जालंधर| स्वामी संत दास किंडरगार्टन में शनिवार को हरियाली तीज मनाई गई। इसका मुख्य आकर्षण मदर चाइल्ड डांस डुओ था। विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों दी। पारंपरिक पंजाबी पोशाक ने कार्यक्रम की सुंदरता बढ़ाई। मेहंदी लगाने के लिए लगे स्टालों ने माताओं और बेटियों को आकर्षित किया। प्रधानाचार्या डॉ. सोनिया मागो ने सांस्कृतिक संबंध विकसित करने में स्थानीय त्योहारों के जश्न के महत्व पर जोर दिया। जालंधर| स्वामी संत दास किंडरगार्टन में शनिवार को हरियाली तीज मनाई गई। इसका मुख्य आकर्षण मदर चाइल्ड डांस डुओ था। विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों दी। पारंपरिक पंजाबी पोशाक ने कार्यक्रम की सुंदरता बढ़ाई। मेहंदी लगाने के लिए लगे स्टालों ने माताओं और बेटियों को आकर्षित किया। प्रधानाचार्या डॉ. सोनिया मागो ने सांस्कृतिक संबंध विकसित करने में स्थानीय त्योहारों के जश्न के महत्व पर जोर दिया। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब में एडीजीपी और AAP विधायक के समन जारी:डीएसपी की गिरफ्तारी के वारंट जारी, 12 साल पहले मिले शव का मामला
पंजाब में एडीजीपी और AAP विधायक के समन जारी:डीएसपी की गिरफ्तारी के वारंट जारी, 12 साल पहले मिले शव का मामला 12 साल पहले इम्प्रुवमेंट ट्रस्ट की सात नंबर 7 स्कीम में एक सिर कटा शव मिलने वाले मामले में गुरदासपुर की जिला अदालत ने एडीजीपी राम सिंह और आम आदमी पार्टी के विधायक एवं तत्कालीन आईपीएस कुंवर विजय प्रताप सिंह को अदालत में पेश होने के समन जारी किए गए हैं, जबकि उस समय में डीएसपी यादविंदर सिंह की गिरफ्तारी के वारंट अदालत द्वारा जारी किए गए हैं। इसके अलावा अन्य कई पुलिस कर्मचारियों को भी कोर्ट में पेश होने के लिए समन भेजे गए हैं। बता दें कि मामले में एक महिला की हत्या के आरोप में उसके पति व पति के परिवारिक सदस्यों को पुलिस द्वारा हिरासत में रखकर प्रताड़ित किया गया था। बाद में उक्त महिला जीवित निकली। अपने दामाद को फंसाने के लिए ससुर ने किसी अन्य महिला की हत्या करके उसे अपनी लड़की के कपड़े पहना दिए थे। शिकायतकर्ता मनोज कुमार ने बताया कि उसकी शादी गोल्डी पुत्री बुआ मसीह निवासी गांव मान चोपड़ा के साथ हुई थी। हालांकि मनोज का ससुर अपनी बेटी की शादी किसी अन्य लड़के के साथ करवाना चाहता था। इसलिए वह मनोज को किसी झूठे केस में फंसाने का इरादा रखता था। मनोज कुमार के ससुर बुआ मसीह ने उसे और उसके अन्य स्वजनों को फंसाने के लिए शिकायतकर्ता की पत्नी और उसके अन्य स्वजनों के साथ मिलीभगत करके 11 दिसंबर 2011 की रात को दर्शना उर्फ गोगन नामक एक महिला की हत्या कर दी और उसका सिर अलग कर दिया। शव से कपड़े उतार कर मनोज की पत्नी गोल्डी के कपड़े दर्शना उर्फ गोगन के शव पर डाल दिए। मनोज के ससुराल वालों का राजनीतिक प्रभाव था। उसने सिटी गुरदासपुर में झूठी शिकायत कर दी कि मनोज कुमार और उसके स्वजनों ने उसकी लड़की गोल्डी की हत्या कर दी है। राजनीतिक दबाव में थी पुलिस कथित राजनीति के दबाव में पुलिस ने पीएस सिटी गुरदासपुर ने झूठी कहानी बनाकर धारा 302, 201 और 34 आईपीसी के तहत 12 दिसंबर 2011 को झूठी एफआईआर 217 दर्ज कर दी और उसी दिन दोपहर दो बजे एएसआई जोगिंदर सिंह, एसएचओ जोगा सिंह, इंस्पेक्टर यादविंदर सिंह, डीएसपी गरीब दास और डीएसपी अजिंदर सिंह समेत अन्य पुलिस अधिकारियों ने उसके कवार्टर में छापेमारी की और शिकायकर्ता मनोज और उसके स्वजनों को भी हिरासत में लिया गया। उक्त पुलिस पार्टी के अधिकारियों ने शिकायतकर्ता और उसके स्वजनों को अलग अलग थानों में 10 दिनों तक नाजायज हिरासत में रखा। मनोज कुमार और उनके स्वजनों को महिला की हत्या कबूलने के लिए प्रताड़ित किया गया। उसकी पूछताछ के दौरान भी पुलिस पार्टी ने शिकायतकर्ता को अंदरुनी चोटें पहुंचाई। जिस कारण अभी तक उसकी टांगों में सूजन रहती है और उसके हाथ भी ठीक तरह से काम नहीं कर रहे।
सदमे में हुई माता-पिता की मौत इतना ही नहीं मनोज कुमार का कहना है कि पुलिस अधिकारियों द्वारा गैर कानूनी हिरासत में रखे जाने के सदमे के कारण ही उसके माता पिता व अन्य एक परिवारिक सदस्य की मौत हो चुकी है। बाद में मनोज कुमार ने अपने ससुराल परिवार की साजिश का पर्दाफाश किया और हाईकोर्ट की शरण ली। इसके बाद शिकायतकर्ता के खिलाफ झूठी साजिश करने और एक महिला की हत्या के आरोप में मनोज की पत्नी, उसके ससुर, साले और अन्य साथियों सहित करीब 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। जिन्हें अदालत द्वारा 9 मार्च 2017 को उम्रकैद की सजा भी दी जा चुकी है। सजा के बाद इनमें से कुछ एक की जमानत भी होने की खबर है। दूसरी तरफ हाईकोर्ट के ही हस्ताक्षेप के बाद जिले की एक अदालत ने तत्कालीन पुलिस अधिकारियों एडीजीपी राम सिंह, तत्कालीन डीआईजी अमृतसर कुंवर विजय प्रताप (अब आम आदमी पार्टी के विधायक), आईपीएस जसकीरत सिंह चाहल, एसपी गुरचरण सिंह गोराया, डीएसपी अजिंदर सिंह, डीएसपी गरीब दास, डीएसपी यादविंदर सिंह, एसएचओ जोगा सिंह और एएसआई जगदेव सिंह के खिलाफ मनोज कुमार और उसके स्वजनों को नाजायज हिरासत में रखने, प्रताड़ित करने और दस्तावेजों से छेड़छाड़ करने के आरोपों में मामले की सुनवाई शुरू कर दी गई है। पहले भी जारी हो चुके हैं समन जिला अदालत की ओर से नियमों के तहत पुलिस अधिकारियों को पहले पेश होने के लिए समन निकाले गए थे। जिनमें से एएसआई जगदेव सिंह को जमानत मिल चुकी है, जबकि तत्कालीन डीएसपी गरीब दास की ओर से वकील के माध्यम से आत्मसमर्पण और जमानत के लिए याचिका दायर की गई थी। जिसकी सुनवाई के बाद उसे भी गत दिन जमानत दे दी गई है। इसके अलावा राम सिंह, कुंवर विजय प्रताप सिंह, गुरचरण सिंह, अजिंदर सिंह, इंस्पेक्टर जोगा सिंह, जसकीरत सिंह चाहल को 7 सितंबर 2024 को फिर से पेश होने के लिए सम्मन जारी कर दिए गए है। जबकि मामले के एक और कथित आरोपी एएसआई यादविंदर सिंह की गिरफ्तारी के वारंट अदालत द्वारा जारी किए गए हैं।
खेलों से स्वस्थ रहते हैं बच्चे : दलजीत
खेलों से स्वस्थ रहते हैं बच्चे : दलजीत नवांशहर | जेएसएफएच सीनियर सेकेंडरी स्कूल में चल रहीं 68वीं पंजाब स्टेट इंटर डिस्ट्रिक्ट स्कूल गेम्स के फुटबॉल टूर्नामेंट में स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बारे में जागरूक किया। यह आयोजन सिविल सर्जन डॉ. जसप्रीत कौर और सिविल सर्जन कार्यालय मास मीडिया विंग के उप समूह शिक्षा एवं सूचना अधिकारी तरसेम लाल के सहयोग से आयोजित किया। जानकारी देते हुए तरसेम लाल ने बताया कि 17 वर्षीय लड़कों के फुटबॉल टूर्नामेंट की शुरुआत हुई, जिसमें दलजीत सिंह बोला ने खिलाड़ियों को स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने कहा कि खेल खेलने से जहां बच्चे स्वस्थ रहते हैं वहीं बच्चों का सर्वांगीण विकास भी होता है। इसलिए माता-पिता को स्कूल में समय से ही किसी ना किसी खेल में जरूर नाम लिखवाना चाहिए। तरसेम लाल ने कहा कि अगर हम स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी हिदायतों का पालन करें तो हम कई बीमारियों से बच सकते हैं। उन्होंने नशामुक्त भारत अभियान के तहत युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहकर खेलों से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर जिला गुरदासपुर के फुटबॉल कोच सोम लाल, रमन दीप फुटबॉल कोच, प्रदीप कुमार, रोशन दीप, सैमसी, जश्नप्रीत सिंह, विक्की, सरबजीत सिंह, पीटीआई/रेफरी अमरजीत व अन्य मौजूद रहे।
पंजाबी गायक गिप्पी ग्रेवाल को कोर्ट का समन:मोहाली में चल रहा है 2018 में मिली धमकी का केस; गवाही होनी है
पंजाबी गायक गिप्पी ग्रेवाल को कोर्ट का समन:मोहाली में चल रहा है 2018 में मिली धमकी का केस; गवाही होनी है चंडीगढ़ से सटे पंजाब के मोहाली जिले की कोर्ट ने फेमस पंजाबी गायक और कलाकार गिप्पी ग्रेवाल को कोर्ट में पेश होने के लिए जमानती समन भेजा गया है। यह समन उनकी तरफ से 2018 में मैसेज के जरिए गैंगस्टर दिलप्रीत बाबा से मिली धमकी के मामले में भेजा है। इस मामले में मोहाली के फेज-8 पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज हुआ था। मोहाली कोर्ट की तरफ से 24 जुलाई को भी उन्हें पेश होने के लिए 5 हजार रुपए का जमानती समन भेजा था। जो कि कोर्ट में वापस आ गया। अब इस मामले में अगली सुनवाई 20 अगस्त को होगी। गिप्पी ग्रेवाल की कोर्ट में गवाही होनी है। जाने क्या है पूरा मामला 31 मई 2018 को गिप्पी ग्रेवाल को एक अज्ञात नंबर से उनके वॉट्सऐप पर वॉइस और टैक्स्ट मैसेज आया था। इस मैसेज में उन्हें एक नंबर दिया गया था। इस नंबर पर गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह बाबा से बात करने के लिए कहा था। उसमें लिखा था कि यह मैसेज रंगदारी मांगने के लिए की गई है। आप बात कर ले नहीं तो आपका हाल परमिश वर्मा और चमकीला जैसा कर दिया जाएगा। इसके बाद गिप्पी ग्रेवाल ने इसकी शिकायत मोहाली पुलिस को दी थी। मोहाली पुलिस ने गिप्पी ग्रेवाल की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया था। अब गिप्पी ग्रेवाल को गवाही के लिए बुलाया जा रहा है, लेकिन वह कोर्ट में पेश नहीं हो रहे हैं। बता दें कि जिस समय उन्हें यह धमकी मिली थी, उस समय वह अपनी मूवी कैरी ऑन जट्टा 2 की प्रमोशन के लिए पंजाब से बाहर थे। अभी कनाडा में है गिप्पी ग्रेवाल जानकारी के अनुसार इस समय गिप्पी ग्रेवाल कनाडा में है। इसी कारण उन्हें कोर्ट के समन नहीं मिल पा रहे हैं। लेकिन इस मामले में गिप्पी ग्रेवाल के मुख्य शिकायतकर्ता होने के कारण उनकी गवाही जरूरी है। इसलिए अदालत की तरफ से आज दोबारा से समन भेजा गया है। इसके अलावा पिछली सुनवाई पर पंजाब पुलिस की डीएसपी रुपिंदर सिंह सोही को भी समन भेजा गया था। लेकिन वह भी अदालत में पेश नहीं हुई थी। वहीं एसएसपी मोहाली के जरिए मामले में आरोपी दिलप्रीत सिंह बाबा को भी जेल अथॉरिटी के लिए समन भेजा था। उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पुलिस अदालत में पेश नहीं कर पाई है।