हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की डडौर सब्जी मंडी में कुछ युवक कुल्हाड़ी लेकर आ धमके। उन्होंने आढ़तियों और मजदूरों को धमकाना शुरू किया और मारपीट की। कुल्हाड़ी लेकर मंडी में पहुंचे युवकों की करतूत वहां लगे CCTV में कैद हो गई। जो अब सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। सूचना के अनुसार, बीती शाम को एक युवक कुल्हाड़ी लेकर दुकान में घुसा। इसके पीछे कुछ और लोग भी दुकान में पहुंचते हैं और यहां काम करने वाले लोगों को जान की मारने की धमकी देते हैं। आढ़ती पारस फ्रूट कंपनी के मालिक लेख राज ने बताया कि एक गुंडा कुल्हाड़ी को लहराता हुआ सीधा अंदर आ गया, और पल्लेदार को पकड़कर जान से मारने की धमकी दी। इस घटना से सभी फल और सब्जी आढ़ती डर के साए में हैं। यह कानून व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल है। बताया जा रहा है कि यह विवाद बिल के भुगतान को लेकर हुआ है। गुंडा तत्व के खिलाफ की जाए कार्रवाई: महेंद्र डडौर सब्जी मंडी के प्रधान महेंद्र पाल ने कहा कि घटना की शिकायत बल्ह थाने में दर्ज कराई गई है। इन गुंडा तत्वों ने सब्जी मंडी के आढ़ती जितेंद्र के साथ हाथापाई की, जिसमें जितेंद्र को चोटें आई हैं। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ जल्द कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। गुंडागर्दी सहन नहीं होंगी: डिंपल आढ़ती डिंपल सैनी ने कहा की बिल की गलतफहमी को लेकर हुई यह घटना गलत है। इस तरह की गुंडागर्दी सही नहीं होगी। सभी आढ़ती डरे हुए हैं। इस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। अगर पुलिस द्वारा उचित करवाई अमल में नहीं लाई गई तो सभी आढ़ती मिलकर हड़ताल पर जाएंगे। हमारी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इससे पहले भी सब्जी मंडी में 6 लाख की चोरी हो चुकी है, जिसका आज तक कोई पता नहीं लग पाया है। बल्ह थाना प्रभारी पुरुषोत्तम धीमान ने बताया की सब्जी मंडी में हुई घटना की शिकायत आढ़तियों द्वारा थाना में दर्ज करवाई है। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की डडौर सब्जी मंडी में कुछ युवक कुल्हाड़ी लेकर आ धमके। उन्होंने आढ़तियों और मजदूरों को धमकाना शुरू किया और मारपीट की। कुल्हाड़ी लेकर मंडी में पहुंचे युवकों की करतूत वहां लगे CCTV में कैद हो गई। जो अब सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। सूचना के अनुसार, बीती शाम को एक युवक कुल्हाड़ी लेकर दुकान में घुसा। इसके पीछे कुछ और लोग भी दुकान में पहुंचते हैं और यहां काम करने वाले लोगों को जान की मारने की धमकी देते हैं। आढ़ती पारस फ्रूट कंपनी के मालिक लेख राज ने बताया कि एक गुंडा कुल्हाड़ी को लहराता हुआ सीधा अंदर आ गया, और पल्लेदार को पकड़कर जान से मारने की धमकी दी। इस घटना से सभी फल और सब्जी आढ़ती डर के साए में हैं। यह कानून व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल है। बताया जा रहा है कि यह विवाद बिल के भुगतान को लेकर हुआ है। गुंडा तत्व के खिलाफ की जाए कार्रवाई: महेंद्र डडौर सब्जी मंडी के प्रधान महेंद्र पाल ने कहा कि घटना की शिकायत बल्ह थाने में दर्ज कराई गई है। इन गुंडा तत्वों ने सब्जी मंडी के आढ़ती जितेंद्र के साथ हाथापाई की, जिसमें जितेंद्र को चोटें आई हैं। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ जल्द कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। गुंडागर्दी सहन नहीं होंगी: डिंपल आढ़ती डिंपल सैनी ने कहा की बिल की गलतफहमी को लेकर हुई यह घटना गलत है। इस तरह की गुंडागर्दी सही नहीं होगी। सभी आढ़ती डरे हुए हैं। इस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। अगर पुलिस द्वारा उचित करवाई अमल में नहीं लाई गई तो सभी आढ़ती मिलकर हड़ताल पर जाएंगे। हमारी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इससे पहले भी सब्जी मंडी में 6 लाख की चोरी हो चुकी है, जिसका आज तक कोई पता नहीं लग पाया है। बल्ह थाना प्रभारी पुरुषोत्तम धीमान ने बताया की सब्जी मंडी में हुई घटना की शिकायत आढ़तियों द्वारा थाना में दर्ज करवाई है। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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प्रशासन श्रद्धालुओं के लिए आवाजाही को लेकर एक दर्जन से अधिक सरकारी और निजी बसें यहां तैनात की गई हैं। जबकि सैकड़ों की संख्या में टैक्सी और अन्य छोटे वाहन दौड़ रहे हैं। क्षेत्र के अराध्य देवता सियून गहरी और देव माहूंनाग सनोहल मेले में विशेष रूप से शामिल हुए हैं। श्रद्धालु हिमरीगंगा सरोवर में पूजा अर्चना के साथ-साथ दोनों देवता का आशीर्वाद भी प्राप्त कर रहे हैं। दर्जनों भजन मंडलियां भजन कीर्तन के लिए पहुंची हैं। मेला कमेटी अध्यक्ष एवं पंचायत प्रधान नागेश्वरी देवी और मंदिर कमेटी अध्यक्ष एवं बीडीसी सदस्य लेख राम ठाकुर ने बताया कि पवित्र स्नान को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। प्रातः से ही श्रद्धालुओं की हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ना शुरू हो गई है। जानिए मेले का इतिहास…
मेले का इतिहास चौहारघाटी के बड़ा देव हुरंग काली नारायण से जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि देव हुरंग नारायण आदिकाल में मानव रूप में यहां नारला के साथ लगते स्नेड गांव में एक बुढ़िया के पास रहते थे। जिन्हें गौपालक( ग्वाले) का काम दिया गया था। गांव के बहुत सारे बालक उनके साथ घोघरधार में गऊंएं चराने थे। जो गाय को पानी पिलाने के लिए ऊहल नदी ले जाते थे। जबकि बालक नारायण हिमरीगंगा के पास पहाड़ी में अपनी छड़ी से हमला करते और जलधारा निकल आती थी। जहां गउओं को पानी पिलाने बाद फिर छड़ी घुमाते और जलधारा बंद हो जाती थी। इस बात से अनजान ऊहल नदी में मवेशियों को पानी पिलाने के लिए जाने वाले अन्य गौपालकों ने बुढ़िया से नारायण की शिकायत कर दी। कहा कि नारायण मवेशियों को बिना पानी पिलाए ही घर ले आता है। ऐसे में गुस्से में आकर बुढ़िया ने बालक नारायण की पिटाई कर दी। नारायण ने बुढ़िया को यह समझने की लाख कोशिश की कि वह मवेशियों को पानी पीला कर ही घर लाता है। लेकिन बुढ़िया नहीं मानी। ऐसे में नारायण यहां से अचानक लुप्त हो गया। जनश्रुति है कि उसके बाद नारायण चौहारघाटी के हुरंग गांव में प्रकट हुए। जहां अब हुरंग काली नारायण के नाम से उनका भव्य मंदिर है। बड़ा देव हुरंग नारायण के प्रति मंडी जनपद ही नहीं अपितु राज्य भर के लोगों की भी अपार आस्था है।