मंडी जिले के गोहर में अचानक हुई बारिश से पूरा गणई चौक तालाब में तब्दील हो गया। यहां सड़क पार कर रहे एक दंपती को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पानी का बहाव इतना तेज़ था कि महिला सड़क पार करने से पहले ही दो बार सड़क पर गिर पड़ी। ग़नीमत रही कि जिस जगह महिला गिरी वहां पर पानी गहरा नहीं था। पूरी घटना का वीडियो किसी ने अपने मोबाइल में बना लिया। जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि तालाब बने चौक पर सड़क पार कर रही महिला पहले गिरती है, फिर उसका पति उसे उठाता है और फिर महिला पानी मे गिर जाती है। चौक में 1 फीट से ऊपर पानी भरा छोटी सी बारिश में यह चौक तालाब का रूप धारण कर लेता है, जिसकी वजह से यहां हर बार इस तरह की स्थिति पैदा हो जाती है। पानी की सही निकासी ना होने के चलते पूरा पानी चौक में 1 फीट से ऊपर पानी जमा हो जाता है। जिससे वाहन चालकों को भी काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। लोगों ने जिला प्रशासन से समस्या का जल्द हल करवाने की मांग की। उपायुक्त ने की सावधानी बरतने की अपील उपायुक्त अपुर्व देवगन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने नदी नालों से दूर रहने की सलाह दी है। अपुर्व देवगन ने कहा कि कहीं भी कोई घटना होती है तो उसकी सूचना जिला प्रशासन को दें। वहीं चंडीगढ़ -मानाली नेशनल हाइवे 9 मील के पास वनवे चल रहा है ,पुलिस की देखरेख में यहां से वाहन गुजारे जा रहे है। मंडी जिले के गोहर में अचानक हुई बारिश से पूरा गणई चौक तालाब में तब्दील हो गया। यहां सड़क पार कर रहे एक दंपती को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पानी का बहाव इतना तेज़ था कि महिला सड़क पार करने से पहले ही दो बार सड़क पर गिर पड़ी। ग़नीमत रही कि जिस जगह महिला गिरी वहां पर पानी गहरा नहीं था। पूरी घटना का वीडियो किसी ने अपने मोबाइल में बना लिया। जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि तालाब बने चौक पर सड़क पार कर रही महिला पहले गिरती है, फिर उसका पति उसे उठाता है और फिर महिला पानी मे गिर जाती है। चौक में 1 फीट से ऊपर पानी भरा छोटी सी बारिश में यह चौक तालाब का रूप धारण कर लेता है, जिसकी वजह से यहां हर बार इस तरह की स्थिति पैदा हो जाती है। पानी की सही निकासी ना होने के चलते पूरा पानी चौक में 1 फीट से ऊपर पानी जमा हो जाता है। जिससे वाहन चालकों को भी काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। लोगों ने जिला प्रशासन से समस्या का जल्द हल करवाने की मांग की। उपायुक्त ने की सावधानी बरतने की अपील उपायुक्त अपुर्व देवगन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने नदी नालों से दूर रहने की सलाह दी है। अपुर्व देवगन ने कहा कि कहीं भी कोई घटना होती है तो उसकी सूचना जिला प्रशासन को दें। वहीं चंडीगढ़ -मानाली नेशनल हाइवे 9 मील के पास वनवे चल रहा है ,पुलिस की देखरेख में यहां से वाहन गुजारे जा रहे है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में अक्टूबर में भी छूट रहे पसीने:8 शहरों का तापमान 30 डिग्री पार; 6 दिन बारिश के आसार नहीं हिमाचल प्रदेश के 7 जिलों में अक्टूबर माह में अब तक पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी। इससे अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में भी लोगों के दिन के वक्त पसीने छूट रहे हैं। 8 शहरों का पारा 30 डिग्री या इससे ज्यादा चल रहा है। ऊना का तापमान सर्वाधिक 34 डिग्री चल रहा है, जोकि सामान्य से 2.3 डिग्री ज्यादा है। सुंदरनगर का पारा 30.8 डिग्री, भुंतर 30.6 डिग्री, कांगड़ा 30, बिलासपुर 32.6, बरठी 30.7, नैरी 31.8 और धौलाकुआं 31.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अगले 6 दिन बारिश के आसार नहीं प्रदेश में अगले 6 दिन तक भी बारिश के आसार नहीं है। इससे खासकर मैदानी इलाकों में लोगों से गर्मी से राहत मिलने वाली नहीं है। अक्टूबर में सामान्य से 95 प्रतिशत कम बारिश मौसम विभाग के अनुसार, 1 से 15 अक्टूबर के बीच यानी पोस्ट मानसून सीजन में सामान्य से 95 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 7 जिले बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कुल्लू, शिमला, सिरमौर और सोलन में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी। किन्नौर और लाहौल स्पीति में भी हल्की बूंदाबांदी ही हुई है। प्रदेश के किस जिला में कितनी बारिश हुई ऊना जिला में 8.6 मिलीमीटर बारिश जरूर हुई है, लेकिन यहां भी सामान्य से 34 प्रतिशत कम बारिश हुई है। प्रदेश में इससे 15 अक्टूबर बीतने के बाद भी ठंड का एहसास नहीं हो पा रहा है। ज्यादातर शहरों का न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा चल रहा है। केलांग-कल्पा जैसे ठंडे क्षेत्रों में भी सामान्य से ठंड नहीं आलम यह है कि केलांग, कल्पा, कुकुमसैरी जैसे ठंडे क्षेत्रों में जहां 15 अक्टूबर के बाद तापमान माइनस में जाता था। वहां पर अभी तापमान नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है। केलांग का न्यूनतम तापमान नॉर्मल से 1 डिग्री ज्यादा के साथ 3 डिग्री और कल्पा का पारा सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा के साथ 5.9 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। शिमला-मनाली में सुहावना मौसम मशहूर पर्यटन स्थल शिमला, मनाली, नारकंडा, कुफरी में भी अभी सामान्य से ज्यादा पारा है। इन शहरों में भी अभी ठंड का एहसास नहीं हो पा रहा। शिमला का न्यूनतम पारा 12 डिग्री, मनाली का 8.2 डिग्री चल रहा है। दिन में यहां इन पर्यटन स्थलों पर सुहावना मौसम बना हुआ है। प्रदेश के प्रमुख शहरों का न्यूनतम तापमान
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सीएम सुक्खू की अध्यक्षता में आज कैबिनेट बैठक:आपदा राहत पैकेज को लेकर होगी चर्चा, नए कार्यालयों को लेकर विचार हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आज राज्य सचिवालय में मंत्री मंडल की बैठक 12 बजे से शुरू होगी। आगामी 27 अगस्त से शुरू होने वाले मानसून सत्र से पहले यह आखरी कैबिनेट बैठक हो सकती है। ऐसे में कैबिनेट मीटिंग में मानसून सत्र के विषय मे चर्चा हो सकती है। सरकार की तरफ से सत्र में पेश किए जाने विधेयकों को लेकर चर्चा ही सकती है। इसके अलावा सत्र में विपक्ष की तरफ से आने वाले सवालों का किस तरह काउंटर करना है, इसको लेकर भी मंत्रणा हो सकती है। बैठक में मानसून सत्र के अलावा भी सरकार कई अन्य बड़े फैसले भी कर सकती है। आपदा विशेष राहत पैकेज पर विचार सूचना के अनुसार प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा के लिए कैबिनेट में आज विशेष आपदा राहत पैकेज को मंजूरी मिल सकती है। मुख्यमंत्री उसकी घोषणा विधानसभा सत्र के दौरान कर सकते है। आपदा से जिन परिवारों को भारी नुकसान हुआ हैं, उनके राहत एवं पुनर्वास के लिए राहत पैकेज का भी कैबिनेट में ऐलान हो सकता है। प्रदेश में इस बार 133 मकान पूरी तरह जमीदोंज हुए है। 31 जुलाई की रात में बादल फटने के बाद भारी बारिश और बाढ़ में 55 लोग लापता हो गए। इनमें से 30 लोग अभी भी लापता है। रामपुर का पूरा समेज गांव ही बाढ़ में बह गया है। ऐसे बाढ़ प्रभावितों के लिए कैबिनेट में पैकेज का ऐलान हो सकता है। इसके अलावा पुलिस जवानों के परिवहन बसों में सफर को लेकर पिछले कैबिनेट में किए फैसले पर कैबिनेट बदलाव कर सकती है। प्रदेश में विभिन्न विभागों में खाली चल रहे कई पदों को भरने के लिए भी कैबिनेट मंजूरी दे सकती है। DA-एरियर पर घमासान हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियों के लंबित DA-एरियर पर मचा घमासान भले ही बीते देर शाम से धीमा पड़ गया हो। लेकिन प्रदेश सरकार इसको लंबे समय तक नहीं दबा सकती। कैबिनेट में आज इस पर चर्चा होने के बहुत कम संकेत है। क्योंकि मुख्यमंत्री ने कल ही अलग अलग कर्मचारी संगठनों के नेताओं से बैठक की है और DA-एरियर देने के लिए समय मांगा है। प्रदेश में खुल सकते है कई नए कार्यालय कैबिनेट बैठक में प्रदेश में कई विभागों के नए कार्यालयों के खोलने को भी मंजूरी मिल सकती है। स्वास्थ्य, शिक्षा और जलशक्ति विभाग में कार्यालयों को खोलने को मंजूरी मिल सकती है।
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हिमाचल में CPS आज खाली करेंगे दफ्तर:मुख्य सचिव ने सभी सुख सुविधाएं छीनने के ऑर्डर जारी किए; फॉर्चुनर गाड़ियां GAD को हेंड-ओवर हिमाचल हाईकोर्ट के फैसले के बाद सभी मुख्य संसदीय सचिवों (CPS) की गाड़ी, बंगला, दफ्तर और स्टाफ जैसी सुख-सुविधाएं छीनने के सरकार ने आदेश जारी कर दिए हैं। इनसे स्टाफ और गाड़ियां वापस ले ली गई हैं। अब दफ्तर और बंगले भी खाली करने होंगे। कोर्ट के आदेशों पर बीती शाम को ही मुख्य सचिव ने भी इन सुविधाएं वापस लेने के आदेश जारी कर दिए हैं। मुख्य सचिव के आदेशों दफ्तर और सरकारी बंगले भी खाली किए जा सकते हैं। सरकार ने इन्हें सचिवालय में दफ्तर और रहने के लिए आलीशान कोठियां दे रखी हैं। फॉर्चुनर गाड़ी जीएडी को हेंड-ओवर करनी होगी CPS को सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) ने फॉर्चुनर गाड़ियां दे रखी थी। इन्हें आज GAD को हेंड-ओवर करना होगा। जो सीपीएस बीते कल शिमला में थे, उन्होंने अपनी गाड़ियां GAD को दे दी है। प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में सीपीएस के साथ गई आज GAD को सौंपी जाएगी। हालांकि सीपीएस ने गाड़ियों का इस्तेमाल बीती शाम से ही बंद कर दिया है। अब 2.20 लाख सैलरी नहीं सीपीएस के साथ अटैच स्टाफ वापस करने के भी बीती शाम को ही आदेश कर दिए गए हैं। हाईकोर्ट द्वारा राज्य का 2006 का CPS एक्ट निरस्त करने के बाद अब इन विधायकों को प्रति माह 2.20 लाख रुपए सेलरी और भत्ते भी नहीं मिलेंगे। किस सीपीएस को कौन सा विभाग पूर्व CPS मोहन लाल ब्राक्टा विधि विभाग और बागवानी, रामकुमार नगर नियोजन, उद्योग और राजस्व, आशीष बुटेल शहरी विकास विभाग के साथ शिक्षा विभाग में मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के साथ अटैच थे। वहीं, सीपीएस किशोरी लाल पशुपालन विभाग व ग्रामीण विकास और संजय अवस्थी स्वास्थ्य जनसंपर्क और लोक निर्माण विभाग की जिम्मा देख रहे थे। CPS के होकर जाती रही फाइलें सीपीएस को बेशक मंत्रियों के बराबर सुख सुविधाएं मिल रही थी। मगर इन्हें फाइल पर साइन करने की शक्तियां नहीं थी। फिर भी संबंधित विभागों की फाइन मंत्रियों को सीपीएस के थ्रू जाती थी।