बीएसएफ और अमृतसर देहात पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन के तहत चार नशा तस्करों को काबू किया गया है। पकडे़ गए तस्करों के डायरेक्ट पाकिस्तान के स्मगलरों के लिंक में थे। आरोपी बाइक पर 39 करोड़ की हेरोइन को सप्लाई करने जा रहे थे। डीआईजी बार्डर रेंज सतिंदर सिंह के निर्देशों के अनुसार वरिष्ठ पुलिस कप्तान हरिंदर सिंह व चरणजीत सिंह ग्रामीण के निर्देशों पर कार्य करते हुए एसपी (डी) की निगरानी में डीएसपी अजनाला को गुप्त सूचना मिली कि कुलदीप सिंह पुत्र हरवंत सिंह, कृपाल सिंह पुत्र अमर सिंह निवासी तेरा राजपूता, जतिंदर सिंह पुत्र राजवीर सिंह निवासी मुहार थाना अजनाला और गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी पुत्र रतन सिंह निवासी मंडियांवाला थाना लोपोके के पाकिस्तानी तस्करों से संबंध हैं और ये सभी मिलकर पाकिस्तान से हेरोइन मंगवाते हैं और सप्लाई करते हैं। बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक की जांच इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए अजनाला पुलिस और बीएसएफ टीम द्वारा एक संयुक्त अभियान के दौरान आरोपी तस्कर कुलदीप सिंह, किरपाल सिंह, जतिंदर सिंह और गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी को 05 किलो 544 ग्राम हेरोइन और एक सीटी 100 मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया गया। एसएसपी देहाती चरणजीत सिंह सोहल ने बताया कि गिरफ्तार किये गये उक्त कुलदीप सिंह के खिलाफ पहले भी एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज है। पुलिस की ओर से उनके बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक जांचे जा रहे हैं। बीएसएफ और अमृतसर देहात पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन के तहत चार नशा तस्करों को काबू किया गया है। पकडे़ गए तस्करों के डायरेक्ट पाकिस्तान के स्मगलरों के लिंक में थे। आरोपी बाइक पर 39 करोड़ की हेरोइन को सप्लाई करने जा रहे थे। डीआईजी बार्डर रेंज सतिंदर सिंह के निर्देशों के अनुसार वरिष्ठ पुलिस कप्तान हरिंदर सिंह व चरणजीत सिंह ग्रामीण के निर्देशों पर कार्य करते हुए एसपी (डी) की निगरानी में डीएसपी अजनाला को गुप्त सूचना मिली कि कुलदीप सिंह पुत्र हरवंत सिंह, कृपाल सिंह पुत्र अमर सिंह निवासी तेरा राजपूता, जतिंदर सिंह पुत्र राजवीर सिंह निवासी मुहार थाना अजनाला और गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी पुत्र रतन सिंह निवासी मंडियांवाला थाना लोपोके के पाकिस्तानी तस्करों से संबंध हैं और ये सभी मिलकर पाकिस्तान से हेरोइन मंगवाते हैं और सप्लाई करते हैं। बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक की जांच इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए अजनाला पुलिस और बीएसएफ टीम द्वारा एक संयुक्त अभियान के दौरान आरोपी तस्कर कुलदीप सिंह, किरपाल सिंह, जतिंदर सिंह और गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी को 05 किलो 544 ग्राम हेरोइन और एक सीटी 100 मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया गया। एसएसपी देहाती चरणजीत सिंह सोहल ने बताया कि गिरफ्तार किये गये उक्त कुलदीप सिंह के खिलाफ पहले भी एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज है। पुलिस की ओर से उनके बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक जांचे जा रहे हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पटियाला में आंगन में सो रहे युवक का मर्डर:ताबड़तोड़ वार कर चेहरा बिगाड़ा, कंबाइन मशीन पर करता था काम, नहीं लौटा था घर
पटियाला में आंगन में सो रहे युवक का मर्डर:ताबड़तोड़ वार कर चेहरा बिगाड़ा, कंबाइन मशीन पर करता था काम, नहीं लौटा था घर पटियाला में भादसों के गांव दंदराला में घर के आंगन में सो रहे 34 वर्षीय युवक का अनजान लोगों ने मर्डर कर दिया। हत्या करने वालों ने जगदेव नामक इस युवक के चेहरे पर ताबड़तोड़ वार कर उसका चेहरा बिगाड़ दिया। घटना के बारे में परिवार को सुबह के छह बजे पता चला, जिसके बाद परिवार ने पुलिस को सूचित किया। घटना सात जून की है। पुलिस ने कत्ल हुए युवक की मां महिंदर कौर के बयान के आधार पर अनजान लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस के अनुसार शव देखकर ऐसा लग रहा है कि किसी रंजिश या पुरानी दुश्मनी के कारण कत्ल को अंजाम दिया गया है। देर रात घर लौटा था जगदेव सिंह मृतक युवक जगदेव की माता महिंदर कौर ने बताया कि उनके पड़ोस में रहने वाले जरनैल सिंह की बेटी के घर बच्चे का जन्म होने पर पूरा परिवार उनके पास गया हुआ था। घर पर दूसरी बेटी अकेली थी तो रात को महिंदर कौर उनके घर रहने चली जाती थी। कंबाइन मशीन का काम करने वाला उनका बेटा जगदेव 6 जून की रात 11 बजे तक घर नहीं लौटा तो वह रात को पड़ोसियों के घर सोने चली गई। अगले दिन सुबह आकर छह बजे देखा तो घर के बरामदे में बेटे की लाश पड़ी थी, जिसके चेहरे पर वार कर कत्ल किया गया था। सीसीटीवी कैमरे चेक कर रहे हैं- एसएचओ थाना भादसों के एसएचओ इंदरजीत सिंह ने बताया कि अनजान लोगों के खिलाफ एफआईआर रजिस्टर कर ली है। इलाके में सीसीटीवी कैमरे चेक कर रहे हैं, जिससे आरोपियों की पहचान की जा सके।
अबोहर में महिला बेटियों समेत फरार:सोने-चांदी के जेवर और नकदी भी ले गई, गांव के ही शख्स पर भगा ले जाने का आरोप
अबोहर में महिला बेटियों समेत फरार:सोने-चांदी के जेवर और नकदी भी ले गई, गांव के ही शख्स पर भगा ले जाने का आरोप अबोहर के गांव ढीगांवाली से एक व्यक्ति एक महिला और उसकी बेटियों को बहला फुसलाकर ले गया है। महिला की सास ने उच्चाधिकारियों से अपनी बहू और पौतियों की बरामदगी की गुहार लगाई है। गांव ढीगांवली निवासी एक बुजुर्ग महिला आज ग्रामीणों के साथ डीएसपी आफिस पहुंची। महिला की ओर से दिए गए शिकायती पत्र में उसने कहा कि 9 जून की रात उसकी बहू और पौतियों को आशीष पुत्र माना राम बहला फुसला कर ले गया है। उसकी बहू ने आशीष के झांसे में आकर अपने पति विनोद कुमार को नशीली दवा पिला दी और उसके बाद घर से छह तोला सोना ,चांदी के जेवरात, 11 हजार नकदी और अन्य सामान लेकर फरार हो गई। वह अपने दो बच्चों को भी साथ ले गई है। महिला व उसके पति विनोद कुमार ने बताया कि उनकी ओर से इस संबंध में पट्टीसदीक चौकी में शिकायत दर्ज करवाई है, लेकिन पुलिस द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। उनका आरोप है कि उनको भगाने में गांव के ही कुछ लोगों ने उनकी मदद की, लेकिन पुलिस राजनीतिक दबाव के कारण आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही। परिजनों ने मांग है कि महिला और उसकी बेटियों को भगाने के अंदर एक पूरी साजिश हुई है जिसके अंदर कोई आधा दर्शन लोग शामिल है।
गोल्डन टेंपल में आज 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचेंगे:दिल्ली दंगे की 40वीं बरसी पर नहीं होगी आतिशबाजी, शाम को जलाए जाएंगे एक लाख घी के दीये
गोल्डन टेंपल में आज 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचेंगे:दिल्ली दंगे की 40वीं बरसी पर नहीं होगी आतिशबाजी, शाम को जलाए जाएंगे एक लाख घी के दीये पंजाब के अमृतसर और गोल्डन टेंपल में आज (शुक्रवार) दिवाली और बंदी छोड़ दिवस मनाया जा रहा है। दिल्ली दंगों की 40वीं बरसी के मौके पर टेंपल में दिवाली के दौरान आतिशबाजी नहीं की जाएगी। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के आदेश के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने इस ऐतिहासिक दिन की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है। लेकिन, इस बार शाम को 1 लाख से ज्यादा दीये जलाए जाएंगे। गोल्डन टेंपल में दीयों की यह रोशनी 1984 के दंगों में जान गंवाने वाले उन बेगुनाह लोगों की याद में की जाएगी। एसजीपीसी के इस फैसले का मकसद दंगों के दौरान जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना जताना और उनके परिवारों के साथ एकजुटता दिखाना है। दिवाली और बंदी छोड़ दिवस के इस पावन मौके पर सुबह से ही श्रद्धालु स्वर्ण मंदिर पहुंचने लगे थे। सुबह पालकी साहिब के समय से ही श्रद्धालु स्वर्ण मंदिर के पवित्र सरोवर में डुबकी लगाते नजर आए। वहीं आज शाम को स्वर्ण मंदिर परिसर के अंदर लाइटिंग की जाएगी। जत्थेदार का आदेश, लाइटिंग ना करें दिल्ली दंगे की 40वीं वर्षगांठ को देखते हुए जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने आदेश दिया है कि श्रद्धलु अपने घरों और गुरुद्वारों में केवल घी के दीये जलाएं और बिजली की सजावट से परहेज करें। इसे देखते हुए सिर्फ शाम के समय ही गोल्डन टेंपल परिसर में लाइटिंग की जाएगी। इसके अलावा बाहर घरों व गुरुद्वारों में कहीं भी लाइटिंग से परहेज करने की सलाह दी है। श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए तैयारियां पूरी देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यहां तैयारियां सुबह से शुरू हो गई। लंगर में दाल-रोटी के अलावा खीर, जलेबी भी परोसी जाएगी। इसके अलावा गोल्डन टेंपल के अंदर जलो भी सजाए जाएंगे। ये वे पुरातन इताहिसिक दरोहरें हैं, जिल्हें कुछ खास दिनों में ही श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए गोल्डन टेंपल के अंदर सजाया जाता है। 52 राजाओं को मुगलों की कैद से छुड़ाया था श्री गुरु हरगोबिंद सिंह जी ने दिवाली के दिन श्री राम सीता माता और लक्ष्मण जी के साथ रावण पर विजय पाने के बाद अयोध्या लौटे थे, लेकिन सिख इतिहास में आज ही के दिन श्री गुरु हरगोबिंद सिंह जी ने 52 राजाओं को अपनी सूझबूझ से मुगलों की कैद से छुड़ाया था। यह बात बादशाह जहांगीर के भारत पर राज करते समय की है। सिख धर्म के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए बादशाह जहांगीर ने सिखों के 6वें श्री गुरू हरगोबिंद सिंह जी को बंदी बना लिया था। उन्हें ग्वालियर के किले में कैद कर दिया। यहां पहले से ही 52 हिन्दू राजा कैद थे, लेकिन संयोग से जब जहांगीर ने श्री गुरू हरगोबिंद सिंह जी को कैद किया तो वह बहुत बीमार पड़ गए। काफी इलाज के बाद भी वह ठीक नहीं हो रहे थे। काजी ने सलाह दी कि श्री गुरु हरगोबिंद सिंह जी को छोड़ दें, लेकिन श्री हरगोबिंद सिंह जी ने अकेले जाने से मना कर दिया और सभी राजाओं को रिहा करने के लिए कहा। जब गुरु हरगोबिंद सिंह जी ने धारण किया था 52 कलियों वाला कुर्ता गुरु हरगोबिंद सिंह जी की बात सुनने के बाद जहांगीर ने भी शर्त रख दी कि वही राजा उनके साथ बाहर जाएगा, जो उनके पहनावे की कली को पकड़ पाएगा, लेकिन श्री गुरु हरगोबिंद सिंह जी ने एक ऐसा कुर्ता पहना, जिसकी 52 कलियां थी। जिसे पकड़ कर सभी 52 राजे ग्वालियर के किले से बाहर आ गए थे। उन्हीं के आजाद होने पर दिवाली के दिन को बंदी छोड़ दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। देखें गोल्डन टेंपल की PHOTOS…