पंजाब में बरनाला के गांव चौहानके कलां में एक नौजवान ने हमला कर अपने पिता का कत्ल कर दिया और भाई को गंभीर रूप में घायल कर दिया। वारदात को बीती रात उस समय अंजाम दिया गया, जब पूरा परिवार सो रहा था। आरोपी युवक मानसिक रुप से बीमार बताया जा रहा है। आरोपी ने अपने पिता और भाई के सिर पर डंडों से प्रहार किए। मृतक के पारिवारिक सदस्य करनैल सिंह ने बताया कि उनके परिवार का एक बेटा मानसिक तौर पर बीमार रहता है। उसने रात करीब 3:00 बजे अपने पिता मग्घर सिंह और सगे भाई कुलवंत सिंह पर जानलेवा हमला कर दिया। जिसके साथ वह दोनों गंभीर रूप में जख्मी हो गए। जिन्हें तुरंत सिविल अस्पताल बरनाला में दाखिल करवाया गया, जहां से दोनों को फरीदकोट अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां मग्घर सिंह की मौत हो गई, जबकि उसका भाई गंभीर रूप में जख्मी है। लंबे समय से चल रही दवाई उन्होंने कहा कि आरोपी नौजवान की पिछले लंबे समय से दिमाग की दवा चल रही है। जब तक उसकी दवा चलती है, वह ठीक रहता है। कभी-कभी वह मानसिक तौर पर अपसेट हो जाता है। इसी के चलते यह घटना घटी है। थाना महल कलां के एसएचओ कमलजीत सिंह ने कहा कि आरोपी मेंटली तौर पर अपसेट रहता है, जिसकी लंबे समय से दवा भी चल रही है। इस मामले में मृतक के बेटे के बयान के आधार पर आरोपी के खिलाफ कत्ल का मामला दर्ज कर लिया है। पंजाब में बरनाला के गांव चौहानके कलां में एक नौजवान ने हमला कर अपने पिता का कत्ल कर दिया और भाई को गंभीर रूप में घायल कर दिया। वारदात को बीती रात उस समय अंजाम दिया गया, जब पूरा परिवार सो रहा था। आरोपी युवक मानसिक रुप से बीमार बताया जा रहा है। आरोपी ने अपने पिता और भाई के सिर पर डंडों से प्रहार किए। मृतक के पारिवारिक सदस्य करनैल सिंह ने बताया कि उनके परिवार का एक बेटा मानसिक तौर पर बीमार रहता है। उसने रात करीब 3:00 बजे अपने पिता मग्घर सिंह और सगे भाई कुलवंत सिंह पर जानलेवा हमला कर दिया। जिसके साथ वह दोनों गंभीर रूप में जख्मी हो गए। जिन्हें तुरंत सिविल अस्पताल बरनाला में दाखिल करवाया गया, जहां से दोनों को फरीदकोट अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां मग्घर सिंह की मौत हो गई, जबकि उसका भाई गंभीर रूप में जख्मी है। लंबे समय से चल रही दवाई उन्होंने कहा कि आरोपी नौजवान की पिछले लंबे समय से दिमाग की दवा चल रही है। जब तक उसकी दवा चलती है, वह ठीक रहता है। कभी-कभी वह मानसिक तौर पर अपसेट हो जाता है। इसी के चलते यह घटना घटी है। थाना महल कलां के एसएचओ कमलजीत सिंह ने कहा कि आरोपी मेंटली तौर पर अपसेट रहता है, जिसकी लंबे समय से दवा भी चल रही है। इस मामले में मृतक के बेटे के बयान के आधार पर आरोपी के खिलाफ कत्ल का मामला दर्ज कर लिया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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हरियाणा विधानसभा को चंडीगढ़ में जगह देने पर बवाल:पंजाब की राजनीतिक पार्टियों ने केंद्र की नियत पर उठाएं सवाल; कोर्ट तक लड़ाई लड़ेंगे
हरियाणा विधानसभा को चंडीगढ़ में जगह देने पर बवाल:पंजाब की राजनीतिक पार्टियों ने केंद्र की नियत पर उठाएं सवाल; कोर्ट तक लड़ाई लड़ेंगे चंडीगढ़ में हरियाणा की विधानसभा की नई इमारत बनाने के लिए दी जा रही जगह पर पंजाब ने ऐतराज जताया है। इस मुद्दे को लेकर पंजाब की राजनीति गर्मा गई है। राज्य की हर पार्टी के नेता ने इस पर ऐतराज जताया है। नेताओं का कहना है कि चंडीगढ़ पर सिर्फ पंजाब का हक है। ऐसे में किसी भी कीमत पर चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा की इमारत नहीं बनने देंगे। केंद्र सरकार जानबूझकर पंजाब का हक कमजोर कर रही है। आम आदमी पार्टी (AAP) इस मामले को कोर्ट में लेकर जाने की तैयारी में है। पूर्व मंत्री व विधायक अनमोल गगन मान ने कहा कि हमारी सरकार इस मामले में पीछे नहीं हटेगी। इस फैसले के खिलाफ हर तरह की लड़ाई लड़ेंगे। धरने प्रदर्शन तक किए जाएंगे। हम हर तरह की लड़ाई लडे़ंगे पंजाब की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार बाज नहीं आ रही है। जिस तरह की खबरें आ रही है कि चंडीगढ़ में हरियाणा को विधानसभा बनाने के लिए दस एकड़ जगह दी जा रही है। इसके बदले हरियाणा चंडीगढ़ प्रशासन को 12 एकड़ जगह पंचकूला में देगा। हरियाणा 12 एकड़ जगह चंडीगढ़ प्रशासन को देने की बजाय अपनी जगह पर विधानसभा बना ले। केंद्र की बीजेपी सरकार किसी न किसी तरीके से चंडीगढ़ पर पंजाब का हक कमजोर करने की कोशिश कर रही है। सभी जानते हैं कि जब चंडीगढ़ बना था तो वह पंजाब के गांवों को उजाड़कर बसाया गया था। वहीं, जब वह पंजाब और हरियाणा अलग हुए थे। रीआरगेनाइजेशन एक्ट बना था। उसमें साफ कहा गया था कि यह अस्थाई इंतजाम है। हरियाणा बाद में अपनी राजधानी अलग बनाएगा। भारत में जहां भी नए राज्य बने हैं। वहां पर ऐसा ही होता आया है। लेकिन केंद्र सरकार पंजाब काे हर तरीके से बर्बाद करना चाहती है। हम इस पर चुप नहीं बैठेंगे। चंडीगढ़ पर बुनियादी, सामाजिक, आर्थिक तौर पर पंजाब का हक है। इसके लिए हर तरह की लड़ाई लड़ेंगे। पंजाब के हक कमजोर करने की कोशिश कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि – ऐसा करके केंद्र सरकार चंडीगढ़ पर उनका हक कमजोर करने की कोशिश में लगी हुई है। कांग्रेस नेता राज कुमार वेरका ने कहा कि केंद्र सरकार हमेशा पंजाब के हकों को छीनने में लगी रहती है। लेकिन इस बार इस चीज को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस चीज का हम विरोध और निंदा करते हैं। चंडीगढ़ पर पंजाब का हक शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर कहा कि केंद्र सरकार पंजाब के हकों पर यह बहुत बड़ा डाका है। हरियाणा चंडीगढ़ में एक अलग विधानसभा बनाने की तैयारी में है। चंडीगढ़ पंजाब का है। 22 गांवों को उजाड़कर चंडीगढ़ बना है। हरियाणा को हमने लीज पर अपनी इमारतें दी हुई है। केंद्र हरियाणा की स्थाई विधानसभा बनाकर चंडीगढ़ को यूटी बनाना चाहता है। इस चीज को हम होने नहीं देंगे। उन्होंने पंजाब सरकार को भी घेरा। कहा जब से भगवंत मान पंजाब के सीएम बने हैं, तब से केंद्र सरकार पंजाब के हकों का हनन कर रही है।
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गुरदासपुर में कार ने एक्टिवा सवार मां-बेटी को कुचला:महिला की मौके पर मौत, बेटी बाल-बाल बची, 1 घंटे बाद पहुंची पुलिस, लोगों ने किया सड़क जाम गुरदासपुर के फतेहगढ़ चूड़ियां कस्बे में एक 42 वर्षीय महिला की सड़क दुर्घटना में मौत होने का मामला सामने आया है। मृतक की पहचान आजमपुरा निवासी 42 वर्षीय गुरमीत कौर के रूप में हुई है। वह अपनी बेटी इंदरजीत कौर के साथ एक्टिवा पर फतेहगढ़ चूड़ियां कस्बे से अपने गांव जा रही थी, तभी रास्ते में तेज रफ्तार वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। संतुलन बिगड़ने से दोनों एक्टिवा समेत गिर गए और पीछे से आ रही एक कार ने महिला को कुचल दिया। दुर्घटना के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया। इस दुर्घटना में मृतक महिला की बेटी बाल-बाल बच गई, लेकिन महिला गुरमीत कौर की मौके पर ही मौत हो गई। इस दुर्घटना के बाद एक्टिवा पर सवार उसकी बेटी ने अपने परिजनों और एक राहगीर को घटना की जानकारी दी। एक घंटे बाद पहुंचे पुलिसकर्मी आस-पास के लोगों ने पुलिस और एंबुलेंस को फोन किया। लेकिन एक घंटा बीत जाने के बाद भी कोई पुलिस अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। जिससे गुस्साए परिजनों व आसपास के लोगों ने सड़क को दोनों तरफ से जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ धरना देकर प्रदर्शन किया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया करीब डेढ़ घंटे बाद पहुंचे पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और परिजनों के बयान दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी और जिस वाहन से दुर्घटना हुई है उसकी तलाश की जा रही है।
शहीद के पेरेंट्स-पत्नी को इंश्योरेंस फंड के 50-50 लाख मिले:आर्मी बोली- पेंशन पत्नी को मिलेगी, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें नॉमिनी बनाया था
शहीद के पेरेंट्स-पत्नी को इंश्योरेंस फंड के 50-50 लाख मिले:आर्मी बोली- पेंशन पत्नी को मिलेगी, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें नॉमिनी बनाया था सियाचिन में सेना के टेंट में आग लगने से 19 जुलाई 2023 को शहीद हुए देवरिया के कैप्टन अंशुमान के परिवार को आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस फंड से 1 करोड़ रुपए दिए गए। यह रकम अंशुमान के पेरेंट्स और उनकी पत्नी में आधी-आधी बांटी गई। शहीद के माता-पिता ने कहा था- बेटे को मिले मरणोपरांत कीर्ति चक्र को बहू ने छूने भी नहीं दिया। बेटे के जाने के बाद बहू सम्मान लेकर चली गई। हमारे पास कुछ नहीं बचा। आर्मी को शहीद के परिवार को मिलने वाली वित्तीय सहायता के नियमों में बदलाव करना चाहिए। इसे लेकर आर्मी के सूत्रों ने कहा है कि आर्मी की ओर से पेरेंट्स को 50 लाख और पत्नी को 50 लाख दिए जा चुके हैं। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक शहीद की पेंशन उनकी पत्नी स्मृति को ही मिलेगी, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें नॉमिनी बनाया था। इसके अलावा UP सरकार ने भी परिवार को 50 लाख रुपए दिए थे। इसमें से 15 लाख माता-पिता और 35 लाख रुपए पत्नी स्मृति को दिए गए थे। इसके बावजूद शहीद के पेरेंट्स ने कहा था कि वित्तीय सहायता के नियमों में बदलाव होना चाहिए। आर्मी ने कहा- शहीद के पिता रिटायर्ड JCO, उन्हें पेंशन मिलती है
आर्मी के एक अधिकारी ने कहा- कैप्टन अंशुमान मार्च 2020 में आर्मी मेडिकल कॉर्प्स में शामिल हुए थे। पत्नी स्मृति को आर्मी के ज्यादा बेनिफिट इसलिए मिल रहे हैं, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें अपना नॉमिनी बनाया था। साथ ही बताया कि अंशुमान के पिता आर्मी में रिटायर्ड JCO हैं। उन्हें पेंशन और आर्मी की अन्य सुविधाएं मिलती हैं। ऐसे मुद्दे आर्मी के सामने पहले भी आए हैं, खासकर तब जब शहीद के माता-पिता उन पर आश्रित होते हैं, लेकिन आर्मी यूनिट ऐसे मुद्दों को निपटा लेती है। अंशुमान का मामला अलग है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि उनके पिता भी सेना में रह चुके हैं। आर्मी में PF और पेंशन के नियम पत्नी ने कहा था- एक कॉल ने 50 साल के सपने तोड़ दिए
सम्मान समारोह के बाद स्मृति ने कहा- अंशुमान के शहीद होने का कॉल आया था। इस कॉल ने 50 साल के सपने तोड़ दिए थे। कैप्टन अंशुमान बहुत सक्षम थे। वे अक्सर कहा करते थे, मैं अपने सीने पर गोली खाकर मरना चाहता हूं। मैं आम आदमी की तरह नहीं मरना चाहता, जिसे कोई जान ही न पाए। इंजीनियरिंग कॉलेज के पहले दिन हमारी मुलाकात हुई थी। यह पहली नजर का प्यार था। एक महीना ही बीता था कि उनका चयन AFMC में हो गया। वे सुपर इंटेलिजेंट शख्स थे। हम सिर्फ एक महीना ही रूबरू मिले। फिर आठ साल तक दूरी रही, लेकिन रिश्ता बना रहा। फरवरी, 2023 में हमने शादी कर ली। दुर्भाग्य से शादी के दो महीने बाद ही उनकी सियाचिन में पोस्टिंग हो गई। 18 जुलाई, 2023 को हमारी लंबी बातचीत हुई थी कि अगले 50 साल में हमारी जिंदगी कैसी होगी। अपना घर होगा। हमारे बच्चे होंगे …और भी बहुत कुछ। 19 जुलाई की सुबह मैं एक फोन कॉल से उठी। उधर से आवाज आई…कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हो गए। यह खबर भी पढ़ें… शादी के 5 महीने बाद कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद, ग्लेशियर में टेंट में आग लगने से गई थी जान सियाचिन ग्लेशियर में भारतीय सेना के कई टेंट में आग लग गई। हादसे में रेजिमेंटल मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हो गए। अंशुमान सिंह की 5 महीने पहले 10 फरवरी को शादी हुई थी। कैप्टन अंशुमान 15 दिन पहले ही सियाचिन गए थे। अंशुमान मूल रूप से देवरिया के रहने वाले थे। पूरी खबर पढ़ें…