हिसार के अग्रोहा के लांधड़ी गांव में एक शख्स से विदेश भेजने के नाम पर ठगों ने 60 लाख रुपए ठग लिए। युवक की शिकायत पर करनाल के चार आरोपियों मधुबन निवासी महेंद्र, शिवकुमार निवासी झिमरहेडी संत सिंह भुक्कल निवासी रेहड़ कलां, विशाल कुमार निवासी नजदीक गन्दा नाला मुगल ने विदेश भेजने के नाम पर लाखों रूपए हड़पने पर थाना अग्रोहा में मामला दर्ज कराया गया है। अजित चौहान ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि काम न मिलने पर बेरोजगारी से परेशान होकर उसने करनाल के मधुबन निवासी महेंद्र जो कि रिश्ते में उसका चाचा लगता है और करनाल कोर्ट में बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस करता है। उससे काम के लिए संपर्क किया तो उसके चाचा महेंद्र ने उसकी पहचान करनाल के अधिवक्ता शिव कुमार कादियान, संत सिंह भुक्कल और विशाल कुमार से करवाई । अजित चौहान ने कहा कि चाचा ने मुझसे से कहा कि लोग ये विदेश में पढ़े लिखे बच्चों को नोकरी दिलवाते है। साथ ही वीजा सहित सारा प्रबंध वे खुद ही करते हैं। इसके अलावा देश पहुंचने के बाद ही सारी पेमेंट लेते हैं। जब मैंने विदेश जाने की इच्छा जताई तो आरोपियों ने 60 लाख रुपए मांगे। बेटे को विदेश भेजने के लिए पिता ने प्लाट बेचा
अजित के पिता ने एक प्लाट बेचकर 34 लाख रुपए अक्टूबर 2023 में चाचा महेंद्र सिंह चौहान और उसकी पत्नी रेशमा को दे दिए। इसके बाद 26 लाख बाकी आरोपियों के खाते में ट्रांसफर कर दिए। आरोपियों ने दिसम्बर 2023 में उसे अमेरिका की बजाय रूस भेज दिया गया, जब उसने आरोपियों से अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने उसे 7 मार्च को दुबई भेज दिया। 17 मार्च को अफ्रीका में भेज दिया और 18 मार्च को एंट्री ना होने की वजह से वापस दिल्ली आना पड़ा। हिसार के अग्रोहा के लांधड़ी गांव में एक शख्स से विदेश भेजने के नाम पर ठगों ने 60 लाख रुपए ठग लिए। युवक की शिकायत पर करनाल के चार आरोपियों मधुबन निवासी महेंद्र, शिवकुमार निवासी झिमरहेडी संत सिंह भुक्कल निवासी रेहड़ कलां, विशाल कुमार निवासी नजदीक गन्दा नाला मुगल ने विदेश भेजने के नाम पर लाखों रूपए हड़पने पर थाना अग्रोहा में मामला दर्ज कराया गया है। अजित चौहान ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि काम न मिलने पर बेरोजगारी से परेशान होकर उसने करनाल के मधुबन निवासी महेंद्र जो कि रिश्ते में उसका चाचा लगता है और करनाल कोर्ट में बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस करता है। उससे काम के लिए संपर्क किया तो उसके चाचा महेंद्र ने उसकी पहचान करनाल के अधिवक्ता शिव कुमार कादियान, संत सिंह भुक्कल और विशाल कुमार से करवाई । अजित चौहान ने कहा कि चाचा ने मुझसे से कहा कि लोग ये विदेश में पढ़े लिखे बच्चों को नोकरी दिलवाते है। साथ ही वीजा सहित सारा प्रबंध वे खुद ही करते हैं। इसके अलावा देश पहुंचने के बाद ही सारी पेमेंट लेते हैं। जब मैंने विदेश जाने की इच्छा जताई तो आरोपियों ने 60 लाख रुपए मांगे। बेटे को विदेश भेजने के लिए पिता ने प्लाट बेचा
अजित के पिता ने एक प्लाट बेचकर 34 लाख रुपए अक्टूबर 2023 में चाचा महेंद्र सिंह चौहान और उसकी पत्नी रेशमा को दे दिए। इसके बाद 26 लाख बाकी आरोपियों के खाते में ट्रांसफर कर दिए। आरोपियों ने दिसम्बर 2023 में उसे अमेरिका की बजाय रूस भेज दिया गया, जब उसने आरोपियों से अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने उसे 7 मार्च को दुबई भेज दिया। 17 मार्च को अफ्रीका में भेज दिया और 18 मार्च को एंट्री ना होने की वजह से वापस दिल्ली आना पड़ा। हरियाणा | दैनिक भास्कर