हरियाणा में इनेलो-बसपा उम्मीदवारों की घोषणा:11 नाम, सुनैना को फतेहाबाद और आदित्य चौटाला को डबवाली से टिकट

हरियाणा में इनेलो-बसपा उम्मीदवारों की घोषणा:11 नाम, सुनैना को फतेहाबाद और आदित्य चौटाला को डबवाली से टिकट

हरियाणा में इनेलो-बसपा ने बुधवार को उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की। इसमें 11 नाम हैं। पूर्व उपप्रधानमंत्री देवालाल के बेटे प्रताप चौटाला के बेटे रवि चौटाला की पत्नी सुनैना को फतेहाबाद से टिकट दिया है। वहीं आदित्य चौटाला को डबवाली से मैदान में उतारा है। जुलाई में हुआ 53-37 सीटों पर गठबंधन
बसपा और इनेलो के बीच जुलाई में गठबंधन हुआ था। इसमें तय हुआ था कि बसपा 90 में से 37 सीटों और इनेलो 53 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। मुख्यमंत्री का चेहरा अभय चौटाला को बनाया गया है। इस दौरान दोनों पार्टियों ने घोषणा की थी कि अगर उनकी सरकार बनती है तो वो हर घर से एक पढ़े लिखे युवा को सरकारी नौकरी देंगे। राज्य में पीने का पानी और हर महीने गैस का एक सिलेंडर मुफ्त में दिया जाएगा। बुढ़ापा पेंशन 3000 से बढ़ाकर 7500 रुपए की जाएगी। इनेलो और बसपा का पिछले विधानसभा चुनाव में प्रदर्शन
इनेलो ने 2019 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश की 90 में से 81 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह केवल एक सीट ही जीत पाई थी। उस चुनाव में इनेलो को 2.44 फीसदी वोट मिले थे। दूसरी तरफ बसपा ने 87 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन वो प्रदेश में एक भी सीट नहीं जीत पाई। बसपा ने इस चुनाव में 4.21 फीसदी वोट हासिल किए थे। हरियाणा में इनेलो-बसपा ने बुधवार को उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की। इसमें 11 नाम हैं। पूर्व उपप्रधानमंत्री देवालाल के बेटे प्रताप चौटाला के बेटे रवि चौटाला की पत्नी सुनैना को फतेहाबाद से टिकट दिया है। वहीं आदित्य चौटाला को डबवाली से मैदान में उतारा है। जुलाई में हुआ 53-37 सीटों पर गठबंधन
बसपा और इनेलो के बीच जुलाई में गठबंधन हुआ था। इसमें तय हुआ था कि बसपा 90 में से 37 सीटों और इनेलो 53 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। मुख्यमंत्री का चेहरा अभय चौटाला को बनाया गया है। इस दौरान दोनों पार्टियों ने घोषणा की थी कि अगर उनकी सरकार बनती है तो वो हर घर से एक पढ़े लिखे युवा को सरकारी नौकरी देंगे। राज्य में पीने का पानी और हर महीने गैस का एक सिलेंडर मुफ्त में दिया जाएगा। बुढ़ापा पेंशन 3000 से बढ़ाकर 7500 रुपए की जाएगी। इनेलो और बसपा का पिछले विधानसभा चुनाव में प्रदर्शन
इनेलो ने 2019 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश की 90 में से 81 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह केवल एक सीट ही जीत पाई थी। उस चुनाव में इनेलो को 2.44 फीसदी वोट मिले थे। दूसरी तरफ बसपा ने 87 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन वो प्रदेश में एक भी सीट नहीं जीत पाई। बसपा ने इस चुनाव में 4.21 फीसदी वोट हासिल किए थे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर