लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर गुरुवार को विधान भवन के सामने परेड के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। जहां मुख्यमंत्री परेड की सलामी लेंगे।
इसके चलते विधान भवन और हजरतगंज की तरफ जाने वाले रूट पर डायवर्जन व्यवस्था लागू की गई है। यह डायवर्जन सुबह छह बजे से कार्यक्रम समाप्ति तक लागू रहेगा। लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर गुरुवार को विधान भवन के सामने परेड के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। जहां मुख्यमंत्री परेड की सलामी लेंगे।
इसके चलते विधान भवन और हजरतगंज की तरफ जाने वाले रूट पर डायवर्जन व्यवस्था लागू की गई है। यह डायवर्जन सुबह छह बजे से कार्यक्रम समाप्ति तक लागू रहेगा। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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‘विरोध का मतलब तोड़फोड़ या लूटपाट नहीं’, CM योगी ने कानून से खिलवाड़ करने वालों को चेताया
‘विरोध का मतलब तोड़फोड़ या लूटपाट नहीं’, CM योगी ने कानून से खिलवाड़ करने वालों को चेताया <p style=”text-align: justify;”><strong>CM Yogi Adityanath Varanasi Visit: </strong>वाराणसी पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने एक सभा को संबोधित करते हुए यूपी में कानून से खिलवाड़ करने वालों को चेताया है. सीएम योगी ने कहा विरोध का मतलब तोड़फोड़ या लूटपाट नहीं. सीएम योगी ने कहा कि एक तबका हिंदू धर्म के देवताओं के खिलाफ अपमान जनक टिप्पणी, महापुरुषों को अपमानित व मूर्तियों को खंडित करना जन्मसिद्ध अधिकार समझ लेता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही सीएम योगी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा-“किसी भी जाति, मत-मजहब अथवा संप्रदाय से जुड़े ईष्ट, देवी-देवताओं, महापुरुषों और साधु-संतों के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है, किंतु विरोध के नाम पर अराजकता भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कोई भी व्यक्ति अगर आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा, तो उसे कानून के दायरे में लाकर कठोरता पूर्वक सजा दिलवाई जाएगी. प्रदेश में सभी की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है. यूपी सरकार पर्व एवं त्योहारों को सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न कराने हेतु प्रतिबद्ध है.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर जनपद वाराणसी में आज भारत सेवाश्रम संघ के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में माँ दुर्गा के दर्शन-पूजन का सौभाग्य प्राप्त हुआ।<br /><br />इस अवसर पर मातृशक्ति को स्वावलंबन की ओर अग्रसर करने के लिए उन्हें सिलाई मशीनें भी वितरित की गईं।<br /><br />पूज्य स्वामी प्रणवानन्द… <a href=”https://t.co/MkTzEjbmQ5″>pic.twitter.com/MkTzEjbmQ5</a></p>
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) <a href=”https://twitter.com/myogiadityanath/status/1843305257507356847?ref_src=twsrc%5Etfw”>October 7, 2024</a></blockquote>
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<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
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<p style=”text-align: justify;”>सीएम योगी ने कहा कि हमारा हिंदू धर्म स्पष्ट कहता है कि ‘अहिंसा परमो धर्म:’ लेकिन, राष्ट्र रक्षा के लिए, धर्म रक्षा के लिए, निर्दोष लोगों को बचाने के लिए हिंसा करनी पड़े तो ‘धर्मसम्मत’ मान्य है और यह आह्वान भारत का ‘शास्त्र’ करता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई कानून को अपने हाथ में लेने का दुस्साहस करेगा तो उसको कानून की गिरफ्त में आना ही होगा. वहीं उन्होंने कहा कि जिस बंगाल से जगज्जननी माँ भगवती के अनुष्ठान का शुभारंभ होता है, आज उस बंगाल में स्वयं ही सनातन धर्म असहाय-असुरक्षित दिखता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वाराणसी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत सेवाश्रम सिगरा में की मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की. वहीं सीएम योगी ने में 100 महिलाओं को सिलाई मशीन का वितरण भी किया. इसके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिंदु समाज से किया एकजुटता का आह्वान किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/amu-students-protest-against-yati-narsinghanand-submit-memorandum-aligarh-police-ann-2799130″>यति नरसिंहानंद के विवादित बयान से भड़के AMU के छात्र, ज्ञापन देकर की फांसी की मांग</a></strong></p>
मॉडल बनेगा खाटू श्याम मंदिर कॉरिडोर? डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने लिया ये बड़ा फैसला
मॉडल बनेगा खाटू श्याम मंदिर कॉरिडोर? डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने लिया ये बड़ा फैसला <p style=”text-align: justify;”><strong>Khatu Shyam Temple Corridor:</strong> राजस्थान के सीकर स्थित खाटूश्याम जी मंदिर जाने वालों के लिए राहत भरी खबर है. डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने खाटू श्याम मंदिर कॉरिडोर विकास के लिए उत्कृष्ट डीपीआर बनाकर काम करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र में जन सुविधाओं यथा सड़क, परिवहन, यात्रियों के ठहराव, दर्शनों में सुगमता, भीड़ नियंत्रण सहित विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर एक बेहतर कार्य योजना बनाई जाए ताकि खाटू श्याम मंदिर कोरिडोर को एक मॉडल के रूप में विकसित किया जा सके. खाटू श्यामजी मंदिर के आगामी विकास योजनाओं की जानकारी भी ली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नींदड आवासीय योजना पर काम हो तेज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की है. जिसमें यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा की उपस्थिति में जयपुर विकास प्राधिकरण नगर निगम ग्रेटर जयपुर, सार्वजनिक निर्माण विभाग, रीको, एनएचएआई और अन्य विभागों को साझा योजना बनाकर समस्याओं के समाधान एवं नए प्रोजेक्टस के समयबद्ध क्रियान्वयन के निर्देश दिए गए. नींदड आवासीय योजना के कास्तकारों एवं अन्य हितधारकों को संतुष्ट करके इसका जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने विद्याधर नगर क्षेत्र विशेषकर सीकर रोड पर महाराजा शेखा सर्किल से ट्राईटन मॉल की तरफ खातीपुरा रोड, 14 नं. और रीको एरिया से ही अन्य स्थानों पर होने वाले जलभराव के समाधान के लिए विस्तृत योजना बनाकर उसे तत्काल लागू करने के निर्देश दिए. उन्होंने निर्देश दिए कि जेडीए क्षेत्र में आने वाली सभी कॉलोनियों में नई सड़क बनाने से पहले नालियां एवं सुचारू ड्रेनेज सिस्टम विकसित किया जाएं ताकि जलभराव की समस्या नहीं हो पाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रीको को एसटीपी बनाए के निर्देश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने रीको अधिकारियों को निर्देश दिया कि रीको क्षेत्र का पानी सीकर रोड पर नहीं आना चाहिए इसके लिए उचित व्यवस्था की जाये. इसके साथ ही उन्होंने रीको क्षेत्र में तत्काल एसटीपी बनवाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>क्षेत्र में प्रस्तावित सैटेलाइट अस्पताल के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया को यथाशीघ्र पूरा कर काम शुरू करवाने के निर्देश दिए हैं. इसके अतिरिक्त किसी भी प्रकार की जलभराव की समस्या के समाधान के क्षेत्र में अतिरिक्त मडपम्प, ट्रैक्टर, जेसीबी व अन्य उपकरण अधिक संख्या में उपलब्ध करवाने के निर्देश उन्होंने दिए हैं. निगम आयुक्त को क्षेत्र के पार्कों में झूले एवं ओपन जिम लगवाने, आवारा पशुओं को पकड़वाने, श्मशानों की बाउंड्री वॉल और कुर्सी आदि की सुविधा विकसित करने के निर्देश दिए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- </strong><strong><a title=”रवनीत सिंह बिट्टू ने राज्यसभा के लिए भरा नामांकन, बोले- ‘मैं पगड़ी पर दाग नहीं लगने दूंगा'” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/ravneet-singh-bittu-filed-nomination-for-rajasthan-rajya-sabha-by-election-cm-bhajan-lal-sharma-diya-kumari-2765848″ target=”_self”>रवनीत सिंह बिट्टू ने राज्यसभा के लिए भरा नामांकन, बोले- ‘मैं पगड़ी पर दाग नहीं लगने दूंगा'</a></strong></p>
खट्टर के दिल्ली जाने से नहीं हो रहा डैमेज कंट्रोल:CM सिटी के 5 बड़े नेता पार्टी छोड़ गए; केवल एक को ही मना पाए सैनी
खट्टर के दिल्ली जाने से नहीं हो रहा डैमेज कंट्रोल:CM सिटी के 5 बड़े नेता पार्टी छोड़ गए; केवल एक को ही मना पाए सैनी हरियाणा के पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर के सांसद बनने पर करनाल छोड़ने से भाजपा के हाथ से जिले की पकड़ भी ढीली होती जा रही है। यहां लगातार नेताओं के इस्तीफे आ रहे हैं और पार्टी में बगावती सुर भी मुखर हो रहे हैं। मौजूदा CM नायब सैनी करनाल में डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन बात नहीं बन रही, क्योंकि पार्टी ने नायब सैनी को भी करनाल छोड़ लाडवा से उम्मीदवार बनाया है। जबकि सैनी खुद चाहते थे कि वह करनाल से ही विधानसभा चुनाव लड़ें। पार्टी की रिपोर्ट में बताया गया है कि नायब सैनी को बाहरी होने के कारण करनाल की जनता नापसंद कर रही थी, इसलिए उन्हें करनाल की बजाय लाडवा से कैंडिडेट घोषित किया गया है। जगमोहन आनंद को लोकल होने के चलते करनाल सीट पर खड़ा किया गया है, लेकिन पार्टी से अलग हुए नेता हरपाल कलामपुरा कह चुके हैं कि सैनी को पार्टी ने ही परेशान कर लाडवा भेजा है। करनाल में राजनीति के जानकार मानते हैं कि जब तक यहां से मनोहर लाल खट्टर विधायक रहे और 2 बार CM बने, तब तक पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक था। क्योंकि यहां के ज्यादातर नेता खट्टर के जरिए ही पार्टी में लाए गए, और उनसे ही इन नेताओं को विधानसभा चुनाव में टिकट दिलवाने की आशा थी। खट्टर के दिल्ली की राजनीति में इन्वॉल्व होने से करनाल के नेता टिकट से भी वंचित रह गए। इसका असर यह हुआ कि जिले के 5 बड़े नेता अब तक पार्टी छोड़ चुके हैं। करनाल में भाजपा के हालात बिगड़ने के 3 प्रमुख कारण… 1. पूर्व सीएम खट्टर की दूरी
केंद्रीय मंत्री बनने के बाद मनोहर लाल खट्टर की करनाल से दूरी बढ़ गई, जबकि खट्टर ही वह धागा थे, जिससे करनाल के नेता एक-दूसरे से जुड़े हुए थे। उनके केंद्र में चले जाने से इन नेताओं को भाजपा का कोई अन्य बड़ा नेता संभाल नहीं पाया, जिससे पार्टी यहां कमजोर हो चली है और नेतृत्व भटकता नजर आ रहा है। 2. टिकट कटने से नाराजगी
खट्टर पंजाबी समाज से आते हैं। लोकसभा में जाने के बाद उपचुनाव में नायब सैनी को यहां से चुनाव लड़वाया गया। उस समय भी बाहरी होने का मुद्दा उठा था, लेकिन खट्टर इसे कंट्रोल कर गए। इसके चलते सैनी को उपचुनाव में जीत मिली। लोकल-बाहरी का मुद्दा इस बार न बने, इसलिए पार्टी ने सैनी को लाडवा विधानसभा भेज दिया और पंजाबी चेहरा जगमोहन आनंद को यहां से उम्मीदवार बना दिया। हालांकि, कार्यकर्ता यहां विरोध जगमोहन आनंद का भी कर रहे हैं, क्योंकि उनकी कहना है कि जगमोहन यहां एक्टिव नहीं रहे। इनके लिए पार्टी ने खट्टर के करीबी 4 नेताओं रेणु बाला गुप्ता, मुकेश अरोड़ा, अशोक सुखीजा और जय प्रकाश को दरकिनार कर दिया। 3. बागी नेताओं को नहीं मनाया गया
तीसरा मुख्य कारण यह भी माना जा रहा है कि टिकट कटने से नाराज नेताओं को मनाने के लिए न तो CM नायब सैनी पहुंचे और न ही पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर पहुंच पाए। इस कारण असंध से जिले राम शर्मा, करनाल से पूर्व मंत्री जय प्रकाश, इंद्री से कर्ण देव कंबोज, करनाल से हरपाल कलामपुरा और युवा नेता सुरेंद्र उड़ाना पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। पूर्व मेयर को मना लिया, लेकिन प्रचार से दूरी
करनाल की पूर्व मेयर रेणु बाला गुप्ता भी टिकट न मिलने से नाराज हो गई थीं, लेकिन भाजपा ने उन्हें मना लिया है। मुख्यमंत्री सैनी खुद उन्हें मनाने के लिए पहुंचे थे। मनोहर लाल खट्टर ने भी उनके घर जाकर उनसे बात की। इसके बाद रेणु बाला ने भाजपा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया और शनिवार को हुई प्रधानमंत्री की पब्लिक मीटिंग में भी शामिल हुईं। हालांकि, भाजपा कैंडिडेट जगमोहन आनंद के चुनाव प्रचार से उन्होंने दूरी बनाई हुई है, जबकि रेणु बाला को मनाने और उनका समर्थन मांगने के लिए उनके घर जगमोहन आनंद भी गए थे। करनाल से बाहर भी BJP में घमासान
इंद्री में पूर्व राज्य मंत्री और पूर्व विधायक कर्ण देव कंबोज ने BJP को ‘गद्दारों की पार्टी’ बताते हुए छोड़ दिया। उन्हें मनाने के लिए CM नायब सैनी पहुंचे थे, लेकिन कंबोज इतने नाराज थे कि उन्होंने सैनी से हाथ तक नहीं मिलाया। इसके बाद कंबोज कांग्रेस में शामिल हो गए। इंद्री में ही प्रदेश मीडिया कोआर्डिनेटर सुरेंद्र उड़ाना ने भी BJP को अलविदा कह दिया और BSP-INLD के उम्मीदवार बनकर मैदान में उतर गए। उधर, जिलेराम शर्मा ने भी पार्टी छोड़ दी। उन्होंने 6 महीने पहले ही पूर्व CM मनोहर लाल के नेतृत्व में BJP जॉइन की थी। 2014 में करनाल की पांचों सीटें जीती भाजपा
2014 के विधानसभा चुनाव में मोदी की लहर के दम पर करनाल की पांचों सीटें करनाल, इंद्री, असंध, नीलोखेड़ी और घरौंडा भाजपा ने जीती थीं। इसके बाद 2019 के चुनाव में भी भाजपा ने घरौंडा, करनाल और इंद्री में जीत का सिलसिला जारी रखा, लेकिन असंध और नीलोखेड़ी को भाजपा ने गंवा दिया। दोनों चुनाव खट्टर के नेतृत्व में ही लड़े गए। इस बार पार्टी ने करनाल और असंध सीट पर चेहरे बदले हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं में असंतोष बना हुआ है। इसके बीच पार्टी के लिए पिछले 2 बार जैसे प्रदर्शन को दोहराना बड़ी चुनौती होगी।