हरियाणा के फरीदाबाद जिला में फूड एंड सेफ्टी विभाग की टीम ने तिगांव स्थित मिठाई की दुकान पर छापेमारी करते हुए घेवर की मिठाई के सैंपल लिए है। गौरतलब है कि गत दिवस इसी दुकान की घेवर खाने से आधा दर्जन बच्चे बीमार हो गए थे। परिजनों ने किया था दुकान पर हंगामा जिसके चलाते बच्चों के परिजनों ने दुकान पर भी हंगामा किया था। मामले को लेकर मिठाई की दुकानदार की शिकायत फूड एंड सेफ्टी विभाग में की गई थी। जिसके चलते आज फूड एंड सप्लाई की टीम ने दुकान पर जाकर कार्रवाई की है। आरोपी दुकानदार के प्रोडक्ट्स के सैंपल भरे गए हैं। सैंपल फेल आने पर दुकानदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा के फरीदाबाद जिला में फूड एंड सेफ्टी विभाग की टीम ने तिगांव स्थित मिठाई की दुकान पर छापेमारी करते हुए घेवर की मिठाई के सैंपल लिए है। गौरतलब है कि गत दिवस इसी दुकान की घेवर खाने से आधा दर्जन बच्चे बीमार हो गए थे। परिजनों ने किया था दुकान पर हंगामा जिसके चलाते बच्चों के परिजनों ने दुकान पर भी हंगामा किया था। मामले को लेकर मिठाई की दुकानदार की शिकायत फूड एंड सेफ्टी विभाग में की गई थी। जिसके चलते आज फूड एंड सप्लाई की टीम ने दुकान पर जाकर कार्रवाई की है। आरोपी दुकानदार के प्रोडक्ट्स के सैंपल भरे गए हैं। सैंपल फेल आने पर दुकानदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
सोनीपत में रोड एक्सीडेंट में युवक की मौत:पिपली टोल पॉइंट पर अज्ञात वाहन ने ठोका; 6 भाइयों में बीच का था
सोनीपत में रोड एक्सीडेंट में युवक की मौत:पिपली टोल पॉइंट पर अज्ञात वाहन ने ठोका; 6 भाइयों में बीच का था हरियाणा के सोनीपत के खरखौदा में बीती रात को अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार युवक की मौत हो गई। हादसा पिपली से दिल्ली रोड टोल पॉइंट पर हुआ। यहां अज्ञात वाहन बाइक सवार को टक्कर मार कर भाग गया। पुलिस ने मृतक के भाई की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है। पिपली गांव के रहने वाले मोनू ने बताया कि वे 6 भाई व एक बहन है। सभी भाइयों में अनिल कुमार (24) हमारा बीच वाला भाई था। वह अशोक निवासी फिरोजपुर के पास ड्राइवर की नौकरी करता था। वह रात को 10.30 बजे अपने घर पर था। इसी बीच उसे सूचना मिली कि उसके भाई अनिल का गांव पिपली से दिल्ली रोड टोल पॉइंट पर एक्सीडेंट हाे गया। वजह इसके बाद परिजनों के साथ मौके पर पहुंचा। वहां देखा कि भाई अनिल सडक पर पड़ा था। मोनू ने बताया कि उसके भाई की बाइक भी पास में पड़ी थी। मौके पर लोगों की भीड़ लगी थी। पूछने पर लोगों ने बताया कि अनिल अपनी मोटर साईकिल पर आ रहा था। इसी बीच सवा दस बजे पिपली टोल पॉइंट पर पहुंता तो पिपली की तरफ से आए एक अज्ञात वाहन ने उसकी मोटर साईकिल मे टक्कर मार दी। अनिल मोटरसाइकिल समेत सड़क पर जा गिरा। ड्राइवर अपने वाहन समेत भाग गया। वे अनिल को CHC खरखौदा लेकर पहुंचे, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। खरखौदा थाना के ASI वेदपाल ने बताया कि वे रात को थाना क्षेत्र में गश्त पर थे। इसी बीच पिपली टोल पॉइंट पर एक्सीडेंट हुआ है। इस बीच अस्पताल से भी रूक्का मिला कि हादसे में वपिपली के अनिल की मौत हो गई है। पुलिस ने उसके भाई के बयान पर ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। शव को शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद वारिसों को सौंप दिया गया।
करनाल में विवाहिता के साथ ससुराल में जुल्म:8 माह पहले हुई थी शादी, मायके से स्विफ्ट कार या 6 लाख लाने का बनाया दबाव
करनाल में विवाहिता के साथ ससुराल में जुल्म:8 माह पहले हुई थी शादी, मायके से स्विफ्ट कार या 6 लाख लाने का बनाया दबाव हरियाणा में करनाल के बड़ा गांव में एक विवाहिता ने अपनी ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया है। दहेज के लालचियों ने विवाहिता से स्विफ्ट कार या फिर 6 लाख रुपए लाने की मांग की और कम दहेज लाने पर ताने दिए गए। मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न किए की शिकायत विवाहिता ने अपने मायके वालों से भी की और कई बार पंचायतें भी हुई, लेकिन ससुराल वालों की प्रताड़ना नहीं रूकी। जिसके बाद पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अक्तूबर 2023 में हुई थी शादी पीड़िता आरती की शादी 24 अक्तूबर 2023 को बड़ा गांव के रजत के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही पति, ससुर, सास और मामा ने दहेज के लिए मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न शुरू कर दिया। विवाहिता ने आरोप लगाया कि उसे कम दहेज लाने के लिए ताने दिए जाते थे और प्रताड़ित किया जाता था। शिकायत के अनुसार, शादी के समय आरती के माता-पिता ने अपनी हैसियत से बढ़कर दहेज दिया था, जिसमें सोने-चांदी के गहने भी शामिल थे। इसके बावजूद ससुरालवालों की मांगें बढ़ती गईं और वे नई स्विफ्ट कार या 6 लाख रुपए नकद की मांग करने लगे। आरती ने बताया कि उसकी सास सुनीता उसे ताने देती थी और पति रजत उससे गाली-गलौच करता था। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि रजत ने नशे की हालत में उससे अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का दबाव डाला और उसकी मर्जी के खिलाफ ऐसा किया। जब आरती ने इसका विरोध किया तो उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया गया। पुलिस ने किया मामला दर्ज सदर थाना की जांच अधिकारी शशिबाला ने बताया कि पुलिस ने इस शिकायत पर दोनों पक्षों से पूछताछ की और पाया कि पति रजत के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और मारपीट के आरोप सही प्रतीत हो रहे हैं। हालांकि, रणधीर, सुनीता और जय भगवान के खिलाफ दहेज के लिए प्रताड़ित करने के आरोपों में कोई सच्चाई नहीं पाई गई है। पति के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
घरौंडा में कांग्रेस की वापसी पर संकट:भीतरघात का खतरा, मंच से गायब टिकट के प्रबल दावेदार, 3 दशक से नहीं बना पार्टी का विधायक
घरौंडा में कांग्रेस की वापसी पर संकट:भीतरघात का खतरा, मंच से गायब टिकट के प्रबल दावेदार, 3 दशक से नहीं बना पार्टी का विधायक हरियाणा में करनाल जिले की घरौंडा विधानसभा सीट पर 3 दशक से कांग्रेस पार्टी अपना विधायक नहीं बना पाई है। विधानसभा-2024 के चुनावी कैंपेन में भी घरौंडा के बड़े चेहरे कांग्रेस प्रत्याशी के मंच पर नजर नहीं आ रहे। टिकट के मजबूत दावेदारों में टिकट कटने की टीस अभी तक नजर आ रही है। सतीश रणा को छोड़कर कोई भी बड़ा कांग्रेस का नेता मंच पर नजर नहीं आ रहा है। टिकट के प्रबल दावेदार पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान और युवा नेता भूपिंद्र सिंह लाठर तो पहले ही घोषणा कर चुके है कि वे राठौर के साथ मंच सांझा नहीं करेंगे। सतपाल कश्यप भी इशारा कर चुके है कि वे कांग्रेस के साथ है। वीरेंद्र राठौर ने अनिल राणा, रघबीर संधू, सतीश राणा से मुलाकात की। नेताओं से गले मिलते हुए तस्वीरें भी सामने आई, लेकिन नेताओं के शायद दिल नहीं मिले। नतीजन, नरेंद्र सांगवान, भूप्पी लाठर, सतपाल कश्यप, वीरेंद्र लामरा, रघबीर संधू जैसे टिकट के प्रबल दावेदार मंच से गायब है। कांग्रेस का भीतर घात राठौर के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। कांग्रेस में बीजेपी की सेंधमारी घरौंडा सीट से 40 नेताओं ने टिकट के लिए अप्लाई किया था, लेकिन कांग्रेस ने 3 बार हारे हुए प्रत्याशी को टिकट दे दिया। सूत्रों की माने तो टिकट कटने से खफ़ा कांग्रेस नेताओं को बीजेपी अपने पक्ष में करने की जुगत में लगी है। गुप्त बैठकों का भी दौर जारी है। ऐसे में अगर बीजेपी नाराज कांग्रेसियों को अपने पक्ष में करने में कामयाब हो जाती है तो वीरेंद्र सिंह राठौर को मोटा नुकसान होगा। 1991 के बाद नहीं आई कांग्रेस 1991 के बाद कांग्रेस घरौंडा विधानसभा में कभी वापसी नहीं कर पाई। 32 साल के सूखे को खत्म करने के लिए कांग्रेस ने कोशिशें की, लेकिन नाकाम रही। 1967 से आज तक कांग्रेस सिर्फ 3 बार ही घरौंडा में अपना विधायक बना पाई है। 1967 में मूलचंद जैन, 1982 में वेदपाल और 1991 में कंवर रामपाल कांग्रेस की टिकट पर विधायक बने। 1972 में लाला रूलिया राम इंडियन नेशनल कांग्रेस (ओ) से विधायक बने थे, क्योंकि 12 नवंबर 1969 में कांग्रेस अलग हो गई थी। जिसके मुख्य लीडर के. कामराजा और मोराजी देसाई थे। जबकि इंडियन नेशनल कांग्रेस (आर) की मेन लीडर इंदिरा गांधी थी। 2005 से रहा है त्रिकोणीय मुकाबला घरौंडा विधानसभा चुनाव में 2005 से त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला है। 2019 में आमने-सामने की टक्कर देखी गई थी, और 2024 में भी आमने सामने की टक्कर ही नजर आ रही है। आप पार्टी, इनेलो और जेजेपी तीसरे नंबर की लड़ाई लड़ रही है। 2005 में इनेलो से रेखा राणा, आजाद उम्मीदवार जयपाल शर्मा और कांग्रेस से वीरेंद्र राठौर के बीच मुकाबला था, राठौर तीसरे नंबर पर रहे थे। 2009 में नरेंद्र सांगवान इनेलो, वीरेंद्र राठौर कांग्रेस और हरविंद्र कल्याण बीएसपी के बीच टक्कर थी। राठौर दूसरे नंबर पर रहे थे। 2014 में हरविंद्र कल्याण बीजेपी, नरेंद्र सांगवान इनेलो और वीरेंद्र राठौर कांग्रेस के बीच फाइट हुई, और राठौर फिर तीसरे नंबर पर आए। 2019 में बीजेपी को कांग्रेस के अनिल राणा ने टक्कर दी थी और हार गए थे। नरेंद्र सांगवान के प्रतिद्वंदी थे राठौर 2009 में नरेंद सांगवान इनेलो में थे और इन्होंने राठौर को 1660 वोट से हराया था। 2014 में भी सांगवान दूसरे स्थान पर रहे थे और राठौर तीसरे पर, तब भी सांगवान ने राठौर को 468 वोट से पछाड़ा था। विशेषज्ञों की माने तो राठौर, नरेंद्र सांगवान के प्रतिद्वंदी रहे है और उन्होंने राठौर को बार-बार हराया है।
कांग्रेस के बीच अंदरूनी तौर पर छिड़ी इस गहमागहमी के बीच कांग्रेस का घरौंडा में विधायक बनाने का सपना सिर्फ सपना ही रह सकता है। हालांकि नेता डेमेज कंट्रोल करने की कोशिश जरूर कर रहे है, लेकिन डैमेज कंट्रोल होता नजर नहीं आ रहा। वह देखना है कि आने वाले दिनों में बड़े नेताओं की एंट्री से कितना फर्क पड़ेगा। फिलहाल इतना जरूर है कि बीजेपी के प्रति एंटी इनकेंबेंसी जरूर है, लेकिन कांग्रेस इसका कितना फायदा ले सकती है, वह समय के घेरे में है।