हरियाणा के करनाल के मॉडल टाउन क्षेत्र में एक विवाहिता संदिग्ध हालात में लापता हो गई। विवाहिता अपने घर से दुकान के लिए निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। परिवार ने उसको ढूंढने के लिए अपनी तरफ से हर संभव कोशिश की, लेकिन उसे ढूंढने में नाकाम रहे। जिसके बाद परिजनों ने मामले की शिकायत सिविल लाइन थाना पुलिस को की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दो माह पहले की थी शादी पीड़ित पिता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि वह बिहार के एक गांव का रहने वाला है और करनाल की एक कालोनी में रहता है। उन्होंने अपनी बेटी की शादी लगभग दो महीने पहले बदायूं जिले के एक लड़के से की थी, जो मौजूदा वक्त में नालागढ़ के एक गांव में रह रहा है। पीड़ित पिता ने बताया है कि उसकी बेटी 22 अगस्त को मायके आई थी। 24 अगस्त को, मेरी बेटी दुकान से सामान लाने के लिए निकली थी और तभी से लापता है। बेटी 4 फुट 5 इंच लंबी, गोरे रंग की और पतले शरीर की है। वह गुलाबी रंग का सूट सलवार और चप्पल पहने हुए थी। पुलिस की कार्रवाई मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस चौकी मॉडल टाउन के इंचार्ज ASI रणजीत ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज लिया है। जिसके बाद पुलिस टीम ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच अधिकारी कृष्ण ने बताया कि एक विवाहिता के लापता होने की शिकायत मिली थी। जो अपने मायके में आई हुई थी। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के करनाल के मॉडल टाउन क्षेत्र में एक विवाहिता संदिग्ध हालात में लापता हो गई। विवाहिता अपने घर से दुकान के लिए निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। परिवार ने उसको ढूंढने के लिए अपनी तरफ से हर संभव कोशिश की, लेकिन उसे ढूंढने में नाकाम रहे। जिसके बाद परिजनों ने मामले की शिकायत सिविल लाइन थाना पुलिस को की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दो माह पहले की थी शादी पीड़ित पिता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि वह बिहार के एक गांव का रहने वाला है और करनाल की एक कालोनी में रहता है। उन्होंने अपनी बेटी की शादी लगभग दो महीने पहले बदायूं जिले के एक लड़के से की थी, जो मौजूदा वक्त में नालागढ़ के एक गांव में रह रहा है। पीड़ित पिता ने बताया है कि उसकी बेटी 22 अगस्त को मायके आई थी। 24 अगस्त को, मेरी बेटी दुकान से सामान लाने के लिए निकली थी और तभी से लापता है। बेटी 4 फुट 5 इंच लंबी, गोरे रंग की और पतले शरीर की है। वह गुलाबी रंग का सूट सलवार और चप्पल पहने हुए थी। पुलिस की कार्रवाई मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस चौकी मॉडल टाउन के इंचार्ज ASI रणजीत ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज लिया है। जिसके बाद पुलिस टीम ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच अधिकारी कृष्ण ने बताया कि एक विवाहिता के लापता होने की शिकायत मिली थी। जो अपने मायके में आई हुई थी। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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अमेरिका में हुआ राहुल का अंतिम संस्कार:परिवार वालों ने LED स्क्रीन पर किए अंतिम दर्शन, 8 महीने पहले गए थे वॉशिंगटन
अमेरिका में हुआ राहुल का अंतिम संस्कार:परिवार वालों ने LED स्क्रीन पर किए अंतिम दर्शन, 8 महीने पहले गए थे वॉशिंगटन हरियाणा में करनाल के बलड़ी गांव के युवक राहुल का अमेरिका के वॉशिंगटन में ही हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दाह संस्कार किया गया। बीती 29 मई को युवक की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। युवक पार्सल डिलीवरी का काम करता था। मृतक की पहचान बलड़ी गांव के रहने वाले राहुल (23) के रूप में हुई है। परिवार ने LED स्क्रीन पर दाह संस्कार लाइव देखा। अंतिम संस्कार के वक्त मां, बाप, बहन व अन्य रिश्तेदारों का रो रोकर बुरा हाल था। हालांकि शव को भारत लाने की कवायद शुरू की गई थी लेकिन शव भारत नहीं लाया जा सका। 29 मई को हुआ था हादसा मृतक राहुल के पिता सुभाष ने 8 महीने पहले अपने इकलौते बेटे राहुल को 50 लाख खर्च करके अमेरिका भेजा था। करीब 2 महीने पहले ही उसे वॉशिंगटन में पार्सल डिलीवरी का काम मिला था। यहां वह पार्सल वाली गाड़ी चलाता था।29 मई (भारत में 30 मई) की रात 9 बजे राहुल रेड लाइट पर गाड़ी में था। उसी दौरान दूसरी तरफ से तेज रफ्तार कार आई और राहुल की गाड़ी को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी की राहुल की मौके पर ही मौत हो गई। कैसे मिली हादसे की जानकारी राहुल जब वॉशिंगटन में घर नहीं पहुंचा तो उसके रिश्ते में भाई लगने वाले रमन ने उसे कॉल की। नंबर बंद आने पर रमन ने अपने साथियों के साथ राहुल की तलाश शुरू कर दी। रेड लाइट पर उसकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हालत में मिली। इसके बाद सभी युवक तुरंत पुलिस स्टेशन पहुंचे। यहां उन्हें पता चला कि सड़क हादसे में राहुल की मौत हो चुकी है। इसके बाद बलड़ी गांव में परिवार को राहुल की मौत की जानकारी दी। राहुल के पिता ने सरकार से भी गुहार लगाई, लेकिन कोई मदद नहीं मिल पाई और परिवार की भी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह बेटे का शव अपने दम पर भारत लेकर आ सके। पिता सुभाष ने बताया कि राहुल का दाह संस्कार अमेरिका में ही करवाया गया है, अब अस्थियां मंगवाई जाएगी ताकि उनको यहां गंगा में प्रवाहित करवाया जा सके और आगामी क्रिया शुरू हो सके। पहले भी हो चुकी है करनाल के युवक की मौत करीब सात महीने पहले अमेरिका में करनाल के नरूखेड़ी गांव के भारत नरवाल की भी मौत सड़क हादसे में हुई थी। भारत नरवाल का अंतिम संस्कार न्यू जर्सी सिटी में कर दिया गया। मृतक के ताऊ के बेटे राजेश ने भारत को मुखाग्नि दी थी। परिवार ने सरकार और प्रशासन से भारत का शव इंडिया लाने की गुहार लगाई थी, लेकिन यह नहीं हो सका। वीडियो कॉलिंग के जरिए परिजनों ने अपने इकलौते बेटे के अंतिम दर्शन किए। करनाल के नरूखेड़ी गांव स्थित घर में 2 LED स्क्रीन लगाई गई थीं। एक स्क्रीन पुरुषों के लिए थी तो दूसरी महिलाओं के लिए थी। परिजनों ने बिलखते हुए अपने जिगर के टुकड़े को विदाई दी थी। शव को भारत लाने में जटील प्रक्रिया ऐसे में माता पिता अपने बेटो को अमेरिका या दूसरे देशों में डोंकी से भेज तो देते है लेकिन मृत्यु जैसे मामलों शव को भारत लेकर आना बहुत मुश्किल होता है, क्योंकि नंबर एक तरीके से शव भारत लाने में जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, लेकिन दो नंबर या डोंकी वाले केसों में तो दाह संस्कार अमेरिका में ही करना पड़ता है।
हरियाणा में डॉक्टर ने BDS स्टूडेंट को किडनैप कर पीटा:बोली-शादी का दबाव बनाया, मना करने पर बंधक बनाई; 7 महीने से पीछे पड़ा था
हरियाणा में डॉक्टर ने BDS स्टूडेंट को किडनैप कर पीटा:बोली-शादी का दबाव बनाया, मना करने पर बंधक बनाई; 7 महीने से पीछे पड़ा था हरियाणा के रोहतक में PGI के डॉक्टर ने छात्रा को किडनैप कर उसके साथ मारपीट की। डॉक्टर ने उसे गाड़ी में ले गया था। विरोध करने पर उसे पीटा। फिर उस गेट के बाहर फेंक दिया। छात्रा ने इसकी शिकायत पीजीआईएमएस प्रशासन को शिकायत दी है। पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें पीड़िता अपने घाव दिखाती नजर आ रही है। आरोप है कि आरोपी डॉक्टर उससे शादी करने का दबाव बना रहा। जबकि वह इससे इनकार कर रही थी। पीड़ित छात्रा बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (बीडीएस) की छात्रा है। वहीं, एनाटॉमी विभाग का रेजिडेंट डॉक्टर मनिंदर छात्र-छात्राओं को पढ़ाता है। खुद एमडी पीजीआईएमएस से एमडी की डिग्री कर रहा था, जिसे अब हेल्थ यूनिवर्सिटी ने कैंसिल कर दिया है। छात्रा के शरीर पर चोट के निशान की 2 तस्वीरें… अब पढ़िए पूरा मामला… मेडिकल कैंपस से ले गया, अंबाला-चंडीगढ़ घुमाई
पीड़ित छात्रा का आरोप है 16 अगस्त की शाम को आरोपी मनिंदर ने मेडिकल कैंपस से उसे अगवा कर लिया। रात को वह उसे अंबाला और चंडीगढ़ घुमाता रहा। आरोप है कि डॉक्टर ने शादी और संबंध बनाने का दबाव बनाया। विरोध करने पर को बुरी तरह पीटा। पिटाई से शरीर पर चोट के निशान बन गए। इसके बाद 17 अगस्त की शाम तकरीबन 3.30 बजे छात्रा को पीजीआईएमएस के गेट पर फेंककर फरार हो गया। इसके बाद छात्रा ने घटना की सूचना परिजनों को दी। उन्होंने पीजीआईएमएस प्रशासन और पुलिस को मामले से अवगत कराया। पुलिस ने अपहरण और मारपीट का मुकदमा दर्ज कर आरोपी डॉक्टर मनिंदर को गिरफ्तार कर लिया। मेडिकल के बाद छात्रा के बयान दर्ज
पुलिस ने सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर की गिरफ्तारी के बाद वकील और परिजनों के सामने छात्रा की काउंसिलिंग कराई। इसके अलावा छात्रा का मेडिकल भी कराया गया, फिर छात्रा के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराए गए। 7 माह से पीछे पड़े था डॉक्टर
पीड़ित छात्रा ने बताया कि सीनियर डॉक्टर 7 माह से पीछे पड़े हुए था। जब भी उनको बोलती कि उनके साथ नहीं रहना है तो मारपीट और टॉर्चर करता। उसका सामान छीन लिया जाता। यही नहीं सीनियर डॉक्टर धमकी देता अटेंडेंस शॉर्ट कर देंगे। परीक्षा में नहीं बैठने देंगे डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है। उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। मंत्री गुप्ता बोले- बहन-बेटी पर आंख उठाकर देखेंगे तो जवाब देंगे
वहीं शनिवार को हेल्थ मिनिस्टर डॉ कमल गुप्ता PGI पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमने एक्शन शुरू कर दिया है। कल ही मैंने वहां के वाइस चांसलर, डायरेक्टर और SP से बात की थी। डीजीपी से भी इस केस को लेकर चर्चा हुई है। गुप्ता ने बताया कि आरोपी डॉक्टर को मेडिकल कॉलेज से रेस्टिगेट कर दिया गया है। उसके खिलाफ FIR भी दर्ज हो चुकी हैं, कई गंभीर धाराएं भी लगी हैं। उन्होंने कहा कि हमारी हरियाणा की भारतीय जनता पार्टी की सरकार, वेस्ट बंगाल की TMC की सरकार के तरीके की सरकार नहीं है। अगर कोई हमारी बहन बेटी पर आंख उठाकर देखेगा तो हम उसका करारा जवाब देंगे। मैं प्रदेश की बेटियों से कहना चाहूंगा कि इस तरीके से किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कांग्रेस ने हरियाणा में बागी को निकाला:बहादुरगढ़ से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे; चित्रा सरवारा के बाद दूसरे नेता पर कार्रवाई
कांग्रेस ने हरियाणा में बागी को निकाला:बहादुरगढ़ से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे; चित्रा सरवारा के बाद दूसरे नेता पर कार्रवाई हरियाणा में झज्जर जिले की बहादुरगढ़ विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे राजेश जून को कांग्रेस ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है। उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने के बाद 6 साल के लिए निकाला गया है। राजेश जून बहादुरगढ़ से कांग्रेस का टिकट मांग रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट न देकर राजेंद्र सिंह जून को उम्मीदवार बनाया है। इसके कारण उन्होंने बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया। बहादुरगढ़ विधानसभा से फिलहाल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं। इससे पहले अंबाला कैंट विधानसभा सीट से टिकट मांग रहीं नेता चित्रा सरवारा को भी कांग्रेस ने 6 साल के बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कांग्रेस ने अंबाला कैंट से उनकी टिकट काटकर परविंदर परी को अपना उम्मीदवार बनाया है। AICC की ओर से जारी लेटर… पहली लिस्ट में नाम न आने के बाद की बगावत
बहादुरगढ़ विधानसभा सीट से टिकट कटने से नाराज होकर राकेश जून ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। कांग्रेस की पहली लिस्ट में नाम न होने के बाद ही राजेश जून ने बगावत कर दी थी। इसके साथ ही 11 सितंबर को नामांकन दाखिल कर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था। कांग्रेस ने यहां से मौजूदा विधायक राजेंद्र जून को चुनाव में उतारा है। राजेश जून ने 2014 के विधानसभा चुनाव में बहादुरगढ़ विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। इस चुनाव में उन्हें 28 हजार 242 वोट मिले थे, और वह तीसरे स्थान पर थे। इसके बाद वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने राजेंद्र जून के पक्ष में अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया था। डबल वोट लेकर विधायक बनने का दावा किया
बहादुरगढ़ विधानसभा से 3 बार के MLA राजेंद्र जून राजेश जून के चाचा हैं। टिकट कटने पर ही राजेश जून ने समर्थकों की मीटिंग बुलाई थी। उसमें उन्होंने ऐलान करते हुए कहा था, ‘मेरे साथ कांग्रेस नेतृत्व ने धोखा किया है। अब मैं कांग्रेस उम्मीदवार से डबल वोट लेकर विधायक बनूंगा।’ राजेश जून ने कहा था कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने टिकट देने का वादा किया था, लेकिन वादा नहीं निभाया। 16 चुनावों में यहां से 8 बार कांग्रेस जीती
अब तक हुए 16 विधानसभा चुनावों में बहादुरगढ़ से 8 बार कांग्रेस, लोकदल 5 बार, ओल्ड कांग्रेस, हविपा और भाजपा एक-एक बार चुनाव जीती है। यहां सबसे पहले चौधरी छोटूराम की पार्टी जमींदारा लीग से उनके भतीजे चौधरी श्रीचंद विधायक बने थे। जबकि, वर्ष 1987 में पूर्व मंत्री मांगेराम नंबरदार ने 25 हजार 320 वोटों से अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की थी। वहीं, वर्ष 1972 में एनसीओ के हरद्वारी लाल ने महज 395 वोटों से सबसे छोटी जीत हासिल की थी। जाट मतदाता सबसे अधिक
बहादुरगढ़ विधानसभा में 32 गांवों के अनुपात में शहर के 31 वार्डों में करीब 40 हजार वोट अधिक हैं। हलके में कुल 2 लाख 40 हजार 980 मतदाता हैं, जिनमें 1 लाख 27 हजार 774 पुरुष और 1 लाख 13 हजार 201 महिला हैं। जबकि, 85 वर्ष से अधिक आयु के 2201 मतदाता हैं। क्षेत्र में इस बार कुल 233 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में करीब 94 हजार जाट, करीब 23 हजार ब्राह्मण, हरिजन करीब 19 हजार, बनिया करीब 18 हजार, करीब 13 हजार पंजाबी और करीब 11 हजार वोटर वाल्मीकि हैं। इनके अलावा धानक, सैनी और खाती करीब 7-7 हजार, अहीर और कुम्हार करीब 5-5 हजार हैं। इस कारण पिछले कई चुनावों में शहर निर्णायक साबित हुआ है। गांवों की बात करें तो राठी, दलाल और छिल्लर-छिकारा गोत्र का दबदबा है। कांग्रेस के ये बागी मैदान में, अब तक 2 पर कार्रवाई
कांग्रेस के 20 सीटों पर 29 बागी मैदान में हैं। इनमें बल्लभगढ़ में पूर्व मुख्य संसदीय सचिव शारदा राठौर, तिगांव में पूर्व MLA ललित नागर, कलायत में सुरजेवाला कैंप की अनीता ढुल, उचाना में वीरेंद्र घोघड़िया, पटौदी से सुधीर चौधरी, पानीपत सिटी से पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी, पानीपत ग्रामीण से विजय जैन, पुंडरी से सतबीर भाणा, पृथला से नीटू मान और कोसली से मनोज आजाद कैंडिडेट के तौर पर मैदान में हैं। वहीं, जगाधरी में आदर्शपाल कांग्रेस का टिकट न मिलने पर AAP के टिकट पर उतर गए हैं। सभी बागियों में से पार्टी ने अब तक 2 पर कार्रवाई की है। उनमें राजेश जून और अंबाला कैंट से चित्रा सरवारा को पार्टी ने 6 साल के लिए निकाल दिया है। भाजपा ने बागियों पर नहीं की कोई कार्रवाई
इधर, भाजपा के भी 15 सीटों पर 19 बागी मैदान में हैं। इनमें प्रमुख चेहरों में हिसार से कुरुक्षेत्र सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल और गौतम सरदाना, गन्नौर से देवेंद्र कादियान, सफीदों से पूर्व MLA बचन सिंह आर्य, तोशाम से शशिरंजन परमार, हथीन से पूर्व विधायक केहर सिंह रावत, लाडवा से संदीप गर्ग, गुरुग्राम से नवीन गोयल, पृथला से नयनपाल रावत व दीपक डागर, पुंडरी से दिनेश कौशिक, कलायत से विनोद निर्मल व आनंद राणा, इसराना से सत्यवान शेरा और असंध से जिलेराम शर्मा शामिल हैं। सरकार में 5 साल मंत्री रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला भी रानियां से मैदान में हैं। वहीं, डबवाली में आदित्य देवीलाल चौटाला भाजपा की फाइनल लिस्ट आने से पहले ही इनेलो में शामिल होकर मैदान में उतर गए। हालांकि, भाजपा ने इनमें से किसी भी नेता पर कोई कार्रवाई नहीं की है। ये भी पढ़ें… हरियाणा कांग्रेस ने बागी चित्रा सरवारा को निकाला:पार्टी कैंडिडेट की ही बेटी, टिकट नहीं मिली तो निर्दलीय लड़ रहीं; अनिल विज से टक्कर हरियाणा में कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त नेता चित्रा सरवारा को पार्टी से निकाल दिया है। उन्होंने कांग्रेस से टिकट न मिलने पर अंबाला कैंट विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था। इसके बाद पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित किया है। पूरी खबर पढ़ें…