काशी नरेश यानि राजा विभूति नारायण के बेटे और बेटियों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। महल के अलग-अलग हिस्सों में कब्जेदारी जमाए राजकुमारियों ने अधिकार के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है तो किले में हर दिन अनबन है। शनिवार रात काशीराज परिवार में बिजली को लेकर रार हो गया। राजकुमारी विष्णुप्रिया और कृष्णप्रिया के आवासीय हिस्से की बिजली फाल्ट के कारण चली गई। उसे ठीक करने के लिए बहनों ने लाइनमैन भेजा। आरोप है कि कुंवर अनंत नारायण सिंह के कर्मचारियों ने काम से रोक दिया, सूचना पर रात में ही पुलिस पहुंची और मामला शांत कराया। शनिवार को दोनों बहनों ने रामनगर थाने में अलग-अलग तहरीर दी। किले के जिस हिस्से में विष्णुप्रिया और कृष्णप्रिया रहती हैं, उस हिस्से में शुक्रवार रात 11 बजे बिजली चली गई। दोनों बहनों ने बताया कि काफी देर बाद बिजली नहीं आई तो लाइन मैन को बुलवाया। जब लाइनमैन किला गेट के पास आया तो उसे अनंत नारायण सिंह के कर्मचारियों ने उसे अकुशल बताते हुए काम से रोक दिया। इसके बाद बहनों ने डायल 112 पर शिकायत की। सूचना पर रामनगर पुलिस पहुंची। हस्तक्षेप कर फाल्ट दूर कराया और भोर में तीन बजे आपूर्ति चालू हुई। इसके बाद राजकुमारी विष्णुप्रिया और कृष्णप्रिया ने रामनगर थाने में अलग-अलग तहरीर दी। आरोप लगाया कि कुंवर अनंत नारायण सिंह के कहने पर साजिशन उनके आवास की बिजली कटवा दी जाती है ताकि उनके जीवन पर संकट पैदा करने का अवसर मिल सके। स्वास्थ्य खराब करने की परिस्थितियां पैदा की जा सकें। उधर किले के सुरक्षा अधिकारी राजेश शर्मा ने आरोपों को निराधार बताया। बहनों और कुंवर में चल रही मुकदमेबाजी कुंवर अनंत नारायण सिंह ने बताया कि बहनें रामनगर किले में ही रह रही हैं। पिता डॉ. विभूति नारायण सिंह ने तीनों बहनों की शादी के साथ ही उन्हें अचल संपत्तियां दी थीं। काशी नरेश की मृत्यु के बाद बहनों ने 2005 से संपत्ति विवाद को लेकर मुकदमेबाजी शुरू की। पूर्व काशी नरेश डॉ. विभूति नारायण सिंह के तीन बेटियां विष्णु प्रिया, हरि प्रिया, कृष्ण प्रिया और एक बेटे अनंत के बीच पिछले कई सालों से किले के अंदर और बाहर की संपत्ति को लेकर विवाद है। यह सभी अभी किला परिसर में ही रहते हैं। बहनें अपने भाई और उनके कर्मचारियों पर तानाशाही का आरोप लगाती रही हैं। पिछले वर्ष बहनों पर कुंवर अनंत नारायण ने दर्ज कराया था केस 25 जून 2023 में कुंवर अनंत नारायण सिंह ने अपनी बहनों पर ताला तोड़कर चोरी करने का आरोप लगाया था। इसमें राजकुमारी विष्णु प्रिया, कृष्ण प्रिया और उनके दोनों बेटे वरद नारायण सिंह, वल्लभ नारायण सिंह को नामजद किया गया था। पूरे मामले में कृष्ण प्रिया ने पुलिस से कहा कि किले के कुछ कर्मचारी हम भाई-बहनों में झगड़ा कराने की साजिश का आरोप लगाया था। रामनगर किले के सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार शर्मा ने शिकायत में लिखा था- 25 जून को सुबह 9 से 10 बजे के बीच किले की सुरक्षा व्यवस्था देख रहा था। तभी कर्मचारी कौशलेंद्र शर्मा ने बताया कि ड्योढ़ी कोट की तरफ कुंवर अनंत नारायण सिंह के एक कमरे का ताला तोड़कर जरूरी सामान चोरी कर लिया गया था। कमरे से महत्वपूर्ण कागजात, फर्नीचर व बेड समेत कीमती सामान चोरी हो गया है। मैं मौके पर पहुंचा, तो वहां ताला टूटा था। विष्णु प्रिया और कृष्ण प्रिया के निर्देश पर वरद नारायण सिंह, वल्लभ नारायण सिंह और उनके एक कर्मचारी ने ये सामान चोरी किया है। थाने में चोरी, तोड़फोड़ करने और साजिश रचने में धारा 380, 454 व 120बी के तहत केस दर्ज किया गया था। कार्ड में राजकीय चिह्न छपवाने पर गहराया विवाद 2018 में कुंवर अनंत नारायण सिंह की ओर से काशी स्टेट के राजकीय चिह्न (मुहर) के दुरुपयोग को लेकर बहन हरि प्रिया के खिलाफ रामनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। हरि प्रिया ने अपने बेटे की शादी के कार्ड में काशी स्टेट का राजकीय चिह्न छपवाया था। इसको लेकर कुंवर अनंत नारायण ने तब कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें बताया था कि काशी स्टेट के राजकीय चिह्न का गद्दीनशीन ही इस्तेमाल कर सकता है। राजकीय चिह्न को ट्रेडमार्क के तौर पर उत्तराधिकारी होने के नाते रजिस्ट्रेशन करा रखा है। हमारी अनुमति के बगैर इसका उपयोग कोई नहीं कर सकता। तब उनकी कार्रवाई के बाद दूसरी बहन कृष्ण प्रिया ने भाई पर गंभीर आरोप लगाए थे। उस दौरान कुंवर अनंत सिंह ने यह दावा भी किया था कि पिता विभूति नारायण सिंह ने 2000 में उनके नाम वसीयतनामा लिखा था। विवाद के बाद 2011 में उन्होंने बहनों से रिश्ते खत्म कर लिए थे। 2021 में जमीन की रजिस्ट्री पर भी हुआ था विवाद इसके अलावा 2021 में कोदोपुर में एक जमीन की रजिस्ट्री कर दिए जाने को लेकर भी विवाद हुआ था। तब काशीराज परिवार की बेटियों मौके पर काम रुकवाने के लिए गुहार लगाती रहीं। इसका वीडियो भी वायरल हुआ। उनकी तरफ से एक पंपलेट भी छपवाया गया था, जिसमें दुर्ग से जुड़ी किसी भी संपत्ति को न खरीदने की अपील की गई थी। काशी राज परिवार की बेटी विष्णु प्रिया की शादी के कुछ साल बाद 1971 में तलाक हो गया था। तब से वह किले में ही रह रही थी। वह कई बार आरोप लगा चुकी हैं कि पिता की मौत के बाद उनको किले से बाहर जाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। काशी नरेश यानि राजा विभूति नारायण के बेटे और बेटियों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। महल के अलग-अलग हिस्सों में कब्जेदारी जमाए राजकुमारियों ने अधिकार के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है तो किले में हर दिन अनबन है। शनिवार रात काशीराज परिवार में बिजली को लेकर रार हो गया। राजकुमारी विष्णुप्रिया और कृष्णप्रिया के आवासीय हिस्से की बिजली फाल्ट के कारण चली गई। उसे ठीक करने के लिए बहनों ने लाइनमैन भेजा। आरोप है कि कुंवर अनंत नारायण सिंह के कर्मचारियों ने काम से रोक दिया, सूचना पर रात में ही पुलिस पहुंची और मामला शांत कराया। शनिवार को दोनों बहनों ने रामनगर थाने में अलग-अलग तहरीर दी। किले के जिस हिस्से में विष्णुप्रिया और कृष्णप्रिया रहती हैं, उस हिस्से में शुक्रवार रात 11 बजे बिजली चली गई। दोनों बहनों ने बताया कि काफी देर बाद बिजली नहीं आई तो लाइन मैन को बुलवाया। जब लाइनमैन किला गेट के पास आया तो उसे अनंत नारायण सिंह के कर्मचारियों ने उसे अकुशल बताते हुए काम से रोक दिया। इसके बाद बहनों ने डायल 112 पर शिकायत की। सूचना पर रामनगर पुलिस पहुंची। हस्तक्षेप कर फाल्ट दूर कराया और भोर में तीन बजे आपूर्ति चालू हुई। इसके बाद राजकुमारी विष्णुप्रिया और कृष्णप्रिया ने रामनगर थाने में अलग-अलग तहरीर दी। आरोप लगाया कि कुंवर अनंत नारायण सिंह के कहने पर साजिशन उनके आवास की बिजली कटवा दी जाती है ताकि उनके जीवन पर संकट पैदा करने का अवसर मिल सके। स्वास्थ्य खराब करने की परिस्थितियां पैदा की जा सकें। उधर किले के सुरक्षा अधिकारी राजेश शर्मा ने आरोपों को निराधार बताया। बहनों और कुंवर में चल रही मुकदमेबाजी कुंवर अनंत नारायण सिंह ने बताया कि बहनें रामनगर किले में ही रह रही हैं। पिता डॉ. विभूति नारायण सिंह ने तीनों बहनों की शादी के साथ ही उन्हें अचल संपत्तियां दी थीं। काशी नरेश की मृत्यु के बाद बहनों ने 2005 से संपत्ति विवाद को लेकर मुकदमेबाजी शुरू की। पूर्व काशी नरेश डॉ. विभूति नारायण सिंह के तीन बेटियां विष्णु प्रिया, हरि प्रिया, कृष्ण प्रिया और एक बेटे अनंत के बीच पिछले कई सालों से किले के अंदर और बाहर की संपत्ति को लेकर विवाद है। यह सभी अभी किला परिसर में ही रहते हैं। बहनें अपने भाई और उनके कर्मचारियों पर तानाशाही का आरोप लगाती रही हैं। पिछले वर्ष बहनों पर कुंवर अनंत नारायण ने दर्ज कराया था केस 25 जून 2023 में कुंवर अनंत नारायण सिंह ने अपनी बहनों पर ताला तोड़कर चोरी करने का आरोप लगाया था। इसमें राजकुमारी विष्णु प्रिया, कृष्ण प्रिया और उनके दोनों बेटे वरद नारायण सिंह, वल्लभ नारायण सिंह को नामजद किया गया था। पूरे मामले में कृष्ण प्रिया ने पुलिस से कहा कि किले के कुछ कर्मचारी हम भाई-बहनों में झगड़ा कराने की साजिश का आरोप लगाया था। रामनगर किले के सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार शर्मा ने शिकायत में लिखा था- 25 जून को सुबह 9 से 10 बजे के बीच किले की सुरक्षा व्यवस्था देख रहा था। तभी कर्मचारी कौशलेंद्र शर्मा ने बताया कि ड्योढ़ी कोट की तरफ कुंवर अनंत नारायण सिंह के एक कमरे का ताला तोड़कर जरूरी सामान चोरी कर लिया गया था। कमरे से महत्वपूर्ण कागजात, फर्नीचर व बेड समेत कीमती सामान चोरी हो गया है। मैं मौके पर पहुंचा, तो वहां ताला टूटा था। विष्णु प्रिया और कृष्ण प्रिया के निर्देश पर वरद नारायण सिंह, वल्लभ नारायण सिंह और उनके एक कर्मचारी ने ये सामान चोरी किया है। थाने में चोरी, तोड़फोड़ करने और साजिश रचने में धारा 380, 454 व 120बी के तहत केस दर्ज किया गया था। कार्ड में राजकीय चिह्न छपवाने पर गहराया विवाद 2018 में कुंवर अनंत नारायण सिंह की ओर से काशी स्टेट के राजकीय चिह्न (मुहर) के दुरुपयोग को लेकर बहन हरि प्रिया के खिलाफ रामनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। हरि प्रिया ने अपने बेटे की शादी के कार्ड में काशी स्टेट का राजकीय चिह्न छपवाया था। इसको लेकर कुंवर अनंत नारायण ने तब कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें बताया था कि काशी स्टेट के राजकीय चिह्न का गद्दीनशीन ही इस्तेमाल कर सकता है। राजकीय चिह्न को ट्रेडमार्क के तौर पर उत्तराधिकारी होने के नाते रजिस्ट्रेशन करा रखा है। हमारी अनुमति के बगैर इसका उपयोग कोई नहीं कर सकता। तब उनकी कार्रवाई के बाद दूसरी बहन कृष्ण प्रिया ने भाई पर गंभीर आरोप लगाए थे। उस दौरान कुंवर अनंत सिंह ने यह दावा भी किया था कि पिता विभूति नारायण सिंह ने 2000 में उनके नाम वसीयतनामा लिखा था। विवाद के बाद 2011 में उन्होंने बहनों से रिश्ते खत्म कर लिए थे। 2021 में जमीन की रजिस्ट्री पर भी हुआ था विवाद इसके अलावा 2021 में कोदोपुर में एक जमीन की रजिस्ट्री कर दिए जाने को लेकर भी विवाद हुआ था। तब काशीराज परिवार की बेटियों मौके पर काम रुकवाने के लिए गुहार लगाती रहीं। इसका वीडियो भी वायरल हुआ। उनकी तरफ से एक पंपलेट भी छपवाया गया था, जिसमें दुर्ग से जुड़ी किसी भी संपत्ति को न खरीदने की अपील की गई थी। काशी राज परिवार की बेटी विष्णु प्रिया की शादी के कुछ साल बाद 1971 में तलाक हो गया था। तब से वह किले में ही रह रही थी। वह कई बार आरोप लगा चुकी हैं कि पिता की मौत के बाद उनको किले से बाहर जाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हिंदू संगठनों का 14 सितंबर को ‘हिमाचल बंद’ का आह्वान, पुलिस कार्रवाई के खिलाफ दुकानें बंद रखने की अपील
हिंदू संगठनों का 14 सितंबर को ‘हिमाचल बंद’ का आह्वान, पुलिस कार्रवाई के खिलाफ दुकानें बंद रखने की अपील <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal News Today:</strong> पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में अब एक बार फिर शांति बहाल होती हुई नजर आ रही है. इस बीच हिंदू संगठनों ने ‘हिमाचल बंद’ का आह्वान किया है. हिंदू संगठन के नेता कमल गौतम ने सभी व्यापारियों से अनुरोध किया है कि वह दोपहर 1:30 बजे तक अपनी दुकान बंद रखें. </p>
<p style=”text-align: justify;”>हिंदू संगठनों का यह विरोध शिमला के संजौली में पुलिस के जरिये प्रदर्शनकारियों पर किए गए लाठी चार्ज और वॉटर कैनन के इस्तेमाल के खिलाफ होगा. हिंदू सगंठनों के जरिये राज्य में अलग- अलग स्थानों पर प्रदर्शन की भी चेतावनी दी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>14 सितंबर को हिमाचल बंद का आह्वान</strong><br />हिंदू जागरण मंच के पूर्व प्रांत मंत्री और संजौली में आंदोलन के प्रमुख चेहरा रहे कमल गौतम ने कहा कि “पुलिस ने संजौली में प्रदर्शनकारियों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया. उन पर लाठियां भांजी गई. इसी के विरोध में अब 14 सितंबर को बंद का आह्वान किया गया है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>कमल गौतम ने सभी व्यापारियों से अनुरोध किया है कि “वह सुबह 10 से लेकर दोपहर 1:30 तक अपनी दुकान बंद रखें और विरोध दर्ज करवाएं.” उन्होंने कहा, “सभी व्यापारियों को यह बताने की जरूरत है कि अगर हिंदू के साथ किसी भी तरीके का विद्वेष वाला व्यवहार होगा, तो इसे सहन नहीं किया जाएगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>कमल गौतम ने चेतावनी देते हुए कहा, “प्रदेश में इसके विरोध में धरना प्रदर्शन भी किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रदेश भर के लोग राज्य सरकार के साथ-साथ पूरे देश को भी एक बड़ा संदेश देंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>11 सितंबर को क्या हुआ था?</strong><br />बता दें, 11 सितंबर को सुबह 11 बजे बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी संजौली में जुटे थे. हालात को देखते हुए जिला शिमला प्रशासन ने यहां धारा- 163 लागू कर दिया था. इसके तहत यहां पांच या पांच से ज्यादा लोगों के एकत्रित होने पर पूरी तरह पाबंदी लगाई गई थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बावजूद मौके पर प्रदर्शनकारी जुटे और ढली टनल से बैरिकेडिंग तोड़ते हुए तेजी से संजौली की ओर पहुंच गए. यहां पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लाठी चार्ज किया और वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. इसके विरोध में प्रदर्शनकारियों ने भी पुलिस कर्मचारियों के ऊपर पथराव किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>स्थिति काफी देर तक तनाव पूर्ण बनी रही. शाम होते- होते आंदोलन पर धरना प्रदर्शन खत्म हो सका. गुरुवार (12 सितंबर) को ही मस्जिद कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम शिमला आयुक्त भूपेंद्र अत्री से मिला और उस हिस्से को हटाने की अनुमति मांगी, जिसे कथित तौर पर अवैध बताया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”CM सुक्खू की अध्यक्षता में शिमला मस्जिद विवाद पर सर्वदलीय बैठक खत्म, जानिए BJP ने क्या दिए सुझाव?” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/himachal-all-party-meeting-on-shimla-mosque-row-under-cm-sukhvinder-singh-sukhu-ann-2782652″ target=”_blank” rel=”noopener”>CM सुक्खू की अध्यक्षता में शिमला मस्जिद विवाद पर सर्वदलीय बैठक खत्म, जानिए BJP ने क्या दिए सुझाव?</a></strong></p>
तरन तारन में 2 पक्षों चली गोलियां:जमीन को लेकर चल रहा विवाद, संघर्ष में 5 लोग हुए घायल, एक दूसरे पर लगाए आरोप
तरन तारन में 2 पक्षों चली गोलियां:जमीन को लेकर चल रहा विवाद, संघर्ष में 5 लोग हुए घायल, एक दूसरे पर लगाए आरोप तरन तारन जिले के धंगाना गांव में जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच में खूनी झड़प हो गई। मारपीट में 5 लोग घायल हो गए जिन्हें नजदीकी अस्पताल दाखिल करवाया गया है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और इस बाबत के दर्ज कर लिया गया है। इस झड़प में दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर गोलीबारी का आरोप लगाया है। हालांकि एक पक्ष ने घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर बनाकर वायरल कर दिया। जमीन को लेकर भिड़े 2 पक्ष इस बाबत एक पक्ष के घायल शाहबाज सिंह ने बताया कि उनका गांव में ही रहने वाले जोग सिंह हजारा सिंह के साथ जमीनी विवाद था। जिसको लेकर उक्त व्यक्तियों ने अपनी छत से उनके घर की तरफ फायरिंग करनी शुरू कर दी। घटना में वह और उनके रिश्तेदार घायल हो गए। जिसकी वीडियो उनके परिवार ने बनाई और पुलिस को भी सौंपी है। एक दूसरे पर लगाए हमले के आरोप वहीं दूसरे पक्ष से घायल सिमरजीत सिंह ने बताया कि उनका जमीनी विवाद को लेकर शाहबाज सिंह से झगड़ा चल रहा था और शाहबाज सिंह और उसके रिश्तेदारों ने उन पर हमला कर दिया। जिसमें उनकी मां और अन्य रिश्तेदार घायल हो गए। जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस को की है। पुलिस ने दी मामले की जानकारी घटना स्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें घटना बाबत सूचना मिली थी। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के घायल लोगों को नजदीकी सरकारी अस्पताल में दाखिल है और मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
लालू यादव ने नीतीश कुमार को दिया ऑफर तो चिराग पासवान ने की भविष्यवाणी, कही ये बड़ी बात
लालू यादव ने नीतीश कुमार को दिया ऑफर तो चिराग पासवान ने की भविष्यवाणी, कही ये बड़ी बात <p style=”text-align: justify;”>बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव ने सीएम नीतीश कुमार के लिए सियासी दरवाजे खोल दिए. इसके बाद बिहार में कई तरह की कयासों का बाजार गरमा गया. इस पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुंगेरी लाल के सपने देख रहा विपक्ष- चिराग</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पटना पहुंचने पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “जो लोग भी ये प्रयास कर रहे हैं और जो लोग भी ये मुंगेरी लाल के सपने देख रहे हैं कि एनडीए में किसी प्रकार की टूट हो या किसी तरीके से एनडीए गठबंधन का कोई दल टूटकर विपक्षी गठबंधन की तरफ जाए, ये नहीं होने वाला है.”</p>
<blockquote class=”twitter-tweet” data-media-max-width=”560″>
<p dir=”ltr” lang=”hi”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> पटना: केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, “… NDA किसी भी प्रकार से टूटे या फिर हमारा कोई घटक दल टूटकर विपक्षी गठबंधन की तरफ जाए, ये नहीं होने वाला है। एक बात तय है कि आगामी बिहार विधानसभा का चुनाव बिहार के पांचों घटक दल एक साथ लड़ेंगे। NDA की एक मजबूत सरकार बिहार… <a href=”https://t.co/tr9mGUtUgF”>pic.twitter.com/tr9mGUtUgF</a></p>
— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href=”https://twitter.com/AHindinews/status/1877302149174247806?ref_src=twsrc%5Etfw”>January 9, 2025</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’225 से ज्यादा सीटें जीतक बिहार में बनेगी एनडीए की सरकार'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>चिराग पासवान ने कहा, “एक बात तय है कि आगामी बिहार विधानसभा का चुनाव बिहार के पांचों घटक दल एक साथ पूरी मजबूती से न सिर्फ वो चुनाव लड़ेंगे बल्कि एनडीए की एक मजबूत सरकार बिहार विधानसभा चुनाव के बाद बनने जा रही है. 225 से ज्यादा सीटें जीतकर हम लोग बिहार में सरकार बनाने जा रहे हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज गलत- चिराग</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बीपीएससी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज के सवाल पर उन्होंने कहा, “मैं लाठीचार्ज का पक्षधर नहीं हूं. छात्रों की बातों को गंभीरता से सुना जाना चाहिए. उनकी हर मांग को किया पूरा किया जाना चाहिए. उन पर लाठी चलाना कहीं से भी उचित नहीं है. हमेशा बातचीत का दरवाजा खुला होना चाहिए, इस बात का मैं पक्षधर हूं”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लालू यादव के ऑफऱ पर क्या बोले सीएम नीतीश?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>जहां तक सीएम नीतीश कुमार का सवाल है, वो भी लालू यादव के बयान पर प्रतिक्रिया दे चुके हैं. उन्होंने एनडीए से अलग होने की किसी भी तरह की संभावना को खारिज कर दिया था. दिलचस्प है कि लालू यादव ने जहां एक तरफ सीएम नीतीश को साथ आने का ऑफर दिया, वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि ऐसा नहीं होगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”क्या खत्म हो गया है इंडिया गठबंधन? अब तेजस्वी यादव की पार्टी ने भी दे दिया बड़ा बयान” href=”https://www.abplive.com/states/bihar/tejashwi-yadav-party-rjd-spokesperson-shakti-yadav-reaction-on-india-alliance-2859681″ target=”_blank” rel=”noopener”>क्या खत्म हो गया है इंडिया गठबंधन? अब तेजस्वी यादव की पार्टी ने भी दे दिया बड़ा बयान</a></strong></p>