मोहाली में स्थित राष्ट्रीय औषधीय शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (नाइपर) विदेशी प्रतिनिधियों को सिखाएगा कि कैसे दवाओं को गुणवत्ता को मेंटेन रखा जाए। भारत सरकार के खास प्रोग्राम के तहत मोहाली के नाइपर में फार्मास्युटिकल जीएमपी (गुड्स मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस, ऑडिट और स्व निरीक्षण) प्रोग्राम होने जा रहा है। दो सप्ताह तक चलने वाला यह कार्यक्रम इंडिया पैसेफिक आईसलैंड कोऑपरेशन के अंतर्गत होगा। इससे जुड़े देश ही दवाओं की क्वालिटी को मेंटेन करने की ट्रेनिंग ले सकेंगे। इसका आयोजन 19 अगस्त से 30 अगस्त तक होगा। कार्यक्रम में 16 देशों के 25 प्रतिभागी भाग लेंगे। इनमें इथियोपिया, मालदीव, तंजानिया, श्रीलंका, मॉरीशस, तुर्कमेनिस्तान, बेलारूस, जिम्बाब्वे, नेपाल, ताजिकिस्तान, नाइजर, सिएरा लियोन, आर्मेनिया, मलावी, बोत्सवाना और घाना के प्रतिभागी शामिल हैं। 24 वर्ष से चलाया जा रहा कार्यक्रक नाइपर के प्रोफेसर डॉ. अभय संगमवार ने बताया कि यह कार्यक्रम 24 वर्ष से उन देशों के लिए चलाया जा रहा है, जो दवाओं के उत्पादक हैं लेकिन क्वालिटी को मेंटेन करने के लिए उनको बेस्ट प्रैक्टिस की आवश्यकता होती है। नाइपर के निदेशक प्रो. दुलाल पांडा ने बताया कि नइपर 24 वर्षों से ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इसका उद्घाटन 19 अगस्त 2024 सुबह 11 बजे होगा। कार्यक्रम में फार्मास्युटिकल उद्योग, शिक्षा जगत और नियामक एजेंसियों के विशेषज्ञों के व्याख्यान होंगे। इसमें नाइपर में वे गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस और गुड लाइब्रेरी प्रैक्टिस की जानकारी लेंगे। मोहाली में स्थित राष्ट्रीय औषधीय शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (नाइपर) विदेशी प्रतिनिधियों को सिखाएगा कि कैसे दवाओं को गुणवत्ता को मेंटेन रखा जाए। भारत सरकार के खास प्रोग्राम के तहत मोहाली के नाइपर में फार्मास्युटिकल जीएमपी (गुड्स मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस, ऑडिट और स्व निरीक्षण) प्रोग्राम होने जा रहा है। दो सप्ताह तक चलने वाला यह कार्यक्रम इंडिया पैसेफिक आईसलैंड कोऑपरेशन के अंतर्गत होगा। इससे जुड़े देश ही दवाओं की क्वालिटी को मेंटेन करने की ट्रेनिंग ले सकेंगे। इसका आयोजन 19 अगस्त से 30 अगस्त तक होगा। कार्यक्रम में 16 देशों के 25 प्रतिभागी भाग लेंगे। इनमें इथियोपिया, मालदीव, तंजानिया, श्रीलंका, मॉरीशस, तुर्कमेनिस्तान, बेलारूस, जिम्बाब्वे, नेपाल, ताजिकिस्तान, नाइजर, सिएरा लियोन, आर्मेनिया, मलावी, बोत्सवाना और घाना के प्रतिभागी शामिल हैं। 24 वर्ष से चलाया जा रहा कार्यक्रक नाइपर के प्रोफेसर डॉ. अभय संगमवार ने बताया कि यह कार्यक्रम 24 वर्ष से उन देशों के लिए चलाया जा रहा है, जो दवाओं के उत्पादक हैं लेकिन क्वालिटी को मेंटेन करने के लिए उनको बेस्ट प्रैक्टिस की आवश्यकता होती है। नाइपर के निदेशक प्रो. दुलाल पांडा ने बताया कि नइपर 24 वर्षों से ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इसका उद्घाटन 19 अगस्त 2024 सुबह 11 बजे होगा। कार्यक्रम में फार्मास्युटिकल उद्योग, शिक्षा जगत और नियामक एजेंसियों के विशेषज्ञों के व्याख्यान होंगे। इसमें नाइपर में वे गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस और गुड लाइब्रेरी प्रैक्टिस की जानकारी लेंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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