नूंह जिले से गुजर रहे दिल्ली-मुंबई-एक्सप्रेसवे पर खड़े ट्रक (डीएलटी) से कैंटर टकरा गया। जिसमें ड्राइवर व सहायक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा कैंटर ड्राइवर को नींद की झपकी आने से हुआ है। दोनों मृतक हिमाचल के रहने वाले हैं, जिनके परिजन पिनगवां थाना में पहुंचे हैं। हादसा रविवार की सुबह करीब 7 बजे हुआ था, लेकिन मृतकों की पहचान नहीं होने से पुलिस ने दोनों के शवों को अस्पताल में रखवा दिया था। जानकारी के मुताबिक हादसे के बाद लोगों ने दोनों मृतकों की जेब से पैसों के साथ-साथ उनके कागज भी निकाल लिए, जिससे पुलिस को दोनों की शिनाख्त करने में दिक्कत आई। हिमाचल नंबर का आईसर कैंटर गाड़ी में केले लोड कर दिल्ली की ओर आ रहा था। जब कैंटर पिनगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत उमरी पुल से उजीना की ओर चला तो सड़क किनारे खड़े बड़े ट्रक (डीएलटी) से टकरा गया। कैंटर का केबिन क्षतिग्रस्त हादसे के दौरान कैंटर की स्पीड़ का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि इसका कैबिन पूरी तरह से चकनाचूर हो गया और इसमें सवार ड्राइवर व सहायक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद राहगीरों ने घटना की सूचना कंट्रोल रूम को दी। पुलिस ने किसी तरह से दोनों मृतकों के शवों को केबिन ने बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। जिन्हें अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया। पुलिस ने डीएलटी को किया जब्त दोनों के परिजन आज थाने पहुंच चुके है, लेकिन अभी यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि ये सामान कहां से ला रहे थे। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि ड्राइवर को झपकी आने और कैंटर की स्पीड़ अधिक होने के कारण हादसा हुआ है। पुलिस ने डीएलटी को अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने दोनों के शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंपा पिनगवां थाना प्रभारी सुभाष चंद ने बताया कि सूचना के बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू की तो मृतकों की जेब से पैसों के साथ-साथ उनके कागजात आदि भी गायब मिले। इसके चलते मृतकों की शिनाख्त भी नहीं हो पाई। जिसके बाद ट्रांसपोर्टर के माध्यम से परिजनों को सूचना पहुंचाई गई है। सोमवार की सुबह दोनों के परिजन पिनगवां थाना में पहुंचे। इस मामले में जगतार सिंह निवासी बिलंना थाना हरौली जिला उना हिमाचल प्रदेश की शिकायत के आधार पर ट्रक ड्राइवर मुस्ताक निवासी डीग राजस्थान के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मृतकों की पहचान ड्राइवर गुरदयाल और सहायक अंशुल जोशी निवासी उना हिमाचल प्रदेश के रूप में हुई है। दोनों के शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। नूंह जिले से गुजर रहे दिल्ली-मुंबई-एक्सप्रेसवे पर खड़े ट्रक (डीएलटी) से कैंटर टकरा गया। जिसमें ड्राइवर व सहायक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा कैंटर ड्राइवर को नींद की झपकी आने से हुआ है। दोनों मृतक हिमाचल के रहने वाले हैं, जिनके परिजन पिनगवां थाना में पहुंचे हैं। हादसा रविवार की सुबह करीब 7 बजे हुआ था, लेकिन मृतकों की पहचान नहीं होने से पुलिस ने दोनों के शवों को अस्पताल में रखवा दिया था। जानकारी के मुताबिक हादसे के बाद लोगों ने दोनों मृतकों की जेब से पैसों के साथ-साथ उनके कागज भी निकाल लिए, जिससे पुलिस को दोनों की शिनाख्त करने में दिक्कत आई। हिमाचल नंबर का आईसर कैंटर गाड़ी में केले लोड कर दिल्ली की ओर आ रहा था। जब कैंटर पिनगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत उमरी पुल से उजीना की ओर चला तो सड़क किनारे खड़े बड़े ट्रक (डीएलटी) से टकरा गया। कैंटर का केबिन क्षतिग्रस्त हादसे के दौरान कैंटर की स्पीड़ का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि इसका कैबिन पूरी तरह से चकनाचूर हो गया और इसमें सवार ड्राइवर व सहायक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद राहगीरों ने घटना की सूचना कंट्रोल रूम को दी। पुलिस ने किसी तरह से दोनों मृतकों के शवों को केबिन ने बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। जिन्हें अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया। पुलिस ने डीएलटी को किया जब्त दोनों के परिजन आज थाने पहुंच चुके है, लेकिन अभी यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि ये सामान कहां से ला रहे थे। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि ड्राइवर को झपकी आने और कैंटर की स्पीड़ अधिक होने के कारण हादसा हुआ है। पुलिस ने डीएलटी को अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने दोनों के शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंपा पिनगवां थाना प्रभारी सुभाष चंद ने बताया कि सूचना के बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू की तो मृतकों की जेब से पैसों के साथ-साथ उनके कागजात आदि भी गायब मिले। इसके चलते मृतकों की शिनाख्त भी नहीं हो पाई। जिसके बाद ट्रांसपोर्टर के माध्यम से परिजनों को सूचना पहुंचाई गई है। सोमवार की सुबह दोनों के परिजन पिनगवां थाना में पहुंचे। इस मामले में जगतार सिंह निवासी बिलंना थाना हरौली जिला उना हिमाचल प्रदेश की शिकायत के आधार पर ट्रक ड्राइवर मुस्ताक निवासी डीग राजस्थान के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मृतकों की पहचान ड्राइवर गुरदयाल और सहायक अंशुल जोशी निवासी उना हिमाचल प्रदेश के रूप में हुई है। दोनों के शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
