हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में बुधवार शाम से बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आज छह जिलों में बारिश और बाढ़ का अलर्ट जारी कर रखा है। इससे निचले इलाकों में जल भराव और पहाड़ों पर लैंडस्लाइड की घटनाएं पेश आ सकती है। यह चेतावनी चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, मंडी, शिमला और सिरमौर जिला को दी गई है। प्रदेश में बीते 4 दिन से हो रही बारिश के बाद 120 से ज्यादा सड़कें यातायात के लिए बंद पड़ी है। मानसून में 22% कम, बीते सप्ताह 3% ज्यादा बादल बरसे प्रदेश में पूरे मानसून सीजन में सामान्य से 22 प्रतिशत कम बारिश हुई है, लेकिन बीते सप्ताह 28 अगस्त से 4 सितंबर के बीच सामान्य से 3 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। सिरमौर में 124.1 मिलीमीटर बादल बरसे है, जबकि इस अवधि में 58.1 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। यानी बीते सप्ताह के दौरान सामान्य से 114 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे है। पूरे सीजन में 499.5 मिलीमीटर बारिश कांगड़ा, ऊना और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य सभी जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। पूरे मानसून सीजन में 1 जून से 3 सितंबर के बीच में 499.5 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि इस अवधि में सामान्य बारिश 636.9 मिलीमीटर होती है। कल से कमजोर पड़ेगा मानसून मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार से मानसून धीमा पड़ जाएगा। इससे आगामी 10 सितंबर तक प्रदेश के ज्यादातर भागों में मौसम साफ हो जाएगा। हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में बुधवार शाम से बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आज छह जिलों में बारिश और बाढ़ का अलर्ट जारी कर रखा है। इससे निचले इलाकों में जल भराव और पहाड़ों पर लैंडस्लाइड की घटनाएं पेश आ सकती है। यह चेतावनी चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, मंडी, शिमला और सिरमौर जिला को दी गई है। प्रदेश में बीते 4 दिन से हो रही बारिश के बाद 120 से ज्यादा सड़कें यातायात के लिए बंद पड़ी है। मानसून में 22% कम, बीते सप्ताह 3% ज्यादा बादल बरसे प्रदेश में पूरे मानसून सीजन में सामान्य से 22 प्रतिशत कम बारिश हुई है, लेकिन बीते सप्ताह 28 अगस्त से 4 सितंबर के बीच सामान्य से 3 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। सिरमौर में 124.1 मिलीमीटर बादल बरसे है, जबकि इस अवधि में 58.1 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। यानी बीते सप्ताह के दौरान सामान्य से 114 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे है। पूरे सीजन में 499.5 मिलीमीटर बारिश कांगड़ा, ऊना और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य सभी जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। पूरे मानसून सीजन में 1 जून से 3 सितंबर के बीच में 499.5 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि इस अवधि में सामान्य बारिश 636.9 मिलीमीटर होती है। कल से कमजोर पड़ेगा मानसून मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार से मानसून धीमा पड़ जाएगा। इससे आगामी 10 सितंबर तक प्रदेश के ज्यादातर भागों में मौसम साफ हो जाएगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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प्रॉपर्टी के अलावा एजुकेशन की बात करें तो इसमें तीनों सांसदों कंगना रनोट से ज्यादा पढ़े-लिखे हैं। कंगना 12वीं पास है, जबकि अनुराग ग्रेजुएट, राजीव भारद्वाज पीएचडी और सुरेश कश्यप ने एमफिल कर रखी है। BJP ने किया क्लीन स्वीप
BJP ने लगातार तीसरी बार प्रदेश में कांग्रेस का क्लीन स्वीप किया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू भी अपने गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन में पार्टी कैंडिडेट सतपाल रायजादा को लीड नहीं दिला सके।नादौन से बीजेपी को 51.06% और कांग्रेस को 47.97% वोट मिले। यही हाल प्रदेश के अन्य विधानसभा सीटों का भी है। सुक्खू कैबिनेट में सबसे ज्यादा पांच मंत्री, तीन सीपीएस और एक दर्जन से ज्यादा चेयरमैन-वाइस चेयरमैन बोर्ड निगमों में है। बावजूद इसके शिमला सीट पर भी कांग्रेस की हार हुई है। अब 4 नए सांसदों के बारे में जानिए…
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केंद्रीय बजट से हिमाचल को उम्मीदें:ऊना-हमीरपुर और बिलासपुर-मनाली-लेह रेल को मिल सकता है बजट; पहाड़ी राज्यों के नाते विशेष ग्रांट, आपदा राहत की आस हिमाचल सरकार केंद्रीय बजट से बड़ी उम्मीदें लगाए बैठी है। खासकर पर्यटन, रेल, सड़क और हवाई कनेक्टिविटी के लिए सरकार ने केंद्र से विशेष मदद मांगी है। बीते सप्ताह मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने खुद प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर पहाड़ी राज्यों की वजह से विशेष ग्रांट देने का आग्रह किया है। मोदी गवर्नमेंट के तीसरे कार्यकाल के पहले आम बजट से प्रदेश में चल रही रेल योजनाओं को काफी उम्मीदें हैं। उम्मीद की जा रही है कि ऊना-हमीरपुर रेल लाइन के लिए आज के बजट में बड़े ऐलान हो। ऊना से हमीरपुर तक नई रेल लाइन की लंबाई 41 किलोमीटर होगी। इस रेल लाइन की 3,361 करोड़ रुपए की डीपीआर तैयार कर ली गई है और यह सरकार के पास विचाराधीन है। इसके लिए आज बजट मिलने की उम्मीद है। इस रेल लाइन के अलावा सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बिलासपुर-मनाली-लेह रेल लाइन योजना को भी बजट मिल सकता है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह जिला को जोड़ने वाली इस रेल लाइन को भी तवज्जो मिल सकती है। इस परियोजना की भी डीपीआर तैयार है। इस पर लगभग एक लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस रेल लाइन का निर्माण चार फेज में किया जाना है। पहले फेज में बैरी से मंडी, दूसरे फेज में मंडी से मनाली, तीसरे में मनाली से ऊपशी और चौथे फेज में ऊपशी से लेह तक का होगा। हरियाणा के जगाधरी से पांवटा साहिब रेल लाइन के सर्वे को भी बजट मिल सकता है। इसके बनने से हरियाणा और हिमाचल के दो बड़े औद्योगिक शहर आपस में जुड़ जाएंगे। साल 2021 में तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने पांवटा साहिब-जगाधरी रेल लाइन के लिए सर्वेक्षण करवाने के निर्देश जरूर दिए थे। मगर यह योजना सीरे नहीं चढ़ पाई थी। आपदा राहत राशि बजट के साथ मिलने के आस हिमाचल में बीते साल बरसात में 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति तबाह हुई थी। केंद्र से आई टीमों ने भी 3000 करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन किया था। मगर अब तक राहत राशि नहीं मिल पाई। लिहाजा सीएम सुक्खू ने इस राशि को बजट में जारी करने का आग्रह किया है। पर्यटन क्षेत्र को भी बड़ी उम्मीदें मोदी सरकार के बजट से हिमाचल के पर्यटन को भी बड़ी उम्मीदे हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू ने बीते सप्ताह ही कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का मसला पीएम मोदी से उठाया है। हिमाचल सरकार ने कैपिटल इन्वेस्टमेंट के तहत कांगड़ा एयरपोर्ट के लिए 3500 करोड़ रुपए जारी करने की मांग की है। राज्य सरकार की ओर से कहा गया कि यह एयरपोर्ट न सिर्फ टूरिज्म के लिए, बल्कि देश की सुरक्षा के लिए भी महत्त्वपूर्ण रहेगा। वर्तमान सरकार ने कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल का दर्जा दे रखा है। ऐसे में कांगड़ा एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण करवाना बड़ी चुनौती है। इसके लिए अब सिर्फ पैसे की जरूरत है। राज्य की कांग्रेस सरकार ने टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए रोप-वे प्रोजेक्ट ज्यादा बनाने का निर्णय किया है। इसी तरह सड़क कनेक्टिविटी बेहतर बनाने के लिए छह सड़कों को नेशनल हाइवे बनाने तथा राज्य में चल रही फोरलेने परियोजनाओं का निर्माण के लिए भी केंद्र से बजट की आस है।