हरियाणा के करनाल के मॉडल टाउन में वक्फ बोर्ड की जमीन को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। विवाद की सूचना मिलते ही वक्फ बोर्ड और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। वक्फ बोर्ड के मुताबिक वे सिर्फ इमारत पर बने तीन गुंबदों की मरम्मत कर रहे थे, लेकिन बजरंग दल के सदस्यों और मॉडल टाउन के लोगों का आरोप है कि इस जगह पर मस्जिद बनाने की कोशिश की जा रही थी, जिसे वे किसी भी हालत में नहीं होने देंगे। खंडहर को मस्जिद में बदलना चाहता है वक्फ बोर्ड बजरंग दल के सदस्यों और स्थानीय निवासियों का आरोप है कि यह जगह 1947 से खंडहर थी, लेकिन वक्फ बोर्ड ने इसे मस्जिद में बदलने की कोशिश की, जिसका विरोध किया गया और काम रोक दिया गया। उनका आरोप है कि मरम्मत के बहाने फिर से मस्जिद बनाने की कोशिश की जा रही है। इस विवादित जमीन की कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है और अब बजरंग दल का कहना है कि इस जमीन पर सिर्फ हनुमान मंदिर ही बनेगा। खंडहर में रखी गई बालाजी की तस्वीर, गुंबद पर फहराया भगवा इस बीच, बजरंग दल के सदस्यों ने निर्माणाधीन इमारत में धार्मिक गतिविधियां शुरू कर दीं, जिसमें भगवान बालाजी की तस्वीर स्थापित की गई और दीप जलाए गए। इसके बाद गुंबदों पर भगवा झंडे फहराए गए और रामचरित मानस और हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा है। वक्फ बोर्ड और पुलिस मौके पर पहुंच गई है और विवाद को सुलझाने की कोशिश की जा रही है। शांति बनाए रखें मुस्लिम समाज के प्रधान वाजिद अली ने भी मामले को सुलझाने की अपील की है और कहा है कि वे अधिकारियों और मॉडल टाउन के निवासियों के साथ बैठकर इसका हल निकालने की कोशिश करेंगे, ताकि आगे कोई विवाद न हो। इसलिए सभी से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। खंडहर की मरम्मत की जा रही है, ताकि यह गिर न जाए- इस बीच, वक्फ बोर्ड के रेंट कलेक्टर तैय्यब हुसैन ने कहा कि यह वक्फ बोर्ड की जमीन है और उन्हें इसकी मरम्मत की अनुमति है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे सिर्फ मरम्मत कर रहे हैं और मस्जिद बनाने का उनका कोई इरादा नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि पहले यहां मस्जिद हुआ करती थी, लेकिन अब यह जगह खंडहर में तब्दील हो गई है और इसकी मरम्मत की जा रही है, ताकि इसके गिरने से किसी को कोई नुकसान न पहुंचे। मसले को सुलझाया जाएगा घटना की सूचना के बाद मौके पर सिविल लाइन थाना पुलिस पहुंच गई और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग अपनी बात पर अडिग थे। पुलिस सब इंस्पेक्टर संदीप ने बताया कि वे मामले को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं और सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है। हरियाणा के करनाल के मॉडल टाउन में वक्फ बोर्ड की जमीन को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। विवाद की सूचना मिलते ही वक्फ बोर्ड और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। वक्फ बोर्ड के मुताबिक वे सिर्फ इमारत पर बने तीन गुंबदों की मरम्मत कर रहे थे, लेकिन बजरंग दल के सदस्यों और मॉडल टाउन के लोगों का आरोप है कि इस जगह पर मस्जिद बनाने की कोशिश की जा रही थी, जिसे वे किसी भी हालत में नहीं होने देंगे। खंडहर को मस्जिद में बदलना चाहता है वक्फ बोर्ड बजरंग दल के सदस्यों और स्थानीय निवासियों का आरोप है कि यह जगह 1947 से खंडहर थी, लेकिन वक्फ बोर्ड ने इसे मस्जिद में बदलने की कोशिश की, जिसका विरोध किया गया और काम रोक दिया गया। उनका आरोप है कि मरम्मत के बहाने फिर से मस्जिद बनाने की कोशिश की जा रही है। इस विवादित जमीन की कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है और अब बजरंग दल का कहना है कि इस जमीन पर सिर्फ हनुमान मंदिर ही बनेगा। खंडहर में रखी गई बालाजी की तस्वीर, गुंबद पर फहराया भगवा इस बीच, बजरंग दल के सदस्यों ने निर्माणाधीन इमारत में धार्मिक गतिविधियां शुरू कर दीं, जिसमें भगवान बालाजी की तस्वीर स्थापित की गई और दीप जलाए गए। इसके बाद गुंबदों पर भगवा झंडे फहराए गए और रामचरित मानस और हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा है। वक्फ बोर्ड और पुलिस मौके पर पहुंच गई है और विवाद को सुलझाने की कोशिश की जा रही है। शांति बनाए रखें मुस्लिम समाज के प्रधान वाजिद अली ने भी मामले को सुलझाने की अपील की है और कहा है कि वे अधिकारियों और मॉडल टाउन के निवासियों के साथ बैठकर इसका हल निकालने की कोशिश करेंगे, ताकि आगे कोई विवाद न हो। इसलिए सभी से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। खंडहर की मरम्मत की जा रही है, ताकि यह गिर न जाए- इस बीच, वक्फ बोर्ड के रेंट कलेक्टर तैय्यब हुसैन ने कहा कि यह वक्फ बोर्ड की जमीन है और उन्हें इसकी मरम्मत की अनुमति है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे सिर्फ मरम्मत कर रहे हैं और मस्जिद बनाने का उनका कोई इरादा नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि पहले यहां मस्जिद हुआ करती थी, लेकिन अब यह जगह खंडहर में तब्दील हो गई है और इसकी मरम्मत की जा रही है, ताकि इसके गिरने से किसी को कोई नुकसान न पहुंचे। मसले को सुलझाया जाएगा घटना की सूचना के बाद मौके पर सिविल लाइन थाना पुलिस पहुंच गई और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग अपनी बात पर अडिग थे। पुलिस सब इंस्पेक्टर संदीप ने बताया कि वे मामले को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं और सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में अभी तक ग्रुप C और ग्रुप D का एक-एक बार CET हुआ है। इसके आधार पर TGT को छोड़कर ग्रुप C की लगभग 40 हजार और ग्रुप D की लगभग 14 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी होनी है। इनमें से ग्रुप C के लगभग 13 हजार और ग्रुप D के लगभग 4 हजार पदों के लिए रिजल्ट पहले ही जारी हो चुका है। युवा संशोधन की कर रहे मांग
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इसके अलावा तकनीकी पदों के लिए अलग से CET होना चाहिए। जब मुख्य सचिव कार्यालय की तरफ से आयोग को CET आयोजित कराने का पत्र चला जाएगा, उसके बाद संभव है कि आयोग CET में संशोधन करने के लिए सरकार को सुझाव भेजे। और सरकार उन पर गौर कर CET पॉलिसी में संशोधन कर ले। हरियाणा में नौकरी से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… हरियाणा में 20 हजार सरकारी भर्तियों का रिजल्ट जल्द:आचार संहिता हटते ही HSSC ने शुरू की तैयारी; कांग्रेस की शिकायत पर रोका था हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर 16 अगस्त को लगी आचार संहिता 56 दिनों के बाद हट गई है। आचार संहिता हटते ही सरकार भी एक्शन मोड में आ गई है। वादे के मुताबिक हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) अब 20 हजार सरकारी नौकरियों के रिजल्ट जारी करने वाला है। पूरी खबर पढ़ें…
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नारनौंद MLA जस्सी ने अधिकारियों को फटकारा:सिसाय में वाटर टैंक लीकेज पर भड़के; अफसरों को पिलाया गांव का खराब पानी हरियाणा के हिसार में नारनौंद के कांग्रेस विधायक जस्सी पेटवाड़ ने मंगलवार को प्रदेश के सबसे बड़े गांव सिसाय में पेयजल की समस्या का आकलन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि वे जहरीला पानी पीने को मजबूर हैं। इस पर विधायक ने खुद पानी पीकर देखा और साथ ही वहां मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों को पिलाया। उन्होंने पेयजल व्यवसथा ठप होने पर अधिकारियों को फटकार भी लगाई। नारनौंद के विधायक जस्सी पेटवाड़ इन दिनों एक्शन मोड में हैं। उन्होंने मंगलवार को गांव सिसाय में अधिकारियों के साथ वाटर वर्क्स में पहुंचकर हालात का जायजा लिया। विधायक ने अधिकारियों से पूछा कि 3 से 6 महीने तक स्टोर होने वाला पानी आखिर 15 दिन में खत्म क्यों हो रहा है। वाटर वर्कर्स के निर्माण में लगभग 12.50 करोड़ की लागत से वाटर टैंक बनाए गए हैं। उन्होंने टैंकों की लीकेज पर सवाल पूछे। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से पेयजल व्यवस्था पर बातचीत की तो ग्रामीणों ने बताया कि वे जहरीला पानी पीने को विवश हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर विधायक पे स्वयं पानी पीया और अधिकारियों को पिलाकर दिखाया कि कैसे पूरा गांव जहर सामान पानी पीने को मजबूर है।
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