यूपी के 18 डैम आधे खाली..कम पड़ेगा पीने का पानी:बडे़ डैम रिहंद, माता टीला और मेजा 94% तक भरे, बिजली के लिए भरपूर पानी

यूपी के 18 डैम आधे खाली..कम पड़ेगा पीने का पानी:बडे़ डैम रिहंद, माता टीला और मेजा 94% तक भरे, बिजली के लिए भरपूर पानी

यूपी में 51 छोटे-बड़े डैम हैं। इनमें औसत 60% तक पानी भरा है। वहीं, 18 डैम ऐसे हैं, जिनमें 50% तक कम पानी है। सबसे ज्यादा खाली मध्यम और छोटे साइज के डैम हैं। पांच सबसे बड़े डैम की स्थिति पिछले साल से अच्छी है। पांचों के गेट इस बार खोलने पड़े हैं। यूपी के सबसे बड़े डैम रिहंद के गेट आठ साल बाद खोले गए हैं। रिहंद बांध रेणु नदी पर बना है। यह नदी छत्तीसगढ़ से निकलकर मध्य प्रदेश होते हुए यूपी पहुंचती है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की बारिश का असर इस नदी पर देखने को मिला है। रिहंद और ओबरा को छोड़कर सभी बांधों के पानी का उपयोग सिंचाई और पेयजल के लिए होता है। 7 स्लाइड में जानिए यूपी के बांधों में पानी की स्थिति पर और क्या असर पड़ेगा… ये भी पढ़ें.. 75 जिलों में मानसून का पूरा हिसाब-किताब:12 में जरूरत से ज्यादा बारिश; 43 जिलों में बादल केवल गरजे, बरसे कम मानसून का आखिरी महीना चल रहा है, लेकिन यूपी के जिलों में बारिश की स्थिति ठीक नहीं है। 43 जिलों में औसत से कम बारिश हुई। सिर्फ 12 जिले ऐसे हैं, जहां अब तक सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। हिमालय के तराई और मध्यप्रदेश से सटे जिलों में ही अच्छी बारिश हुई। अब तक प्रदेश में 530.4 MM बारिश हुई, जबकि होना थी 619.7 MM। यह सामान्य से 14% कम है। नेपाल में भारी बारिश का असर नदियों पर पड़ा। गंगा, घाघरा और देवहा नदी में बाढ़ की स्थिति रही। सबसे प्रभावित जिले लखीमपुर खीरी, पीलीभीत रहे। बलिया, गाेंडा, बंदायू, बाराबंकी और अयोध्या के कुछ हिस्से भी बाढ़ प्रभावित रहे। 8 स्लाइड में जानिए यूपी के हर जिले में अब तक हुई बारिश की स्थिति… यूपी में 51 छोटे-बड़े डैम हैं। इनमें औसत 60% तक पानी भरा है। वहीं, 18 डैम ऐसे हैं, जिनमें 50% तक कम पानी है। सबसे ज्यादा खाली मध्यम और छोटे साइज के डैम हैं। पांच सबसे बड़े डैम की स्थिति पिछले साल से अच्छी है। पांचों के गेट इस बार खोलने पड़े हैं। यूपी के सबसे बड़े डैम रिहंद के गेट आठ साल बाद खोले गए हैं। रिहंद बांध रेणु नदी पर बना है। यह नदी छत्तीसगढ़ से निकलकर मध्य प्रदेश होते हुए यूपी पहुंचती है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की बारिश का असर इस नदी पर देखने को मिला है। रिहंद और ओबरा को छोड़कर सभी बांधों के पानी का उपयोग सिंचाई और पेयजल के लिए होता है। 7 स्लाइड में जानिए यूपी के बांधों में पानी की स्थिति पर और क्या असर पड़ेगा… ये भी पढ़ें.. 75 जिलों में मानसून का पूरा हिसाब-किताब:12 में जरूरत से ज्यादा बारिश; 43 जिलों में बादल केवल गरजे, बरसे कम मानसून का आखिरी महीना चल रहा है, लेकिन यूपी के जिलों में बारिश की स्थिति ठीक नहीं है। 43 जिलों में औसत से कम बारिश हुई। सिर्फ 12 जिले ऐसे हैं, जहां अब तक सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। हिमालय के तराई और मध्यप्रदेश से सटे जिलों में ही अच्छी बारिश हुई। अब तक प्रदेश में 530.4 MM बारिश हुई, जबकि होना थी 619.7 MM। यह सामान्य से 14% कम है। नेपाल में भारी बारिश का असर नदियों पर पड़ा। गंगा, घाघरा और देवहा नदी में बाढ़ की स्थिति रही। सबसे प्रभावित जिले लखीमपुर खीरी, पीलीभीत रहे। बलिया, गाेंडा, बंदायू, बाराबंकी और अयोध्या के कुछ हिस्से भी बाढ़ प्रभावित रहे। 8 स्लाइड में जानिए यूपी के हर जिले में अब तक हुई बारिश की स्थिति…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर