सोलन जिले में तेज रफ्तार पिकअप की खिड़की से लटक रहा युवक नीचे गिर गया। जिसके बाद उसी पिकअप का पिछला टायर कुचलता हुआ निकल गया। जिससे उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी पिकअप चालक को गिरफ्तार करते हुए उसके वाहन को भी जब्त कर लिया है। मृतक की पहचान हैप्पी निवासी पुरला गांव के रूप में हुई है। एसपी गौरव सिंह के मुताबिक 11 अगस्त को परवाणू के एक उद्योग के सुरक्षाकर्मी अमर सिंह ने पुलिस थाना परवाणू में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि सायं साढ़े पांच बजे वह अपनी ड्यूटी पर मौजूद था। उसी समय एक सफेद रंग की पिकअप सेब मण्डी की तरफ से बहुत तेज रफ्तार में आई व मुख्य मार्ग सेक्टर-6 की तरफ चली गई । सुरक्षाकर्मी ने पहुंचाया अस्पताल इसी दौरान उसने देखा कि पिकअप की खिड़की से एक व्यक्ति लटका हुआ था। जो देखते ही देखते सड़क पर गिर गया व पिकअप के पिछले टायर के नीचे आ गया। उसका कहना था कि इसके बावजूद पिकअप चालक रुका नहीं उसने वाहन को उसी रफ्तार में चलाना जारी रखा और कुछ ही देरी में आखों से ओझल हो गया। इसके बाद उसने घायल व्यक्ति को लोगों की सहायता से ESI अस्पताल परवाणु पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। CCTV फुटेज की मदद से आरोपी तक पहुंची पुलिस जांच के के दौरान पुलिस थाना परवाणू की टीम ने 14 अगस्त को CCTV फुटेज के आधार पर इस वारदात में संलिप्त आरोपी कांगड़़ा जिले के ज्वाली तहसील के डेहरी गांव निवासी राकेश कुमार(29) को शिमला के फागू से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अपराध में प्रयुक्त पिकअप नंबर TO724HP-2695G को भी जब्त कर लिया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि हैप्पी उसके वाहन की खिड़की से क्यों लटका था। सोलन जिले में तेज रफ्तार पिकअप की खिड़की से लटक रहा युवक नीचे गिर गया। जिसके बाद उसी पिकअप का पिछला टायर कुचलता हुआ निकल गया। जिससे उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी पिकअप चालक को गिरफ्तार करते हुए उसके वाहन को भी जब्त कर लिया है। मृतक की पहचान हैप्पी निवासी पुरला गांव के रूप में हुई है। एसपी गौरव सिंह के मुताबिक 11 अगस्त को परवाणू के एक उद्योग के सुरक्षाकर्मी अमर सिंह ने पुलिस थाना परवाणू में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि सायं साढ़े पांच बजे वह अपनी ड्यूटी पर मौजूद था। उसी समय एक सफेद रंग की पिकअप सेब मण्डी की तरफ से बहुत तेज रफ्तार में आई व मुख्य मार्ग सेक्टर-6 की तरफ चली गई । सुरक्षाकर्मी ने पहुंचाया अस्पताल इसी दौरान उसने देखा कि पिकअप की खिड़की से एक व्यक्ति लटका हुआ था। जो देखते ही देखते सड़क पर गिर गया व पिकअप के पिछले टायर के नीचे आ गया। उसका कहना था कि इसके बावजूद पिकअप चालक रुका नहीं उसने वाहन को उसी रफ्तार में चलाना जारी रखा और कुछ ही देरी में आखों से ओझल हो गया। इसके बाद उसने घायल व्यक्ति को लोगों की सहायता से ESI अस्पताल परवाणु पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। CCTV फुटेज की मदद से आरोपी तक पहुंची पुलिस जांच के के दौरान पुलिस थाना परवाणू की टीम ने 14 अगस्त को CCTV फुटेज के आधार पर इस वारदात में संलिप्त आरोपी कांगड़़ा जिले के ज्वाली तहसील के डेहरी गांव निवासी राकेश कुमार(29) को शिमला के फागू से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अपराध में प्रयुक्त पिकअप नंबर TO724HP-2695G को भी जब्त कर लिया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि हैप्पी उसके वाहन की खिड़की से क्यों लटका था। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में आर्थिक संकट के बीच सैलरी-पेंशन पर संकट:कल दिनभर इंतजार करते रहे कर्मचारी-पेंशनर; पहली बार 1 तारीख को नहीं मिली
हिमाचल में आर्थिक संकट के बीच सैलरी-पेंशन पर संकट:कल दिनभर इंतजार करते रहे कर्मचारी-पेंशनर; पहली बार 1 तारीख को नहीं मिली हिमाचल प्रदेश में आर्थिक संकट के बीच कर्मचारी-पेंशनर की सैलरी व पेंशन पर संकट आ गया है। प्रदेश में पहली बार ऐसा हुआ है जब कर्मचारियों व पेंशनरों को 1 तारीख को सैलरी-पेंशन नहीं मिली। इससे राज्य के 2 लाख से ज्यादा कर्मचारियों और लगभग 1.50 लाख पेंशनरों की चिंताएं बढ़ गई है। कर्मचारी-पेंशनर बीते कल को दिनभर सैलरी-पेंशन के मैसेज का इंतजार करते रहे। मगर देर रात तक मैसेज नहीं आया। हालांकि बीते कल रविवार था। मगर पहले भी रविवार को कर्मचारी-पेंशनर को सैलरी-पेंशन मिलती रही है। एक तारीख को यदि रविवार आ रहा हो तो उस सूरत में सरकार शनिवार को ही ट्रैज़री में सैलरी-पेंशन डाल देती थी और रविवार को सैलरी-पेंशन क्रेडिट हो जाती थी। मगर आर्थिक संकट के बीच इस बार ऐसा नहीं हुआ। अगस्त महीने की सैलरी-पेंशन के लिए कर्मचारी-पेंशनर इंतजार में है। यह गंभीर आर्थिक संकट का इशारा है। पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन शिमला शहरी इकाई के महासचिव सुभाष वर्मा ने बताया कि आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ, जब उन्हें एक तारीख को सैलरी और पेंशन न मिली हो। उन्होंने बताया कि पेंशनर कल दिनभर पेंशन का इंतजार करते रहे। उन्होंने सरकार से आज पेंशन का जल्द भुगतान करने की मांग की है। आर्थिक संकट के बीच सैलरी डैफर कर चुके CM-मंत्री-CPS आर्थिक संकट के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू, कैबिनेट मंत्री व मुख्य संसदीय सचिवों (CPS) ने 2 महीने का वेतन डैफर कर चुके हैं। यानी अगस्त और सितंबर की सैलरी अक्टूबर महीने में लेंगे। CM सुक्खू का दावा है कि इससे अर्थव्यवस्था को बूस्ट मिलेगा। सीएम आर्थिक संकट जैसी स्थिति से साफ इनकार कर चुके हैं। इससे डगमगा रही अर्थव्यवस्था हिमाचल की अर्थव्यवस्था बढ़ते कर्ज और रेवेन्यू डेफिसिएट ग्रांट (RDG) के निरंतर कम होने से डगमगा रही है। 14वें वित्त आयोग में हिमाचल को RDG में 40624 करोड़ रुपए मिले थे। 15वें वित्त आयोग में यह बढ़ने के बजाय कम होकर 37199 करोड़ रह गया। साल 2021-22 में RDG में हिमाचल को केंद्र से 10249 करोड़ मिले। जो कि अगले वित्त वर्ष 2025-26 में 3257 करोड़ की रह जाएगी। GTS प्रतिपूर्ति राशि और NPS मैचिंग ग्रांट भी बंद GST प्रतिपूर्ति राशि भी भारत सरकार ने जून 2022 में बंद कर दी है, जोकि देश में GST लागू होने के बाद से हर साल 3000 करोड़ रुपए से ज्यादा मिल रही थी। न्यू पेंशन स्कीम (NPS) के बदले हिमाचल को हर साल मिलने वाली मैचिंग ग्रांट भी केंद्र सरकार ने बंद कर दी है। राज्य सरकार हर साल मार्च में 1780 करोड़ रुपए NPA के तौर पर PFRDA के पास जमा कराता था, लेकिन बीते साल अप्रैल से हिमाचल में ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) बहाल कर दी गई है। इसलिए अप्रैल 2023 से NPA में स्टेट और कर्मचारियों का शेयर PFRDA के पास जमा नहीं होगा। इसे देखते हुए केंद्र ने इसकी मैचिंग ग्रांट भी रोक दी है। लोन लेने की सीमा 5% से 3.5% की पूर्व BJP सरकार के कार्यकाल में हिमाचल को सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 5% तक लोन लेने की छूट थी, जो अब घटाकर 3.5% कर दी गई है। केंद्र ने हिमाचल में सत्ता परिवर्तन के बाद ही कर्ज लेने की सीमा को घटा दिया था। यानी 2022 तक हिमाचल को लगभग 14,500 करोड़ रुपए सालाना का लोन लेने की छूट थी। मगर अब 9000 करोड़ रुपए सालाना लोन लेने की छूट है। 94 हजार करोड़ पहुंचा कर्च छोटे से पहाड़ी राज्य हिमाचल पर लगभग 94 हजार करोड़ रुपए का कर्ज हो गया है। 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की कर्मचारियों की देनदारी बकाया है। इससे प्रति व्यक्ति 1.17 लाख रुपए कर्ज चढ़ चुका है, जो कि देश में अरुणाचल प्रदेश के बाद दूसरा सबसे ज्यादा है। इसलिए आय का ज्यादातर हिस्सा पुराना कर्ज चुकाने, ब्याज देने, कर्मचारियों-पेंशनर की सैलरी पर पर खर्च हो रहा है। विकास कार्य के लिए बहुत कम पैसा बच पा रहा है। इससे आमदन्नी अठन्नी और खर्चा रुपया वाली स्थिति हो गई। इन सब वजह से हिमाचल की अर्थव्यवस्था डगमगा लगी है। चिंता इस बात की है कि कर्मचारियों-पेंशनर का लगभग 10 हजार करोड़ रुपए का एरियर सरकार के पास बकाया है। प्रदेश की पूर्व सरकार ने सभी कर्मचारियों-पेंशनर को जनवरी 2016 से नए वेतनमान के लाभ तो दे दिए। मगर इसका एरियर अभी भी बकाया पड़ा है। दिसंबर 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले 30 से 40 हजार रुपए की एरियर की एक किश्त जरूर दी गई है। मगर यह ऊंट के मुंह में जीरा समान है। कई कर्मचारियों व पेंशनर का तीन-चार लाख रुपए से भी ज्यादा का एरियर बकाया है। जिसका कर्मचारी-पेंशनर बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। सुक्खू सरकार ने 75 साल या इससे अधिक आयु के पेंशनर को जरूर एरियर देने की नोटिफिकेशन की है। ऐसे बढ़ रहा कर्ज राज्य सरकार द्वारा बजट सत्र के दौरान लाए गए व्हाइट पेपर के अनुसार, पूर्व वीरभद्र सरकार के कार्यकाल तक प्रदेश पर लगभग 47 हजार करोड़ का कर्ज था। जब प्रदेश की सत्ता से पूर्व बीजेपी सरकार बाहर हुई तो राज्य पर लगभग 76 हजार करोड़ का कर्ज चढ़ चुका था। 10 हजार करोड़ की कर्मचारियों की देनदानी बकाया था। अब यह कर्ज लगभग 94 हजार करोड़ हो गया है।
हिमाचल विधानसभा का आखरी दिन:सदन में उठेगी स्कूलों को बन्द करने में रियायत की मांग, बिजली संशोधन विधेयक को मिलेगी मंजूरी
हिमाचल विधानसभा का आखरी दिन:सदन में उठेगी स्कूलों को बन्द करने में रियायत की मांग, बिजली संशोधन विधेयक को मिलेगी मंजूरी हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र की आज 11वीं और आखरी बैठक है। सत्र की 11वीं बैठक की शुरुआत 11 बजे प्रश्नकाल के साथ शुरू होगी। प्रश्न काल के दौरान विधानसभा में भर्तियां, मल्टी पर्पज वर्कर, मल्टी टास्क वर्कर, नए संस्थान, डिनोटिफाइड, IGMC में फ्री टेस्ट, धनराशि आवंटन, वेतन विसंगति सहित सरकारी आवास और भवन से जुड़े 26 तारांकित व कई अतारांकित प्रश्न सदन में उठेंगे। सदन में नियम 62 के तहत आएंगे दो ध्यानाकर्षण प्रस्ताव सदन में प्रश्नकाल के बाद कागजात सभापटल पर रखें जाएंगे और उसके बाद नियम 62 के तहत भाजपा विधायक बिक्रम सिंह ” को-ऑपरेटिव ट्रेनिंग सेंटर गरली ऊना के हस्तांतरण किए जाने के बारे में और कांग्रेस विधायक अरुराधा राणा लाहौल स्पीति की विकट परिस्थितियों के मध्य नजर विद्यालयों के विलय करण में रियायत देने के बारे में सदन में का ध्यान आकर्षित करेंगे। विधानसभा में पारित होगा हिमाचल प्रदेश विद्युत (शुल्क) संशोधन-2024 सीएम सुक्खू द्वारा पेश हिमाचल प्रदेश विद्युत (शुल्क) संशोधन-2024 के बारे में सदन से प्रस्ताव करेंगे कि हिमाचल प्रदेश विद्युत (शुल्क) अधिनियम 2009 (2009 का अधिनियम सख्यांक-13) का और संशोधन करने के लिए विधेयक पर विचार किया जाए। इस दौरान मुख्यमंत्री सदन से प्रस्ताव करेंगे कि विधेयक को पारित किया जाए। कांग्रेस के पास सदन में बहुमत है। ऐसे में आज हिमाचल प्रदेश में बिजली पर मिल्क सेस के रूप में 10 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाने को सदन से मंजूरी मिलना तय है। सदन से मंजूरी मिलने के संशोधन विधेयक राज्यपाल की मंजूरी के लिए जाएगा । नियम 324 के अंतर्गत दो विशेष उल्लेख प्रस्ताव वहीं सदन के आखरी दिन बल्ह विधानसभा क्षेत्र से विधायक इंद्र सिंह नियम 324 के तहत 2 विशेष उल्लेख प्रस्ताव प्रस्तुत करेंगे। जिसमें तारादेवी और घणाटी उप मंडलों को सुन्नी जल शक्ति मंडल में सम्मिलित करने और शिमला एयरपोर्ट जुब्बरहट्टी यूको बैंक से नालागढ़ राज्य मार्ग के अवरुद्ध होने के बारे में सदन में उल्लेख करेंगे। वित्तीय स्थिति पर होगी चर्चा वहीं कांग्रेस के 3 विधायक द्वारा सोमवार को प्रदेश की वित्तीय स्थिति पर मांगी गई चर्चा आज भी जारी रहेगी। इस चर्चा में पक्ष और विपक्ष के कुल 18 सदस्यों को अनुमति दी गई है। सोमवार को कई सदस्यों जैसे भवानी पठानिया, चंद्र शेखर, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और आशीष शर्मा सहित कई सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया। दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे जमकर हमला बोला। आज भी सदन में वित्तीय स्थिति को लेकर पक्ष विपक्ष एक दूसरे पर हमला करते हुए नजर आएंगे। वहीं सभी सदस्यों के सवालों व सुझावों का अंत मे नेता सदन यानी मुख्यमंत्री जवाब देंगे। इस दौरान विधानसभा में हंगामा होने के कयास लगाए जा रहे है।
हिमाचल कांग्रेस संगठन से निकाले जाएंगे निष्क्रिय पदाधिकारी:प्रतिभा बोली- तेरा-मेरा आधार से पदाधिकारियों का चयन नहीं, 2022 में बनाई जंबो कार्यकारिणी
हिमाचल कांग्रेस संगठन से निकाले जाएंगे निष्क्रिय पदाधिकारी:प्रतिभा बोली- तेरा-मेरा आधार से पदाधिकारियों का चयन नहीं, 2022 में बनाई जंबो कार्यकारिणी हिमाचल प्रदेश कांग्रेस संगठन में जल्द मेजर सर्जरी होगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) ने इसकी तैयारी कर दी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने निष्क्रिय पदाधिकारियों को बाहर करने की पार्टी हाईकमान से मंजूरी मांगी है। अब कांग्रेस हाईकमान की हरी झंडी का इंतजार है। PCC ने निष्क्रिय पदाधिकारियों की लिस्ट तैयार कर हाईकमान को सौंप दी है। इसकी पुष्टि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने की। आलाकमान की मंजूरी मिलते ही निष्क्रिय पदाधिकारी पदमुक्त किए जाएंगे। काम करने वाले सक्रिय वर्करों को पार्टी में विभिन्न पदों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। साल 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले 26 अप्रैल 2022 को कांग्रेस ने ‘वीरभद्र कार्ड’ खेला। तब कांग्रेस ने कुलदीप राठौर की जगह स्व. वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया। प्रतिभा सिंह के साथ वीरभद्र सिंह के 4 करीबियों राजेंद्र राणा, पवन काजल, हर्ष महाजन और विनय कुमार को वर्किंग प्रेसिडेंट बनाया। लेकिन चार में तीन करीबी एक-एक करके कांग्रेस का साथ छोड़कर चले गए। अब विनय कुमार को छोड़कर तीनों पूर्व वर्किंग प्रेसिडेंट भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम चुके हैं। प्रतिभा की तैनाती के बाद बना दी थी जंबो कार्यकारिणी प्रतिभा सिंह की ताजपोशी के दौरान कांग्रेस हाईकमान ने 44 पदाधिकारी PCC में शामिल किए। इसके एक महीने के भीतर यानी 25 मई 2022 को कांग्रेस हाईकमान ने हिमाचल कांग्रेस में गुटबाजी खत्म करने के लिए 64 नए पदाधिकारियों को संगठन में तैनाती दी। इनमें 3 वरिष्ठ उपाध्यक्ष, 6 उपाध्यक्ष, 13 महासचिव, 41 सचिव, 2 वरिष्ठ प्रवक्ता और 1 प्रवक्ता की नियुक्ति करके जंबो कार्यकारिणी बनाई गई। कार्यकारिणी सदस्य को मिलाकर PCC में 250 से ज्यादा नेता हो गए। मगर ज्यादातर नेता विधानसभा और लोकसभा चुनाव में निष्क्रिय नजर आए। इसे देखते हुए PCC ने संगठन की मजबूती के लिए सक्रिय नेताओं को पार्टी में शामिल करने का निर्णय लिया है। इसके लिए हाईकमान की मंजूरी जरूरी है। हैरानी इस बात की है कि उत्तर प्रदेश जैसी बड़े राज्य में कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी में 41 पदाधिकारी है और हिमाचल में 250 से ज्यादा हो गए है। हाईकमान से चर्चा कर चुकी प्रतिभा सिंह प्रतिभा सिंह संगठन में फेरबदल को लेकर बीते दिनों दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात कर चुकी है। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी खत्म करने के लिए सीएम सुक्खू गुट और होलीलॉज खेमे के बराबर बराबर पदाधिकारियों को शामिल करने पर सहमति बनाने का प्रयास किया जा रहा है। होलीलॉज खेमे के 2 वर्किंग प्रेसिडेंट की भी हो सकती है ताजपोशी पार्टी के सूत्रों का कहना है कि होलीलॉज खेमे के दो नेताओं कांग्रेस वर्किंग प्रेसिडेंट बना सकती है, क्योंकि लोकसभा चुनाव से पहले CM सुक्खू के करीबी संजय अवस्थी और चंद्रशेखर को 27 मार्च 2024 को ही वर्किंग प्रेसिडेंट बनाया जा चुका है। लिहाजा दो और वर्किंग प्रेसिडेंट बनाए जाने की भी चर्चा है। युवा कांग्रेस नेताओं को मिलेगी पार्टी में जगह PCC में युवा कांग्रेस के सक्रिय नेताओं को जगह दी जाएगी। हिमाचल में युवा कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव चले हुए है। नवंबर के पहले सप्ताह में युवा कांग्रेस की नई कार्यकारिणी का गठन हो जाएगा। लिहाजा युवा कांग्रेस के पुराने पदाधिकारी PCC में शामिल किए जाएंगे प्रतिभा ने लोस चुनाव में हार के बाद दे दिए थे संकेत प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस की 4-0 से करारी हार के बाद ही संगठन में फेरबदल के संकेत दे दिए थे। हालांकि विधानसभा की 9 सीटों पर कांग्रेस उप चुनाव में जीत गई थी। इसके बाद PCC ने निष्क्रिय नेताओं की लिस्ट तैयार की। बीते दिनों उन्होंने निष्क्रिय पदाधिकारियों की लिस्ट तैयार कर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला, महासचिव केसी वेणुगोपाल और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंप दी है।