तरनतारन में बुरज गांव के रहने वाले जवान कुलदीप सिंह की जम्मू कश्मीर में गोली लगने से मौत हो गई। शाहिद कुलदीप सिंह पीछे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद कुलदीप सिंह की पत्नी और बच्चे जम्मू में ही रहते हैं। कुलदीप सिंह परिवार ने बताया कि कल उनके जल्दी गांव बुर्ज में अंतिम संस्कार होगा। कुलदीप सिंह के दो बेटे हैं। परिवार ने शहीद हुए कुलदीप सिंह की पत्नी को पंजाब सरकार से नौकरी मिलने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि उनकी माली सहायता भी की जानी चाहिए। साथ ही कहा की कुलदीप सिंह शहीद देश के लिए हुए हैं। जम्मू में आर्मी कैंट सुजुवान 29वीं पोस्ट पर फायर की वजह से कुलदीप सिंह की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक गोली कुलदीप सिंह के सर पर लगी। तरनतारन में बुरज गांव के रहने वाले जवान कुलदीप सिंह की जम्मू कश्मीर में गोली लगने से मौत हो गई। शाहिद कुलदीप सिंह पीछे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद कुलदीप सिंह की पत्नी और बच्चे जम्मू में ही रहते हैं। कुलदीप सिंह परिवार ने बताया कि कल उनके जल्दी गांव बुर्ज में अंतिम संस्कार होगा। कुलदीप सिंह के दो बेटे हैं। परिवार ने शहीद हुए कुलदीप सिंह की पत्नी को पंजाब सरकार से नौकरी मिलने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि उनकी माली सहायता भी की जानी चाहिए। साथ ही कहा की कुलदीप सिंह शहीद देश के लिए हुए हैं। जम्मू में आर्मी कैंट सुजुवान 29वीं पोस्ट पर फायर की वजह से कुलदीप सिंह की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक गोली कुलदीप सिंह के सर पर लगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में संदिग्ध परिस्थितियों में व्यक्ति की मौत:भाई बोला-भाभी के साथ था विवाद; साला बेसुध हालत में छोड़कर भागा, दो बेटियों का पिता
लुधियाना में संदिग्ध परिस्थितियों में व्यक्ति की मौत:भाई बोला-भाभी के साथ था विवाद; साला बेसुध हालत में छोड़कर भागा, दो बेटियों का पिता लुधियाना में संदिग्ध परिस्थितियों में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक का उसकी पत्नी के साथ अक्सर विवाद रहता था। उसे शक था कि उसकी पत्नी के किसी अन्य व्यक्ति के साथ अवैध संबंध है। इसी कलह के कारण उसकी पत्नी कुछ दिन से मायके रह रही थी। आज सुबह वह पत्नी को मायके से लेने गया था। करीब डेढ़ घंटे बाद मायके वाले उसे बेसुध हालत में वापस घर लेकर आए तो पता चला उसकी मौत हो गई। मरने वाले की पहचान पंकज निवासी शिमलापुरी के रूप में हुई है। पंकज के तीन बच्चे है जिनमें 2 बेटियां और एक बेटा है। पंकज की शादी को करीब 8 साल हो गए हैं। पत्नी करती थी युवक से फोन पर बातें जानकारी देते हुए राहुल ने बताया कि उसका भाई पंकज ससुराल गया था। उसका उसकी पत्नी के साथ विवाद रहता था। पंकज ने करीब 2 बाद अपनी पत्नी को किसी युवक के साथ फोन पर बातें करते पकड़ लिया था। इसी कारण उनका आपसी विवाद रहता था। राहुल ने कहा कि आज पंकज को उसके ससुराल पक्ष वालों ने पीटा है। उसे कोई जहरीली वस्तु खिलाई है जिस कारण उसके भाई की मौत हो गई। राहुल ने कहा कि पंकज का साला करन उसे जब घर छोड़ने आया था तो वह उसे सीढ़ियों के पास छोड़कर भाग रहा था, जिसे लोगों ने काबू कर लिया। इस कारण उन्हें शक है कि उसके भाई की हत्या की गई है। फिलहाल पंकज के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया है। राहुल ने कहा कि वह संबंधित थाना पुलिस को शिकायत देंगे।
होशियारपुर में कैबिनेट मंत्री ने किया ट्यूबवेल का उद्घाटन:25 लाख की लागत से किया गया तैयार, जिंपा बोले- जरुरतमंद का हाथ थाम रही सरकार
होशियारपुर में कैबिनेट मंत्री ने किया ट्यूबवेल का उद्घाटन:25 लाख की लागत से किया गया तैयार, जिंपा बोले- जरुरतमंद का हाथ थाम रही सरकार पंजाब के कैबिनेट मंत्री ब्रह्म शंकर जिंपा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार प्रदेश के हर जरुरतमंद का हाथ थामकर उनके लिए कार्य कर रही है, ताकि आम जनता तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना जा सके। कैबिनेट मंत्री आज होशियारपुर के वार्ड नंबर 7 मोहल्ला शालीमार नगर में 25 लाख रुपए की लागत से बने ट्यूबवेल का उद्घाटन करने के बाद आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ मेयर सुरिंदर कुमार, कमिश्नर नगर निगम डा. अमनदीप कौर भी मौजूद रहे। कैबिनेट मंत्री ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का आभार जताते हुए कहा कि प्रदेश में सबसे ज्यादा ट्यूबवेल होशियारपुर विधानसभा क्षेत्र में लगे हैं। उन्होंने कहा कि होशियारपुर वासियों तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है। वार्ड की डिमांड के हिसाब से पेयजल ट्यूबवेल लगवाए जा रहे हैं। पानी को व्यर्थ ना बहाएं : जिंपा ब्रह्म शंकर जिंपा ने कहा कि नगर निगम के साथ मिलकर पब्लिक हेल्थ विभाग की ओर से इस ट्यूबवेल के निर्माण कार्य की प्रक्रिया को अमल में लाया गया है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि इलाके में हर समस्या का हल पहल के आधार पर किया जाएगा। उन्होंने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि वे पानी का सदुपयोग करें और इसे व्यर्थ न बहाएं। इस दौरान उन्होंने पौधारोपण भी किया और मोहल्लावासियों को भी इस सीजन में अधिक से अधिक पौधारोपण के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीण सैनी, डिप्टी मेयर रंजीत चौधरी, संयुक्त सचिव संदीप तिवाड़ी, एक्सईएन हरप्रीत सिंह, सुमेश सोनी, मोहल्ला कमेटी के अध्यक्ष कैप्टन दर्शन सिंह के अलावा अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
PM की मीटिंग से पहले पंजाब में पुलिस-किसानों की झड़प:जम्मू-कटरा एक्सप्रेसवे के लिए जमीन एक्वायर करने का विरोध; माहौल तनावपूर्ण
PM की मीटिंग से पहले पंजाब में पुलिस-किसानों की झड़प:जम्मू-कटरा एक्सप्रेसवे के लिए जमीन एक्वायर करने का विरोध; माहौल तनावपूर्ण पंजाब के मलेरकोटला में जम्मू-कटरा एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन अधिग्रहण करने को लेकर किसानों और पुलिस में झड़प हो गई। किसानों ने पुलिस के बैरिकेड तोड़ दिए। इसके बाद यहां स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। यहां प्रशासन ने कल मंगलवार को जमीन एक्वायर की थी। इसके बाद आज बुधवार को भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) के मेंबर विरोध करने पहुंच गए। उन्होंने पुलिस के लगाए टिप्पर भी धक्के मारकर वहां से हटा दिए। इसी मामले को लेकर आज बुधवार शाम को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में एक हाई लेवल मीटिंग होने जा रही है। मीटिंग में NHAI के अधिकारियों के अलावा पंजाब सरकार के अधिकारी भी बुलाए गए हैं। इसी मीटिंग में दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेस-वे की जमीन अधिग्रहण को लेकर आ रही दिक्कतों पर रिपोर्ट रखी जाएगी। प्रोटेस्ट के PHOTOS… हाईकोर्ट भी सख्त
दूसरी तरफ पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट भी जमीन अधिग्रहण को लेकर सख्त है। गत दिनों हुई सुनवाई में HC ने पंजाब सरकार को दो हफ्तों में जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी करने को कहा है। 6 सितंबर को हाईकोर्ट में इस मामले में पंजाब सरकार की तरफ से जवाब दाखिल किया जाना है। मीटिंग तय होते ही राज्य सरकार हुई एक्टिव
जैसे ही PM कार्यालय की तरफ से NHAI के प्रोजेक्टों को लेकर मीटिंग रखी गई थी। उसके बाद पंजाब सरकार भी एक्टिव हो गई थी। मुख्य सचिव अनुराग वर्मा की तरफ से DGP गौरव यादव को पत्र लिखा गया था। पत्र में उन्होंने लिखा था कि प्रधानमंत्री 28 अगस्त को दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे की प्रगति की समीक्षा करेंगे। इस संबंध में उपायुक्तों के साथ समीक्षा करने पर पाया गया कि दो बहुत छोटे लेकिन महत्वपूर्ण हिस्सों मलेरकोटला में (1.34 किलोमीटर की दूरी) और कपूरथला में (लगभग 1.25 किलोमीटर की दूरी) पर कब्जा लिया जाना है। इसे 27 अगस्त, 2024 तक लिया जाना है। ऐसे में इसके लिए दोनों जगह पर पुलिस फोर्स मुहैया करवाई जाए। पंजाब के चीफ सेक्रेटरी का DGP को भेजा लेटर… केंद्र व पंजाब सरकार में चल रहा विवाद
पंजाब में नेशनल हाईवे प्रोजेक्टों की जमीन अधिग्रहण को लेकर काफी समय से केंद्र सरकार और पंजाब सरकार के बीच गतिरोध चल रहा है। 16 जुलाई को दिल्ली में एक मीटिंग हुई थी, जिसमें लोक निर्माण और बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ शामिल हुए थे। मीटिंग में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पंजाब सरकार को पहल के आधार पर हाईवे में आ रही जमीनों के कब्जे दिलाने को कहा था। साथ ही चेतावनी दी थी कि अगर इस काम में देरी हुई तो प्रोजेक्ट कैंसिल कर देंगे। इसके बाद यह मामला थोड़ा गर्माया था। विरोधियों ने सरकार को घेरा था, लेकिन फिर माहौल शांत हो गया था। ठेकेदारों ने काम बंद करने की चेतावनी दी
फिर 7 अगस्त को NHAI प्रोजेक्टों में काम कर रहे ठेकेदारों ने केंद्र व पंजाब सरकार को पत्र लिखा था। साथ ही कहा था कि उन्हें भू-माफिया द्वारा जलाने की धमकियां मिल रही हैं। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो वह काम रोक देंगे। इसके बाद पंजाब के चीफ सेक्रेटरी ने DGP को पत्र लिखकर कार्रवाई करने को कहा था। साथ ही उस समय 2 FIR दर्ज की गई थी। इसके बाद 10 अगस्त को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की तरफ से पंजाब सरकार को पत्र लिखा गया था। NHAI ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया
साथ ही NHAI के अधिकारियों और ठेकेदारों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया था। उन्होंने धमकी भी दी थी कि उचित सुरक्षा नहीं मुहैया करवाई गई तो 293 किलोमीटर के 14288 करोड़ के प्रोजेक्ट बंद कर देंगे। फिर 12 अगस्त को पंजाब के गवर्नर गुलाब चंद कटारिया की तरफ से इसी मुद्दे को लेकर अधिकारियों से मीटिंग की गई थी। दूसरी तरफ से इस मामले को लेकर NHAI हाईकोर्ट पहुंची थी। कहा था कि गत साल अक्तूबर में हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को जमीन का अधिग्रहण कर उन्हें सौंपने को कहा था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। इसके बाद गत शुक्रवार को हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार ने दो हफ्तों में यह कार्रवाई पूरी करने को कहा था। CM मान ने सहयोग का भरोसा दिलाया
इसके बाद 13 अगस्त को पंजाब CM भगवंत मान ने केंद्र को सहयोग का विश्वास दिलाते हुए स्पष्ट किया कि ठेकेदारों पर हमले के मामले में दो FIR दर्ज की गई हैं। वहीं, उन्होंने पत्र में कहा था कि पंजाब में जमीनों की कीमत अन्य राज्य से ऊंची है। ऐसे में किसान जमीन देने से पीछे हट रहे हैं। वह किसानों से मीटिंग कर इस मामले को निपटाएंगे।