पंजाब के अमृतसर में श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट को शनिवार को बम से उड़ाने की धमकी मिली। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली। अमृतसर पुलिस की टीम ने फिरोजपुर से गुरदेव सिंह नाम के युवक को गिरफ्तार किया है, जबकि उसके बताए दो अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अमृतसर एयरपोर्ट को यह धमकी ईमेल के जरिए दी गई थी। ईमेल अमृतसर एयरपोर्ट अथॉरिटी को भेजा गया था। ईमेल में आरोपी ने एयरपोर्ट में कई जगहों पर कुल 6 बम लगाने का दावा किया था। आरोपियों ने कहा कि उन्हें 1 करोड़ रुपये दिए जाएं, नहीं तो वे एयरपोर्ट को बम से उड़ा देंगे। ईमेल में दी गई जानकारी को अमृतसर पुलिस के साथ शेयर किया गया। जिसके बाद अमृतसर पुलिस का साइबर डिपार्टमेंट सक्रिय हो गया। IP एड्रेस के जरिए पकड़ा गया आरोपी अमृतसर पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने ईमेल भेजने वाले की तलाश शुरू कर दी है। IP एड्रेस से आरोपी के बारे में जानकारी मिली। आरोपी की पहचान फिरोजपुर निवासी गुरदेव सिंह के रूप में हुई है। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को दो अन्य आरोपियों के बारे में बताया। पुलिस उनकी पहचान करने की कोशिश कर रही है। पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि गुरदेव को हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपी गुरदेव को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पंजाब के अमृतसर में श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट को शनिवार को बम से उड़ाने की धमकी मिली। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली। अमृतसर पुलिस की टीम ने फिरोजपुर से गुरदेव सिंह नाम के युवक को गिरफ्तार किया है, जबकि उसके बताए दो अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अमृतसर एयरपोर्ट को यह धमकी ईमेल के जरिए दी गई थी। ईमेल अमृतसर एयरपोर्ट अथॉरिटी को भेजा गया था। ईमेल में आरोपी ने एयरपोर्ट में कई जगहों पर कुल 6 बम लगाने का दावा किया था। आरोपियों ने कहा कि उन्हें 1 करोड़ रुपये दिए जाएं, नहीं तो वे एयरपोर्ट को बम से उड़ा देंगे। ईमेल में दी गई जानकारी को अमृतसर पुलिस के साथ शेयर किया गया। जिसके बाद अमृतसर पुलिस का साइबर डिपार्टमेंट सक्रिय हो गया। IP एड्रेस के जरिए पकड़ा गया आरोपी अमृतसर पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने ईमेल भेजने वाले की तलाश शुरू कर दी है। IP एड्रेस से आरोपी के बारे में जानकारी मिली। आरोपी की पहचान फिरोजपुर निवासी गुरदेव सिंह के रूप में हुई है। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को दो अन्य आरोपियों के बारे में बताया। पुलिस उनकी पहचान करने की कोशिश कर रही है। पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि गुरदेव को हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपी गुरदेव को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में इलेक्शन कमिश्नर से मिला कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल:जाली बैलेट पेपर छापने का आरोप, 3 हफ्ते तक पंचायत चुनाव स्थगित करने की मांग पंजाब कांग्रेस ने पंचायत चुनाव 3 हफ्ते के लिए स्थगित करने की मांग स्टेट इलेक्शन कमिश्नर से की है। आज (सोमवार) को कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्टेट इलेक्शन कमिश्नर से मुलाकात की है। कांग्रेस नेताओं का आरोप था कि चुनाव में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा हुआ है। जिससे लोगों के साथ धक्का हुआ है। मीडिया से बातचीत में प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि हम चुनाव कैंसिल करने की मांग नहीं कर रहे हैं। हम तीन हफ्ते तक सारी चुनाव प्रक्रिया को स्थगित करने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के नेताओं ने जाली बैलेट पेपर छाप लिए हैं। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया के हाईकोर्ट में चलने का तर्क भी दिया है। चुनाव की प्रक्रिया की वीडियो ग्राफी समेत कई चीजें उठाई गई है। वहीं, आम आदमी पार्टी के सांसद मालविंदर सिंह कंग ने कहा कि कांग्रेस चुनाव स्थगित करवाना चाहती है। कांग्रेस अपनी हार से डरी हुई है। धक्का आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के साथ हो रहा है। वहीं, राज्य सरकार पंचायती चुनाव निष्पक्ष तरीके से करवाने के लिए सरकार वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरपंच किसी पार्टी का नहीं गांव का होना चाहिए। पत्र की कॉपी कांग्रेस ने पत्र इन प्वाइंट्स को उठाया… नामांकन प्रक्रिया के आखिर दिन हुई कई घटनाएं कांग्रेस ने पत्र में लिखा है कि पंचायत चुनाव 15 अक्टूबर, 2024 को होने वाले हैं। नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया के दौरान विशेष रूप से अंतिम दिन जो अराजक और हिंसक घटनाएं सामने आई हैं। उन्होंने न केवल चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता को कमजोर किया है, बल्कि इन चुनावों की निष्पक्षता पर सवाल उठा दिया है। झड़पों, प्रशासनिक कुप्रबंधन और कई उम्मीदवारों को भाग लेने के उनके अधिकार से वंचित करने की व्यापक रिपोर्ट को देखते हुए, चुनाव आयोग से पंचायत चुनावों को कम से कम तीन सप्ताह के लिए स्थगित करने पर विचार करने का आग्रह करते हैं। उम्मीदवारों के नामांकन तक फाडे़ गए पंजाब भर में 13,241 ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव होने हैं। हालांकि, विभिन्न जिलों से हिंसा और बल प्रयोग की घटनाएं सामने आई हैं। खास तौर पर तरन तारन, मोगा, फिरोजपुर और फाजिल्का आदि जिलों में। स्थानीय ब्लॉक विकास और पंचायत कार्यालय के बाहर झड़प होने पर पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलानी पड़ीं। तरन तारन में भी ऐसी ही घटना हुई। जिसमें 5 लोग घायल हो गए। मोगा से मिली खबरों के अनुसार उम्मीदवारों से नामांकन पत्र फाड़े गए और छीन लिए गए। कई लोगों के नामांकन में डाली गई बाधा इसके अलावा पत्र में लिखा है कई उम्मीदवारों को अपने नामांकन पत्र दाखिल करने में प्रशासनिक बाधाओं का सामना करना पड़ा है। नकोदर नगर परिषद जैसे स्थानों पर कुप्रबंधन ने उम्मीदवारों को समय पर अपने पर्चे दाखिल करने से रोक दिया है। कई उम्मीदवारों ने अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्राप्त करने के दौरान परेशान किए जाने की सूचना दी। ये घटनाएं सत्तारूढ़ AAP द्वारा प्रणालीगत विफलताओं और अनुचित प्रभाव को दर्शाती हैं, जो कई क्षेत्रों में निर्विरोध जीत हासिल करने के लिए प्रक्रिया में हेरफेर करने का प्रयास कर रही है। पत्र में रखी 5 मांग 1. पंचायत चुनाव तीन सप्ताह के लिए स्थगित करें। इससे अनियमितताओं का समाधान हो सकेगा और उम्मीदवारों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए अधिक सुरक्षित और अनुकूल माहौल तैयार हो सकेगा। उच्च न्यायालय ने पहले ही कुछ खास गांवों में चुनाव स्थगित कर दिए हैं। राज्यव्यापी स्थगन से चुनाव में एकरूपता और निष्पक्षता सुनिश्चित होगी। 2. जो उम्मीदवार हिंसा, जबरदस्ती या प्रशासनिक चूक के कारण अपना नामांकन पत्र दाखिल करने में असमर्थ थे। उन्हें ऐसा करने का एक नया अवसर दिया जाना चाहिए। चुनावी प्रक्रिया में विश्वास बहाल करने के लिए यह महत्वपूर्ण है। आयोग ने स्वयं जांच के बाद पाया कि नामांकन अवैध रूप से वापस लेने के संबंध में प्रथम दृष्टया साक्ष्य मौजूद थे। विपक्षी उम्मीदवारों द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करने के कारण 24 ग्राम पंचायतों में कोई मुकाबला नहीं हो पाया। इस प्रकार, राज्य चुनाव आयोग ने दिनांक 11-10-2024 के आदेश के तहत गिद्दड़बाहा ब्लॉक में क्रमांक 1 से 24 तक इन ग्राम पंचायतों में मतदान रद्द कर दिया है । इन ग्राम पंचायतों के लिए बाद में नए सिरे से चुनाव कराने की नई तिथि तय की जाए। 3. जिला प्रशासन और पुलिस विभागों को उम्मीदवारों की सुरक्षा की गारंटी देनी चाहिए। खासकर विपक्षी दलों और हाशिए पर पड़े समुदायों के उम्मीदवारों पर ध्यान देना चाहिए। उनकी भागीदारी को दबाने के लिए हिंसा और धमकी की रणनीति के इस्तेमाल पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। 4. मई 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए तैयार की गई मतदाता सूची का उपयोग पंचायत चुनावों के लिए किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी पात्र मतदाता इसमें शामिल हों और किसी को भी अनुचित रूप से मताधिकार से वंचित न किया जाए। 5. आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी स्तरों पर चुनाव अधिकारी निष्पक्ष रूप से कार्य करें और चुनावों के सुचारु संचालन के लिए उचित प्रशासनिक सहायता प्रदान करें। प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए, और किसी भी विचलन को तुरंत संबोधित किया जाना चाहिए।
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पंजाब में राज्यपाल से बसपा नेता की मुलाकात:पंजाब में कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया, बोले- जेलें बनी उत्पीड़न का अड्डा पंजाब में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रतिनिधिमंडल ने आज राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पंजाब में अनुसूचित जाति के लोगों पर हो रहे अत्याचारों समेत कई मुद्दे उठाए। उन्होंने संगरूर के एक मामले का प्रमुखता से जिक्र किया। जिसमें एक गरीब व्यक्ति को खेतों में मार दिया गया, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी। बसपा प्रमुख जसबीर सिंह गढ़ी ने कहा कि पंजाब पुलिस की खराब कारगुजारी के कारण लोग परेशान हैं। ऐसे में लोगों को न्याय मिलना मुश्किल हो रहा है। बसपा नेताओं पर झूठे केस दर्ज किए बसपा नेता ने कहा कि पंजाब पुलिस के अधीन जेलें भी उत्पीड़न का अड्डा बन गई हैं। ऐसी विकट परिस्थितियों में आम आदमी पार्टी की सरकार पिछले 30 महीनों में पंजाब को एक स्थायी डीजीपी नहीं दे पाई जो कड़े फैसले ले सके। इसका उदाहरण यह है कि जालंधर में पुलिस ने 163 बसपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज की। जब एक साल पहले बसपा प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी पंजाब से बात की थी तो उन्होंने सहमति जताई थी कि वे इन झूठे पर्चों को वापस लेंगे, आज भी निचले अधिकारी इन झूठे मुकदमों को वापस नहीं ले सकते। आम लोगों के हक में उठाएंगे आवाज विधायक डॉ. नछत्तर पाल ने कहा कि हम पंजाब विधानसभा में गरीबों, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों आदि पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ हमेशा आवाज उठाते रहेंगे। इस अवसर पर विधायक ने पंजाब के लोगों से अपील की कि वे अपने क्षेत्र के विधायकों का घेराव करें और उनसे पूछें कि वे दलितों, पिछड़ों और गरीबों के हक में आवाज क्यों नहीं उठाते।
सोलर कनेक्शनों के लिए नेट मीटरिंग के लिए एक ही मीटर का खर्च देना होगा
सोलर कनेक्शनों के लिए नेट मीटरिंग के लिए एक ही मीटर का खर्च देना होगा भास्कर न्यूज | जालंधर लोकसभा चुनाव के दौरान उपभोक्ता सेवाओं को विस्तार देने व पुराने नियमों में बदलाव लाने वाले आदेश पत्र लंबित रखे गए थे। चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद अब नए आदेश लागू हो गए हैं। इनके जरिये उपभोक्ताओं की ताकत बढ़ी है। गर्मी के सीजन में जो लोग नए एसी, पानी की नई मोटरें लगाना चाहते हैं। व्यापारिक कनेक्शनों का भी लोड बढ़ाया जाता है। उनके लिए वालंटियरी डिस्कलोजर स्कीम का समय बढ़ाकर अब 23 जुलाई तक कर दिया गया है। कई दूसरे नियमों में भी बदलाव के लेटर जारी हो गए हैं। वीडीएस की डेडलाइन 7 जून थी, अब मिला अतिरिक्त समय पॉवरकाम ने नया आदेश (185-189 एसआई 08) जारी किया है। इसके तहत गैर रिहायशी, व्यापारिक और घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए बिजली लोड की अपनी इच्छा से घोषणा करने वाली वीडीएस स्कीम की डेडलाइन 7 जून को बढ़ाकर 23 जुलाई किया है। स्कीम 11 मार्च को लागू हुई थी। इसके अनुसार उपभोक्ताओं की फीसें आधी लगती हैं, ये नियम जारी रहेंगे। पावरकॉम ने इस स्कीम में बढ़ोतरी के लिए पंजाब के बिजली नियामक आयोग से मंजूरी प्राप्त कर ली है। अलग लेटर जारी करके खेती मोटरों के लोड की घोषणा करने की डेडलाइन भी 23 जुलाई कर दी गई है। धान के सीजन में इसे लेकर किसानों को लाभ होगा। पावर क्वालिटी मीटरों पर याचिका की सुनवाई 3 जुलाई को एक बार फिर से पावरकॉम ने पावर क्वालिटी मीटरों को लेकर उपभोक्ताओं से सुझाव मांगे हैं। अभी पूरे पंजाब में उद्योगों के अंदर बिजली रीडिंग लेने के लिए ऑनलाइन मीटर लगे हैं। लेकिन इनकी जगह पावरकॉम अब नई टेक्नोलॉजी स्थापित कर रहा है। इसके तहत नए पावर क्वालिटी मीटर लगाए जाएंगे। इसके लिए 2021 में पावरकॉम ने पंजाब के बिजली नियामक आयोग में 62 नंबर याचिका दायर की थी। नई टेक्नोलॉजी वाले मीटरों को अधिक स्टीक माना जाता है। इन मीटरों पर हवा में मौजूद तमाम उपकरणों की फ्रीक्वेंसी का असर नहीं होता। ये मीटर 3 लाख से अधिक की कीमत में आता है। पावरकॉम ने सैंपल कुछ जगह लगाए थे। बिजली नियामक आयोग ने आदेश दिए कि इन मीटरों की रीडिंग का डेटा सार्वजनिक करे। अब इस डेटा पर सुनवाई होगी। ये सुनवाई 3 जुलाई को सुबह 11:30 बजे, बिजली नियामक आयोग के चंडीगढ़ दफ्तर में होगी। इसे लेकर पावरकॉम ने उपभोक्ताओं को लिखित में एतराज-सुझाव देने के लिए कहा है। अब सोलर पैनल लगाने वालों का एक ही मीटर बदलने का विकल्प मिला पावरकाम ने नया आदेश (380-84, एसडबल्यूएस, एस-4, नेट मीटरिंग 19, वाल्यूम -1, 2.5.24) जारी किया है। इसमें अपनी इमारत की छत पर सोलर पैनल लगाने वालों को राहत दी है। जो लोग घर की छत पर सोलर पैनल लगाते हैं, वह अपनी अतिरिक्त बिजली पंजाब सरकार को बेचते हैं। इसे नेट मीटरिंग कहते हैं। ऐसे लोगों के परिसर में 2 मीटर लगते हैं। एक मीटर बिजली जेनरेशन नोट करता है। दूसरा मीटर उपभोक्ता की खपत को होता है। अब पावरकाम ने कहा है कि जो लोग इसके लिए आवेदन देते हैं, अगर उनके परिसर में पहले से ही स्मार्ट मीटर लगा है तो उनके दोनों नए मीटर नहीं लगेंगे बल्कि पावरकाम एक ही नया मीटर लगाएगा। फायदा ये है कि उपभोक्ताओं को पुराने लगे मीटर की जगह नया खर्च नहीं करना पड़ेगा।