पंजाब के जालंधर देहात में पड़ते थाना मेहतपुर के अंदर वाल्मीकि समाज से संबंध रखने वाले किसी नेता से मारपीट का एक पोस्ट वायरल हो रहा था, जिसे लेकर वाल्मीकि भाइचारे में काफी रोष था। मगर अब थाना मेहतपुर द्वारा उक्त पोस्ट को फेक बताया है और कहा गया है कि ये बाद सिर्फ अफवाह है। थाने के अंदर ऐसा कोई की कांड नहीं है। बता दें कि मामला इतना बढ़ गया था कि पुलिस को इसे लेकर मेहतपुर थाने के एसएचओ का वीडियो जारी करना पड़ा और सारे मामले में स्पष्टीकरण देना पड़ा। एसएचओ बोले- थाने में ऐसा कुछ नहीं हुआ, खबर फेक है इस लेकर थाना मेहतपुर के एसएचओ जयपाल सिंह का एक वीडियो जालंधर देहात पुलिस द्वारा जारी किया गया है। जिसमें एसएचओ कह रहे हैं कि सोशल मीडिया पर बीते दिन एक वीडियो वायरल हो रहा है कि वाल्मीकि समाज से संबंध रखने वाले कुछ वरिष्ठ लीडरों से थाना मेहतपुर में मारपीट की गई है। जिसमें लिखा था कि पुलिस ने थाने के अंदर इस वारदात को अंजाम दिया। इसे लेकर वाल्मीकि समाज में रोष है। इस पर एसएचओ जयपाल ने कहा- ये खबर बिल्कुल बेबुनियाद है। ऐसा कुछ भी थाने के अंदर नहीं हुआ। कृपया इस खबर को शेयर न किया जाए, जिससे लोगों में अफवाह ने फैले। पंजाब के जालंधर देहात में पड़ते थाना मेहतपुर के अंदर वाल्मीकि समाज से संबंध रखने वाले किसी नेता से मारपीट का एक पोस्ट वायरल हो रहा था, जिसे लेकर वाल्मीकि भाइचारे में काफी रोष था। मगर अब थाना मेहतपुर द्वारा उक्त पोस्ट को फेक बताया है और कहा गया है कि ये बाद सिर्फ अफवाह है। थाने के अंदर ऐसा कोई की कांड नहीं है। बता दें कि मामला इतना बढ़ गया था कि पुलिस को इसे लेकर मेहतपुर थाने के एसएचओ का वीडियो जारी करना पड़ा और सारे मामले में स्पष्टीकरण देना पड़ा। एसएचओ बोले- थाने में ऐसा कुछ नहीं हुआ, खबर फेक है इस लेकर थाना मेहतपुर के एसएचओ जयपाल सिंह का एक वीडियो जालंधर देहात पुलिस द्वारा जारी किया गया है। जिसमें एसएचओ कह रहे हैं कि सोशल मीडिया पर बीते दिन एक वीडियो वायरल हो रहा है कि वाल्मीकि समाज से संबंध रखने वाले कुछ वरिष्ठ लीडरों से थाना मेहतपुर में मारपीट की गई है। जिसमें लिखा था कि पुलिस ने थाने के अंदर इस वारदात को अंजाम दिया। इसे लेकर वाल्मीकि समाज में रोष है। इस पर एसएचओ जयपाल ने कहा- ये खबर बिल्कुल बेबुनियाद है। ऐसा कुछ भी थाने के अंदर नहीं हुआ। कृपया इस खबर को शेयर न किया जाए, जिससे लोगों में अफवाह ने फैले। पंजाब | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में नामधारी डेरे के ग्रुपों में हिंसक टकराव:8 लोगों को गोली मारी, छुड़ाने आई पुलिस पर भी फायरिंग, आंसू गैस छोड़ भीड़ खदेड़ी
हरियाणा में नामधारी डेरे के ग्रुपों में हिंसक टकराव:8 लोगों को गोली मारी, छुड़ाने आई पुलिस पर भी फायरिंग, आंसू गैस छोड़ भीड़ खदेड़ी हरियाणा के सिरसा में नामधारी डेरे की जमीन को लेकर 2 ग्रुपों में हिंसक झड़प हो गई। दोनों के बीच गोलियां चलीं, जिसमें 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। फायरिंग की सूचना पाकर पुलिस वहां पहुंची तो उन पर भी गोलियां चला दी गई। यह देख पहले पुलिस वाले जान बचाने के लिए भागे। इसके बाद आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को वहां से खदेड़ा। हिंसक झड़प के बाद SP विक्रांत भूषण पुलिस फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए जीवन नगर एरिया में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। घायलों को इलाज के लिए अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। डेरे की जगह पर काफी संख्या में पुलिस तैनात की गई है। पुलिस को शक है कि हमलावर अभी भी हथियार लेकर खेतों में छुपे हुए हैं। भारी हंगामा, पुलिस जवान भी भागते दिखे PHOTOS… डेरे की 12 एकड़ जमीन को लेकर 2 ग्रुपों में विवाद
गांव के सरपंच सुखचैन सिंह ने बताया नामधारी सिख समुदाय में दो धाम हैं। एक धाम लुधियाना में श्री भैणी साहिब है, जिसका प्रबंधन सतगुरु उदय सिंह करते हैं। दूसरा धाम रानियां के जीवन नगर में है, इस डेरे का प्रबंधन उदय सिंह के भाई ठाकुर दलीप सिंह करते हैं। आज सुबह सतगुरु उदय सिंह के अनुयायी डेरा जीवन नगर से सटी 12 एकड़ जमीन पर कब्जा करने की नीयत से आए थे। उन्होंने जमीन के चारों ओर सफेद झंडे लगा दिए। जमीन श्री जीवन नगर नामधारी धाम से सटी है। दलीप सिंह के अनुयायी मिट्ठू सिंह का दावा है कि यह जमीन उनकी है। कब्जा लेने की कोशिश का पता चलते ही दूसरा पक्ष वहां पहुंच गया। जिसके बाद दोनों पक्षों में जमकर झगड़ा हो गया। मिट्ठू सिंह ने कहा कि सतगुरु उदय सिंह के करीब 250 अनुयायी जमीन पर कब्जा करना चाहते थे। इसके बाद अनुयायियों ने डेरे पर हमला कर दिया। चश्मदीदों के मुताबिक इसके बाद दोनों ग्रुपों के समर्थक आमने-सामने हो गए। उनके बीच फायरिंग शुरू हो गई। जिसमें 8 लोगों को गोली लग गई। माहौल इस कदर खराब हो गया कि वहां चीखोपुकार मच गया। पुलिस पर फायरिंग, आंसू गैस के गोले दागे
वारदात का पता चलते ही पुलिस टीम वहां पहुंची। पुलिस के आने तक भी वहां दोनों पक्षों में गोलियां चल रहीं थी। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो उनके ऊपर भी फायरिंग कर दी गई। इस दौरान पुलिस वालों को जान बचाने के लिए भागना पड़ा। हालांकि, इसके बाद पुलिस ने भीड़ को शांत करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे। इसके बाद एसपी विक्रांत भूषण भी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। जीवन नगर इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पहले पक्ष का दावा
सतगुरु दलीप सिंह के अनुयायी हरविंद्र सिंह मिट्ठू का कहना है यह जमीन उनकी है। उन्होंने यह जमीन माता दलीप कौर को 2029 तक गहने पर दी हुई थी। उनकी मौत के बाद इस जमीन की देखरेख नामधारी गुरुद्वारा समिति श्री जीवन नगर कर रही थी। इस जमीन को लेकर दूसरे पक्ष ने मेरे पिता से जबरन इंतकाल करवा लिया। इसके बाद हमने इंतकाल को चैलेंज किया और फाइनेंस कमिश्नर हरियाणा में अपील डाली। इस पर 27 जून 2019 को हमारे हक में फैसला आया था। उस इंतकाल की कॉपी हमने एडीएम ऐलानाबाद में जमा करवाई हुई है। दूसरा पक्ष बोला- लंगर कमेटी भैणी साहिब के नाम है जमीन
वहीं, सतगुरु उदय सिंह के अनुयायी नकौड़ा गांव के पूर्व सरपंच सुच्चा सिंह का दावा है कि यह जमीन गुरुद्वारा लंगर कमेटी भैणी साहिब लुधियाना के नाम है। रविवार को जमीन पर स्प्रे करने के लिए उनके आदमी गए थे। किसी के पास कोई हथियार नहीं थे। हमारे लोगों का लड़ने का कोई इरादा नहीं था। दूसरे पक्ष के लोगों ने गोलियां चलाईं। पुलिस कर्मचारियों को गोलियां लगते-लगते बची हैं। हमने भी पुलिस में शिकायत दी है। 13 लोगों पर केस दर्ज
पुलिस ने नामधारी गुरुद्वारा प्रबंधन समिति की शिकायत पर 13 लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया है। इसमें गुरुचरण सिंह, पूर्ण सिंह, गुरमीत सिंह, बल्हार सिंह, गुरदीप सिंह, हरप्रीत सिंह, सूबा बलकार सिंह, हरभजन सिंह, सतनाम सिंह, नक्षत्र सिंह, सेवा सिंह और रणजीत सिंह नामजद हैं। इसके अलावा 250 से 300 अन्य लोगों पर केस दर्ज है। 3 घायलों की हालत गंभीर
वहीं, अभी तक इस मामले में किसी के मरने की सूचना नहीं है, लेकिन जिन 8 लोगों को गोली लगी है, उनमें से 3 गंभीर हैं। डॉक्टरों ने 4 लोगों को सिविल अस्पताल सिरसा से अग्रोहा मेडिकल रेफर कर दिया है। वहीं, 4 लोगों का सिरसा के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। घायलों की पहचान सुखचैन सिंह, प्रेम सिंह, कुलदीप सिंह, साहब सिंह, कर्मजीत सिंह, गुरदीप सिंह, कर्ण सिंह और बिहान सिंह के रूप में हुई है। इनमें से 3 लोगों की जांघ, कंधे और हाथ पर गोली लगी है। वहीं, 5 लोगों के छर्रे लगे हैं। पहले से प्लानिंग कर बैठे थे लोग
पूर्व सरपंच सुखचैन सिंह ने कहा कि दूसरे पक्ष के लोग पहले से ही प्लानिंग करके बैठे थे। उन्होंने डेरे के लोगों पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। इसमें कई लोग घायल हो गए। उन्होंने मौके पर पहुंचे एसएचओ की गाड़ी पर भी गोलियां चलाईं। गाड़ी का ड्राइवर बाल-बाल बच गया। उन्होंने बताया कि गोलियां चलाने वाले पक्ष के 50 से 60 लोग थे। विवाद की सूचना मिलने पर डेरे के पक्ष के लोग भी इकट्ठा हो गए। उन्होंने कोई गोली नहीं चलाई। दूसरा पक्ष हमला कर रहा है। पुलिस ने फिलहाल मामले की जांच शुरू कर दी है।
मोगा में ई-सिगरेट बेचने पर तीन साल की कैद:मानयोग कोर्ट ने लगाया सवा लाख रुपए का जुर्माना, बिना लाइसेंस की जा बिक्री
मोगा में ई-सिगरेट बेचने पर तीन साल की कैद:मानयोग कोर्ट ने लगाया सवा लाख रुपए का जुर्माना, बिना लाइसेंस की जा बिक्री मोगा मानयोग में अदालत ने आज पान की दुकान करने वाले एक व्याक्ति को ई-सिगरट बेचने का दोषी पाए जाने पर तीन साल की सजा और 1 लाख 25 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। जानकारी देते हुए सरकारी वकील ने बताया कि, सरकार की तरफ से जनवरी 2023 में ई-सिगरट बेचने को लेकर पाबंदी लगाई हुई थी। मोगा में हरबंस पान हाउस की काफी शिकायत आई थी कि वह प्रतिबंधित ई-सिगरट बेच रहा है। शिकायत के बाद ड्रग विभाग की ड्रग अधिकारी सोनिया गुप्ता की ओर से कार्रवाई करते हुए हरबंस पान हाउस के मालिक सुनील मोंगा को गिरफ्तार कर लिया गया। मौके से बरामद ई सिगरट पकड़ी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। सैंपल में निकोटीन ज्यादा मात्रा में पाया गया और इनके पास लाइसेंस भी नहीं था, जिसे लेकर आज मानयोग न्यायाधीश एन एस संधू ने सुनील मोंगा को तीन साल की सजा एवं 1 लाख 25 हजार रुपए जुर्माना किया।
डिंपी ढिल्लों आज AAP में करेंगे जॉइन:CM मान गिद्दड़बाहा में पार्टी में करवाएंगे शामिल, उप चुनाव में उम्मीदवार बनाने की तैयारी
डिंपी ढिल्लों आज AAP में करेंगे जॉइन:CM मान गिद्दड़बाहा में पार्टी में करवाएंगे शामिल, उप चुनाव में उम्मीदवार बनाने की तैयारी पंजाब के गिद्दड़बाहा से शिरोमणि अकाली दल (SAD) को अलविदा कहने वाले हलका प्रभारी व सुखबीर बादल के करीबी हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों आज आम आदमी पार्टी में शामिल होंगे। सीएम भगवंत मान उन्हें पार्टी में जॉइन करवाने के लिए खुद गिद्दड़बाहा जा रहे हैं। इसके लिए वहां पर एक प्रोग्राम रखा गया है। उम्मीद है कि आने वाले विधानसभा उप चुनाव के लिए पार्टी उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित कर सकती है। वहीं, सीएम के गिदड़बाहा दौरे के चलते सुरक्षा प्रबंध काफी मजबूत किए गए है। मनप्रीत बादल के चलते छोड़ी पार्टी डिंपी ढिल्लों ने SAD को छोड़ते हुए साफ किया था कि वह मनप्रीत बादल की वजह से पार्टी छोड़ रहे हैं। उनका आरोप था कि भले ही मनप्रीत बादल भाजपा में है। लेकिन जब भी इलाके में जाते हैं, तो कहते हैं कि सुखबीर बादल और उनके रिश्ते काफी अच्छे हैं। वह दोनों घी और खिचड़ी की तरह हैं। ऐसे में कार्यकर्ता भी भ्रमित है। उन्होंने सुखबीर बादल को भी इस बारे में स्थिति साफ करने को कहा था, लेकिन वह भी कुछ नहीं कह रहे थे। न ही वह खुद वहां से चुनाव लड़ने की बात कर रहे थे, न ही उन्हें उम्मीदवार घोषित किया गया। उनकी दोस्ती पर परिवारवाद भारी हो गया। वहीं, उन्होंने कहा कि अभी तक मौजूदा सरकार का कार्यकाल दो साल शेष हैं। ऐसे में वह अपने इलाके का विकास करवा पाए। इसलिए उन्होंने पार्टी जॉइन करने का फैसला लिया है। हालांकि सुखबीर बादल ने पार्टी कार्यकर्ताओं से मीटिंग में कहा था कि डिंपी के पार्टी छोड़ने से उन्हें दुख लगा है। उन्होंने डिंपी को कहा था कि वह वापस आ जाए। उन्होंने डिंपी को 10 दिन पार्टी में वापस आने का समय दिया है। साथ ही कहा था कि वह उन्हें उम्मीदवार घोषित कर देंगे। 2022 में मात्र 1349 वोटों से हारे थे डिंपी ढिल्लों की गिदड़बाहा सीट पर अच्छी पकड़ है। दो बार चुनावों में उन्होंने SAD की टिकट पर चुनाव लड़ा था। लेकिन दोनों बार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। साल 2012 से यहां से लगातार कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग चुनाव जीतने आ रहे है। 2017 में हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को राजा वड़िंग ने हराया था। चुनाव में डिंपी को 47288 को वोट मिले थे, जबकि वड़िंग को 63500 मत मिले थे। 2022 में जब पूरे राज्य में आम आदमी पार्टी की हवा थी। लेकिन इस सीट पर शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस के बीच में ही मुकाबला था। इस दौरान राजा वड़िंग के वोट कम होकर 50998 रह गए, जबकि डिंपी को 49649 वोट मिले। दोनों में जीत का अंतर 1349 वोट का था। ऐसे में डिंपी ढिल्लों खुद को काफी मजबूत दावेदर इस सीट से मानते हैं।