हरियाणा के फरीदाबाद में सऊदी अरब से आए एक पत्र के बाद फरीदाबाद पुलिस में हड़कंप मच गया। यह पत्र फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर के नाम आया था। जिस पत्र में फरीदाबाद जिले के धौज गांव के कलर मोहल्ला के रहने वाले ताहिर ने अपनी पत्नी, साले और उसकी पत्नी पर अपनी ही बेटी की हत्या का शक जताते हुए उचित जांच और न्याय की मांग की थी। पिता सऊदी अरब में चलाता है ट्रक ताहिर सऊदी अरब में पिछले लगभग 13 वर्षों से ट्रक ड्राइवर का काम करता है। उसने पुलिस कमिश्नर को भेजे पत्र में लिखा था कि उसकी पत्नी से बेटी से बात करने के लिए कहता है तो पत्नी बेटी से बात नहीं कराती है। जिसके चलते उसे किसी अनहोनी की आशंका है। कृपया इस मामले की उचित जांच की जाए। पुलिस ने आरोपियों से की पूछताछ सऊदी अरब से पत्र आने के बाद हरकत में आई पुलिस ने थाना धौज को यह पत्र भेजकर इस मामले में गहनता से जांच करने के निर्देश दिए थे। पुलिस कमिश्नर द्वारा मिले इस पत्र के बाद थाना धौज की पुलिस भी हरकत में आई और गांव धौज में ताहिर की पत्नी हनीफा बेगम उसके बेटे निज्जा, हनीफा के भाई जफरु और उसकी पत्नी रुखसाना को पुलिस ने पूछताछ के लिए घौज़ थाने में बुलाया और उनसे गहनता से पूछताछ की। 10 महीने पहले लड़की हुई थी फरार पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि मृतका फरवीना 10 महीने पहले गांव के ही रहने वाले नासिर के साथ भाग गई थी। कुछ दिनों बाद वह जब गांव में आई तो थाना धौज में बैठकर दोनों पक्षों में फैसला हुआ था। इस फैसले के बाद फरवीना उनके ही साथ रहने लगी। लेकिन एक दिन फरवीना ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। समाज की लाज लज्जा के डर से फरवीना के शव उन्होंने मिलकर घर में ही गड्ढा खोदकर दफन कर दिया था। पुलिस ने कंकाल को निकाला बाहर पुलिस ने बताई गई जगह पर खुदाई कराकर मृतका के कंकाल को बरामद कर लिया है। फिलहाल पुलिस ने घर दफनाए गए शव के कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट और जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि लड़की की मौत कैसे हुई थी। हरियाणा के फरीदाबाद में सऊदी अरब से आए एक पत्र के बाद फरीदाबाद पुलिस में हड़कंप मच गया। यह पत्र फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर के नाम आया था। जिस पत्र में फरीदाबाद जिले के धौज गांव के कलर मोहल्ला के रहने वाले ताहिर ने अपनी पत्नी, साले और उसकी पत्नी पर अपनी ही बेटी की हत्या का शक जताते हुए उचित जांच और न्याय की मांग की थी। पिता सऊदी अरब में चलाता है ट्रक ताहिर सऊदी अरब में पिछले लगभग 13 वर्षों से ट्रक ड्राइवर का काम करता है। उसने पुलिस कमिश्नर को भेजे पत्र में लिखा था कि उसकी पत्नी से बेटी से बात करने के लिए कहता है तो पत्नी बेटी से बात नहीं कराती है। जिसके चलते उसे किसी अनहोनी की आशंका है। कृपया इस मामले की उचित जांच की जाए। पुलिस ने आरोपियों से की पूछताछ सऊदी अरब से पत्र आने के बाद हरकत में आई पुलिस ने थाना धौज को यह पत्र भेजकर इस मामले में गहनता से जांच करने के निर्देश दिए थे। पुलिस कमिश्नर द्वारा मिले इस पत्र के बाद थाना धौज की पुलिस भी हरकत में आई और गांव धौज में ताहिर की पत्नी हनीफा बेगम उसके बेटे निज्जा, हनीफा के भाई जफरु और उसकी पत्नी रुखसाना को पुलिस ने पूछताछ के लिए घौज़ थाने में बुलाया और उनसे गहनता से पूछताछ की। 10 महीने पहले लड़की हुई थी फरार पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि मृतका फरवीना 10 महीने पहले गांव के ही रहने वाले नासिर के साथ भाग गई थी। कुछ दिनों बाद वह जब गांव में आई तो थाना धौज में बैठकर दोनों पक्षों में फैसला हुआ था। इस फैसले के बाद फरवीना उनके ही साथ रहने लगी। लेकिन एक दिन फरवीना ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। समाज की लाज लज्जा के डर से फरवीना के शव उन्होंने मिलकर घर में ही गड्ढा खोदकर दफन कर दिया था। पुलिस ने कंकाल को निकाला बाहर पुलिस ने बताई गई जगह पर खुदाई कराकर मृतका के कंकाल को बरामद कर लिया है। फिलहाल पुलिस ने घर दफनाए गए शव के कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट और जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि लड़की की मौत कैसे हुई थी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सुनी कुलदीप के मन की बात:नड्डा के सामने अपनी डिमांड रखी, आज आदमपुर में कार्यकर्ताओं से मिलेंगे बिश्नोई हरियाणा में राज्यसभा और विधानसभा चुनावों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजन लाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई भाजपा के बड़े नेताओं से मिल रहे हैं। शनिवार को उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की और अपने मन की बात कही। कुलदीप बिश्नोई के साथ उनकी पत्नी रेणुका बिश्नोई साथ रही। कुलदीप ने हरियाणा की राजनीति को लेकर कई देर चर्चा की साथ ही विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए ज्यादा से ज्यादा सीटें पार्टी को जितवाने की बात कही। कुलदीप ने राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए भी अपनी डिमांड जेपी नड्डा के सामने रखी। नड्डा से मुलाकात के बाद कुलदीप बिश्नोई आज हिसार लौटेंगे। इससे पहले कुलदीप बिश्नोई 17 जून को गृह मंत्री अमित शाह, 18 जून को केन्द्रीय मंत्री एवं हरियाणा विधानसभा चुनाव प्रभारी धमेंद्र प्रधान, 20 जून को भाजपा के प्रदेश प्रभारी विप्लब देव और 21 जून को केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व CM मनोहर लाल से खट्टर से मुलाकात कर चुके हैं। सबसे अंत में मनोहर लाल और जेपी नड्डा से हुई मुलाकात को अहम माना जा रहा है। गैर जाट चेहरे के रूप में पेश कर रहे दावेदारी कुलदीप बिश्नोई भाजपा में गैर जाट चेहरे के रूप में अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। उनके पिता चौधरी भजनलाल हरियाणा के पूर्व CM रह चुके हैं और प्रदेश में गैर जाट सीएम के रूप में उनकी पहचान थी। गैर जाट वोटर ही भाजपा की प्रदेश में ताकत माने जाते हैं ऐसे में कुलदीप इस वोट बैंक को जोड़े रखने में सहायक बनना चाहते हैं और अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं। हरियाणा के 3 बार मुख्यमंत्री रहे स्व. चौ. भजनलाल के समय प्रदेश का संपूर्ण नॉन जाट वोट बैंक उनके साथ था, जो बाद में कुलदीप बिश्नोई की पार्टी हजकां के साथ लामबंद्ध रहा और 2011 से 2014 तक हजकां और भाजपा के गठबंधन के बाद यह वोट बैंक 2014 विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ गया और पिछले 10 वर्षों से राज्य में इसी वोट बैंक के बलबूते पार्टी की सरकार है, मगर गत लोकसभा चुनाव परिणाम से साफ है कि पार्टी की अपने इस कोर नॉन जाट वोट बैंक पर पकड़ ढीली पड़ रही है। एक प्रतिशत बिश्नोई वोटर वाले नेता रहे 3 बार सीएम चौ. भजनलाल हरियाणा में मात्र 1 प्रतिशत बिश्नोई होते हुए भी सबसे लंबे समय तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। हरियाणा के सभी 79 प्रतिशत नॉन जाट जातियों को साथ लेकर साथ चले। बिश्नोई परिवार का दावा है कि उनका हरियाणा के हर गांव में कार्यकर्ता है और सभी गैर जाट जातियों पर उनकी मजबूत पकड़ है। बता दें कि हरियाणा में 2 बार लोकसभा सांसद और 4 बार विधायक रह चुके कुलदीप बिश्नोई आज तक किसी बड़े संवैधानिक पद पर नहीं रहे हैं। हरियाणा की राजनीति में सात दिन महत्वपूर्ण
हरियाणा के कद्दावर नेताओं में से एक कुलदीप बिश्नोई दिल्ली में अचानक ज्यादा सक्रिय हो गए हैं। हरियाणा की राजनीति के लिए यह एक सप्ताह काफी अहम माना जा रहा है। हरियाणा में राज्यसभा से लेकर प्रदेशाध्यक्ष पद का चुनाव भी है। वहीं आगामी 3 महीने बाद ही विधानसभा चुनाव है ऐसे में कुलदीप बिश्नोई ना केवल अपने परिवार के लिए बल्कि अपने समर्थकों के लिए विधानसभा में टिकट दिलवाने के लिए जोर लगा रहे हैं। कुलदीप बिश्नोई के करीबी बताते हैं कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कुलदीप 8 से 10 विधानसभा सीटों की डिमांड कर रहे हैं। इन विधानसभा सीटों में हिसार, नलवा, हांसी, बवानीखेड़ा, बरवाला, आदमपुर, फतेहाबाद, सिरसा और भिवानी की सीटें शामिल हैं। कुलदीप की नजर आगामी विधानसभा चुनावों पर भी टिकी है। वहीं कुलदीप समर्थक भी उन पर लगातार टिकट दिलवाने या फिर निर्दलीय चुनावों में ताल ठोकने का दवाब बना रहे हैं। सरकार में 16 साल से पद से दूर बिश्नोई परिवार इस लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार से बिश्नोई परिवार एक बार फिर सत्ता सुख से दूर हो गया है। अगर रणजीत चौटाला चुनाव जीतते तो उनका बिजली मंत्री का पद भव्य को मिल सकता था। मगर रणजीत की हार ने भव्य बिश्नोई को मंत्री पद से दूर कर दिया। हरियाणा में बिश्नोई परिवार 16 साल से सरकार में पद से बाहर है। 2005 से 2008 तक भजनलाल के बड़े बेटे चंद्रमोहन बिश्नोई हरियाणा के डिप्टी सीएम पद पर रहे। इसके बाद निजी कारणों से उन्होंने त्यागपत्र दे दिया। इसके बाद से आज तक बिश्नोई परिवार को सरकार में कोई पद नहीं मिला है। इसलिए कुलदीप को दर-दर जाना पड़ रहा 1. हिसार लोकसभा से कुलदीप बिश्नोई टिकट मांग रहे थे। मगर भाजपा ने उनका टिकट काटकर चौधरी देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला को टिकट दे दिया। यहां उनका दावा कमजोर पड़ गया। इस बात से कुलदीप बिश्नोई नाराज हो गए थे। इसके बाद पहले पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर और फिर सीएम नायब सैनी ने प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया के साथ उन्हें मनाया। इसके बाद उन्होंने रणजीत के लिए आदमपुर में वोट मांगे लेकिन जितवा नहीं पाए।
2. कुलदीप बिश्नोई के समर्थक लगातार उन पर भाजपा छोड़ने का दवाब बना रहे हैं मगर कुलदीप और उनका परिवार भाजपा में ही रहना चाहते हैं। वह आगामी विधानसभा चुनाव में समर्थकों को टिकट दिलवाने के लिए जोर लगा रहे हैं। कुलदीप को लोकसभा में टिकट नहीं मिलने से ही कुलदीप समर्थक नेता भाजपा से नाराज हैं और लगातार दवाब बना रहे हैं।
3. कुलदीप बिश्नोई की एंट्री के बाद दो राजनीतिक घरानों जिंदल परिवार और बंसीलाल परिवार की भाजपा में एंट्री हो गई है। इस कारण उनका भाजपा के ऊपर समर्थकों के लिए ज्यादा से ज्यादा टिकट मांगने का दवाब हैं। जिंदल परिवार हिसार और कुरूक्षेत्र में अपने समर्थकों और किरण चौधरी भिवानी और अन्य सीटों पर अपने समर्थकों के लिए भी टिकट मांग सकते हैं।
सोनीपत में पेट्रोल पंप पर 8 लाख की लूट:बदमाशों ने 2 कर्मियों समेत 3 को मारी गोली; कार में आए थे 4 युवक
सोनीपत में पेट्रोल पंप पर 8 लाख की लूट:बदमाशों ने 2 कर्मियों समेत 3 को मारी गोली; कार में आए थे 4 युवक हरियाणा के सोनीपत में रात को बदमाशों ने एक पेट्रोल पंप से 8 लाख रुपए लूट लिए। इस दौरान बदमाशों ने पेट्रोल पंप के दो कर्मियों और एक ट्रक ड्राइवर को गोली मार दी। वारदात जीटी रोड पर टीडीआई सीटी के सामने हुई है। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पूरे क्षेत्र में नाकाबंदी की, लेकिन बदमाशों का कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस मामले में आगे की छानबीन में लगी है। जानकारी के अनुसार दिल्ली-पानीपत नेशनल हाइवे 44 पर टीडीआई के सामने गर्व पेट्रोल पंप है। बीती रात करीब 9 बजे कार में सवार होकर चार युवक यहां पहुंचे। उन्होंने अपनी कार को को पेट्रोल पंप के पास हाईवे पर ही खड़ा किया। इसके बाद वे हाथों में पिस्तौल लेकर सीधे पेट्रोल पंप के केबिन में पहुंच गए। इस दौरान केबिन में पेट्रोल पंप संचालक राकेश अंदर ही बैठा था। बदमाशों ने पिस्तौल के दम पर पैसे लूटने की कोशिश की। राकेश ने विरोध किया। इस पर उसके साथ मारपीट की गई। वर्करों के विरोध करने पर चलाई गोली बताते हैं कि इसी दौरान पेट्रोल पंप पर काम करने वाले दो वर्कर नन्हा और संजीव अंदर आ गए। उन्होंने बदमाशों को रोकने का प्रयास किया तो बदमाशों ने दोनों पर गोली चला दी। गोली दोनों के पांव में लगी है। इसके बाद बदमाश वहां रखे कैश को बैग में भर कर भागने लगे। इसी बीच तेल डलवाने के लिए पहुंचे एक ट्रक ड्राइवर ने बदमाशों का विरोध किया तो उसके पैर में गोली मार दी गई। बदमाश इसके बाद मौके से भाग गए। पूरे दिन की बिक्री के रुपए लूट कर हुए फरार राकेश ने बताया कि पंप के कर्मी नन्हा, संजीव, एक ड्राइवर को गोली लगी है। इन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल में दाखिल किया गया है। पेट्रोल पंप पर दिन भर हुई बिक्री के करीब 7 से 8 लाख वहां रखे थे। पूरी गिनती और हिसाब अभी लगाना बाकी है। बदमाश से सारे रुपए उठा ले गए। पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी फुटेज बदमाशों के जाते ही वारदात की सूचना पुलिस को दी गई। इस बीच यहां लोगों की भीड़ लग गई। पुलिस मौके पर पहुंची और पंप पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की। बदमाशों को पकड़ने के लिए पूरे क्षेत्र में नाकाबंदी कर दी गई है। पुलिस वाहनों की जांच कर रही है। देर रात तक बदमाशों का कोई सुराग पुलिस को नहीं लगा था।
करनाल की दो बहनों के साथ UP में दहेज उत्पीड़न:CRPF जवान के खिलाफ केस दर्ज, कार मांगने का आरोप, 2014 में शादी
करनाल की दो बहनों के साथ UP में दहेज उत्पीड़न:CRPF जवान के खिलाफ केस दर्ज, कार मांगने का आरोप, 2014 में शादी हरियाणा में करनाल के काछवा की दो बहनों ने अपने ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना के आरोप लगाए है। पीड़िता के मायके वालों ने दहेज में मोटरसाइकिल दी थी, लेकिन शादी के बाद ससुराल वालों और CRPF में तैनात पति ने विवाहिता को कार के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। बड़ी बेटी को बच्चा हुआ तो उस समय भी दो लाख रुपए के गहने पिता ने ससुराल पक्ष को दिए थे, लेकिन दहेज के लोभियों ने बार-बार प्रताड़ित किया। पंचायतें भी हुई, लेकिन ससुराल वालों ने किसी की भी नहीं मानी। लिहाजा पीड़िता ने अपने मायके आकर मामले की शिकायत करनाल पुलिस अधीक्षक को कर दी। जिसके बाद SP करनाल ने सदर थाना पुलिस को जांच के आदेश दिए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। 2014 में हुई थी शादी काछवा गांव की रीना व पूजा पुत्री राजेंद्र कुमार की शादी 19 जनवरी 2014 में उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर में गांव अम्बेटा में हुई थी। रीना की शादी सीआरपीएफ जवान अजय कुमार पुत्र रामगोपाल के साथ हुई थी, जबकि पूजा की शादी दीपक कुमार के साथ हुई थी। राजेंद्र कुमार ने अपनी बेटियों की शादी में दिल खोलकर खर्च किया था और दहेज में अन्य सामान के साथ साथ बाइक भी दी थी। पीड़िता रीना ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि शादी के बाद से ही उसके पति, जेठ व सास सुदेश दहेज के लिए प्रताड़ित करते रहे। कम दहेज लाने पर बार-बार ताने दिए जाते थे। शादी के 10 दिन बाद ही पति, जेठ व सास ने मारपीट भी की और दहेज में कार लाने की डिमांड रखी। पिता ने जोड़े हाथ, सब कुछ दे देंगे पीड़िता ने शिकायत में बताया है कि उसने अपने पिता को सारी बातें बताई। जिसके बाद पिता ने भी बेटी का घर बसाने की सोची और ससुराल पक्ष के सामने हाथ जोड़े और कहा कि वह धीरे धीरे सब चीजें दे देंगे, लेकिन बार बार मारपीट की जाती। फरवरी 2017 में बड़ी बहन पूजा को बेटा हुआ तो मेरे पिता ने करीब दो लाख के गहने व अन्य सामान दिया।लेकिन ससुराल वालों का लालच बढ़ता गया और साथ ही जुल्म भी। नंदोई भी बुरी नजर रखता था। दिसंबर 2017 में पंचायत लेकर पिता जी गए तो उनके साथ भी बुरा बर्ताव किया। फिर 1 अगस्त 2019 को दोनों बहनों के साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। साथ ही दहेज में बाइक की जगह कार न देने पर दोनों बहनो को घर से निकाल दिया। पहले भी दी गई SP को शिकायत मार्च 2020 में फिर पंचायत हुई। ससुराल वालों ने अपनी गलती मानी, लेकिन हालात वैसे के वैसे ही रहे। पीड़िता ने बताया कि 28 मई 2020 को करनाल पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी गई। 22 जून 2020 को हमारा समझौता हो गया। एक दिसंबर 2020 को पति अपने साथ लेकर चला गया। लेकिन फिर भी टॉर्चर करते रहे। जनवरी 2023 में फिर मारपीट हुई और बच्चा पैदा न होने पर कोसा गया। 11 जनवरी 2024 को फिर मारपीट की गई। 19 जनवरी को पंचायत हुई लेकिन ससुराल वालों ने मुझे रखने से मना कर दिया। उसके बाद से ही वह काछवा में रह रही है। जिसकी शिकायत उसने पुलिस को की। पुलिस ने किया मामला दर्ज सदर थाना की जांच अधिकारी गीता ने बताया कि रीना ने अपने पति, जेठ व सास के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की शिकायत दी है। जिसकी जांच की गई पति अजय द्वारा रीना को दहेज के लिए प्रताड़ित करना पाया गया, लेकिन अन्य नामजद व्यक्तियों के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं आया है। अगर इनके खिलाफ भी कोई सबूत आता है तो इनको जांच में शामिल किया जाएगा। फिलहाल आरोपी पति पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।