हिमाचल प्रदेश के मशहूर पर्यटन स्थल चंबा के डलहौजी में करंट लगने से एक मादा भालू और उसके बच्चे की मौत हो गई। डलहौजी की कथलग सड़क पर मादा भालू और उसका बच्चा दोनों ट्रांसफॉर्मर में लटके व मृत मिले। इससे दोनों की करंट लगने से मौत हो गई। बिजली बोर्ड कर्मचारियों ने आज सुबह इसकी सूचना वन विभाग के वाइल्ड लाइफ विंग को दी। इसके बाद वाइल्ड लाइफ की टीम ने मौके पर पहुंची। बिजली काटने के बाद मादा भालू व उसके बच्चे को दोनों को ट्रांसफॉर्मर से नीचे उतारा। इनका नीचे उतारते वक्त का वीडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। पोस्टमॉर्टम के बाद दफ़नाया जाएगा यह घटना बीती रात की है। माना जा रहा है कि पहले बच्चा ट्रांसफॉर्मर पर चढ़ गया हो और इसे बचाने के लिए मादा भालू भी ट्रांसफॉर्मर पर गई हो। इससे दोनों की मौत हो गई। वन विभाग ने मृत मादा भालू और उसके बच्चे के शव को कब्जे में लेकर वन्य प्राणी अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। वन मंडल अधिकारी डलहौजी रजनीश महाजन ने बताया कि मादा भालू और उसके बच्चे के शव का पोस्टमॉर्टम करवाने के पश्चात एक कमेटी गठित करके नियम के तहत दफन किए जाएंगे। देखिए हादसे से जुड़ी फोटोज… हिमाचल प्रदेश के मशहूर पर्यटन स्थल चंबा के डलहौजी में करंट लगने से एक मादा भालू और उसके बच्चे की मौत हो गई। डलहौजी की कथलग सड़क पर मादा भालू और उसका बच्चा दोनों ट्रांसफॉर्मर में लटके व मृत मिले। इससे दोनों की करंट लगने से मौत हो गई। बिजली बोर्ड कर्मचारियों ने आज सुबह इसकी सूचना वन विभाग के वाइल्ड लाइफ विंग को दी। इसके बाद वाइल्ड लाइफ की टीम ने मौके पर पहुंची। बिजली काटने के बाद मादा भालू व उसके बच्चे को दोनों को ट्रांसफॉर्मर से नीचे उतारा। इनका नीचे उतारते वक्त का वीडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। पोस्टमॉर्टम के बाद दफ़नाया जाएगा यह घटना बीती रात की है। माना जा रहा है कि पहले बच्चा ट्रांसफॉर्मर पर चढ़ गया हो और इसे बचाने के लिए मादा भालू भी ट्रांसफॉर्मर पर गई हो। इससे दोनों की मौत हो गई। वन विभाग ने मृत मादा भालू और उसके बच्चे के शव को कब्जे में लेकर वन्य प्राणी अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। वन मंडल अधिकारी डलहौजी रजनीश महाजन ने बताया कि मादा भालू और उसके बच्चे के शव का पोस्टमॉर्टम करवाने के पश्चात एक कमेटी गठित करके नियम के तहत दफन किए जाएंगे। देखिए हादसे से जुड़ी फोटोज… हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में आज भारी बारिश का ऑरेंज-अलर्ट:5 जिलों में फ्लैश-फ्लड की चेतावनी; 145 सड़कें बंद, अब तक बरसात में 810 करोड़ की संपत्ति तबाह
हिमाचल में आज भारी बारिश का ऑरेंज-अलर्ट:5 जिलों में फ्लैश-फ्लड की चेतावनी; 145 सड़कें बंद, अब तक बरसात में 810 करोड़ की संपत्ति तबाह हिमाचल प्रदेश में आज भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। यह चेतावनी ऊना, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिला को दी गई है। अन्य जिलों में हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, कुछेक क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते है। इसे देखते हुए सरकार ने लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी है। प्रदेश में अगले तीन-चार दिन तक मानसून एक्टिव रहेगा। इस दौरान कुछेक क्षेत्रों में एक दो स्पैल भारी बारिश के हो सकते है। पहाड़ों पर इस बार मानसून में सामान्य से कम बारिश हुई है। खासकर जुलाई महीने में बहुत कम बादल बरसे है। अगस्त महीने में मानसून सामान्य बरस रहा है। 1 से 9 अगस्त तक सामान्य से 7 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है, लेकिन पूरे मानसून सीजन के दौरान यानी 1 जून से 9 अगस्त तक नॉर्मल से 28 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 445.7 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है, लेकिन इस बार 321.8 मिलीमीटर बादल बरसे है। शिमला को छोड़कर एक भी जिला ऐसा नहीं है, जहां नॉर्मल से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला जिला में इस बार 403.9 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि नॉर्मल बारिश 388.5 मिमी होती है। प्रदेश में 145 सड़कें बंद प्रदेश में बीते दो दिन के दौरान हुई बारिश के कारण 145 सड़कें वाहनों के लिए बंद पड़ी है। इनमें शिमला जिला में सबसे ज्यादा 60 सड़कें बंद हैं। मंडी जोन में 45 सड़कें, हमीरपुर जोन में 30 और कांगड़ा जोन में 10 सड़कें बंद पड़ी है। 101 घर जमींदोज़ प्रदेश में इस मानसून सीजन के दौरान 101 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जबकि 209 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इस मानसून सीजन में 810 करोड़ रुपए की चल व अचल संपत्ति भी भारी बारिश की भेंट चढ़ी है।
ऊना में फायर स्टेशन में तैनात होमगार्ड की मौत:चक्कर आने पर नीचे गिरा, डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
ऊना में फायर स्टेशन में तैनात होमगार्ड की मौत:चक्कर आने पर नीचे गिरा, डॉक्टरों ने किया मृत घोषित हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में शनिवार को रात नौ बजे के करीब फायर स्टेशन चिंतपूर्णी में तैनात होमगार्ड की अचानक मौत हो गई। बताया जा रहा है कि होमगार्ड को अचानक चक्कर आया और नीचे गिर गया। जिस पर अन्य होमगार्ड ने उसे तुरन्त चिंतपूर्णी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं पाए। मृतक होमगार्ड की पहचान मोहन लाल सपुत्र रामस्वरूप गांव सैसोवाल तहसील हरोली के रुप में हुई है। मृतक की उम्र 54 साल थी और वो अपने पीछे एक बेटा दो बेटियों को छोड़ गया। मृतक मोहन लाल पिछले काफी सालों से चिंतपूर्णी फायर स्टेशन में तैनात था। वंही मन्दिर ट्रस्ट ने फ़ौरी राहत के तौर पर मृतक के परिवार को दस हजार रुपए की राशि दी है। वहीं रविवार को मृतक का पोर्स्टमार्टम करवाया जाएगा। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद मौत के कारण की सही जानकारी मिल पाएगी।
कंगना रनोट का सिर कलम करने की धमकी:बोला- संत भिंडरावाले के लिए सिर कटवा और काट भी सकते हैं; इमरजेंसी फिल्म का विरोध
कंगना रनोट का सिर कलम करने की धमकी:बोला- संत भिंडरावाले के लिए सिर कटवा और काट भी सकते हैं; इमरजेंसी फिल्म का विरोध हिमाचल प्रदेश के मंडी से BJP सांसद और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट को इमरजेंसी में संत जरनैल सिंह भिंडरावाले को दिखाने को लेकर सिर कलम करने की धमकी दी गई है। इस संबंध में सोशल मीडिया पर कंगना के एक फैन ने वीडियो पोस्ट किया। जिसमें कुछ निहंग बैठे हुए हैं। उनके साथ बैठा विक्की थॉमस सिंह कंगना रनोट को धमकी दे रहा है। इस वीडियो पर कंगना रनोट ने भी रिएक्ट किया। उन्होंने महाराष्ट्र के डीजीपी, हिमाचल और पंजाब की पुलिस को टैग करते हुए कार्रवाई की मींग की। विक्की थॉमस वीडियो में धमकी देते हुए कह रहा है कि अगर कंगना रनोट ने संत जी के बारे में कुछ गलत दिखाया होगा तो हम उनके लिए सिर कटवा भी सकते हैं। जो सिर कटवा सकते हैं वह सिर काट भी सकते हैं। विक्की थॉमस ने धमकी देते हुए क्या कहा…
वायरल वीडियो में विक्की थॉमस धमकाते हुए कह रहा है- ”इतिहास को बदला नहीं जा सकता। अगर आतंकवादी दिखाया गया तो अंजाम के लिए तैयार हो जाना। जिसकी फिल्म कर रही है, उसकी क्या सेवा होगी। सतवंत सिंह व बेअंत सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर गोलियां बरसाने वाले) कौन थे, वे रोल भी करने के लिए तैयार हो जाना। ये मैं दिल से बोल रहा हूं, क्योंकि उंगली जो हमारी तरफ करता है, वे उंगली ही झटका (काट) देते हैं हम। वो संत (जरनैल सिंह भिंडरांवाला) के लिए हम अपना सिर कटवा भी देंगे। अगर सिर कटवा सकते हैं तो काट भी सकते हैं।” साथ बैठे युवक ने भी धमकाया
विक्की थॉमस के साथ बैठे महाराष्ट्र के रहने वाले सिख युवक ने कहा- ”अगर ये फिल्म रिलीज करते हो तो सिखों से चप्पलें खाओगे ही, लाफा (थप्पड़) तो तुम खा ही चुके हो। भारतीय होने पर मुझे गर्व है। मैं महाराष्ट्रियन भी हूं। हिंदू भी, सिख भी, मुस्लिम भी… अगर फिल्म रिलीज हो गई तो चप्पलों से तुम्हारा स्वागत होगा।” कौन है विक्की थॉमस
विक्की थॉमस सोशल मीडिया पर मार्च 2020 के बाद पॉपुलर हुआ। वह सोशल मीडिया पर लगातार अपनी वीडियो और फोटो अपलोड करता है। अधिकतर वीडियो गुरुघरों में व बड़े सिख चेहरों के साथ ही होती हैं। इतना ही नहीं, विक्की बीते साल 26 जनवरी को लाल किले में हुई हिंसा में भी नजर आया था। अमृतसर के अजनाला में FIR दर्ज
ईसाई होते हुए सिख धर्म का प्रचार करने वाले विक्की थॉमस के खिलाफ अमृतसर के अजनाला में FIR दर्ज है। उसके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को भड़काने का मामला दर्ज किया गया। अजनाला के उम्रपुर में रहने वाले राजू सिंह ने FIR में कहा था कि 26 मार्च 2022 को यू-ट्यूब पर एक वीडियो अपलोड हुई। उसमें विक्की थॉमस ईसाई धर्म के नेता व ईसाई धर्म का प्रचार करने वाले प्रोफेट बरजिंदर सिंह को जान से मारने की धमकी दे रहा था। एक साल पहले मांस खाते हुए का वीडियो वायरल
एक साल पहले अगस्त 2023 को विक्की थॉमस के मछली खाते हुए का वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद थॉमस जमकर सोशल मीडिया पर ट्रोल हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि थॉमस ने आगे से पंजाब न आने की बात कही थी। अपकमिंग फिल्म को लेकर विवाद में कंगना
हिमाचल की मंडी सीट से BJP सांसद व एक्ट्रेस कंगना रनोट अपकमिंग मूवी ‘इमरजेंसी’ को लेकर विवादों में हैं। कंगना की यह फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में लगाई गई इमरजेंसी पर बनाई गई है। फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होगी। इस पर सबसे पहले पंजाब के निर्दलीय सांसद सर्बजीत सिंह खालसा ने ट्रेलर में दिखाए गए दृश्यों पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि इसमें सिखों को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने केंद्र सरकार को लेटर लिखकर फिल्म की रिलीज रोकने की मांग की है। सर्बजीत सिंह खालसा ने कहा, ‘नई फिल्म ‘इमरजेंसी’ में सिखों को गलत तरीके से पेश करने की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे समाज में शांति और कानून की स्थिति बिगड़ने की आशंका है। अगर इस फिल्म में सिखों को अलगाववादी या आतंकवादी के रूप में दिखाया गया है तो यह एक गहरी साजिश है। यह फिल्म मनोवैज्ञानिक हमला है, जिस पर सरकार को पहले से ध्यान देकर दूसरे देशों में सिखों के प्रति नफरत भड़काना बंद कर देना चाहिए।’ फिल्म के इंटरव्यू में विवादित बयान दिया
हाल ही में दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं होता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। किसान बिल को वापस ले लिया गया वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे। कांग्रेस नेता ने कंगना पर NSA लगाने की मांग की
इंटरव्यू में दिए कंगना के बयान पर पहले SGPC ने माफी मांगने के लिए कहा। इसके बाद पंजाब के कांग्रेस नेता राजकुमार वेरका ने एक्ट्रेस पर NSA लगाने की बात कही। वेरका ने कहा, “कंगना लगातार किसानों पर ऐसे बयान दे रही हैं। उनके खिलाफ FIR दर्ज की जाए और उन पर NSA लगाया जाए।” कंगना के बयान से पार्टी ने किनारा किया
वहीं, आज भाजपा ने कंगना रनोट के बयान से खुद को अलग कर लिया है। न्यूज एजेंसी PTI ने भाजपा की प्रेस रिलीज जारी की है। इसमें लिखा है- पार्टी कंगना के बयान से असहमत है। उन्हें पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने की इजाजत नहीं है। वह पार्टी की तरफ से बयान देने के लिए अधिकृत भी नहीं हैं। भाजपा ने कंगना को हिदायत दी है कि वह इस मुद्दे पर आगे कोई बयान न दें। पार्टी स्टेटमेंट में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के सिद्धांत पर चलने की बात कही गई है। किसान आंदोलन में महिलाओं को 100 रुपए में आने वाली कहा
कंगना ने किसान आंदोलन को लेकर एक पोस्ट पर कमेंट किया था। इसमें एक बुजुर्ग महिला की फोटो थी। एक्ट्रेस ने लिखा, ‘हाहाहा, ये वही दादी है, जिसे टाइम मैग्जीन में भारत की पावरफुल महिला होने पर फीचर किया गया था। वो 100 रुपए में उपलब्ध है। पाकिस्तानी जर्नलिस्ट ने भारत के लिए इंटरनेशनल पीआर को हाईजैक कर लिया है, जो शर्मिंदगी भरा रास्ता है। हमें इंटरनेशनली बोलने के लिए अपने लोगों की जरुरत है।’ आंदोलनकारियों की तुलना ‘खालिस्तानी’ आतंकियों से की
कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान कई बयान दिए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर आंदोलनकारियों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की थी। उन्होंने लिखा था- ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें एक महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए। इंदिरा गांधी ने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। भले उन्होंने इस देश को कितनी भी पीड़ा दी हो, लेकिन उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनकी मृत्यु के दशकों बाद भी आज भी उनके नाम से कांपते हैं, इनको वैसा ही गुरू चाहिए।’ CISF कॉन्स्टेबल ने थप्पड़ मारा
कंगना रनोट को सांसद बनने के बाद चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर थप्पड़ मारा गया। यह तमाचा एयरपोर्ट पर तैनात CISF की एक महिला कॉन्स्टेबल ने मारा था। उसका एक वीडियो भी सामने आया। इसमें आरोपी कह रही थी, ‘कंगना ने कहा था कि 100-100 रुपए की खातिर लोग किसान आंदोलन में बैठ रहे हैं। जब उसने यह बयान दिया तो मेरी मां भी वहां बैठी थी।’ महिला कॉन्स्टेबल का नाम कुलविंदर कौर है। इस घटना के बाद उसे नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया है और पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। कंगना का आरोप- महिला जवान ने मुझे गालियां दीं
CISF कॉन्स्टेबल द्वारा थप्पड़ मारने की बात कंगना ने एक वीडियो शेयर बताई थी। उन्होंने कहा था, ‘मैं सेफ हूं। आज चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर मेरे साथ हादसा हो गया। एयरपोर्ट पर एक महिला जवान ने मुझे गालियां देनी शुरू कर दीं। उसने बताया कि वो किसान आंदोलन की सपोर्टर है। उसने साइड से आकर मुझे चेहरे पर हिट कर दिया। मैं तो सुरक्षित हूं, लेकिन मेरी चिंता पंजाब में बढ़ रहे उग्रवाद और आतंकवाद को लेकर है। इसे कैसे भी करके हैंडल करना पड़ेगा।’ इसके अलावा कंगना राहुल गांधी को लेकर भी कई बार बयानबाजी कर चुकी हैं।