यागी व समिति सदस्यों को राखी बांधीं। रावल ने राखी बंधवा कर बहनों के साथ दुख दर्द में साथ देना का वचन दिया। उन्होंने गांव रिसपुर, झांबा और सनौली में कहा कि लड़के अपनी बहनों के घरों पर राखी बंधवाने जाएं ताकि बहनों को भाइयों के पास आने-जाने में कोई परेशानी न हो सके। लड़कियों से आह्वान किया कि वे पढ लिख कर आगे बढ़े। अपने परिवार की भलाई के लिए जीवन में कामयाबी हासिल करें। उन्होंने बताया कि एक महीने तक यमुना समिति सदस्य आसपास के दर्जनों गांवों में घर-घर जा कर लड़कियों से राखी बंधवाएंगे। पूरे गांव में घर-घर जाकर रक्षा बंधन पर्व मनाया जाएगा। गांव में आपसी प्रेम व भाई चारा बना रहे और गांव में विकास कार्य मिल जुल कर कराए जाएं। गांव में यमुना समिति हर घर में मिठाई, राखी लेकर पहुंचेगी।