हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई है। राज्यपाल और CM के दिल्ली दौरे के दौरान उनके कारकेड में चलने वाले एस्कॉर्ट व्हीकल में एक बड़े पुलिस अधिकारी की पत्नी घूम रही हैं। हिमाचल सरकार फिर भी मूक दर्शन बनी हुई है। हिमाचल सचिवालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा कि प्रदेश के सबसे बड़े IPS ऑफिसर की सुरक्षा गाड़ी में आला अफसर की बीवी कई सौ किलोमीटर घूम चुकी हैं। तेल पर पैसा फूंका जा रहा है। फिर भी सरकार ने आला अधिकारी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया। दिल्ली स्थित हिमाचल भवन में रखी गई गाड़ी बता दें कि हिमाचल सरकार ने दिल्ली के हिमाचल भवन में एस्कॉर्ट व्हीकल के लिए एक बोलेरो गाड़ी नंबर HP-03-C-5642 खरीद रखी है। इसका प्रयोग तभी किया जाता है जब प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री दिल्ली दौरे पर जाते हैं। मगर आरोप लग रहे हैं कि राज्यपाल, सीएम और डिप्टी सीएम की गैर मौजूदगी में बड़े पुलिस ऑफिसर की बीवी इस गाड़ी में दिल्ली और नोएडा घूम रही है। जब लॉग बुक भरी जाती है तो उसमे हिमाचल के बड़े पुलिस ऑफिसर की ड्यूटी लिख दी जाती है, जबकि ज्यादातर मौके पर प्रदेश का वह बड़ा पुलिस ऑफिसर शिमला में ड्यूटी दे रहा है। दिल्ली में यह गाड़ी कई बार तो 100 किलोमीटर से भी ज्यादा रोजाना दौड़ रही है। 15 से 60 किलोमीटर आम है। इसे लेकर कोई भी पुलिस ऑफिसर बोलने को तैयार नहीं है। एस्कॉर्ड व्हीकल के इस्तेमाल की किसी को नहीं इजाजत सुरक्षा कारणों से एस्कॉर्ट व्हीकल का इस्तेमाल कोई भी नहीं कर सकता है। मगर बड़े साहब की बीवी को इसकी परवाह नहीं है। इस गाड़ी का इस्तेमाल राज्यपाल, सीएम और डिप्टी सीएम के दौरे के दौरान ही किया जा सकता है। लॉग-बुक साहब के नाम से भरी जा रही सूत्र बताते हैं कि जब लॉग-बुक भरी जाती है तो उसमें बड़े पुलिस अधिकारी का नाम लिख दिया जाता है। इस एस्कॉर्ट गाड़ी को चला रहा ड्राइवर चाह कर भी इन्कार नहीं कर पा रहा है और कई सौ किलोमीटर गाड़ी साहब की बीवी के लिए दौड़ा चुका है। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई है। राज्यपाल और CM के दिल्ली दौरे के दौरान उनके कारकेड में चलने वाले एस्कॉर्ट व्हीकल में एक बड़े पुलिस अधिकारी की पत्नी घूम रही हैं। हिमाचल सरकार फिर भी मूक दर्शन बनी हुई है। हिमाचल सचिवालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा कि प्रदेश के सबसे बड़े IPS ऑफिसर की सुरक्षा गाड़ी में आला अफसर की बीवी कई सौ किलोमीटर घूम चुकी हैं। तेल पर पैसा फूंका जा रहा है। फिर भी सरकार ने आला अधिकारी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया। दिल्ली स्थित हिमाचल भवन में रखी गई गाड़ी बता दें कि हिमाचल सरकार ने दिल्ली के हिमाचल भवन में एस्कॉर्ट व्हीकल के लिए एक बोलेरो गाड़ी नंबर HP-03-C-5642 खरीद रखी है। इसका प्रयोग तभी किया जाता है जब प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री दिल्ली दौरे पर जाते हैं। मगर आरोप लग रहे हैं कि राज्यपाल, सीएम और डिप्टी सीएम की गैर मौजूदगी में बड़े पुलिस ऑफिसर की बीवी इस गाड़ी में दिल्ली और नोएडा घूम रही है। जब लॉग बुक भरी जाती है तो उसमे हिमाचल के बड़े पुलिस ऑफिसर की ड्यूटी लिख दी जाती है, जबकि ज्यादातर मौके पर प्रदेश का वह बड़ा पुलिस ऑफिसर शिमला में ड्यूटी दे रहा है। दिल्ली में यह गाड़ी कई बार तो 100 किलोमीटर से भी ज्यादा रोजाना दौड़ रही है। 15 से 60 किलोमीटर आम है। इसे लेकर कोई भी पुलिस ऑफिसर बोलने को तैयार नहीं है। एस्कॉर्ड व्हीकल के इस्तेमाल की किसी को नहीं इजाजत सुरक्षा कारणों से एस्कॉर्ट व्हीकल का इस्तेमाल कोई भी नहीं कर सकता है। मगर बड़े साहब की बीवी को इसकी परवाह नहीं है। इस गाड़ी का इस्तेमाल राज्यपाल, सीएम और डिप्टी सीएम के दौरे के दौरान ही किया जा सकता है। लॉग-बुक साहब के नाम से भरी जा रही सूत्र बताते हैं कि जब लॉग-बुक भरी जाती है तो उसमें बड़े पुलिस अधिकारी का नाम लिख दिया जाता है। इस एस्कॉर्ट गाड़ी को चला रहा ड्राइवर चाह कर भी इन्कार नहीं कर पा रहा है और कई सौ किलोमीटर गाड़ी साहब की बीवी के लिए दौड़ा चुका है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में अक्टूबर में 97% कम बारिश:6 जिलों में एक बूंद भी नहीं बरसी, अगले 6 भी बारिश के आसार नहीं हिमाचल प्रदेश में 4 साल बाद अक्टूबर में कम बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, 2020 में सामान्य से 98 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। इस बार नॉर्मल से 97 प्रतिशत कम बादल बरसे हैं। इससे पहले 2017 में भी अक्टूबर सूखा गया था और तब सामान्य से 99 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। कमोबेश यही स्थिति इस बार भी पनप रही है। प्रदेश में लंबे ड्राइ स्पेल की वजह से इस बार सूखे जैसे हालात पनपने लगे है। प्रदेश में 1 से 31 अक्टूबर तक नॉर्मल बारिश 25.1 मिलीमीटर होती है, लेकिन इस बार मात्र 0.7 मिलीमीटर बारिश हुई हैं। 6 जिलों में पानी की बूंद तक नहीं गिरी 6 जिले चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में तो पानी की एक बूंद भी नहीं गिरी। ऊना में सबसे ज्यादा 8.6 मिलीमीटर बारिश जरूर हुई है, लेकिन यह भी सामान्य की तुलना में 54 प्रतिशत कम है। कांगड़ा में पूरे महीने में मात्र 1.5 मिलीमीटर, लाहौल स्पीति में 0.1 मिलीमीटर और मंडी में 3.4 मिलीमीटर बारिश हुई। मानसून में भी नॉर्मल से कम बारिश प्रदेश में इस बार मानसून सीजन में नॉर्मल से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। पोस्ट मानसून सीजन में भी पहाड़ों पर बादल नहीं बरस रहे है। अगले एक सप्ताह तक भी बारिश के आसार नहीं है। राज्य की खेतीबाड़ी और बागवानी के लिए यह अच्छा संकेत नहीं है। इससे जल स्रोतों में पानी का लेवल भी कम होना शुरू हो गया है। सूखे की वजह से किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पा रहा। अगले 6 दिन साफ रहेगा मौसम मौसम विभाग की माने तो 7 नवंबर तक मौसम साफ बना रहेगा। बारिश-बर्फबारी नहीं होने से तापमान सामान्य से ज्यादा चल रहा है। इससे नवंबर महीना शुरू होने पर भी सर्दी का एहसास नहीं हो पा रहा। आलम यह है कि कई जगह तापमान सामान्य से 4 से 5 डिग्री अधिक चल रहा है। दिन में छूट रहे पसीने न्यूनतम तापमान भी नॉर्मल से ज्यादा है। इससे दिन के साथ साथ रातें भी गर्म है। दिन में तो लोगों के पसीने छूट रहे हैं। खासकर मैदानी इलाकों में दिन के वक्त तापमान काफी ज्यादा बना हुआ है।