<p style=”text-align: justify;”><strong>UP News: </strong>मेरठ में सपा जिला कार्यालय अखाड़ा बन गया. इस अखाड़े में अखिलेश यादव के सिपाही आपस में ही भिड़ गए, इस दौरान खूब गाली गलौच हुई और जमकर लात घूंसे चले. इसके साथ ही धक्का-मुक्की कर खुद को बड़ा यौद्धा जताने की पूरी कोशिश की गई. एक दूसरे को भुगत लेने की धमकी भी दी गई. शोर शराबा हुआ और देखते ही सपा कार्यकर्ता एक दूसरे पर ही टूट पड़े, इसने एक बार फिर सपा की कलह और गुटबाजी सामने ला दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सपा जिला कार्यालय पर शुक्रवार को संविधान मान स्तंभ की स्थापना को लेकर कार्यक्रम था. इसमें पूर्व मंत्री और सपा बाबा साहब वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिठाई लाल भारती बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे. कार्यक्रम सही चल रहा था, लेकिन अचानक से चिल्लाने की आवाज आने लगी. कोई कुछ समझ ही नहीं पाया. इसके बाद हंगामा हो गया और हंगामा इतना बढ़ा कि सपा के कार्यकर्ता एक दूसरे पर दुश्मन की तरह टूट पड़े. सपा का कभी एक गुट दूसरे गुट पर भारी पड़ा तो कभी दूसरा गुट पहले गुट पर. फिर धक्का मुक्की हुई और मारपीट होने लगी और फिर लात घूंसे भी चलने लगे. ये सब कुछ पूर्व मंत्री सपा लाल यादव के सामने हुआ. उन्हें भी समझ नहीं आया कि आखिर ये क्या हो रहा है, इतनी गुटबाजी है मेरठ में.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पगड़ी बांधने को लेकर हुई मारपीट</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मेरठ में सपा नेताओं में मारपीट, धक्का-मुक्की और गाली गलौच के साथ हंगामे की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. पता चला कि पूरा मामला पगड़ी बांधने को लेकर शुरू हुआ था. सपा बाबा साहब वाहिनी के महिपाल मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री मिठाई लाल भारती का स्वागत करने जा रहे थे. आरोप है कि सपा नेता दीपक सिरोही ने उन्हें रोक दिया और गिरेबान पकड़ ली, जबकि दीपक सिरोही का कहना है कि मैने सिर्फ इतना कहा था कि भीड़ है और अभी जो लोग स्वागत कर रहें हैं उसके बाद कर लेना. जबकि महिपाल का आरोप है कि मुझे और मेरे लोगों को बेवजह रोका जा रहा था. बस यहीं से तनातनी हो गई और बात मारपीट और धक्का मुक्की तक पहुंच गई. सपा के कार्यकर्ताओं में आस्तीने तन गईं और एक दूसरे पर दुश्मन की तरह टूट पड़े. सपा के एक कार्यकर्ता ने इस घमासान की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी, ताकि सपा की गुटबाजी जगजाहिर हो जाए और बात लखनऊ तक पहुंच जाए. इस बारे में महिपाल राली का कहना है कि जिलाध्यक्ष अपनी मनमर्जी चलाते हैं और किसी न किसी बात से नाखुश रहते हैं उन्हीं के इशारे पर मेरे पर हमला कराया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सपा जिलाध्यक्ष बोले- कोई दिक्कत नहीं है </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पूरे घटनाक्रम पर जब मेरठ में सपा जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आपस में मनमुटाव था और उसे दूर करा दिया गया है कोई दिक्कत नहीं है. हालांकि जब उनसे मारपीट और धक्का मुक्की और गाली गलौच पर सवाल किया गया तो बोले ऐसा कुछ नहीं हुआ, बस थोड़ी सी कहासुनी हुई थी. उन्होंने कहा कि मेरे उपर जो आरोप लगा रहा हैं निराधार हैं. सपा में कोई न तो गुटबाजी है और न कोई बड़ा छोटा है सभी साथ चलते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-police-registered-fir-against-keshav-prasad-maurya-ps-in-fake-facebook-case-2767709″>डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य के निजी सचिव ने दर्ज कराई FIR, जानें क्या है पूरा मामला</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News: </strong>मेरठ में सपा जिला कार्यालय अखाड़ा बन गया. इस अखाड़े में अखिलेश यादव के सिपाही आपस में ही भिड़ गए, इस दौरान खूब गाली गलौच हुई और जमकर लात घूंसे चले. इसके साथ ही धक्का-मुक्की कर खुद को बड़ा यौद्धा जताने की पूरी कोशिश की गई. एक दूसरे को भुगत लेने की धमकी भी दी गई. शोर शराबा हुआ और देखते ही सपा कार्यकर्ता एक दूसरे पर ही टूट पड़े, इसने एक बार फिर सपा की कलह और गुटबाजी सामने ला दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सपा जिला कार्यालय पर शुक्रवार को संविधान मान स्तंभ की स्थापना को लेकर कार्यक्रम था. इसमें पूर्व मंत्री और सपा बाबा साहब वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिठाई लाल भारती बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे. कार्यक्रम सही चल रहा था, लेकिन अचानक से चिल्लाने की आवाज आने लगी. कोई कुछ समझ ही नहीं पाया. इसके बाद हंगामा हो गया और हंगामा इतना बढ़ा कि सपा के कार्यकर्ता एक दूसरे पर दुश्मन की तरह टूट पड़े. सपा का कभी एक गुट दूसरे गुट पर भारी पड़ा तो कभी दूसरा गुट पहले गुट पर. फिर धक्का मुक्की हुई और मारपीट होने लगी और फिर लात घूंसे भी चलने लगे. ये सब कुछ पूर्व मंत्री सपा लाल यादव के सामने हुआ. उन्हें भी समझ नहीं आया कि आखिर ये क्या हो रहा है, इतनी गुटबाजी है मेरठ में.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पगड़ी बांधने को लेकर हुई मारपीट</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मेरठ में सपा नेताओं में मारपीट, धक्का-मुक्की और गाली गलौच के साथ हंगामे की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. पता चला कि पूरा मामला पगड़ी बांधने को लेकर शुरू हुआ था. सपा बाबा साहब वाहिनी के महिपाल मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री मिठाई लाल भारती का स्वागत करने जा रहे थे. आरोप है कि सपा नेता दीपक सिरोही ने उन्हें रोक दिया और गिरेबान पकड़ ली, जबकि दीपक सिरोही का कहना है कि मैने सिर्फ इतना कहा था कि भीड़ है और अभी जो लोग स्वागत कर रहें हैं उसके बाद कर लेना. जबकि महिपाल का आरोप है कि मुझे और मेरे लोगों को बेवजह रोका जा रहा था. बस यहीं से तनातनी हो गई और बात मारपीट और धक्का मुक्की तक पहुंच गई. सपा के कार्यकर्ताओं में आस्तीने तन गईं और एक दूसरे पर दुश्मन की तरह टूट पड़े. सपा के एक कार्यकर्ता ने इस घमासान की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी, ताकि सपा की गुटबाजी जगजाहिर हो जाए और बात लखनऊ तक पहुंच जाए. इस बारे में महिपाल राली का कहना है कि जिलाध्यक्ष अपनी मनमर्जी चलाते हैं और किसी न किसी बात से नाखुश रहते हैं उन्हीं के इशारे पर मेरे पर हमला कराया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सपा जिलाध्यक्ष बोले- कोई दिक्कत नहीं है </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पूरे घटनाक्रम पर जब मेरठ में सपा जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आपस में मनमुटाव था और उसे दूर करा दिया गया है कोई दिक्कत नहीं है. हालांकि जब उनसे मारपीट और धक्का मुक्की और गाली गलौच पर सवाल किया गया तो बोले ऐसा कुछ नहीं हुआ, बस थोड़ी सी कहासुनी हुई थी. उन्होंने कहा कि मेरे उपर जो आरोप लगा रहा हैं निराधार हैं. सपा में कोई न तो गुटबाजी है और न कोई बड़ा छोटा है सभी साथ चलते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-police-registered-fir-against-keshav-prasad-maurya-ps-in-fake-facebook-case-2767709″>डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य के निजी सचिव ने दर्ज कराई FIR, जानें क्या है पूरा मामला</a></strong></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Maharashtra Politics: शरद पवार पर भड़के राज ठाकरे, ‘महाराष्ट्र में तोड़फोड़ की राजनीति…’