हरियाणा के पानीपत शहर में एक कपड़ा व्यापारी से एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। बदमाश घर पर एक बच्चे को चिट्ठी पकड़ा कर गया। जिसमें रविवार तक एक करोड़ रुपए देने की बात कही। रंगदारी न देने पर व्यापारी और उसके भाई को जान से मारने की धमकी दी गई है। व्यापारी ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर बदमाश के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। परिजनों ने व्यापारी को फोन पर दी सूचना सेक्टर 13-17 थाना पुलिस को दी शिकायत में नदीम ने बताया कि वह वार्ड 26, संत नगर का रहने वाला है। वह पुराने कपड़े का बिजनेस करता है। जिसे वह विदेश से मंगवाता है और पानीपत के व्यापारियों को बेचता है। 5 सितंबर की शाम करीब 7 बजे वह अपने गोदाम पर था। इसी दौरान उसने परिजनों ने फोन किया। जिन्होंने फोन पर सूचना दी कि घर के बाहर कोई आदमी आया। जिसने बेल बजाई और बच्चे को एक चिट्ठी देकर गया है। जिसने कहा है कि यह चिट्ठी नदीम को दे देना। चिट्ठी को परिजनों ने खोला और उसे वॉट्सऐप के जरिए उस तक भेजा। चिट्ठी को पढ़ा तो उसमें 1 करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी। उसमें लिखा था कि एक करोड़ रविवार तक न दिए, तो तुझे और तेरे भाई को मार देंगे। ये पढ़ने के बाद वह डर गया और उसने पड़ोसी मार्किट वालों से बातचीत की। जिन्होंने उसे पुलिस तक जाने की सलाह और हिम्मत दी। हरियाणा के पानीपत शहर में एक कपड़ा व्यापारी से एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। बदमाश घर पर एक बच्चे को चिट्ठी पकड़ा कर गया। जिसमें रविवार तक एक करोड़ रुपए देने की बात कही। रंगदारी न देने पर व्यापारी और उसके भाई को जान से मारने की धमकी दी गई है। व्यापारी ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर बदमाश के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। परिजनों ने व्यापारी को फोन पर दी सूचना सेक्टर 13-17 थाना पुलिस को दी शिकायत में नदीम ने बताया कि वह वार्ड 26, संत नगर का रहने वाला है। वह पुराने कपड़े का बिजनेस करता है। जिसे वह विदेश से मंगवाता है और पानीपत के व्यापारियों को बेचता है। 5 सितंबर की शाम करीब 7 बजे वह अपने गोदाम पर था। इसी दौरान उसने परिजनों ने फोन किया। जिन्होंने फोन पर सूचना दी कि घर के बाहर कोई आदमी आया। जिसने बेल बजाई और बच्चे को एक चिट्ठी देकर गया है। जिसने कहा है कि यह चिट्ठी नदीम को दे देना। चिट्ठी को परिजनों ने खोला और उसे वॉट्सऐप के जरिए उस तक भेजा। चिट्ठी को पढ़ा तो उसमें 1 करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी। उसमें लिखा था कि एक करोड़ रविवार तक न दिए, तो तुझे और तेरे भाई को मार देंगे। ये पढ़ने के बाद वह डर गया और उसने पड़ोसी मार्किट वालों से बातचीत की। जिन्होंने उसे पुलिस तक जाने की सलाह और हिम्मत दी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हाथरस भगदड़, हरियाणा की 4 महिलाओं की मौत:महिला बोली- बाबा के जाते पानी छिड़का, मिट्टी लेने गए लोग कीचड़ में फिसले, गहने छीनने को धक्कामुक्की
हाथरस भगदड़, हरियाणा की 4 महिलाओं की मौत:महिला बोली- बाबा के जाते पानी छिड़का, मिट्टी लेने गए लोग कीचड़ में फिसले, गहने छीनने को धक्कामुक्की उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में हरियाणा की 4 महिलाओं की मौत हुई। 3 महिलाएं फरीदाबाद और 1 पलवल की थी। फरीदाबाद की मृतक महिलाओं की पहचान लीला और सरोज निवासी राम नगर और तारा निवासी संजय कॉलोनी के रूप में हुई है। तीनों के शव बुधवार को उनके घर पहुंचे। यह सभी महिलाएं 1 जुलाई को बस में सत्संग सुनने हाथरस गईं थी। पलवल की कृष्णा कॉलोनी की रहने वाली चंद्रवती गाड़ी में सत्संग सुनने गई थी, लेकिन भगदड़ में जान चली गई। महिला का बेटा भी ईको गाड़ी में सवारी लेकर सत्संग में गया था। वहीं जान बचाकर लौटी महिला ने कहा कि सत्संग में बाबा जाने लगे तो पानी छिड़का गया। जिसके बाद मिट्टी लेने गए लोग कीचड़ में फिसल गए। यही नहीं वहां पर सोने और चांदी के आभूषण छीनने के लिए धक्कामुक्की हुई। जिसके बाद भगदड़ मची। फरीदाबाद से बस में 60 लोग सत्संग सुनने गए थे
फरीदाबाद की मृतक महिलाओं के परिजनों वीरपाल गौतम और प्रेम चंद ने बताया कि परसों भोले बाबा के सत्संग के चलते यहां से एक बस 50-60 लोगों को लेकर गई थी। सत्संग में भगदड़ मचने के चलते बहुत लोगों की मौत हुई है। जिनमें उनके परिवार की महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होंने भोले बाबा पर कार्रवाई करने की मांग की है। परिजनों ने कहा कि यह सत्संग 50 हजार लोगों के लिए आयोजित किया गया था, लेकिन वहां एक लाख से ज्यादा लोग पहुंच गए। इसके लिए इंतजाम पुख्ता नहीं थे। उन्होंने बताया कि जब बाबा जाने लगे तब वहां पानी छिड़का गया। जिसके बाद बाबा के पैरों की मिट्टी लेने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मच गई। यहां कीचड़ होने के चलते लोग फिसल कर गिर गए और भीड़ उनके ऊपर से गुजरती रही। जिसके चलते कई लोगों को जान गंवानी पड़ी। सोने चांदी के आभूषण छीनने के लिए धक्कामुक्की
वहीं सत्संग से जान बचाकर लौटी एक महिला राजकुमारी ने बताया कि सत्संग में काफी भीड़ थी। जब बाबा जाने लगे तब वहीं के लोकल लोगों ने महिलाओं के सोने चांदी के आभूषण छीनने के लिए धक्का-मुक्की की, कोहनियां मारी। जिसके चलते भगदड़ मच गई। वहीं एक महिला रुकमणी ने कहा कि इसमें हरि परमात्मा या किसी का कसूर नहीं है। यह भगवान की मर्जी थी। किसी पर उंगली उठाना ठीक नहीं। पलवल से सत्संग में गई थी 2 गाड़ियां
भोले बाबा के सत्संग के लिए पलवल से दो गाड़ियों में महिलाएं गई थी। इसमें कृष्णा कॉलोनी निवासी 58 वर्षीय चंद्रवती भी शामिल थी, जिसको भगदड़ में मौत हो गई। चंद्रवती के बेटे कुलदीप ने बताया कि वह भी अपनी ईको गाड़ी में सत्संग के लिए पलवल से सवारी लेकर गया था। भगदड़ मचने पर मां को फोन किया, लेकिन फोन नहीं उठाया। अस्पताल में मिला मां का शव
इसके बाद उसने दूसरी गाड़ी के ड्राइवर धर्मेंद्र से फोन पर बात की। क्योंकि मां चंद्रवती उसी की गाड़ी में सत्संग में शामिल होने गई थी। धर्मेंद्र ने बताया कि दो महिलाएं अभी तक गाड़ी तक नहीं पहुंची हैं। जिनमें चंद्रवती (आपकी मां) भी शामिल है। दोनों जब वहां खोजबीन करने के बाद अस्पताल में पहुंचे तो वहां भी उन्हें चंद्रवती नहीं मिली। वहां एक पुलिसकर्मी ने उन्हें बताया कि कुछ घायलों को एटा और अलीगढ़ के अस्पतालों में ले जाया गया है। इसके बाद वह एटा के अस्पताल पहुंचे, जहां उन्हें चंद्रवती का शव मिला। जिसका शव बुधवार को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंपा। पलवल में महिला का अंतिम संस्कार किया गया।
बाबा हरिदास श्रीकृष्ण गोपाल गऊशाला बोहला खालसा में एक जून को नई कार्यकारिणी का होगा गठन
बाबा हरिदास श्रीकृष्ण गोपाल गऊशाला बोहला खालसा में एक जून को नई कार्यकारिणी का होगा गठन निगदू | बोहला खालसा स्थित बाबा हरिदास श्रीकृष्ण गोपाल गऊशाला में प्रधान सुंदर लाल गुप्ता की अध्यक्षता में मीटिंग आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि एक जून को नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य रूप से उप प्रधान जगदीश , चेयरमैन कर्म सिंह जांबा , सांवत,कोषाध्यक्ष महिंदर मोहड़ी, संजीव घोलपुरा,सेवा सिंह, डॉ सतपाल बवेजा,दर्शन सिंह,नरेश घोलपुरा, करेशन मैहला,कुलदीप घोलपुरा,सुरजा मोहड़ी,आशु गुर्जर,आशु बवेजा,राम चंद्र,सिल्लू बुढेडा,रिंकू सांवत,सोमदत्त,अमृत लाल मौजूद रहे।
रेवाड़ी में भाजपा के 3 नेता कर रहे विरोध:अरविंद-सतीश और कापड़ीवास कर रहे बैठकें; BJP कैंडिडेट लक्ष्मण की राह मुश्किल
रेवाड़ी में भाजपा के 3 नेता कर रहे विरोध:अरविंद-सतीश और कापड़ीवास कर रहे बैठकें; BJP कैंडिडेट लक्ष्मण की राह मुश्किल हरियाणा के रेवाड़ी जिले में बीजेपी द्वारा टिकट वितरण के बाद टिकट से वंचित रहे दावेदारों में असंतोष लगातार बढ़ता जा रहा हैं। रेवाड़ी और कोसली दोनों ही सीटों पर कोई बाहरी नहीं, बल्कि बीजेपी के नेता ही प्रत्याशियों का खुलकर विरोध कर रहे हैं। रेवाड़ी सीट पर 3 अहम दावेदार पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास, पर्यटन निगम के पूर्व चेयरमैन डॉ. अरविंद यादव और पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव की तिकड़ी लगातार बैठकें कर रही हैं। इन्हीं तीनों में से किसी एक नेता के नाम पर सहमति बनाकर उसे निर्दलीय चुनावी मैदान में उतारा जा सकता हैं। बीजेपी के 2 नेता पीपीपी के स्टेट कोआर्डिनेटर सतीश खोला और सन्नी यादव पहले ही निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। अगर समय रहते नाराज नेताओं को नहीं मनाया गया तो बीजेपी प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह यादव की राह मुश्किल हो सकती हैं। क्योंकि कमोबेश इसी प्रकार की स्थिति पिछले चुनाव में भी बनी थी। जिसका खामियाजा बीजेपी प्रत्याशी सुनील मुसेपुर को हार कर उठाना पड़ा था। इसी तरह का माहौल इस बार भी बनाया जा रहा है। टिकट नहीं मिलने की वजह से बीजेपी से नाराज 5 नेताओं में से 2 नेता सतीश खोला और सन्नी यादव भले ही अलग राह पर चल रहे हैं। लेकिन आपस में बैठक करने में जुटे सतीश यादव, डॉ. अरविंद यादव और रणधीर सिंह कापड़ीवास इनके साथ भी बैठक कर एक सामूहिक रूप से निर्दलीय प्रत्याशी पर सहमति बनाकर उसे कैंडिडेट बना सकते हैं। दिनभर चला बैठकों का दौर गुरुवार को टिकट वितरण के बाद दिनभर नाराज नेताओं के बीच बैठकों का दौर चला। पहले सतीश यादव और रणधीर सिंह कापड़ीवास के बीच बैठक हुई। इसके बाद दोनों नेता सेक्टर-3 स्थित डॉ. अरविंद यादव की कोठी पर पहुंचे। यहां तीनों ही नेताओं के बीच लंबी बातचीत हुई। हालांकि बैठक के दौरान किसके नाम पर सहमति बनी, अभी ये क्लियर नहीं हो पाया है। लक्ष्मण सिंह यादव का जबरदस्त अंदरुनी विरोध किया जा रहा है। खासकर रणधीर सिंह कापड़ीवास और सतीश यादव दोनों का रेवाड़ी सीट पर खुद का वोट बैंक हैं। पिछले चुनाव में भी बतौर निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर रणधीर सिंह कापड़ीवास 36 हजार से ज्यादा वोट लेने में कामयाब रहे थे। जिसकी वजह से बीजेपी प्रत्याशी सुनील मुसेपुर मामूली अंतर से कांग्रेस कैंडिडेट चिरंजीव राव से चुनाव हार गए थे। अनिल डहीना के लिए भी कई चुनौतियां रेवाड़ी सीट की तरह कोसली सीट पर बीजेपी प्रत्याशी अनिल डहीना के लिए कई चुनौतियां हैं। कोसली सीट रामपुरा हाउस की पैतृक सीट हैं। अनिल को टिकट भी राव इंद्रजीत सिंह की सिफारिश पर मिली है। अनिल डहीना का इस सीट पर खुद का कोई प्रभाव नहीं है। उसकी जीत का दारोमदार केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह पर ही टिका हुआ हैं। अनिल एक बार जिला पार्षद हैं। जबकि 2022 में जिला पार्षद का चुनाव भी हार गए थे। अनिल के कोसली से कैंडिडेट बनाए जाने से पुराने भाजपाई नाराज हैं। उन्होंने टिकट बदलवाने के लिए दबाव बनाना भी शुरू कर दिया है। अगर समय रहते बागी रुख अपना रहे इन नेताओं को नहीं मनाया गया तो इस सीट पर भी भीतरघात की पूरी संभावना हैं।