सिरसा में किसानों-अधिकारियों में नौक-झोंक:अवैध पाइपों को नहीं हटा पाया प्रशासन; भारी पुलिस बल रहा तैनात, दूसरे दिन टीम लौटी

सिरसा में किसानों-अधिकारियों में नौक-झोंक:अवैध पाइपों को नहीं हटा पाया प्रशासन; भारी पुलिस बल रहा तैनात, दूसरे दिन टीम लौटी

हरियाणा के सिरसा के रानिया क्षेत्र के गांव झोरड़नाली व धोतड़ के समीप बहने वाली घग्घर नदी से निकलने वाली फ्लडी नहरों के टेल तक बरसाती पानी न पहुंचने से परेशान हुए किसानों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त की गई मजिस्ट्रेट टीम व सिंचाई विभाग के अधिकारी आज दूसरे दिन बेरिंग लौट गए। किसानों द्वारा विरोध जताए जाने के कारण ड्यूटी मजिस्ट्रेट, सिंचाई विभाग के अधिकारी व मौका पर पहुंची पुलिस के साथ काफी देर तक तीखी नोंक झोंक हुई । इस दौरान आसपास के कई गांवों के किसान भारी तादाद में इकट्ठे हो गए तथा अवैध पाइपों को हटाने से कड़ा ऐतराज करने लगे । इस दौरान कई युवाओं की पुलिस के साथ तीखी नोक झोंक हुई लेकिन मौका पर तैनात ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने कोई भी कार्रवाई नहीं की। उधर आधा दर्जन भर गांवों के सैकड़ों किसानों ने मौका की स्थिति को देखते हुए फोन पर डीसी कार्यालय में पूरे घटनाक्रम की जानकारी, फोटो व वीडियो सहित भेज दी। इस पर जिला सिंचाई विभाग के अधिकारियों से आगामी कार्रवाई के लिए विचार विमर्श किया जा रहा है, ताकि किसी प्रकार का विवाद उत्पन्न न हो। जानकारी के अनुसार गांव कर्मगढ़ शेखूपुरा जोधपुरिया पीर खेड़ा चक्कां भूना के सैकड़ों किसानों ने डीसी सिरसा को फ्लडी नहर के टेल तक पानी न पहुंचने की शिकायत दर्ज करवाई। किसानों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए डीसी की ओर से तीन ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किये गए। तीनों ही अधिकारी पुलिस टीम को साथ लेकर शुक्रवार को अलग-अलग नहर पर पहुंचे, जहां पर उन्हें किसानों का विरोध झेलना पड़ा। झोरड़नाली में सिंचाई विभाग के कैनाल गार्डन व किसानों के साथ तीखी नोंक झोंक भी हुई। इसी प्रकार धोतड़ में भी किसानों के विरोध के कारण प्रशासनिक टीम कोई कदम नहीं उठा सकी। इस बात की सूचना जिला प्रशासन को दी गई। आज शनिवार के दिन भारी पुलिस बल, ड्यूटी मजिस्ट्रेट व सिंचाई विभाग के अधिकारियों की टीम तीनों ही स्थानों पर पहुंचे। पहले की तरह तीनों ही स्थानों पर किसानों का विरोध झेलना पड़ा। झोरड़ नाली में पुलिस अधिकारियों व किसानों के साथ तीखी नोंक-झोंक हुई मामला बीच बचाव के कारण किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हुई। जाने क्या है पूरा मामला
फ्लडी नहरों में से पानी उठाने का कोई पैमाना नहीं बनाया गया है। कुछ किसान गैर कानूनी तरीके से नहर के बेड में पाइप डालकर कुएं में संग्रहित कर रहे हैं। इसके अलावा नहर से कई किलोमीटर तक 24 इंची पाईपें बिछाई गई है । बिजली चालित ट्यूबवेल नहर के किनारे पर लगे हुए है, जिससे फ्लडी पानी उठाते हैं, जो कि गैर कानूनी की श्रेणी में आते हैं। बिजली विभाग ने जुर्माना भी किया है। विभागीय लापरवाही आई सामने
फ्लडी नहरों के बीच बैड में लगाई गई अवैध पाइपों की सिंचाई विभाग द्वारा समय पर निगरानी न किए जाने का नुकसान टेल पर पड़ने वाले किसानों को हो रहा है। यदि समय रहते नहरों की निगरानी की जाती और अवैध पाइपें लगाने से रोका जाता तो आज यह नौबत न आती तथा टेल तक समांतर रूप से पानी पहुंच जाता।
अधिकारियों से नोंक-झोंक
फ्लडी नहर में से अवैध पाइपें उखाड़ने आए अधिकारियों के साथ धोतड़ व झोरड नाली के कुछ किसानों ने तीखी नोंक-झोंक की। सोशल मीडिया पर मैसेज भेजने को लेकर एक कैनाल गार्ड के साथ भी उलझ गए। मौका पर पुलिस व अधिकारियों ने बीच बचाव किया अन्यथा मामला और अधिक बढ़ जाता। हरियाणा के सिरसा के रानिया क्षेत्र के गांव झोरड़नाली व धोतड़ के समीप बहने वाली घग्घर नदी से निकलने वाली फ्लडी नहरों के टेल तक बरसाती पानी न पहुंचने से परेशान हुए किसानों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त की गई मजिस्ट्रेट टीम व सिंचाई विभाग के अधिकारी आज दूसरे दिन बेरिंग लौट गए। किसानों द्वारा विरोध जताए जाने के कारण ड्यूटी मजिस्ट्रेट, सिंचाई विभाग के अधिकारी व मौका पर पहुंची पुलिस के साथ काफी देर तक तीखी नोंक झोंक हुई । इस दौरान आसपास के कई गांवों के किसान भारी तादाद में इकट्ठे हो गए तथा अवैध पाइपों को हटाने से कड़ा ऐतराज करने लगे । इस दौरान कई युवाओं की पुलिस के साथ तीखी नोक झोंक हुई लेकिन मौका पर तैनात ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने कोई भी कार्रवाई नहीं की। उधर आधा दर्जन भर गांवों के सैकड़ों किसानों ने मौका की स्थिति को देखते हुए फोन पर डीसी कार्यालय में पूरे घटनाक्रम की जानकारी, फोटो व वीडियो सहित भेज दी। इस पर जिला सिंचाई विभाग के अधिकारियों से आगामी कार्रवाई के लिए विचार विमर्श किया जा रहा है, ताकि किसी प्रकार का विवाद उत्पन्न न हो। जानकारी के अनुसार गांव कर्मगढ़ शेखूपुरा जोधपुरिया पीर खेड़ा चक्कां भूना के सैकड़ों किसानों ने डीसी सिरसा को फ्लडी नहर के टेल तक पानी न पहुंचने की शिकायत दर्ज करवाई। किसानों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए डीसी की ओर से तीन ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किये गए। तीनों ही अधिकारी पुलिस टीम को साथ लेकर शुक्रवार को अलग-अलग नहर पर पहुंचे, जहां पर उन्हें किसानों का विरोध झेलना पड़ा। झोरड़नाली में सिंचाई विभाग के कैनाल गार्डन व किसानों के साथ तीखी नोंक झोंक भी हुई। इसी प्रकार धोतड़ में भी किसानों के विरोध के कारण प्रशासनिक टीम कोई कदम नहीं उठा सकी। इस बात की सूचना जिला प्रशासन को दी गई। आज शनिवार के दिन भारी पुलिस बल, ड्यूटी मजिस्ट्रेट व सिंचाई विभाग के अधिकारियों की टीम तीनों ही स्थानों पर पहुंचे। पहले की तरह तीनों ही स्थानों पर किसानों का विरोध झेलना पड़ा। झोरड़ नाली में पुलिस अधिकारियों व किसानों के साथ तीखी नोंक-झोंक हुई मामला बीच बचाव के कारण किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हुई। जाने क्या है पूरा मामला
फ्लडी नहरों में से पानी उठाने का कोई पैमाना नहीं बनाया गया है। कुछ किसान गैर कानूनी तरीके से नहर के बेड में पाइप डालकर कुएं में संग्रहित कर रहे हैं। इसके अलावा नहर से कई किलोमीटर तक 24 इंची पाईपें बिछाई गई है । बिजली चालित ट्यूबवेल नहर के किनारे पर लगे हुए है, जिससे फ्लडी पानी उठाते हैं, जो कि गैर कानूनी की श्रेणी में आते हैं। बिजली विभाग ने जुर्माना भी किया है। विभागीय लापरवाही आई सामने
फ्लडी नहरों के बीच बैड में लगाई गई अवैध पाइपों की सिंचाई विभाग द्वारा समय पर निगरानी न किए जाने का नुकसान टेल पर पड़ने वाले किसानों को हो रहा है। यदि समय रहते नहरों की निगरानी की जाती और अवैध पाइपें लगाने से रोका जाता तो आज यह नौबत न आती तथा टेल तक समांतर रूप से पानी पहुंच जाता।
अधिकारियों से नोंक-झोंक
फ्लडी नहर में से अवैध पाइपें उखाड़ने आए अधिकारियों के साथ धोतड़ व झोरड नाली के कुछ किसानों ने तीखी नोंक-झोंक की। सोशल मीडिया पर मैसेज भेजने को लेकर एक कैनाल गार्ड के साथ भी उलझ गए। मौका पर पुलिस व अधिकारियों ने बीच बचाव किया अन्यथा मामला और अधिक बढ़ जाता।   हरियाणा | दैनिक भास्कर