​​​​​​​अमृतसर में किसान-जिला प्रशासन के बीच टकराव:NHAI के लिए जमीन एक्वायर करने पहुंची थी टीम; विरोध के बाद वापस लौटी

​​​​​​​अमृतसर में किसान-जिला प्रशासन के बीच टकराव:NHAI के लिए जमीन एक्वायर करने पहुंची थी टीम; विरोध के बाद वापस लौटी

पंजाब में नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स के लिए जमीन एक्वायर करने को लेकर अभी भी किसानों व राज्य सरकार के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। अमृतसर में आज मंगलवार एक बार फिर किसानों व जमीन एक्वायर करने के लिए आई जिला प्रशासन की टीमों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई। विरोध के बाद टीमों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। दरअसल, अमृतसर के गांव कोटली में कटड़ा-अमृतसर-नई दिल्ली नेशनल हाईवे के लिए जमीन एक्वायर की जानी थी। जिसके लिए आज जिला प्रशासन की टीमें गांव कोटली पहुंच गई। इसकी भनक मिलते ही किसान वहां पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि जमीनों के लिए दिए जा रहे मुआवजे में खामियां हैं। जब तक वे खामियां दूर नहीं की जाती, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को जमीन नहीं देंगे। शिकायतों के बाद भी नहीं हुआ निपटारा किसानों का आरोप है कि कुछ जगहों पर जमीनों का बंटवारा कई साल पहले हो चुका है। लेकिन उन्हें मुआवजा दे दिया गया, जिनका मालिकाना हक ही नहीं था। काश्तकारों के पैसे किसी और को दे दिए गए। जिला प्रशासन के पास पहले भी ये मुद्दे उठाए गए हैं, लेकिन हल नहीं हुआ। तब तक जमीनों को नहीं सौंपा जाएगा, जब तक किसानों की समस्याओं का हल नहीं निकाला जाता। प्रदर्शन के बाद माहौल बिगड़ा जिला प्रशासन जमीन का कब्जा छुड़ाने के लिए मशीनें लेकर वहां पहुंच गया। लेकिन किसानों ने उन्हें घेर लिया। टकराव की स्थिति को शांत करते हुए मौजूदा अधिकारियों ने पहले उन्हें समझाने का प्रयास किया। जब अंत तक कोई बात नहीं बनी तो उन्हें वापस लौटना पड़ा। पंजाब में नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स के लिए जमीन एक्वायर करने को लेकर अभी भी किसानों व राज्य सरकार के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। अमृतसर में आज मंगलवार एक बार फिर किसानों व जमीन एक्वायर करने के लिए आई जिला प्रशासन की टीमों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई। विरोध के बाद टीमों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। दरअसल, अमृतसर के गांव कोटली में कटड़ा-अमृतसर-नई दिल्ली नेशनल हाईवे के लिए जमीन एक्वायर की जानी थी। जिसके लिए आज जिला प्रशासन की टीमें गांव कोटली पहुंच गई। इसकी भनक मिलते ही किसान वहां पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि जमीनों के लिए दिए जा रहे मुआवजे में खामियां हैं। जब तक वे खामियां दूर नहीं की जाती, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को जमीन नहीं देंगे। शिकायतों के बाद भी नहीं हुआ निपटारा किसानों का आरोप है कि कुछ जगहों पर जमीनों का बंटवारा कई साल पहले हो चुका है। लेकिन उन्हें मुआवजा दे दिया गया, जिनका मालिकाना हक ही नहीं था। काश्तकारों के पैसे किसी और को दे दिए गए। जिला प्रशासन के पास पहले भी ये मुद्दे उठाए गए हैं, लेकिन हल नहीं हुआ। तब तक जमीनों को नहीं सौंपा जाएगा, जब तक किसानों की समस्याओं का हल नहीं निकाला जाता। प्रदर्शन के बाद माहौल बिगड़ा जिला प्रशासन जमीन का कब्जा छुड़ाने के लिए मशीनें लेकर वहां पहुंच गया। लेकिन किसानों ने उन्हें घेर लिया। टकराव की स्थिति को शांत करते हुए मौजूदा अधिकारियों ने पहले उन्हें समझाने का प्रयास किया। जब अंत तक कोई बात नहीं बनी तो उन्हें वापस लौटना पड़ा।   पंजाब | दैनिक भास्कर