रोहतक जिले की महम विधानसभा से टिकट कटने के बाद भाजपा नेता शमशेर खरकड़ा ने अपने गांव खरकड़ा में पंचायत बुलाई। जिसमें गांव खरकड़ा ही नहीं आसपास के गांवों के लोग पहुंचे। साथ ही सभी ने कहा कि चुनाव लड़ना चाहिए। वहीं शमशेर खरकड़ा ने भी चुनाव लड़ने के संकेत दिए। हालांकि अभी पत्ते नहीं खोले कि वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे या किसी पार्टी से। हालांकि उन्होंने बयान दिया कि कई पार्टियां उनके संपर्क में जरूर है। शमशेर खरकड़ा ने कहा कि महम विधानसभा में 52 पंचायतें हैं। ये सभी 52 पत्ते तय करेंगे कि वे क्या फैसला लेंगे। इसके लिए गांव बलंभा में रविवार को पंचायत बुलाई गई है। जिसमें चुनाव लड़ने या ना लड़ने का फैसला लिया जाएगा। हालांकि शनिवार को गांव खरकड़ा में हुई पंचायत में लोगों ने चुनाव लड़ने पर ही जोर दिया। लेकिन गांव बलंभा में महम हल्के की सभी 52 पंचायतों को इकट्ठा किया जाएगा। इस पंचायत में अंतिम फैसला होगा। दीपक हुड्डा को टिकट देने का विरोध बता दें कि शमशेर खरकड़ा वर्ष 2019 में महम विधानसभा से भाजपा के उम्मीदवार बने और चुनाव लड़ा। लेकिन वे हार गए। इसके बाद उनकी पत्नी राधा अहलावत सक्रिय हुई और चुनाव की तैयारी में जुट गई। शमशेर खरकड़ा खुद भी कई बार ऐलान कर चुके थे कि उनकी पत्नी राधा अहलावत चुनाव लड़ेंगी। लेकिन भाजपा ने भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक हुड्डा को मैदान में उतार दिया। जिसके बाद से शमशेर खरकड़ा ने बगावत शुरू कर दी। हालांकि महम के करीब एक दर्जन भाजपा नेताओं ने इस्तीफा तक दे दिया। उनका कहना था कि बाहरी उम्मीदवार को मैदान में उतारना गलत है। रोहतक जिले की महम विधानसभा से टिकट कटने के बाद भाजपा नेता शमशेर खरकड़ा ने अपने गांव खरकड़ा में पंचायत बुलाई। जिसमें गांव खरकड़ा ही नहीं आसपास के गांवों के लोग पहुंचे। साथ ही सभी ने कहा कि चुनाव लड़ना चाहिए। वहीं शमशेर खरकड़ा ने भी चुनाव लड़ने के संकेत दिए। हालांकि अभी पत्ते नहीं खोले कि वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे या किसी पार्टी से। हालांकि उन्होंने बयान दिया कि कई पार्टियां उनके संपर्क में जरूर है। शमशेर खरकड़ा ने कहा कि महम विधानसभा में 52 पंचायतें हैं। ये सभी 52 पत्ते तय करेंगे कि वे क्या फैसला लेंगे। इसके लिए गांव बलंभा में रविवार को पंचायत बुलाई गई है। जिसमें चुनाव लड़ने या ना लड़ने का फैसला लिया जाएगा। हालांकि शनिवार को गांव खरकड़ा में हुई पंचायत में लोगों ने चुनाव लड़ने पर ही जोर दिया। लेकिन गांव बलंभा में महम हल्के की सभी 52 पंचायतों को इकट्ठा किया जाएगा। इस पंचायत में अंतिम फैसला होगा। दीपक हुड्डा को टिकट देने का विरोध बता दें कि शमशेर खरकड़ा वर्ष 2019 में महम विधानसभा से भाजपा के उम्मीदवार बने और चुनाव लड़ा। लेकिन वे हार गए। इसके बाद उनकी पत्नी राधा अहलावत सक्रिय हुई और चुनाव की तैयारी में जुट गई। शमशेर खरकड़ा खुद भी कई बार ऐलान कर चुके थे कि उनकी पत्नी राधा अहलावत चुनाव लड़ेंगी। लेकिन भाजपा ने भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक हुड्डा को मैदान में उतार दिया। जिसके बाद से शमशेर खरकड़ा ने बगावत शुरू कर दी। हालांकि महम के करीब एक दर्जन भाजपा नेताओं ने इस्तीफा तक दे दिया। उनका कहना था कि बाहरी उम्मीदवार को मैदान में उतारना गलत है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक लोकसभा का 5.72 प्रतिशत मतदान घटा:2009 के बाद सबसे निचले पायदान पर, बहादुरगढ़ फिसड्डी तो महम अव्वल रोहतक लोकसभा में इस बार 5.72 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। 2009 के बाद इस बार सबसे कम मतदान हुआ है। जबकि 2009 के बाद से मतदान प्रतिशत में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही थी। लेकिन इस बार कम मतदान होने से उम्मीदवारों के समीकरण भी बिगाड़ दिए हैं। हालांकि इस बार अधिक मतदान होने की उम्मीद जताई जा रही थ। यह असर केवल रोहतक ही नहीं पूरे हरियाणा में ही देखने को मिल रहा है। रोहतक लोकसभा में कुल 1884 बूथों पर पोलिंग हुई। अभी तक के विभागीय आंकड़ों के अनुसार रोहतक लोकसभा में कुल 64.8 प्रतिशत मतदान हुआ। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार महम विधानसभा में 69.8 प्रतिशत, गढ़ी-सांपला-किलोई विधानसभा में 68.7 प्रतिशत, रोहतक विधानसभा क्षेत्र में 60.8 प्रतिशत तथा कलानौर (अनुसूचित जाति) विधानसभा क्षेत्र में 64.8 प्रतिशत मतदान दर्ज किया। बहादुरगढ़ विधानसभा में 59.3 प्रतिशत, बादली विधानसभा में 65.4 प्रतिशत, झज्जर (अनुसूचित जाति) विधानसभा में 65.3 प्रतिशत तथा बेरी विधानसभा में 64.9 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जबकि रेवाड़ी जिला की कोसली विधानसभा में 64 प्रतिशत मतदान दर्ज किया। रोहतक लोकसभा में मतदान प्रतिशत
वर्ष मतदान प्रतिशत
2024 64.8 प्रतिशत
2019 70.52 प्रतिशत
2014 66.71 प्रतिशत
2009 65.56 प्रतिशत
हरियाणा सरकार राई यूनिवर्सिटी वेव सीरीज शूटिंग विवाद पर अलर्ट:कुलपति को बनाया प्रशासक; प्रिंसिपल की ACR के अधिकार, 200 ड्रॉप आउट
हरियाणा सरकार राई यूनिवर्सिटी वेव सीरीज शूटिंग विवाद पर अलर्ट:कुलपति को बनाया प्रशासक; प्रिंसिपल की ACR के अधिकार, 200 ड्रॉप आउट मोतीलाल नेहरू खेल विद्यालय (MNSS) में वेव सीरीज शूटिंग विवाद के बाद हरियाणा सरकार अलर्ट हो गई है। सरकार ने फैसला किया है कि एमएनएसएस, राई को हरियाणा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी (SUH) के प्रशासनिक नियंत्रण में रखा जाएगा। एसयूएच के कुलपति, उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी अशोक कुमार को इस विद्यालय के समग्र प्रशासनिक नियंत्रक बनाया गया है। एमएनएसएस पिछले काफी समय से एक विवादित वेब सीरीज, कई मुद्दों, शिकायतों और छात्रों की संख्या में भारी कमी के कारण सुर्खियों में है। कुलपति सभी प्रशासनिक मामलों में स्कूल के प्रिंसिपल के रिपोर्टिंग और नियंत्रण अधिकारी होंगे। सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि, कुलपति के पास एमएनएसएस के प्रिंसिपल की सभी छुट्टियां, दौरा कार्यक्रम मंजूर करने और प्रिंसिपल की एसीआर दर्ज करने का अधिकार होगा। 2 सालों में 200 बच्चे छोड़ गए स्कूल सूत्रों के अनुसार, पिछले दो सालों में 170-180 छात्र स्कूल छोड़ चुके हैं। इसके अलावा, जैसे-जैसे संस्थान की प्रतिष्ठा धूमिल होती गई, कुछ शिक्षक और कोच भी इसे छोड़कर चले गए। विभाग ने इस मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। 14 जून को विभाग के निदेशक द्वारा जारी नए निर्देशों के अनुसार, उचित विचार-विमर्श के बाद, एमएनएसएस, राय पर एसयूएच के प्रशासनिक नियंत्रण के दायरे को स्पष्ट करने के लिए निर्देश जारी करने का निर्णय लिया गया है। क्या है वेव सीरीज शूटिंग विवाद स्कूल की उप-प्रधानाचार्य मौसमी घोषाल ने 27 मई 2023 को राय थाना पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा था कि ‘रंग दे मोहे’ शो की शूटिंग दिसंबर 2021 में मुंबई की एक कंपनी मेसर्स क्लिक ऑन आरएम प्राइवेट लिमिटेड द्वारा की गई थी। इसे एक साल और चार महीने बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म एमएक्स प्लेयर पर सीरीज का नाम बदलकर ‘विरोध’ कर दिया गया। घोषाल ने आगे कहा कि कंपनी ने स्कूल प्रशासन से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) मांगा था, लेकिन उसने इसे देने से इनकार कर दिया क्योंकि स्कूल अधिकारियों ने मांग की थी कि प्रमाण पत्र जारी करने से पहले उन्हें सीरीज दिखाई जाए। हालांकि, उन्होंने स्कूल से एनओसी के बिना ही सीरीज जारी कर दी। वेव सीरीज में एडल्ट सीन, गाली-गलौज उप-प्रधानाचार्य ने बताया कि इस सीरीज में स्कूल का नाम कमला नेहरू स्कूल भी दिखाया गया था। इसके अलावा, शो में एडल्ट सीन, गाली-गलौज और बेहद आपत्तिजनक दृश्य दिखाए गए थे। छात्रों को शराब और सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था, जबकि एक खेल प्रशिक्षक को एक छात्रा से अवैध रूप से मदद मांगते हुए दिखाया गया था। उन्होंने कहा कि इन कारकों के कारण स्कूल की छवि खराब हुई है, जिससे छात्रों, शिक्षकों, प्रशिक्षकों और अभिभावकों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। वेब सीरीज के निर्माता त्रेहान को भी पत्र लिखकर कहा गया है कि वे स्कूल का नाम और लोगो हटा दें, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 5 जून को दर्ज हुआ केस वाइस प्रिंसिपल घोषाल की शिकायत के बाद राय पुलिस ने 5 जून 2023 को आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत त्रेहान दहिया और एमएक्स प्लेयर के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। एसएचओ ने बताया कि जांच में शामिल होने के लिए बुधवार को गिरफ्तार किए गए त्रेहान ने आरोप लगाया था कि कर्नल मोर (सेवानिवृत्त) ने एनओसी जारी करने के लिए और मांगें रखी थीं। एसएचओ ने बताया कि मामले की जांच अभी भी जारी है और जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जाएगी। गौरतलब है कि खेल विभाग ने कर्नल अशोक मोर (सेवानिवृत्त) से प्रिंसिपल और डायरेक्टर का प्रभार वापस ले लिया है, जब तक कि उनके खिलाफ कई शिकायतों की जांच पूरी नहीं हो जाती। उप-प्रधानाचार्य घोषाल ने स्कूल के कार्यवाहक प्रिंसिपल और डायरेक्टर का पदभार संभाला हुआ है।
हरियाणा में BJP नेता के नाम स्पेशल डिश का ऑर्डर:कहा- जरूरतमंदों में बांट दो, फोन पर फर्जी वाउचर भी भेजा, भाजपा नेता बोले- मैंने नहीं मंगवाया
हरियाणा में BJP नेता के नाम स्पेशल डिश का ऑर्डर:कहा- जरूरतमंदों में बांट दो, फोन पर फर्जी वाउचर भी भेजा, भाजपा नेता बोले- मैंने नहीं मंगवाया हरियाणा के जींद में एक ढाबा संचालक को फोन करके भाजपा नेता के नाम से 27 हजार रुपए का खाना मंगवाया गया। होटल कर्मचारी जब खाना लेकर पहुंचा तो उससे कहा गया कि खाना जरूरतमंदों में बांट दो, पैसे वह दे देगा। संचालक के फोन पर फर्जी वाउचर भी भेजा गया। मामला जब भाजपा नेता के संज्ञान में आया तो वह हैरान रह गए। उन्होंने कहा कि उन्होंने होटल से कोई खाना नहीं मंगवाया। जिस नंबर पर ऑनलाइन पेमेंट करके स्पेशल डिश मंगवाई गई थी, वह नंबर ही नहीं मिला। बाद में पता चला कि ठगी करने वाले ने 12,500 रुपए ठग लिए हैं। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला…
डॉक्टरों की कॉन्फ्रेंस बताकर ऑर्डर किया
जानकारी के अनुसार जींद के बत्तख चौक पर ढाबा चलाने वाले व्यक्ति ने बताया कि शनिवार को उसके पास व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने उसे बताया कि वह भाजपा के जिला महासचिव डॉ. राज सैनी के यहां से बोल रहा है। डॉक्टरों की कॉन्फ्रेंस बुलाई गई है। इसमें भाग लेने वाले डॉक्टरों के लिए लंच की व्यवस्था करनी है। उसने कुछ डिश का ऑर्डर दिया। इसमें एक खास तरह की डिश भी शामिल थी। 12,500 रुपए की स्पेशल डिश का ऑर्डर दिया
उसने बताया कि वह स्पेशल डिश उसके पास उपलब्ध नहीं है। कॉल करने वाले ने ढाबा संचालक को एक मोबाइल नंबर दिया और उस नंबर पर कॉल करके डिश ऑर्डर करने को कहा। उसने कहा कि वह दोनों डिश का बिल एक साथ बना देगा। कॉल करने वाले ने जो मोबाइल नंबर दिया था, उस पर एक कंपनी का नाम लिखा था। ढाबा संचालक ने डिश का ऑर्डर दिया और ऑनलाइन 12,500 रुपए का भुगतान भी कर दिया। ढाबा संचालक ने बताया कि उसने इसे कंपनी समझकर 12,500 रुपए का भुगतान कर दिया। ऑनलाइन 12,500 रुपए की ठगी की। ठगी करने वाले ने उन्हें राज अस्पताल के नाम से 27,000 रुपए के वाउचर का स्क्रीनशॉट भी भेजा। जब काफी देर तक ढाबा संचालक द्वारा ऑर्डर की गई डिश उन तक नहीं पहुंची तो उन्होंने मोबाइल नंबर पर संपर्क किया, लेकिन नंबर नहीं मिला। बोला- अब खाने का क्या करें, गरीबों में बांट दें
जब ढाबा संचालक ने खाना ऑर्डर करने वाले व्यक्ति से बात की तो दूसरी तरफ से कहा गया कि अब डॉक्टरों का सम्मेलन खत्म हो गया है, अब खाने का क्या करेंगे, जरूरतमंदों या किसी को भी बांट दें, वह तो पेमेंट कर चुके हैं। इसके बाद ढाबा संचालक ने भाजपा नेता डॉ. राज सैनी से संपर्क किया तो उन्हें अपने साथ हुई ठगी का पता चला। मिठाई की दुकान पर भी ठगी का प्रयास
बाद में गोहाना रोड स्थित एक मिठाई की दुकान पर भी ठगी का प्रयास किया गया, लेकिन दुकानदार ने भाजपा नेता से संपर्क किया। जिससे वह ठगी का शिकार होने से बच गए। भाजपा नेता डॉ. राज सैनी ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आ गया है। अगर किसी को उसके नाम से ऑर्डर मिलता है तो उसे सबसे पहले उससे संपर्क कर ऑर्डर के बारे में जानकारी लेनी चाहिए।