हरियाणा के पानीपत शहर के न्यू रमेश नगर में एक बड़ा हादसा हो गया। यहां खेलते-खेलते 7 वर्षीय बड़े भाई के हाथ से उसके 5 वर्षीय छोटे भाई की मौत हो गई। दरअसल, गली में खड़े ऑटो को बच्चे ने स्टार्ट कर दिया था। जिससे छोटे भाई को टक्कर लग गई। टक्कर लगने के बाद बच्चा अचेत हो गया और उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। ऑटो में लगी हुई थी चाबी, गियर में था खड़ा न्यू रमेश नगर निवासी बच्चों के दादा अशोक कुमार ने बताया कि उसका बेटा सन्नी है, जिसके दो बेटे हैं। जिसमें बड़ा बेटा देव (7) व छोटा बेटा वंश (5) है। मंगलवार शाम सन्नी के दोनों बेटे घर के बाहर गली में खेल रहे थे। सामने पड़ोसी ऑटो चलाता है, जोकि अपना ऑटो को लेकर आया था। उस वक्त दोनों बच्चे वही खेल रहे थे। पड़ोसी ऑटो खड़ा करके अपने घर के भीतर चला गया। लेकिन वह चाबी को उसी में छोड़ गया। खेलते-खेलते देव ने चाबी को ऑन कर दिया। जिससे ऑटो स्टार्ट हो गया। ऑटो गियर में खड़ा होने की वजह वह चल पड़ा। जिससे अगले पहिए के आगे खेल रहे वंश को टक्कर लग गई। टक्कर लगते ही वंश का सिर घर के सामने बने बैठने वाली स्लेप पर जा लगा। इसके बाद वह अचेत हो गया। आनन-फानन में परिजन उसे सिविल अस्पताल ले गए। जहां से उसे चंडीगढ़ पीजीआई के लिए लेकर चल पड़े। यहां रास्ते में उसकी मौत हो गई। हरियाणा के पानीपत शहर के न्यू रमेश नगर में एक बड़ा हादसा हो गया। यहां खेलते-खेलते 7 वर्षीय बड़े भाई के हाथ से उसके 5 वर्षीय छोटे भाई की मौत हो गई। दरअसल, गली में खड़े ऑटो को बच्चे ने स्टार्ट कर दिया था। जिससे छोटे भाई को टक्कर लग गई। टक्कर लगने के बाद बच्चा अचेत हो गया और उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। ऑटो में लगी हुई थी चाबी, गियर में था खड़ा न्यू रमेश नगर निवासी बच्चों के दादा अशोक कुमार ने बताया कि उसका बेटा सन्नी है, जिसके दो बेटे हैं। जिसमें बड़ा बेटा देव (7) व छोटा बेटा वंश (5) है। मंगलवार शाम सन्नी के दोनों बेटे घर के बाहर गली में खेल रहे थे। सामने पड़ोसी ऑटो चलाता है, जोकि अपना ऑटो को लेकर आया था। उस वक्त दोनों बच्चे वही खेल रहे थे। पड़ोसी ऑटो खड़ा करके अपने घर के भीतर चला गया। लेकिन वह चाबी को उसी में छोड़ गया। खेलते-खेलते देव ने चाबी को ऑन कर दिया। जिससे ऑटो स्टार्ट हो गया। ऑटो गियर में खड़ा होने की वजह वह चल पड़ा। जिससे अगले पहिए के आगे खेल रहे वंश को टक्कर लग गई। टक्कर लगते ही वंश का सिर घर के सामने बने बैठने वाली स्लेप पर जा लगा। इसके बाद वह अचेत हो गया। आनन-फानन में परिजन उसे सिविल अस्पताल ले गए। जहां से उसे चंडीगढ़ पीजीआई के लिए लेकर चल पड़े। यहां रास्ते में उसकी मौत हो गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
पानीपत में दिनदहाड़े 27 लाख की लूट:कलेक्शन के रुपए लेकर आया था निजी कंपनी का कर्मी; सफेद XUV में आए बदमाशों ने छीना बैग
पानीपत में दिनदहाड़े 27 लाख की लूट:कलेक्शन के रुपए लेकर आया था निजी कंपनी का कर्मी; सफेद XUV में आए बदमाशों ने छीना बैग हरियाणा के पानीपत में रुपए का कलेक्शन करने वाले एक युवक को दिनदहाड़े नए बस स्टैंड के नजदीक बदमाशों ने लूट लिया। उसके पास कलेक्शन के 27 लाख रुपए थे। इसकी सूचना पीड़ित ने पुलिस को दी। पुलिस ने सूचना के आधार पर कार्रवाई शुरू की है। पीड़ित के साथ पुलिस वारदात स्थल पर गई और स्थिति को समझा। साथ ही पीड़ित की कंपनी से संपर्क कर उसके मैनेजर को भी मौके पर बुलाया गया। पुलिस को मामला संदिग्ध लग रहा है। सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर थाना पुलिस और CIA की संयुक्त टीमें छानबीन कर रही हैं। ऑटो में अकेला जा रहा था
सेक्टर-29 थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजीव कुमार ने बताया कि उन्हें एक शिकायत मिली, जिसमें गुजरात के अहमदाबाद निवासी जयेश से लूट हुई है। उसने बताया है कि वह एक कलेक्शन कंपनी में काम करता है। वह मंगलवार को गोहाना और रोहतक से करीब 27 लाख रुपए का कलेक्शन लेकर बस से पानीपत आया। यहां वह बस स्टैंड के बाहर एक ऑटो में बैठा। वह ऑटो में अकेला ही था। बस स्टैंड से पानीपत की ओर कुछ दूरी पर जब ऑटो पहुंचा, तो वहां अचानक एक XUV गाड़ी आई। गाड़ी से 3 लोग उतरे। उन्होंने हाथ से बैग छीना और मौके से फरार हो गए। गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस
थाना प्रभारी ने बताया है कि पीड़ित ने उन्हें वारदात सुबह 11 बजे की बताई है। जबकि, उसने पुलिस को सूचित दोपहर 2 बजे किया है। इसके अलावा वह इतनी बड़ी रकम एक बैग में लेकर बस और ऑटो में सफर कर रहा था। जोकि आमतौर पर सामान्य नहीं है। वहीं, पुलिस ने गुजरात के कंपनी मैनेजर को भी संपर्क कर यहां बुलाया, तो वह भी तुरंत ही पहुंच गया। इन सब बातों को लेकर शिकायतकर्ता से CIA पुलिस पूछताछ कर रही है।
हिसार में भाजपा की हार पर रणजीत चौटाला की प्रतिक्रिया:बोले- जीता हुआ चुनाव हम हार गए; कार्यकर्ताओं से की खास अपील
हिसार में भाजपा की हार पर रणजीत चौटाला की प्रतिक्रिया:बोले- जीता हुआ चुनाव हम हार गए; कार्यकर्ताओं से की खास अपील हिसार लोकसभा सीट पर कांग्रेस के जयप्रकाश से करीबी मुकाबले में हारने के बाद रणजीत चौटाला ने पहली बार हिसार की जनता को संदेश दिया। रणजीत चौटाला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश जारी किया। 49 सेकंड के इस वीडियो में रणजीत चौटाला ने हिसार के कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा, “मैं हिसार लोकसभा क्षेत्र के परिवारों से कहना चाहूंगा कि चुनाव के बाद आपको थोड़ा सा ऐसा लगा होगा कि जो चुनाव हमने जीता था, वो हम हार गए। इसके लिए मैं आपकी भावनाओं को समझता हूं। मैं सभी लोगों से एक बात कहना चाहूंगा कि हम सब मिलजुल कर बैठेंगे और इस मामले पर चर्चा करेंगे। इसके लिए मैं आपको इस महीने की 10 तारीख को शाम 4 बजे अग्रसेन भवन हिसार में आमंत्रित करता हूं। इस दिन हम सब मिलजुल कर बैठेंगे और चर्चा करेंगे, ताकि हमारी थकान दूर हो और हम अगला चुनाव हिम्मत के साथ लड़ने के लिए तैयार हों।” रणजीत चौटाला बोले- 16 साल की सेवा जारी रखूंगा रणजीत चौटाला ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हम सभी अपने चुनावी अनुभव साझा कर मन को हल्का करने का प्रयास करेंगे। हिसार परिवार के लिए मैं हमेशा आपके बीच रहूंगा। रणजीत ने कहा कि पिछले 16 सालों से मैं आपकी समस्याओं के समाधान के लिए हर महीने की 5 तारीख को हिसार आता रहा हूं और भविष्य में भी ऐसे ही आता रहूंगा और आपके बीच रहकर अपने हिसार परिवार की समस्याएं सुनूंगा। मेरा यह जीवन हिसार परिवार को समर्पित रहेगा। 63,381 वोटों से हारे रणजीत बता दें कि हिसार लोकसभा में जयप्रकाश जेपी ने रणजीत चौटाला को 63,381 वोटों से हराया था। जयप्रकाश को 48.58 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि रणजीत चौटाला को सिर्फ 43.19 प्रतिशत वोट मिले थे। पिछली बार के मुकाबले भाजपा का वोट प्रतिशत 7.81 प्रतिशत कम हुआ है। 2019 में भाजपा को 51.13 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस को 2019 में 15.63 प्रतिशत वोट मिले थे जो बढ़कर 48.58 प्रतिशत हो गए हैं। हिसार लोकसभा की 9 में से 6 सीटों पर जयप्रकाश जेपी ने जीत दर्ज की है जबकि रणजीत चौटाला सिर्फ 3 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाए हैं। रणजीत और भाजपा के लिए हार की सबसे बड़ी वजह आदमपुर में हार और शहरों में वोटों का कम होता अंतर रहा। ये हैं हार के बड़े कारण
1. जाट वोक बैंक का ना बटना : भाजपा के रणजीत के जीतने का कारण जाट वोट बैंक का नहीं बटना है। इस बार सभी प्रमुख पार्टियों भाजपा, कांग्रेस, जजपा और इनेलो ने जाट चेहरों को मैदान में उतारा था। भाजपा को उम्मीद थी कि इससे जाट वोट बैंक बटेगा। हिसार में करीब 33 प्रतिशत जाट आबादी है। ऐसे में जाट वोट सीधा कांग्रेस को गया। जाट बाहुल्य हलके उचाना और नारनौंद में जयप्रकाश को बंपर वोट मिले। वहीं जजपा की नैना चौटाला को 22032 और इनेलो की सुनैना चौटाला को 22303 वोट मिले। दोनों को मिलाकर 44335 वोट मिले। इससे अधिक 44794 वोटों की लीड तो जयप्रकाश को नारनौंद हलके से ही मिल गई। 2. शहरों में कम मार्जिन : रणजीत की हार का कारण शहरों में कम मार्जिन से जीतना रहा। शहरों में भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला को करीब 1 लाख वोटों से लीड मिलने की उम्मीद थी। मगर हिसार में रणजीत चौटाला को 36605 और हांसी में 6670 वोटों की लीड मिली। दोनों को यदि मिला दिया जाए तो आंकड़ा 43275 वोट का बनता है। इससे लीड जयप्रकाश ने एक ही हलके नारनौंद से लेकर पूरी कर ली। इसके बाद उकलाना और उचाना ने बची कसर पूरी कर दी।
3. आदमपुर और नलवा से हार : भाजपा को पूरी उम्मीद थी कि आदमपुर और नलवा से जीत मिलेगी। मगर आदमपुर में भाजपा 6384 वोटों से हार गई। इसके अलावा नलवा हलके में भाजपा 2439 वोटों से हार गए। आदमपुर में भाजपा को 15000 वोटों की लीड मिलने का अनुमान था। दो साल पहले हुए आदमपुर उपचुनाव में भव्य बिश्नोई करीब 15 हजार से अधिक वोटों से जीते थे मगर इस चुनाव में दो साल पहले हुए चुनाव का मार्जिन तो घटाया ही साथ ही 6384 वोट लेकर जयप्रकाश ने बढ़त भी बनाई। 4. बड़े नेताओं की नाराजगी: रणजीत की हार का मुख्य कारण बड़े नेताओं की नाराजगी रहा। रणजीत को टिकट मिलने से टिकट के दावेदार कुलदीप बिश्नोई और कैप्टन अभिमन्यु नाराज हो गए। इनकी टीम ने रणजीत चौटाला की ग्राउंड पर उतर कर मदद नहीं की। कुलदीप खुद आदमपुर में घूमने के बजाय अपने बेटे को भेजते रहे।
रोहतक पहुंचे केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल:बोले: राहुल गांधी की आरक्षण विरोधी नीति, कांग्रेस ने संविधान के साथ की छेड़छाड़
रोहतक पहुंचे केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल:बोले: राहुल गांधी की आरक्षण विरोधी नीति, कांग्रेस ने संविधान के साथ की छेड़छाड़ केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल शनिवार को रोहतक पहुंचे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की आरक्षण विरोधी नीति है। विदेश में रहते हुए उन्होंने अपने बयान में इस बात के संकेत दिए हैं। कांग्रेस पहले भी संविधान के साथ छेड़छाड़ कर चुकी है। जिससे साफ है कि कांग्रेस संविधान बदलना चाहती है, भाजपा नहीं। अर्जुन राम मेघवाल ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने संविधान को बदलने का काम किया है। उन्होंने संविधान की आत्मा के साथ भी छेड़छाड़ की है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने भ्रामक प्रचार किया कि भाजपा संविधान बदलना चाहती है। जबकि स्थिति इसके उलट है। भाजपा की जगह कांग्रेस संविधान बदलने की सोचती है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और उनका परिवार दलित विरोधी है। 1951 से लेकर अब तक कांग्रेस आरक्षण के खिलाफ रही है। अब राहुल गांधी ने बयान दिया है, इससे पहले जवाहर लाल नेहरू ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र तक लिखा था। सैलजा के खिलाफ अभद्र टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री का बयान
अर्जुन राम मेघवाल ने सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा के बयान पर कहा कि दलितों का अपमान करने की कांग्रेस की पुरानी परंपरा रही है। कुमारी सैलजा कांग्रेस की बड़ी नेता है और दलित समाज से आती हैं। किसी भी नेता का हम अपमान बर्दाश्त नहीं करते, जिसमें अपशब्द बोले जाते हैं। पूर्व सीम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों ने कुमारी सैलजा पर जातिगत अपशब्द बोले हैं, जो कतई मान्य नहीं हैं। ना ही हरियाणा की जनता और ना ही दलित समाज माफ करेगा। फेक नेरेटिव फैलाना कांग्रेस की पुरानी आदत उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी फेक नेरेटिव फैलाने की पुरानी आदत है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर भी पहला चुनाव फेक नेरेटिव से हारे थे। कोशिश की बाबा साहेब ने भी समझाने की। लेकिन कांग्रेस ने अपने फेक नेरेटिव के चलते बाबा साहेब को हरा दिया। लेकिन काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। इसलिए अगला चुनाव बाबा साहेब भीमराव अंबेडर जीत गए।