हरियाणा में देश में प्रसिद्ध चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर विवादों में फंस गए हैं। हिसार के बिश्नोई मंदिर में जन्माष्टमी पर हुए कार्यक्रम में कुलपति बीआर कंबोज भाजपा के मंच पर चढ़ गए। हरियाणा में चुनाव की घोषणा हो चुकी है और आचार संहिता लग चुकी है। चुनाव आयोग के संज्ञान में मामले को लाया गया और हिसार विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) ने अपनी रिपोर्ट में कुलपति को आचार संहिता के उल्लंघन में दोषी पाया गया है। आरओ ने चुनाव आयोग को रिपोर्ट सौंप दी है। वहीं, आरओ के नोटिस के जवाब में कुलपति ने कहा कि, मैं धार्मिक प्रवृत्ति का व्यक्ति हूं और नियमित तौर पर धार्मिक आयोजनों में शामिल होता रहा हूं। आरओ कुलपति के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं। आरओ की रिपोर्ट में मंच सांझा करने का आरोप
हिसार आरओ की रिपोर्ट के मुताबिक, कुलपति प्रोफेसर बलदेव राज कंबोज बिश्नोई सभा द्वारा बिश्नोई मंदिर में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। 26 अगस्त के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्य अतिथि थे और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता, पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई, आदमपुर और फतेहाबाद के भाजपा विधायक भव्य बिश्नोई और दुड़ाराम सहित राजनीतिक नेता उपस्थित थे। कुलपति मंच पर सबसे आगे की पंक्ति में बैठे थे। कुलपति के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। कुलपति ने नोटिस का यह दिया है जवाब
प्रोफेसर बलदेव राज कंबोज ने आरओ द्वारा दिए गए नोटिस का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि वह एक धार्मिक व्यक्ति होने के नाते नियमित आधार पर धार्मिक आयोजनों में शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि वह समारोह में गए थे, क्योंकि उन्हें जन्माष्टमी के अवसर पर प्रमुख व्यक्तियों द्वारा आमंत्रित किया गया था, जैसा कि वह कई वर्षों से करते आ रहे हैं। उन्होंने किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार किया। हरियाणा में देश में प्रसिद्ध चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर विवादों में फंस गए हैं। हिसार के बिश्नोई मंदिर में जन्माष्टमी पर हुए कार्यक्रम में कुलपति बीआर कंबोज भाजपा के मंच पर चढ़ गए। हरियाणा में चुनाव की घोषणा हो चुकी है और आचार संहिता लग चुकी है। चुनाव आयोग के संज्ञान में मामले को लाया गया और हिसार विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) ने अपनी रिपोर्ट में कुलपति को आचार संहिता के उल्लंघन में दोषी पाया गया है। आरओ ने चुनाव आयोग को रिपोर्ट सौंप दी है। वहीं, आरओ के नोटिस के जवाब में कुलपति ने कहा कि, मैं धार्मिक प्रवृत्ति का व्यक्ति हूं और नियमित तौर पर धार्मिक आयोजनों में शामिल होता रहा हूं। आरओ कुलपति के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं। आरओ की रिपोर्ट में मंच सांझा करने का आरोप
हिसार आरओ की रिपोर्ट के मुताबिक, कुलपति प्रोफेसर बलदेव राज कंबोज बिश्नोई सभा द्वारा बिश्नोई मंदिर में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। 26 अगस्त के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्य अतिथि थे और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता, पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई, आदमपुर और फतेहाबाद के भाजपा विधायक भव्य बिश्नोई और दुड़ाराम सहित राजनीतिक नेता उपस्थित थे। कुलपति मंच पर सबसे आगे की पंक्ति में बैठे थे। कुलपति के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। कुलपति ने नोटिस का यह दिया है जवाब
प्रोफेसर बलदेव राज कंबोज ने आरओ द्वारा दिए गए नोटिस का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि वह एक धार्मिक व्यक्ति होने के नाते नियमित आधार पर धार्मिक आयोजनों में शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि वह समारोह में गए थे, क्योंकि उन्हें जन्माष्टमी के अवसर पर प्रमुख व्यक्तियों द्वारा आमंत्रित किया गया था, जैसा कि वह कई वर्षों से करते आ रहे हैं। उन्होंने किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार किया। हरियाणा | दैनिक भास्कर