फसलों की MSP की लीगल गांरटी की मांग को लेकर चल रहे किसान आंदोलन को 200 दिन पूरे होने पर कल (शनिवार) को किसानों द्वारा तीन जगह पर किसान महा पंचायतों का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान दातासिंहवाला-खनौरी और शंभू बॉर्डर पर महापंचायत संपन्न होगी। दाता सिंह वाला- खनौरी बॉर्डर पर आयोजित महापंचायत में महिला पहलवान विनेश फोगाट और उनके पति सोमवीर राठी भी पहुंचेंगे। जिन्हें किसानों द्वारा सम्मानित किया जाएगा। यह महा पंचायत सुबह साढ़े 11 बजे शुरू होगी। यह जानकारी संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक एवं किसान मजदूर मोर्चा की तरफ से दी गई है। वजन ज्यादा होने के चलते ओलिंपिक से किया था बाहर पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट 50 किलोग्राम भार वर्ग में भारत की अगुवाई कर रही थी। वह बिना हारे फाइनल में पहुंच गई थी। लेकिन जब सुबह मुकाबले से पहले उसका वजन किया गया तो वह सौ ग्राम ज्यादा निकला। इसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया था। साथ ही उन्हें कोई मेडल नहीं दिया गया। इससे भारत को काफी निराशा हाथ लगी थी। वहीं, उन्होंने संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। हालांकि देश में विनेश का चैंपियन की तरह ही स्वागत हुआ था। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद विनेश के प्रयास की सराहना की। साथ ही कहा था कि विनेश, आप चैंपियनों में चैंपियन हैं। वहीं, हरियाणा सरकार की तरफ से सिल्वर मेडल विजेता को दी जाने वाली चार लाख की राशि उन्हें पुरस्कार के रूप में दिया था। पहले भी हो चुके हैं कई सम्मान विनेश फोगाट को पेरिस ओलिंपिक के बाद से लगातार लोगों द्वारा सम्मानित किया जा रहा है। उसे पहले खाप पंचायतों द्वारा गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया था। जबकि तीन दिन पहले हरियाणा के जींद में विनेश का सम्मान हुआ था। वहीं, आज वह अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल पहुंची थी। वहां पर भी उन्हें सम्मानित किया गया । फसलों की MSP की लीगल गांरटी की मांग को लेकर चल रहे किसान आंदोलन को 200 दिन पूरे होने पर कल (शनिवार) को किसानों द्वारा तीन जगह पर किसान महा पंचायतों का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान दातासिंहवाला-खनौरी और शंभू बॉर्डर पर महापंचायत संपन्न होगी। दाता सिंह वाला- खनौरी बॉर्डर पर आयोजित महापंचायत में महिला पहलवान विनेश फोगाट और उनके पति सोमवीर राठी भी पहुंचेंगे। जिन्हें किसानों द्वारा सम्मानित किया जाएगा। यह महा पंचायत सुबह साढ़े 11 बजे शुरू होगी। यह जानकारी संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक एवं किसान मजदूर मोर्चा की तरफ से दी गई है। वजन ज्यादा होने के चलते ओलिंपिक से किया था बाहर पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट 50 किलोग्राम भार वर्ग में भारत की अगुवाई कर रही थी। वह बिना हारे फाइनल में पहुंच गई थी। लेकिन जब सुबह मुकाबले से पहले उसका वजन किया गया तो वह सौ ग्राम ज्यादा निकला। इसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया था। साथ ही उन्हें कोई मेडल नहीं दिया गया। इससे भारत को काफी निराशा हाथ लगी थी। वहीं, उन्होंने संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। हालांकि देश में विनेश का चैंपियन की तरह ही स्वागत हुआ था। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद विनेश के प्रयास की सराहना की। साथ ही कहा था कि विनेश, आप चैंपियनों में चैंपियन हैं। वहीं, हरियाणा सरकार की तरफ से सिल्वर मेडल विजेता को दी जाने वाली चार लाख की राशि उन्हें पुरस्कार के रूप में दिया था। पहले भी हो चुके हैं कई सम्मान विनेश फोगाट को पेरिस ओलिंपिक के बाद से लगातार लोगों द्वारा सम्मानित किया जा रहा है। उसे पहले खाप पंचायतों द्वारा गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया था। जबकि तीन दिन पहले हरियाणा के जींद में विनेश का सम्मान हुआ था। वहीं, आज वह अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल पहुंची थी। वहां पर भी उन्हें सम्मानित किया गया । पंजाब | दैनिक भास्कर
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बठिंडा में महिला पर फेंका तेजाब:एक तरफा प्यार में दिया घटना को अंजाम, बेटे को स्कूल से लेकर आ रही थी वापस बठिंडा जिले के कस्बा नथाना में एक शादीशुदा महिला एक तरफा प्यार में पागल प्रेमी के द्वारा तेजाब फेंकने का मामला सामने आया है। घायल अवस्था में महिला को नथाना सीएचसी में भर्ती कराया गया है। वहां पर एसएचओ नथाना दुपिंदर कौर व डीएसपी भुच्चो प्रवेश चोपड़ा के अलावा एसपी डी अजय गांधी भी पहुंचे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। महिला पर फेंका तेजाब घायल महिला द्वारा पुलिस को दर्ज कराए बयानों के अनुसार उक्त महिला अपने बच्चे को स्कूल से लेकर घर लौट रही थी। तभी रास्ते में एक बाइक पर सवार 3 युवक आए और उन्होंने उस पर तेजाब फेंक दिया। जब वह तेजाब फेंकने लगे तो महिला अपना बचाव करते हुए पीछे हट गई तो तेजाब उनके चेहरे पर नहीं पड़ा लेकिन उसकी गर्दन,पेट व टांगों पर तेजाब गिर गया। इससे वह घायल हो गई और उसको घायल अवस्था में नथाना सीएचसी में भर्ती कराया गया। अस्पताल की ओर से थाने में सूचना दी गई। जिस पर एसएचओ दुपिंदर कौर अस्पताल में पहुंची और उन्होंने महिला से बातचीत की और पूरी घटना की जानकारी ली। मामले की जांच में जुटी पुलिस एसएचओ दुपिंदर कौर ने कहा कि उनको जब इस घटना की सूचना मिली तो वह अस्पताल में पहुंची और महिला से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि नजदीकी गांव पूहली निवासी एक व्यक्ति प्रीत जो कुछ माह पहले उनके पड़ोस में बोर लगा कर गया था। उसके द्वारा उक्त महिला पर तेजाब जैसा कोई केमिकल फेंका गया है। अभी हम इस मामले की जांच कर रहे हैं। नथाना पहुंचे डीएसपी भुच्चो प्रवेश चोपड़ा ने कहा कि हम इस मामले की तफ्तीश कर रहे हैं। जिन्होंने भी तेजाब फेंका है,उन पर केस दर्ज करके उनको जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
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जालंधर में 76 वर्षीय NRI बुजुर्ग का अपहरण:आरोपियों ने टक्कर मारकर गाड़ी रुकवाई, फिर जबरन कार में बिठाकर ले गए जालंधर के नकोदर कस्बे के गांव कंग साहबू से अज्ञात कार सवारों ने एक NRI व्यक्ति का अपहरण कर लिया और फरार हो गए। इस मामले में थाना सदर नकोदर की पुलिस ने बीएनएस 104 (अपहरण) के तहत मामला दर्ज किया है। मामला दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज किया गया है। 24 घंटे बीत जाने के बाद भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है, जिसके चलते पुलिस ने रात को ही एफआईआर दर्ज कर ली है। मिली जानकारी के अनुसार 75 वर्षीय मोहिंदर सिंह कल शाम अपने घर से कंग साहबू के लिए निकले थे। शाम करीब 6 बजे जब वह जालंधर नकोदर हाईवे पर गांव कंग साहबू के पास पहुंचे तो दो अज्ञात लोगों ने अपनी कार (पीबी-08-एक्यू-3878) में मोहिंदर सिंह का अपहरण कर लिया और वहां से फरार हो गए। बता दें कि अपहरण की बात सामने आते ही नकोदर सदर थाने के अधिकारियों में खलबली मच गई। बता दें कि अपहृत बुजुर्ग का परिवार इंग्लैंड में रहता है, जिन्हें पूरे मामले की जानकारी दे दी गई है। गांव के व्यक्ति देखा तो पुलिस को दी जानकारी पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार गांव कंग सहाबू के रहने वाले दलजीत सिंह नाम के व्यक्ति ने थाने में फोन कर मामले की जानकारी साझा की थी। उसके गांव के रहने वाले हरजीत सिंह ने मुझे बताया कि हमारे गांव के महिंदर सिंह नाम के व्यक्ति की कार को आरोपियों ने कार से टक्कर मार दी। इस दौरान जब मोहिंदर सिंह अपनी कार रोकी तो दो आरोपियों ने निकलकर मोहिंदर को जबरदस्ती अपनी कार में बैठा लिया और वहां से फरार हो गए। जिसके बाद सारा मामला पुलिस को बताया गया। मोहिंदर का परिवार विदेश में, पुलिस जांच में जुटी वारदात के बारे में जब देहात पुलिस के उच्च अधिकारियों को पता चला तो तुरंत जांच के लिए थाना सदर नकोदर के एसएचओ बलजिंदर सिंह और नकोदर रेंज के डीएसपी कुलविंदर सिंह विर्क अपनी अपनी टीमों के साथ जांच के लिए पहुंच गई थी। पुलिस ने उक्त हाईवे के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार अपहरण किए गए बुजुर्ग व्यक्ति का परिवार पिछले काफी समय से विदेश में रह रहा है। कंग सहाबू गांव में वह अकेला ही अपने घर में रहता था। डीएसपी ने बताया कि आरोपी अपनी कार से शाहकोट की ओर फरार हुए हैं। पूरे रूट के सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं।
पराली जलाने पर सुप्रीम कोर्ट की हरियाणा-पंजाब सरकार को चेतावनी:कहा- सख्त आदेश देने को मजबूर न करें; जुर्माना कम लगाया, जानकारी भी गलत दी
पराली जलाने पर सुप्रीम कोर्ट की हरियाणा-पंजाब सरकार को चेतावनी:कहा- सख्त आदेश देने को मजबूर न करें; जुर्माना कम लगाया, जानकारी भी गलत दी दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के मामले में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। पंजाब और हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी कोर्ट में पेश हुए। सुप्रीम कोर्ट ने गलत जानकारी देने पर पंजाब सरकार को फटकार लगाई। हरियाणा सरकार की कार्रवाई से भी सुप्रीम कोर्ट संतुष्ट नजर नहीं आया। कोर्ट ने कहा कि हमें सख्त आदेश देने के लिए मजबूर न करें। जस्टिस अभय एस ओका, जस्टिस ए अमानुल्लाह और जस्टिस एजी मसीह की बेंच ने पंजाब और हरियाणा सरकार की खेतों में पराली जलाने से रोकने की कोशिशों को महज दिखावा बताया। कोर्ट ने कहा कि अगर ये सरकारें वास्तव में कानून लागू करने में रुचि रखती हैं तो कम से कम एक मुकदमा तो चलना ही चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने यहां तक कहा कि अब समय आ गया है कि केंद्र, पंजाब और हरियाणा सरकारों को याद दिलाया जाए कि प्रदूषण मुक्त वातावरण में रहना नागरिकों का मौलिक अधिकार है। प्रदूषण में रहना अनुच्छेद 21 के तहत मौलिक अधिकारों का घोर उल्लंघन है। केंद्र सरकार को दो हफ्ते का समय दिया
सुप्रीम कोर्ट ने वायु प्रदूषण को लेकर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम (EPA) के तहत नियम बनाने और जिम्मेदार अधिकारियों की नियुक्ति करने के लिए केंद्र सरकार को दो हफ्ते का समय दिया। दिल्ली-NCR में लगातार बढ़ते प्रदूषण के चलते सुप्रीम कोर्ट ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) को फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा- आयोग ने प्रदूषण रोकने के लिए लागू होने वाली सख्तियों को लागू करवाने के लिए कोई मैकेनिज्म तैयार नहीं किया। प्रदूषण को रोकने में नाकाम रहे अधिकारियों पर सीधे कार्रवाई क्यों नहीं की गई, इसके बजाय उन्हें सिर्फ नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया? जिस पर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को आश्वस्त किया है कि पराली जलाने वालों पर 10 दिन के अंदर CAQM एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। मामले में अगली सुनवाई 4 नवंबर को होगी। सुप्रीम कोर्ट की हरियाणा सरकार को कही 2 अहम बातें… 1. आपके आंकड़े हर मिनट बदल रहे
हरियाणा के मुख्य सचिव ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि प्रदेश में फसल जलाने की 400 घटनाएं हुई हैं और राज्य ने 32 एफआईआर दर्ज की हैं। सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य सचिव से कहा कि उनके आंकड़े हर मिनट बदल रहे हैं। सरकार पिक एंड चूज कर रही है। कुछ ही लोगों से जुर्माना लिया जा रहा है और बहुत कम लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह कुछ लोगों पर एफआईआर दर्ज करने और कुछ पर मामूली जुर्माना लगाने को लेकर चिंतित हैं। 2. किसानों को क्या कुछ दिया
सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के मुख्य सचिव से पूछा- पराली को लेकर क्या किया जा रहा है और क्या किसानों को कुछ दिया गया? इस पर मुख्य सचिव ने कहा कि पराली निस्तारण के लिए करीब 1 लाख मशीनें दी गई हैं, जिससे पराली जलाने की घटनाएं कम हुई हैं। सुप्रीम कोर्ट की पंजाब सरकार को कही 4 अहम बातें… 1. नाममात्र जुर्माना वसूला, 600 लोगों को बख्शा
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब के मुख्य सचिव को कहा कि प्रदेश में पराली जलाने के मामले में 1,080 FIR दर्ज की गईं, लेकिन आपने केवल 473 लोगों से नाममात्र का जुर्माना वसूला है। आप 600 या अधिक लोगों को बख्श रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इससे यह स्पष्ट है कि आप पराली जलाने वालों को संकेत दे रहे हैं कि उनके खिलाफ कुछ नहीं किया जाएगा। ऐसा पिछले तीन साल से हो रहा है। 2. एडवोकेट जनरल बताएं, झूठा बयान किसके कहने पर दिया
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब के एडवोकेट जनरल और मुख्य सचिव को भी फटकार लगाई। कोर्ट ने पूछा कि एडवोकेट जनरल बताएं कि किस अधिकारी के कहने पर उन्होंने केंद्र से मशीनें और फंड मांगने का झूठा बयान दिया था। मुख्य सचिव बताएं कि एडवोकेट जनरल को ऐसा किस अधिकारी ने करने के लिए कहा। हम उसे अवमानना का नोटिस जारी करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार की तरफ से पेश वरिष्ठ एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी पर भी नाराजगी दिखाई। कोर्ट ने कहा कि राज्य सरकार गंभीर नहीं दिख रही। पहले एडवोकेट जनरल ने कहा कि किसी पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। अब आप बता रहे कि इस साल 5 केस दर्ज हुए। सुप्रीम कोर्ट ने कोई मुकदमा न होने के बारे में पंजाब सरकार का पिछला एफिडेविट भी दिखाया। 3. क्या 9 हजार लोगों ने सिर्फ 9 घटनाएं ढूंढी
सुप्रीम कोर्ट ने आगे पूछा कि एफिडेविट में गांव स्तर पर निगरानी कमेटी की बात कही गई है। सरकार ने कब आदेश दिया। कमेटी कब बनी। इसका नोडल अफसर कौन है? इस पर एडवोकेट सिंघवी ने कहा कि 9 हजार कमेटियां बनी हैं। हम पूरे ब्योरे के साथ एफिडेविट दाखिल करेंगे। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 9 हजार लोगों ने सिर्फ 9 घटनाएं ढूंढीं? 4. आपने ISRO की रिपोर्ट तक झुठला दी, 400 लोग छोड़े
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि वह ISRO की सैटेलाइट रिपोर्ट तक झुठला देते हैं। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के वकील ने कहा कि अमृतसर में 400 घटनाएं हुई हैं। कोर्ट ने पूछा कि हाल के दिनों में कितनी घटनाएं हुई हैं। इस पर एडवोकेट सिंघवी ने कहा कि 1510 घटनाएं हुईं और 1,080 केस दर्ज किए गए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इसमें भी आपने 400 लोगों को छोड़ दिया। इस पर सिंघवी ने कुछ रिपोर्ट गलत निकलने की बात कही। हरियाणा और पंजाब में वायु प्रदूषण के हालात पढ़िए… पानीपत गैस चैंबर बना, 17 जिलों में AQI 300 पार
हरियाणा में जीटी रोड पर आने वाले 6 जिलों में प्रदूषण खतरनाक लेवल तक पहुंच गया है। पानीपत गैस चैंबर बन गया है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 तक पहुंच गया है। वहीं, 17 जिलों में AQI 300 से ऊपर है, जो खतरनाक श्रेणी में आता है। मंगलवार को कुरुक्षेत्र का AQI 400 से ऊपर दर्ज किया गया है। सुबह और शाम सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन महसूस हो रही है। दिल्ली-NCR में ग्रैप टू की पाबंदियां लागू हो चुकी हैं। NCR में प्रदेश के 14 जिले आते हैं। जिनमें प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है, उस हिसाब से ग्रैप 3 की पाबंदियां भी जल्द लागू हो जाएंगी। पंजाब के 2 जिलों में AQI 200 पार
पंजाब के 2 शहरों में AQI 200 पार हो चुका है। इनमें मंडी गोबिंदगढ़ का AQI 230 और अमृतसर का 203 हो चुका है। इसके अलावा लुधियाना का एयर क्वालिटी इंडेक्स भी 191 है। बाकी जिलों का AQI अभी 200 से कम है। वाइस चांसलर बिश्नोई बोले- 400 AQI में ऑक्सीजन की कमी होती है
पर्यावरण के जानकार गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी (GJU) के वाइस चांसलर प्रो. नरसीराम बिश्नोई का कहना है कि वायु प्रदूषण के कारण वरिष्ठ नागरिकों को सबसे ज्यादा दिक्कतें होती हैं। AQI का स्तर 400 के आसपास पहुंचने पर ऑक्सीजन की कमी होती है। धीरे-धीरे इन्फेक्शन, ब्रोंकाइटिस (श्वास नलियों में सूजन) की बीमारी बढ़ जाती है। आंखों में जलन होने लगती है। प्रदूषण के लिए पराली ही जिम्मेदार नहीं है, बल्कि इसके कई कारण हैं। पराली को इसलिए खतरनाक माना जाता है, क्योंकि इसे जलाने से जहरीली गैस वातावरण में फैलती है। पराली जलाने से रोकने को हरियाणा और पंजाब सरकार ने क्या कार्रवाई की… हरियाणा सरकार के 3 बड़े दावे 1. 150 किसानों पर FIR, 29 गिरफ्तार
हरियाणा सरकार का दावा है कि राज्य में करीब 150 किसानों के खिलाफ अब तक FIR दर्ज हो चुकी है। इसमें 29 लोगों को गिरफ्तार और 380 को रेड लिस्ट किया गया है। पिछले 24 घंटे की बात करें तो कुरुक्षेत्र में 46, जींद में 10, सिरसा में 3, फतेहाबाद में 2 किसानों पर FIR दर्ज की गई है। वहीं सिरसा में 3 महिला किसानों पर केस दर्ज किया है। जांच में महिला किसानों की ओर से जमीन पट्टे पर दिए जाने की बात सामने आई। अब पुलिस काश्तकार किसानों को तलब करेगी। वहीं, पलवल में पराली जलाने पर एक महिला किसान के खिलाफ केस दर्ज किया गया। करनाल में 5, सोनीपत और कैथल में 2-2 किसानों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, कुछ समय बाद इन्हें जमानत दे दी गई। फसल अवशेष जलाने वाले किसानों पर अब तक 8.35 लाख रुपए का जुर्माना लगाया जा चुका है। 2. कृषि विभाग के 24 अधिकारी और कर्मचारी सस्पेंड किए
एक दिन पहले कृषि विभाग ने 24 अधिकारियों और कर्मचारियों को सस्पेंड किया। इन अधिकारियों में एग्रीकल्चर डेवलपमेंट ऑफिसर (ADO) से लेकर एग्रीकल्चर सुपरवाइजर के अलावा कर्मचारी भी शामिल हैं। कृषि विभाग के डायरेक्टर राज नारायण कौशिक की तरफ से 9 जिलों के अधिकारियों पर एक्शन लिया गया है। इसमें पानीपत, जींद, हिसार, कैथल, करनाल, अंबाला, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र और सोनीपत के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। पराली जलाने के बढ़ रहे केसों पर कार्रवाई न होने पर अधिकारियों और कर्मचारियों पर एक्शन लिया गया है। 3. तीन साल में मामले आधे से कम हुए
प्रदेश में 3 साल में आधे से भी कम मामले हो गए हैं। 2021 में प्रदेश में 15 सितंबर से अभी तक पराली जलाने के 1,508 के मामले दर्ज किए गए थे। उसके बाद 2022 में 893 और 2023 में 714 मामले दर्ज हुए थे। मगर अब 2024 में यह आंकड़ा 665 पर रुका है। सरकार की तरफ से इस आंकड़े को कम करने के लिए लगातार छापे भी मारे जा रहे हैं। पंजाब सरकार बोली- 10.55 लाख जुर्माना, 394 के रेवेन्यू रिकॉर्ड में रेड एंट्री की
पंजाब पुलिस के स्पेशल DGP (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला का कहना है कि पराली जलाने के मामलों में पुलिस की तरफ से अब तक 874 केस दर्ज किए गए हैं। 10.55 लाख का जुर्माना लगाया गया है। 394 किसानों के रेवेन्यू रिकॉर्ड में रेड एंट्री की गई है। लोगों पर केवल कार्रवाई नहीं की जा रही, बल्कि उन्हें जागरूक भी किया जा रहा है, ताकि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। पराली जलाने से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा में पराली जलाई तो मंडी में फसल बिक्री बंद: 2 सीजन रोक हरियाणा में करीब एक हफ्ते पहले पराली जलाने को लेकर सरकार ने बड़ा फैसला लिया। पराली जलाने वाले किसान अगले 2 सीजन मंडियों में फसल नहीं बेच पाएंगे। इसके लिए उनके ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ के रिकॉर्ड में रेड एंट्री की जाएगी। सरकार ने इसका मकसद पराली जलाने की घटनाओं को रोकना बताया है। पूरी खबर पढ़ें…