करनाल पहुंचे पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान:सिखों की स्वतंत्रता और खालिस्तान के मुद्दे पर खुलकर चर्चा की

करनाल पहुंचे पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान:सिखों की स्वतंत्रता और खालिस्तान के मुद्दे पर खुलकर चर्चा की

पंजाब से तीन बार लोकसभा सांसद रहे और शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के अध्यक्ष सरदार सिमरनजीत सिंह मान ने करनाल की कर्ण लेक पर एक विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरी हैं। अपने बयान में मान ने सिखों की स्वतंत्रता और खालिस्तान के मुद्दे पर खुलकर चर्चा की, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। सिखों की स्वतंत्रता पर मान ने ये कहा सिमरनजीत सिंह मान ने कहा, भारत आजाद है, लेकिन सिख आजाद नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सिखों को एक अलग देश चाहिए, और वे इस विचार का पूरी तरह से समर्थन करते हैं। मान का मानना है कि सिख समुदाय एक स्वतंत्र और स्वायत्त बफर स्टेट चाहता है। जो भारत, पाकिस्तान, और चीन के बीच किसी भी संभावित टकराव से बचाव कर सके। उनके अनुसार, अगर यह बफर स्टेट बनता है, तो यह तीनों देशों के बीच संघर्ष को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। खालिस्तान पर चर्चा
जब मान से पूछा गया कि क्या सिख खालिस्तान चाहते हैं, तो उन्होंने जवाब दिया, सिख खालिस्तान चाहते हैं या एक स्वतंत्र राज्य, वे यह सब चाहते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस समय पाकिस्तान, चीन, और भारत के पास न्यूक्लियर वेपन्स हैं। अगर इनमें से किसी भी देश के बीच संघर्ष होता है, तो इसका असर पंजाब, हरियाणा, और पाकिस्तान की सभ्यता पर हो सकता है। मान का तर्क है कि एक सिख बफर स्टेट इस टकराव को रोकने का एक उपाय हो सकता है। पंजाब से तीन बार लोकसभा सांसद रहे और शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के अध्यक्ष सरदार सिमरनजीत सिंह मान ने करनाल की कर्ण लेक पर एक विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरी हैं। अपने बयान में मान ने सिखों की स्वतंत्रता और खालिस्तान के मुद्दे पर खुलकर चर्चा की, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। सिखों की स्वतंत्रता पर मान ने ये कहा सिमरनजीत सिंह मान ने कहा, भारत आजाद है, लेकिन सिख आजाद नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सिखों को एक अलग देश चाहिए, और वे इस विचार का पूरी तरह से समर्थन करते हैं। मान का मानना है कि सिख समुदाय एक स्वतंत्र और स्वायत्त बफर स्टेट चाहता है। जो भारत, पाकिस्तान, और चीन के बीच किसी भी संभावित टकराव से बचाव कर सके। उनके अनुसार, अगर यह बफर स्टेट बनता है, तो यह तीनों देशों के बीच संघर्ष को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। खालिस्तान पर चर्चा
जब मान से पूछा गया कि क्या सिख खालिस्तान चाहते हैं, तो उन्होंने जवाब दिया, सिख खालिस्तान चाहते हैं या एक स्वतंत्र राज्य, वे यह सब चाहते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस समय पाकिस्तान, चीन, और भारत के पास न्यूक्लियर वेपन्स हैं। अगर इनमें से किसी भी देश के बीच संघर्ष होता है, तो इसका असर पंजाब, हरियाणा, और पाकिस्तान की सभ्यता पर हो सकता है। मान का तर्क है कि एक सिख बफर स्टेट इस टकराव को रोकने का एक उपाय हो सकता है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर