यूपी सरकार की सख्ती के बाद भी 2.45 लाख राज्य कर्मचारियों ने मानव सम्पदा पोर्टल पर अपनी संपत्तियों का ब्योरा नहीं दिया। विभागों की रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे कर्मचारियों का अगस्त महीने का वेतन रोक दिया गया है। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने राज्य कर्मियों को 31 अगस्त तक अनिवार्य रूप से मानव सम्पदा पोर्टल पर चल और अचल संपत्तियों का ब्योरा देने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद सभी कर्मियों ने अपनी संपत्तियों का ब्योरा ऑनलाइन नहीं किया है। बता दें प्रदेश में कुल 8 लाख 46 हज़ार 640 कर्मचारी है जिसमें से सिर्फ 6 लाख 2 हजार 75 कर्मचारियों ने अपनी चल अचल संपत्ति का ब्योरा दिया है। मायावतीं बोलीं- बुलडोजर का इस्तेमाल ठीक नहीं, आपराधिक तत्वों को सख्त कानून से भी निपटा जा सकता है बसपा प्रमुख मायावती ने बुलडोजर नीति पर सवाल उठाते हुए सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने मंगलवार को अपने X अकाउंट पर लिखा- देश में आपराधिक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई कानून के तहत होनी चाहिए तथा इनके अपराध की सजा उनके परिवार व नजदीकी लोगों को नहीं मिलनी चाहिए। यह सब हमारी पार्टी की रही सरकार ने ‘क़ानून द्वारा क़ानून का राज’ (Rule of Law By Law) स्थापित करके भी दिखाया है। बुलडोजर का भी इस्तेमाल अब सुप्रीम कोर्ट के आने वाले निर्णय के मुताबिक ही होना चाहिए। हालांकि उचित तो यही होगा कि इसका इस्तेमाल करने की जरूरत ही ना पड़े क्योंकि आपराधिक तत्वों को सख्त कानूनों के तहत भी निपटा जा सकता है। जबकि आपराधिक तत्वों के परिवार व नजदीकियों पर बुलडोजर का इस्तेमाल करने की बजाय सम्बन्धित अधिकारियों पर ही कठोर कार्यवाही होनी चाहिए, जो ऐसे तत्वों से मिलकर, पीड़ितों को सही न्याय नहीं देते हैं। सभी सरकारें इस ओर जरूर ध्यान दें। रेप केस में युवक बाइज्जत बरी; 3 बच्चों की मां ने दर्ज कराया था केस, कोर्ट ने कहा-सहमति से बनाए शारीरिक सम्बन्ध रेप नहीं बरेली कोर्ट ने रेप के मामले में एक युवक को बाइज्जत बरी किया है। युवक के खिलाफ 3 बच्चों की मां ने साल 2019 में केस दर्ज कराया था। जिसमें महिला ने आरोप लगाया था कि शादी का झांसा देकर शिवम शर्मा ने तीन साल तक शारीरिक शोषण किया। कोर्ट ने इस मामले में विवेचना करने वाले दरोगा, प्रेमनगर थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर और सर्किल के सीओ पर कार्रवाई के लिए एसएसपी को आदेश दिया है। यह फैसला ज्ञानवापी पर फैसला सुनाने वाले जज रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट ने 31अगस्त को सुनाया। पढ़ें पूरी खबरप्र प्रयागराज में लोकसभा चुनाव में समर्थकों संग हंगामे पर पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह पर चार्जशीट प्रयागराज में पूर्व सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह और उनके समर्थक के खिलाफ पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी। कांग्रेस सांसद उज्जवल रमण सिंह के पिता रेवती रमण के अलावा रेहान अहमद, गुलशेर और हरिओम साहू के खिलाफ करेली पुलिस चार्जशीट दाखिल की है। मामला लोकसभा चुनाव के दिन मतदान केंद्र के बाहर समर्थकों के साथ हंगामे का है। पढ़ें पूरी खबर लखनऊ में कार सवार बदमाशों ने ट्रांसपोर्टर को 24 घंटे तक बंधक बनाया ; पत्नी को धमकाकर 50 हजार-जेवर लूटे लखनऊ के आशियाना लोकबंधु चौराहे से कार बदमाशों ने एक ट्रांसपोर्टर को अगवा कर लिया। ट्रांसपोर्टर को 24 घंटे तक बंधक बनाकर रखा। बेहरमी से पिटाई करते रहे। ट्रांसपोर्टर अपनी पत्नी के साथ जा रहे थे तभी ये घटना हुई। बदमाशों ने पत्नी को धमकाकर 50 हजार रुपए और जेवर लूट लिए। घटना से घबराए ट्रांसपोर्टर ने 6 दिन बाद मुकदमा दर्ज कराया। पढ़ें पूरी खबर 42 साल बाद उम्रकैद की सजा से पूर्व सैनिक बरी; 1982 के बदायूं के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सत्र अदालत के फैसले को पलटा 1982 में हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा भुगतने वाले एक पूर्व सैनिक को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 42 साल बाद पूर्व सैनिक मुरारी लाल को हत्या के आरोप से बरी कर दिया। कोर्ट ने अपराध संदेह से परे साबित न होने व गवाहों के बयानों में विरोधाभास के कारण सत्र अदालत की ओर से हत्या का दोषी करार देकर सुनाई गई उम्रकैद की सजा रद्द कर दी। यह आदेश न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा तथा न्यायमूर्ति आर एम एन मिश्र की खंडपीठ ने मुरारी के वरिष्ठ अधिवक्ता की दलीलों को सुनकर दिया। पढ़ें पूरी खबर यूपी सरकार की सख्ती के बाद भी 2.45 लाख राज्य कर्मचारियों ने मानव सम्पदा पोर्टल पर अपनी संपत्तियों का ब्योरा नहीं दिया। विभागों की रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे कर्मचारियों का अगस्त महीने का वेतन रोक दिया गया है। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने राज्य कर्मियों को 31 अगस्त तक अनिवार्य रूप से मानव सम्पदा पोर्टल पर चल और अचल संपत्तियों का ब्योरा देने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद सभी कर्मियों ने अपनी संपत्तियों का ब्योरा ऑनलाइन नहीं किया है। बता दें प्रदेश में कुल 8 लाख 46 हज़ार 640 कर्मचारी है जिसमें से सिर्फ 6 लाख 2 हजार 75 कर्मचारियों ने अपनी चल अचल संपत्ति का ब्योरा दिया है। मायावतीं बोलीं- बुलडोजर का इस्तेमाल ठीक नहीं, आपराधिक तत्वों को सख्त कानून से भी निपटा जा सकता है बसपा प्रमुख मायावती ने बुलडोजर नीति पर सवाल उठाते हुए सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने मंगलवार को अपने X अकाउंट पर लिखा- देश में आपराधिक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई कानून के तहत होनी चाहिए तथा इनके अपराध की सजा उनके परिवार व नजदीकी लोगों को नहीं मिलनी चाहिए। यह सब हमारी पार्टी की रही सरकार ने ‘क़ानून द्वारा क़ानून का राज’ (Rule of Law By Law) स्थापित करके भी दिखाया है। बुलडोजर का भी इस्तेमाल अब सुप्रीम कोर्ट के आने वाले निर्णय के मुताबिक ही होना चाहिए। हालांकि उचित तो यही होगा कि इसका इस्तेमाल करने की जरूरत ही ना पड़े क्योंकि आपराधिक तत्वों को सख्त कानूनों के तहत भी निपटा जा सकता है। जबकि आपराधिक तत्वों के परिवार व नजदीकियों पर बुलडोजर का इस्तेमाल करने की बजाय सम्बन्धित अधिकारियों पर ही कठोर कार्यवाही होनी चाहिए, जो ऐसे तत्वों से मिलकर, पीड़ितों को सही न्याय नहीं देते हैं। सभी सरकारें इस ओर जरूर ध्यान दें। रेप केस में युवक बाइज्जत बरी; 3 बच्चों की मां ने दर्ज कराया था केस, कोर्ट ने कहा-सहमति से बनाए शारीरिक सम्बन्ध रेप नहीं बरेली कोर्ट ने रेप के मामले में एक युवक को बाइज्जत बरी किया है। युवक के खिलाफ 3 बच्चों की मां ने साल 2019 में केस दर्ज कराया था। जिसमें महिला ने आरोप लगाया था कि शादी का झांसा देकर शिवम शर्मा ने तीन साल तक शारीरिक शोषण किया। कोर्ट ने इस मामले में विवेचना करने वाले दरोगा, प्रेमनगर थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर और सर्किल के सीओ पर कार्रवाई के लिए एसएसपी को आदेश दिया है। यह फैसला ज्ञानवापी पर फैसला सुनाने वाले जज रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट ने 31अगस्त को सुनाया। पढ़ें पूरी खबरप्र प्रयागराज में लोकसभा चुनाव में समर्थकों संग हंगामे पर पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह पर चार्जशीट प्रयागराज में पूर्व सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह और उनके समर्थक के खिलाफ पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी। कांग्रेस सांसद उज्जवल रमण सिंह के पिता रेवती रमण के अलावा रेहान अहमद, गुलशेर और हरिओम साहू के खिलाफ करेली पुलिस चार्जशीट दाखिल की है। मामला लोकसभा चुनाव के दिन मतदान केंद्र के बाहर समर्थकों के साथ हंगामे का है। पढ़ें पूरी खबर लखनऊ में कार सवार बदमाशों ने ट्रांसपोर्टर को 24 घंटे तक बंधक बनाया ; पत्नी को धमकाकर 50 हजार-जेवर लूटे लखनऊ के आशियाना लोकबंधु चौराहे से कार बदमाशों ने एक ट्रांसपोर्टर को अगवा कर लिया। ट्रांसपोर्टर को 24 घंटे तक बंधक बनाकर रखा। बेहरमी से पिटाई करते रहे। ट्रांसपोर्टर अपनी पत्नी के साथ जा रहे थे तभी ये घटना हुई। बदमाशों ने पत्नी को धमकाकर 50 हजार रुपए और जेवर लूट लिए। घटना से घबराए ट्रांसपोर्टर ने 6 दिन बाद मुकदमा दर्ज कराया। पढ़ें पूरी खबर 42 साल बाद उम्रकैद की सजा से पूर्व सैनिक बरी; 1982 के बदायूं के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सत्र अदालत के फैसले को पलटा 1982 में हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा भुगतने वाले एक पूर्व सैनिक को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 42 साल बाद पूर्व सैनिक मुरारी लाल को हत्या के आरोप से बरी कर दिया। कोर्ट ने अपराध संदेह से परे साबित न होने व गवाहों के बयानों में विरोधाभास के कारण सत्र अदालत की ओर से हत्या का दोषी करार देकर सुनाई गई उम्रकैद की सजा रद्द कर दी। यह आदेश न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा तथा न्यायमूर्ति आर एम एन मिश्र की खंडपीठ ने मुरारी के वरिष्ठ अधिवक्ता की दलीलों को सुनकर दिया। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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मुरादाबाद के TMU में फिर सुसाइड:हॉस्टल में लटकी मिली मेडिकल स्टूडेंट की लाश, एक महीने में तीसरी मौत, सुसाइड नोट किसी में नहीं
मुरादाबाद के TMU में फिर सुसाइड:हॉस्टल में लटकी मिली मेडिकल स्टूडेंट की लाश, एक महीने में तीसरी मौत, सुसाइड नोट किसी में नहीं मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी (TMU) से फिर सुसाइड की खबर आ रही है। गुरुवार को यहा एक मेडिकल स्टूडेंट की लाश फंदे पर लटकी मिली है। अभी 4 दिन पहले ही यहां महिला एसोसिएट प्रोफेसर का शव यूनिवर्सिटी के गेस्ट हाउस के रूम में फर्श पर पड़ा मिला था। उसके गले पर चाकू के कट के 4 निशान थे। सीओ हाईवे ने बताया- टीएमयू से सुसाइड की सूचना है, पुलिस मौके पर पहुंच रही है। करीब 25 दिन पहले भी यूनिवर्सिटी के ब्वॉयज हॉस्टल में एक बीबीए छात्र की लाश पंखे पर लटकी मिली थी। जानकारी के अनुसार एमडीएस स्टूडेंट ओशो राज चौधरी की लाश यूनिवर्सिटी के ब्वॉयज हॉस्टल के कमरे में फंदे पर लटकी मिली है। वह रांची का रहने वाला था। जानकारी के अनुसार ओशे राज चौधरी एमडीएस द्वितीय वर्ष का छात्र था। फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंचकर साक्ष्य एकत्र कर रही है। फिलहाल छात्र के आत्महत्या के कारणों के बारे में कोई जानकारी नहीं हुई है। पुलिस अधिकारी मौके पर जांच – पड़ताल कर रहे हैं। रूम नंबर 103 में पंखे से लटकी मिली लाश सुसाइड करने वाला मेडिकल स्टूडेंट ओशो राज चौधरी झारखंड के रांची का रहने वाला था। MBBS करने के बाद 2 साल पहले उसने टीएमयू में बतौर पीजी स्टूडेंट (एमडी, एनेस्थीसिया) एडमिशन लिया था। वो एमडी फाइनल का छात्र था। ओशो राज चौधरी यूनिवर्सिटी के ब्वॉयज हॉस्टल में ए ब्लॉक में कमरा नंबर 103 में अकेले रहता था। इसी कमरे में गुरुवार सुबह 8:30 बजे उसकी लाश पंखे से बेड शीट के सहारे लटकी मिली है। पुलिस का कहना है कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। माता-पिता की इकलौती संतान था, पिता सीएमओ थे
ओशोराज चौधरी अपने माता-पिता की इकलौती संतान था। उसके पिता डॉ. अपूर्व चौधरी झारखंड में सीएमओ थे। उनकी मृत्यु हो चुकी है। ओशोराज की मां पूनम चौधरी रांची में गर्वमेंट इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल हैं। यूनिवर्सिटी प्रबंधन और पुलिस की ओर से छात्र के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह ओशोराज ने अपने साथी स्टूडेंट का फोन पिक नहीं किया तो उसे खोजते हुए साथी हॉस्टल में पहुंचे। यहां उसकी लाश लटकी मिली। हर बार की तरह इस बार भी नहीं मिला सुसाइड नोट
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी (TMU) में एक माह के भीतर संदिग्ध हालात में ये तीसरी मौत है। 9 जनवरी को आगरा के रहने वाले बीबीए छात्र अक्षत जैन की लाश यूनिवर्सिटी के ब्वॉयज हॉस्टल में पंखे से लटकी मिली थी। यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने इसे सुसाइड बताया था। लेकिन अक्षत जैन के पिता ने बेटे की मौत को सुसाइड के बजाए संदिग्ध बताते हुए मुरादाबाद के एसएसपी से निष्पक्ष जांच की मांग की है। इसके बाद 4 दिन पहले यूनिवर्सिटी के गेस्ट हाउस में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अदिति की लाश फर्श पर पड़ी मिली। उनके गले पर चाकू से कट के 4 निशान थे। इस मौत को भी सुसाइड बताया गया। तीसरा मामला गुरुवार को सामने आया जब पीजी मेडिकल स्टूडेंट की लाश पंखे से लटकी मिली है। तीनों ही मौतों काे यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने सुसाइड बताया है लेकिन इन तीनों मौतों में एक बात कॉमन है कि तीनों ही आत्महत्याओं में सुसाइड नोट नहीं मिला है। इससे पहले भी यूनिवर्सिटी कैंपस में होने वाली अधिकतर मौतों में सुसाइड नोट नहीं मिले हैं। इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं। 9 जून को BBA छात्र की लाश पंखे पर लटकी मिली मुरादाबाद स्थित तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी (TMU) में 9 जून को बीबीए छात्र ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। छात्र अक्षत जैन आगरा का रहने वाला था। उसकी लाश यूनिवर्सिटी के ब्वॉयज हॉस्टल में फंदे पर लटकी मिली थी। अक्षत जैन बीबीए थर्ड ईयर का पासआउट स्टूडेंट था। जिस दिन उसने आत्महत्या की, उसी दिन उसे घर जाना था। लेकिन उसने घर जाने से पहले ही हॉस्टल में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी। आत्महत्या के कारणों के बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चला। पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने दावा किया था कि मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था। हालांकि छात्र के पिता को इस पर विश्वास नहीं है और उन्होंने एसएसपी से जांच की मांग की है।
खबर अपडेट की जा रही है….
विनेश फोगाट ने खेले 3 ओलिंपिक, तीनों में वेट अलग:इस बार ट्रायल में 2 वेट कैटेगरी में लड़ीं, हंगामा भी हुआ था
विनेश फोगाट ने खेले 3 ओलिंपिक, तीनों में वेट अलग:इस बार ट्रायल में 2 वेट कैटेगरी में लड़ीं, हंगामा भी हुआ था पेरिस ओलिंपिक में केवल 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण डिस्क्वालिफाई की गईं हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट ट्रायल के समय वेट कैटेगरी में क्लैरिटी न होने के चलते 50 किलोग्राम कैटेगरी में लड़ी थीं। उन्होंने ट्रायल तो 53 किलोग्राम वेट कैटेगरी में भी दिया था, लेकिन वहां उन्हें सफलता नहीं मिली। जबकि 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी में उन्हें जीत मिली थी। इसलिए उन्होंने इसी कैटेगरी में ओलिंपिक जाने का फैसला किया। इससे पहले भी विनेश फोगाट अपने करियर में कई नेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ चुकी हैं। जब वह पेरिस ओलिंपिक में वूमेन रेसलिंग की 50 किलोग्राम कैटेगरी के फाइनल में पहुंची तो देश में दीवाली जैसा माहौल बन गया था। गोल्ड नहीं तो सिल्वर पक्का था। हालांकि, कुछ ही समय में यह खुशी उदासी में बदल गई, क्योंकि विनेश फोगाट अपनी कैटेगरी में तय वजन से 100 ग्राम अधिक पाई गईं। इंटरनेशनल रेसलिंग फेडरेशन के नियम बेहद सख्त हैं। एक ग्राम वजन भी अधिक होता है तो रेसलर को अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। इसकी जानकारी विनेश को भी थी। जब उन्हें रात में ही पता चला कि उनका वजन बढ़ा है तो उन्होंने रात में ही वजन कम करने की तमाम कोशिशें कीं, लेकिन सफलता नहीं मिली। नियम के मुताबिक, महिलाओं की फ्रीस्टाइल रेसलिंग में 50, 53, 57, 62, 68 और 76 किलोग्राम की कैटेगरी होती हैं। मुकाबले से पहले सुबह रेसलर का वजन मापा जाता है। टूर्नामेंट के दोनों दिन रेसलर को अपने वजन के भीतर रहना होता है। यदि रेसलर फाइनल में पहुंचती है तो उसे सुबह अपना वजन कराना होता है। विनेश फोगाट मंगलवार को मुकाबले के लिए जब गईं तो उनका वजन तय मानक से अधिक था। लगातार तीसरा ओलिंपिक, तीनों अलग-अलग भार वर्ग में
विनेश फोगाट का यह तीसरा ओलिंपिक था। रियो ओलिंपिक 2016 में उन्होंने 48 किलोग्राम कैटेगरी में भाग लिया था। टोक्यो ओलिंपिक 2020 में वह 53 किलोग्राम कैटेगरी में खेलीं, लेकिन पेरिस ओलिंपिक में आकर उन्होंने 50 किलोग्राम कैटेगरी में खेलना तय किया। यह सही है कि 53 किलोग्राम की कैटेगरी में खेलना थोड़ा मुश्किल होता है, क्योंकि दुनिया के बेस्ट रेसलर 53 किलोग्राम की कैटेगरी में आते हैं। पटियाला कैंप में ट्रायल के दौरान हुआ था हंगामा
पटियाला में राष्ट्रीय खेल संस्थान के हॉल में 12 मार्च 2024 को हंगामा हुआ था। पहलवान विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम और 53 किलोग्राम दोनों कैटेगरी में हिस्सा लेने का विकल्प चुना। इसके बाद वह 50 किलोग्राम का ट्रायल जीतीं, जबकि 53 किलोग्राम के ट्रायल में टॉप 4 में रहीं। नियमों की क्लैरिटी न होने के कारण विनेश फोगाट को यह नहीं पता था कि वह किस कैटेगरी का हिस्सा होंगी। इसलिए उन्होंने दो कैटेगरी में हिस्सा लिया। महज 5 महीने बाद विनेश फोगाट के इस फैसले ने उन्हें 2024 पेरिस ओलिंपिक में रजत या स्वर्ण पदक दिलाने के बेहद करीब पहुंचा दिया। अंतिम पंघाल ने 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता
वहीं इस बीच अंतिम पंघाल ने 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। इससे भारत को 53 किलोग्राम वर्ग में पेरिस ओलिंपिक का कोटा मिला। भारतीय कुश्ती महासंघ के नियमों के अनुसार, कोटा विजेता को ओलिंपिक के लिए हरी झंडी मिल गई थी। अब विनेश फोगाट असमंजस में थीं। उस समय भारत में कुश्ती का संचालन एडहॉक कमेटी कर रही थी। उन्होंने उनसे वादा किया था कि 53 किलोग्राम वर्ग के लिए ट्रायल होगा, लेकिन ऐसा शायद ही हो पाता। क्योंकि रेसलिंग फेडरेशन का चुनाव हो गया था। संजय सिंह नए अध्यक्ष चुन लिए गए थे। 50 किलोग्राम वर्ग या 57 किलोग्राम का विकल्प
12 मार्च आ गया। फोगाट का मानना था कि WFI की वापसी से उन्हें 53 किलोग्राम वर्ग में ओलिंपिक में हिस्सा लेने का मौका नहीं मिलेगा। उनके पास 50 किलोग्राम वर्ग या 57 किलोग्राम का विकल्प था। उन्होंने 50 किलोग्राम चुना। इस वर्ग में उन्होंने आखिरी बार 2018 में हिस्सा लिया था। इसे लेकर विनेश ने कहा था, “मुझे 53 किग्रा कोटा के लिए ट्रायल को लेकर कोई स्पष्टता नहीं थी। आमतौर पर कोटा देश को मिलता है, लेकिन उन्होंने पहले ट्रायल नहीं किए थे। उन्होंने (एडहॉक कमेटी) कहा था कि इस बार ऐसा नहीं होगा। मेरे पास ऐसा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। क्योंकि मुझे ओलिंपिक में हिस्सा लेना था।” इस दौरान विनेश फोगाट ने ये भी कहा था कि उन्होंने वजन में ये बदलाव इसलिए किया क्योंकि और कोई विकल्प नहीं था। मैं खुश हूं कि ओलिंपिक खेलने का मौका मिल रहा है। लगातार दो दिनों तक 50 तक वजन रखना काफी मुश्किल
विनेश फोगाट का वजन आमतौर पर 55-56 किलोग्राम के आसपास होता है। लगातार दो दिनों तक 50 तक वजन रखना काफी मुश्किल है। इसीलिए, यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के अध्यक्ष नेनाद लालोविक ने कहा कि यह एक किलो का मामला नहीं था बल्कि 100 ग्राम के आंकड़े तक पहुंचने के लिए उन्हें पहले ही बहुत अधिक वजन कम करना पड़ा। जिसकी वजह से समस्या हुई। ये खबर भी पढ़ें… विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल की उम्मीद जगी:CAS में अब सुनवाई कल दोपहर डेढ़ बजे; ओलिंपिक से डिसक्वालिफाई होने पर संन्यास ले चुकीं पेरिस ओलिंपिक में ओवरवेट के चलते अयोग्य करार दी गईं रेसलर विनेश फोगाट की अपनी डिसक्वालीफिकेशन के खिलाफ दायर अपील पर अब 9 अगस्त (शुक्रवार) को सुनवाई होगी। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में यह सुनवाई आज यानि गुरुवार रात साढ़े 9 बजे ही होनी थी मगर विनेश के साथ मौजूद दल ने भारतीय वकील को पेश करने के लिए समय की मांग की। इसके बाद CAS ने कल सुबह 10 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर डेढ़ बजे) तक का वक्त दे दिया। (पूरी खबर पढ़ें)
उदयपुर में आदमखोर तेंदुए ने एक और महिला बनाया शिकार, ग्रामीणों ने मुआवजे के लिए किया प्रदर्शन
उदयपुर में आदमखोर तेंदुए ने एक और महिला बनाया शिकार, ग्रामीणों ने मुआवजे के लिए किया प्रदर्शन <p style=”text-align: justify;”><strong>Udaipur Panther Attack:</strong> उदयपुर के गोगुंदा थाना क्षेत्र में एक आदमखोर तेंदुए के हमले में दो दिन में तीन लोगों की मौत हो चुकी है. तेंदुए के हमले के कारण शुक्रवार (20 ) को खेत में काम कर रही एक महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी. पुलिस के अनुसार, छाली पंचायत के उमरिया गांव में तेंदुए ने दो दिन में पांच किलोमीटर के दायरे में हमला करके तीन लोगों को मार डाला.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने बताया कि खेत में काम कर रही हमेरी भील (50) पर शुक्रवार शाम को तेंदुए ने हमला कर दिया. महिला के चीखने पर आसपास खेतों में काम कर रहे लोग कुल्हाड़ी, डंडे लेकर उसकी ओर भागे, लेकिन तब तक तेंदुआ हमेरी को जंगल में खींच ले गया. तलाश करने पर लोगों ने झाड़ियों में हमेरी भील को देखा तो तेंदुआ उसके पास ही बैठा हुआ था. लोगों ने शोर मचाया तो तेंदुआ वहां से भाग गया. इसके बाद झाड़ियों से हमेरी का शव निकाला गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुआवजे की मांग को लेकर किया विरोध प्रदर्शन </strong><br />गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार को तेंदुए के हमले में दो लोगों की मौत हो गई थी. तेंदुए के हमले में दो लोगों की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शुक्रवार को मुआवजे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने गोगुंदा-झाड़ोल रोड को पत्थर लगाकर बंद कर दिया था. उदयपुर के जिला अधिकारी अरविंद कुमार पोसवाल ने बताया कि स्थिति को देखते हुए दो और बचाव टीम बुलाई गई हैं और तेंदुए को बेहोश (ट्रैक्यूलाइज ) करके पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राजसमंद से भी बुलाई गई हैं बचाव टीम </strong><br />जिला वन अधिकारी अजय चित्तौड़ा ने बताया कि उदयपुर की टीम मौके पर ही है. इसके अलावा जोधपुर और पास के जिले राजसमंद से भी बचाव टीम बुलाई गई हैं. चित्तौड़ा ने बताया कि आसपास के क्षेत्र में जिस तरह से हमला हुआ है उससे ऐसा प्रतीत होता है कि एक ही तेंदुआ लोगों पर हमला कर रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”राहुल गांधी पर मंत्री के बयान के खिलाफ कांग्रेस ने दिया धरना, क्यों नहीं पहुंचे सांसद और विधायक?” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/congress-protests-in-bharatpur-ravneet-singh-bittu-remarks-against-rahul-gandhi-ann-2787733″ target=”_self”>राहुल गांधी पर मंत्री के बयान के खिलाफ कांग्रेस ने दिया धरना, क्यों नहीं पहुंचे सांसद और विधायक?</a></strong></p>