हरियाणा के कई जिलों में मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक तेज बारिश हुई। हिसार में सितंबर में हुई बारिश का 6 साल का रिकॉर्ड टूट गया। यहां सुबह 57 MM बारिश दर्ज की गई। इससे शहर के निचले हिस्सों में जलभराव हो गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि सूबे में 8 सितंबर तक मानसून एक्टिव रहेगा। इसके बाद इसकी सक्रियता कम हो जाएगी। अभी तक 11 जिलों में सामान्य व 11 में सामान्य से कम बारिश हुई है। आज 4 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और नूंह शामिल हैं। सुबह चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर , भिवानी और पलवल के कुछ इलाकों में बारिश हुई। GT रोड बेल्ट पर लगने वाले जिलों में बादल छाए हुए हैं। कहां, कितनी बारिश हुई मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 6 सितंबर तक तेज बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। इसके बाद 8 तारीख तक जाते-जाते यह धीमा हो जाएगा। 24 घंटे के दौरान सिरसा के डबवाली में 80 मिलीमीटर, पानीपत में 7.2 मिलीमीटर, हिसार में 57 मिलीमीटर, यमुनानगर में 4.4 मिलीमीटर, झज्जर में 3.3 मिलीमीटर, अंबाला में 1.6 मिलीमीटर, 20 मिलीमीटर बारिश, भिवानी और फतेहाबाद में 2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। मानसून सीजन में अब तक 305.2 MM बारिश इस मानसून सीजन में 305.2 MM बारिश हुई है। अभी मानसून का कोटा पूरा होने में 105 मिलीमीटर की कमी है। मानसून अमूमन सितंबर के अंत तक विदा होता है। IMD के मुताबिक अभी कहीं-कहीं बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है , लेकिन अलर्ट जारी नहीं किया गया है। मौसम में आए इस बदलाव से दिन के पारे में 0.2 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। चरखी दादरी में सबसे अधिक 36.1 डिग्री पारा आंका गया है। जुलाई में कम हुई बरसात हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है। हरियाणा के कई जिलों में मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक तेज बारिश हुई। हिसार में सितंबर में हुई बारिश का 6 साल का रिकॉर्ड टूट गया। यहां सुबह 57 MM बारिश दर्ज की गई। इससे शहर के निचले हिस्सों में जलभराव हो गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि सूबे में 8 सितंबर तक मानसून एक्टिव रहेगा। इसके बाद इसकी सक्रियता कम हो जाएगी। अभी तक 11 जिलों में सामान्य व 11 में सामान्य से कम बारिश हुई है। आज 4 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और नूंह शामिल हैं। सुबह चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर , भिवानी और पलवल के कुछ इलाकों में बारिश हुई। GT रोड बेल्ट पर लगने वाले जिलों में बादल छाए हुए हैं। कहां, कितनी बारिश हुई मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 6 सितंबर तक तेज बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। इसके बाद 8 तारीख तक जाते-जाते यह धीमा हो जाएगा। 24 घंटे के दौरान सिरसा के डबवाली में 80 मिलीमीटर, पानीपत में 7.2 मिलीमीटर, हिसार में 57 मिलीमीटर, यमुनानगर में 4.4 मिलीमीटर, झज्जर में 3.3 मिलीमीटर, अंबाला में 1.6 मिलीमीटर, 20 मिलीमीटर बारिश, भिवानी और फतेहाबाद में 2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। मानसून सीजन में अब तक 305.2 MM बारिश इस मानसून सीजन में 305.2 MM बारिश हुई है। अभी मानसून का कोटा पूरा होने में 105 मिलीमीटर की कमी है। मानसून अमूमन सितंबर के अंत तक विदा होता है। IMD के मुताबिक अभी कहीं-कहीं बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है , लेकिन अलर्ट जारी नहीं किया गया है। मौसम में आए इस बदलाव से दिन के पारे में 0.2 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। चरखी दादरी में सबसे अधिक 36.1 डिग्री पारा आंका गया है। जुलाई में कम हुई बरसात हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा कांग्रेस में CM पद को लेकर रस्साकशी:सैलजा की प्रस्तावित यात्रा देख हुड्डा ने बेटे को किया आगे, दीपेंद्र निकालेंगे गांव-गांव पदयात्रा
हरियाणा कांग्रेस में CM पद को लेकर रस्साकशी:सैलजा की प्रस्तावित यात्रा देख हुड्डा ने बेटे को किया आगे, दीपेंद्र निकालेंगे गांव-गांव पदयात्रा हरियाणा कांग्रेस में सीएम पद को लेकर रस्साकशी चल रही है। सिरसा की सांसद कुमारी शैलजा ने एक सप्ताह पहले घोषणा की थी कि वह हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले शहरी क्षेत्र में पदयात्रा निकालेंगी। यह पदयात्रा शहरी क्षेत्रों में पहुंचेगी। इस यात्रा का रूट प्लान को अंतिम रूप दिया जा रहा है। शैलजा फिलहाल निजी काम से विदेश में हैं, उनके लौटते ही पदयात्रा का कार्यक्रम तय किया जाएगा। शैलजा के इस पदयात्रा के बारे में घोषणा करते ही पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने अपने सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्डा को आगे रखकर रथ यात्रा का कार्यक्रम फाइनल कर दिया। पूर्व सीएम हुड्डा के एक महीने के कार्यक्रम का शेड्यूल पहले से ही तय था। ऐसे में दीपेंद्र हुड्डा को शैलजा से आगे रखा गया है। शैलजा से पहले रथ यात्रा निकालकर हुड्डा हाईकमान को यह संदेश देना चाहते हैं कि हरियाणा में प्रचार की जिम्मेदारी पूरी तरह से उन्होंने संभाल ली है। इस बीच, शैलजा समर्थकों ने कुमारी शैलजा को जूनियर हुड्डा की रथ यात्रा के बारे में जानकारी दे दी है। शैलजा जल्द ही विदेश से हरियाणा लौट सकती हैं। कुमारी शैलजा जुलाई के अंतिम सप्ताह में यात्रा शुरू करेंगी। कुमारी सैलजा : 44 विधानसभा सीटों कवर करेंगी लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश के जिन 44 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त बनाई, उनमें से अधिकतर शहरी क्षेत्र हैं। विधानसभा चुनाव बिल्कुल सिर पर है। ऐसे में कांग्रेस को शहरी क्षेत्रों पर फोकस करने की जरूरत है। इसलिए सैलजा शहरी इलाकों में पदयात्रा निकालकर पार्टी को मजबूत करना चाहती है। सैलजा खेमे ने बताया कि जुलाई के अंतिम सप्ताह में पद यात्रा शुरू करने की प्लानिंग तैयार की जा रही है। जल्द ही तारीख की घोषणा के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं को मीडिया के माध्यम से यात्रा का रूट जारी कर दिया जाएगा। इस पदयात्रा को लेकर कुछ अहम जिम्मेदारियां भी कार्यकर्ताओं को सौंपी जानी हैं। इसके लिए कार्यकर्ता मीटिंग बुलाई जाएगी। दीपेंद्र हुड्डा : कल से निकालेंगे पदयात्रा, जीटी बेल्ट पर रहेगा फोकस कुमारी सैलजा से पहले दीपेंद्र हुड्डा कल यानी 15 जुलाई से पदयात्रा निकालेंगे। यह पदयात्रा शहरों में निकलेगी और दीपेंद्र हुड्डा रोजाना करीब 5 किमी चलेंगे। इसके अलावा गांवों में यात्रा के लिए मिनी बस तैयार की जा रही है। इस पदयात्रा में लोगों से संवाद किया जाएगा और भाजपा सरकार की नाकामियों पर जनता से सीधा संवाद किया जाएगा। दीपेंद्र हुड्डा कल 15 जुलाई करनाल से इस यात्रा की शुरुआत करेंगे। करनाल की पुरानी अनाज मंडी से इसकी शुरुआत हो रही है। दीपेंद्र पहले सप्ताह में 9 अलग-अलग जिलों के 14 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। शुरुआत में जीटी रोड बेल्ट पर फोकस रहेगा। भूपेंद्र हुड्डा : रथयात्रा निकालेंगे वर्ग सम्मेलन करेंगे
दीपेद्र हुड्डा की पदयात्रा के बाद भूपेंद्र हुड्डा 20 अगस्त के बाद प्रदेश में रथ यात्रा निकालेंगे। इस रथ यात्रा में कांग्रेस हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान साथ रहेंगे। यह रथ यात्रा सभी 90 विधानसभा में जाएगी। इसके अलावा हुड्डा वर्ग सम्मेलन करेंगे। इसकी शुरुआत हिसार से ही होगी। 28 जुलाई को हिसार में गुरु दक्ष प्रजापति महाराज की जयंती मनाई जाएगी। इसके बाद 3 अगस्त को सोनीपत में बीसीए सम्मेलन, 4 अगस्त को गुरुग्राम में मजदूर एवं सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी सम्मेलन, 9 अगस्त को महेंद्रगढ़ में पूर्व सैनिक सम्मेलन, 10 अगस्त को अनुसूचित जाति सम्मेलन, 11 अगस्त को पानीपत में व्यापारी सम्मेलन, 16 अगस्त को भिवानी में महिला सम्मेलन, 17 अगस्त को फरीदाबाद में एनआरआई सम्मेलन तथा 18 अगस्त को करनाल में मदन लाल ढींगरा की पुण्यतिथि कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। हर बार गुटबाजी भारी पड़ी
हरियाणा में कांग्रेसी नेताओं की धड़ेबंदी जगजाहिर है और पार्टी ने इसका नुकसान 2 विधानसभा और 3 लोकसभा चुनाव में उठाया है। लोकसभा चुनाव में भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर पूर्व मंत्री किरण चौधरी और गुरुग्राम में पूर्व कैबिनेट मंत्री कैप्टन अजय यादव ने टिकट कटने के बाद अपनी नाराजगी खुलकर जताई। किरण अब कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आ गई है। किरण चौधरी ने तो हुड्डा कैंप पर उनकी सियासी हत्या की साजिश रचने जैसे आरोप तक लगाए थे। गुरुग्राम, रेवाड़ी जिलों में लालू यादव के समधी कैप्टन अजय यादव कांग्रेस का बड़ा चेहरा है मगर हुड्डा से उनकी कुछ खास नहीं बनती। इसी तरह कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और चौधरी बीरेंद्र सिंह जैसे नेताओं की भूपेंद्र सिंह हुड्डा से दूरी बनाए रहते हैं।
विज बोले- राजनीति में गुब्बारे बेचना हुड्डा साहब का काम:अंबाला में कहा- भूपेन्द्र साहब बताएं कि भाजपा ने कहां धोखा दिया
विज बोले- राजनीति में गुब्बारे बेचना हुड्डा साहब का काम:अंबाला में कहा- भूपेन्द्र साहब बताएं कि भाजपा ने कहां धोखा दिया हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि “लोगों ने भाजपा के कार्यकाल को देखा है और भाजपा ने भर्ती माफिया और किसानों की जमीन सस्ते दामों पर भू-माफियाओं को देने जैसी कुप्रथाओं को बंद किया है और लोगों को पारदर्शी शासन दिया है।” उन्होंने कहा कि “लोग हर पार्टी के शासन का तुलनात्मक अध्ययन करेंगे और तुलनात्मक अध्ययन करने के बाद लोगों का हर वोट कमल के फूल, भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाएगा।” हरियाणा मांगे हिसाब कार्यक्रम के शुभारंभ के संबंध में दीपेंद्र हुड्डा द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि “विपक्ष को अपनी बात कहने का अधिकार है, लोगों को भी सभी राजनीतिक दलों के प्रदर्शन को देखने का अधिकार है।” उन्होंने कहा कि हरियाणा में जो भी पार्टियां चुनाव के लिए तैयारी कर रही है, लगभग सभी को हरियाणा में राज करने का मौका मिला है, लोगों ने इनेलों को राज देखा, लोगों ने हुडा का राज देखा, किस प्रकार से किसानों की सस्ती जमीनें भूमाफियों को दी गई, किस प्रकार से भर्तियों की मण्डियां लगाई गई और किस प्रकार से नौकरियों के बाजार सजाए गए तथा ये सब लोग भूले नहीं हैं और लोगों की याददाश्त कमजोर नहीं हुई हैं’’। राजनीति में गुब्बारे बेचना हुड्डा साहब का काम
भूपेन्द्र हुड्डा द्वारा ओबीसी वर्ग को भाजपा द्वारा धोखा दिए जाने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘‘ हुड्डा साहब बताएं कि भाजपा ने कहां धोखा दिया है, किसको धोखा दिया और किस तरह का धोखा दिया है, कोई तथ्य होना चाहिए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ये राजनीति में गुब्बारे बेचना हुड्डा साहब का काम है, वे तो केवल आते हैं और लोगों को रंग-बिरंगे गुब्बारे बेचकर चले जाते हैं’’। कांग्रेस को पार्टी कहना शब्दकोष के साथ विश्वासघात
हुड्डा और सैलजा गुटबाजी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘‘ये जो पार्टी (कांग्रेस) है इसको पार्टी कहना शब्दकोष के साथ विश्वासघात है। उन्होंने कहा कि जैसा हमारा प्रजातांत्रिक देश है वैसे हमारी प्रजातांत्रिक पार्टियां होनी चाहिए। इस पार्टी में कोई प्रजातंत्र नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से अलग-अलग धडे लूट करने के लिए इकटठे हो जाते हैं, उसकी प्रकार से ये कुछ धडे इकट्ठे होकर सरकार को हासिल करने और लूटने के लिए इकट्ठे हो रहे हैं’’। भाजपा को वोट मांगने का हक
जेजेपी-भाजपा गठबंधन सरकार के दौरान जेजेपी द्वारा किए गए कार्यों के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में विज ने कहा कि ‘‘हमारी सरकार थी और उसमें चार साल तक लगभग जेजेपी सांझेदार रही है। उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जो हमने काम किए हैं क्या जेजेपी की अलग सरकार थी, जेजेपी कोई अलग काम कर लेती थी, बिना कैबिनेट किए और बिना मुख्यमंत्री की मंजूरी के जेजेपी कुछ कर पाती थी। उन्होंने कहा कि काम तो गठबंधन सरकार ने किए हैं, भारतीय जनता पार्टी ने किए हैं और भारतीय जनता पार्टी को किए गए कामों को जनता के सामने उजागर करने का हक है और वोट मांगने का हक है’’। लालू प्रसाद यादव अपना तो बता नहीं सकते हैं भविष्यवाणी
लालू प्रसाद यादव के ब्यान कि मोदी सरकार अगस्त में गिर जाएगी के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘‘लालू प्रसाद यादव अपना तो बता नहीं सकते हैं कि कब जेल जाएंगें और कब जेल से आएंगें और दूसरों की भविष्यवाणी कर रहे हैं’’। अग्निवीर सरकार की बहुत ही महत्वकांक्षी योजना
अग्निवीर योजना के संबंध में उन्होंने कहा कि ‘‘अग्निवीर सरकार की बहुत ही महत्वकांक्षी योजना हैं। कुछ लोगों को केवल हर बात का विरोध करना होता है उसकी अच्छाई नहीं देखनी होती। उन्होंने कहा कि यह आम युवाओं को मिलीटराईज करने और अनुशासित बनाने तथा देश को मजबूत बनाने की योजना है। देश के युुवाओं को सकारात्मकता की तरफ लगाने की योजना है लेकिन कुछ लोग समझते नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जैसा कि मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि इन अग्निवीरों को अन्य सेवाओं में भी आरक्षण दिया जाएगा और केन्द्र सरकार ने भी किया है तथा अन्य सरकारें भी कर रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे भी देश हैं जहां पर परिवार के एक व्यक्ति को सेना में भेजा जाता है और इसी कारण से वे देश संसार के बहुत ही मजबूत देश माने जाते हैं।
राव इंद्रजीत की नजर हरियाणा की 7 विधानसभा सीटों पर:बेटी को एडजस्ट करेंगे; अहीरवाल में अपने समर्थकों को टिकट दिलाने की तैयारी
राव इंद्रजीत की नजर हरियाणा की 7 विधानसभा सीटों पर:बेटी को एडजस्ट करेंगे; अहीरवाल में अपने समर्थकों को टिकट दिलाने की तैयारी हरियाणा में अहीरवाल बेल्ट की राजनीति को अपने हिसाब से चलाने वाले गुरुग्राम से मौजूदा सांसद व केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह सधी हुई राजनीति के तहत प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं। शुक्रवार को वह रेवाड़ी के डहीना पहुंचे। यहां जनसभा में उन्होंने कहा, ‘मैं कई बार MLA और MP बन चुका हूं। महेंद्रगढ़ से भी जीता और गुरुग्राम से भी। अब मैं नई पीढ़ी को आगे लाना चाहते हूं।’ राजनीतिज्ञ बताते हैं कि राव का इशारा उनकी बेटी आरती राव की ओर है। वह इस विधानसभा चुनाव में न सिर्फ बेटी को पूरी तरह राजनीति में एडजस्ट करेंगे, बल्कि अपने समर्थकों को भी अहीरवाल बेल्ट के 3 जिलों रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम में ज्यादा से ज्यादा टिकट दिलाने की कोशिश करेंगे, ताकि रामपुरा हाउस का दबदबा बना रहे। गृहमंत्री शाह ओलसोल ठीक कर गए
राव इंद्रजीत इस समय केंद्र सरकार की तारीफ और प्रदेश सरकार की मुखलफ़त करने से नहीं चूक रहे। 16 जुलाई को जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह महेंद्रगढ़ आए थे तो उन्हीं के मंच से राव ने क्रीमीलेयर की वार्षिक आय सीमा बढ़ाने वाले फैसले पर हरियाणा सरकार पर कटाक्ष किया। शुक्रवार को भी डहीना के मंच से भी राव ने इसी तरह का तंज फिर से कसा। उन्होंने यहां पर कहा कि 2 सप्ताह पहले अमित शाह जब आए तो यहां जो ओलसोल (गड़बड़) हुई उसे ठीक कर गए। 7 सीटों पर राव की नजर
अहीरवाल में विधानसभा की 11 सीटें है, जिन्हें यादव बाहुल्य कहा जाता है। इनमें गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ की 4-4 और रेवाड़ी जिले की 3 विधानसभा सीटें शामिल हैं। राव की कोशिश है कि महेंद्रगढ़ जिले की अटेली और नारनौल के अलावा, रेवाड़ी की तीनों सीटें बावल, कोसली और रेवाड़ी के साथ गुरुग्राम जिले में बादशाहपुर और पटौदी सीटों पर अपने नेताओं को टिकट दिलाई जाए। इन सीटों पर राव विरोधी नेताओं ने भी पूरा जोर लगाया हुआ है। फिर भी राव ने इस दावेदारी को शुक्रवार को भी मजबूती देने की कोशिश की। डहीना में उन्होंने कहा, ‘मेरी टिकट कटवाने वाले इस बार भी काफी घूम रहे थे।’ राव ने इस बयान से अपने विरोधियों को संदेश दिया कि उनकी पकड़ अब भी मजबूत है। मेरे से छोटे बना दिए कैबिनेट मंत्री, मैं नहीं
राव इंद्रजीत ने इस बार गुरुग्राम से ही लोकसभा चुनाव लड़े। उन्होंने चुनाव में कांग्रेस नेता राज बब्बर को मात दी। इसके बाद राव इंद्रजीत को केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया है। इससे राव इंद्रजीत खुश नजर नहीं आते। करीब 10 दिन पहले महेंद्रगढ़ के सेहलंग गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राव इंद्रजीत ने कहा कि वह लगातार छठी बार सांसद बने हैं। वर्ष 2004 में भी वह राज्यमंत्री थे और अब 2024 में भी राज्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरे से छोटे पहली बार जीतकर आए लोगों को कैबिनेट में शामिल कर लिया गया। हमारी अनदेखी की गई।’ 2019 में राव की सिफारिश पर मिले टिकट
महेंद्रगढ़ जिले की नांगल चौधरी सीट की बात करें तो यहां राव इंद्रजीत के धुर विरोधी डॉ. अभय सिंह 2 बार से MLA और वर्तमान प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री हैं। उन्हें मनोहर लाल खट्टर का खास माना जाता है। ऐसे में उनकी टिकट कटने की संभावनाएं कम हैं। जबकि, महेंद्रगढ़ सीट पर BJP के पुराने नेता पंडित राम बिलास शर्मा दावेदार हैं। राम बिलास और राव इंद्रजीत के बीच किसी तरह का मनमुटाव नहीं है। ऐसे में महेंद्रगढ़ सीट पर राव की दावेदारी की कोई गुजाइंश नहीं है। 2019 के विधानसभा चुनाव में रेवाड़ी, बावल, कोसली, अटेली, नारनौल और बादशाहपुर सीट पर राव की सिफारिश पर ही पार्टी ने टिकट बांटे थे। इस बार राव पटौदी सीट भी अपने समर्थित नेता को ही दिलवाना चाहते हैं। पिछली बार भितरघात के चलते कुछ सीटें हारी थी BJP
5 साल पहले हुए विधानसभा चुनाव में BJP इन 11 सीटों में से कुछ सीटें भितरघात के चलते हार गई थी। इनमें महेंद्रगढ़, रेवाड़ी और बादशाहपुर सीटें शामिल हैं। रेवाड़ी में पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास तो बादशाहपुर में उस वक्त के सीटिंग MLA और कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह की टिकट कट गई थी। रणधीर सिंह कापड़ीवास ने बागी होकर चुनाव लड़ा, जिसकी वजह से BJP उम्मीदवार सुनील मुसेपुर चुनाव हार गए। इसी तरह बादशाहपुर में निर्दलीय प्रत्याशी राकेश दौलताबाद और महेंद्रगढ़ सीट पर कांग्रेस के राव दान सिंह ने जीत दर्ज की थी। अहीरवाल में राव इंद्रजीत परिवार का दबदबा
बता दें कि अहीरवाल में गुरुग्राम से लेकर नांगल चौधरी तक राव इंद्रजीत सिंह के परिवार रामपुरा हाउस का दबदबा है। राव इंद्रजीत सिंह खुद 5 बार सांसद और 4 बार MLA बन चुके हैं। उनके पिता राव वीरेंद्र सिंह प्रदेश के दूसरे मुख्यमंत्री बने थे। राव इंद्रजीत सिंह का परिवार गुरुग्राम से लेकर महेंद्रगढ़ जिले की अलग-अलग सीटों पर चुनाव लड़ता रहा है। इस बार राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव अटेली या फिर बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ सकती हैं।