अमेरिका में राहुल गांधी के बयान के खिलाफ कानपुर में प्रदर्शन, सिख नेताओं ने फूंका पुतला अमेरिका में राहुल गांधी के बयान के खिलाफ कानपुर में प्रदर्शन, सिख नेताओं ने फूंका पुतला उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड CM भूपेंद्र पटेल ने पूरा किया तीन साल का कार्यकाल, गुजरात को सेमीकंडक्टर का हब बनाना लक्ष्य
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करनाल के पूर्व कंग्रेस विधायक का CM पर तंज:बोले-हमें भी पता है कहां माइनिंग होती है, अगर नहीं है तो निष्पक्ष जांच करवा ले, अपनी भी और मेरी भी
करनाल के पूर्व कंग्रेस विधायक का CM पर तंज:बोले-हमें भी पता है कहां माइनिंग होती है, अगर नहीं है तो निष्पक्ष जांच करवा ले, अपनी भी और मेरी भी हरियाणा में करनाल की असंध विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी ने नई सरकार और नए स्पीकर को बधाई दी है। विधानसभा स्पीकर के विधानसभा में बैठने से करनाल की जनता को कुछ फायदा होगा। उन्होंने स्पीकर हरविंद्र कल्याण को सज्जन व्यक्ति बताया है। कांग्रेस के पूर्व विधायक शमशेर गोगी अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। कांग्रेस की हार के सवाल पर उन्होंने जवाब दिया कि प्रदेश में, प्रदेश कांग्रेस ही नहीं थी। एक सिंगल एफर्ट भी किसी की तरफ से नहीं था और कांग्रेस में जो चेहरे लीड कर रहे थे, जिनके नाम पर सरकार आ रही थी, उनके जितने भी चेले थे, वे सारे खिलाफ थे। अब विपक्ष का नेता हाईकमान बनाएगी, अगर मुझसे कोई सलाह लेगा तो मैं कुछ बनाऊंगा भी, लेकिन मुझसे कोई सलाह भी क्यों लेगा, क्योंकि मैं हार ही गया हूं। बोले मैंने सिर्फ उदाहरण दिया था कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने की इच्छा पर गोगी ने कहा कि मैने उदाहरण दिया था कि मुझे पार्टी तीन साल के लिए अध्यक्ष बना दे, उसके बाद कोई भी बन जाए। मैने सिर्फ उदाहरण दिया था, लेकिन अब पार्टी बनाना चाहे तो बना भी सकती है, मेरे में कोई कमी नहीं है, मैं भी पुराना कार्यकर्ता हूं और सक्षम हूं। गुटबाजी के सवाल पर गोगी ने कहा कि गुटबाजी कही पर भी नहीं थी, टिकटे देखा, वन-वे ट्रैफिक की तरह थी। अगर गुटबाजी होती तो आधी टिकटे सैलजा के गुट को मिलती। कुछ नेता कहते है कि सैलजा की वजह से नुकसान हुआ है, लेकिन वे ही लीडर यह बात कहते थे कि सैलजा के पल्ले तो कुछ है ही नहीं। अब बताओ सैलजा की वजह से नुकसान कैसे हो गया? मुझे भी 36 बिरादरी ने वोट दिया है। उपलान गांव के सरपंच प्रतिनिधि के बारे कहा मौजूदा विधायक के गांव सरपंच के पति के बारे में गोगी ने कहा कि उसने एक वीडियो डाला है, जिसमें बोला गया है कि अच्छा हुआ भाजपा जीत गई, अगर ठरी वाला गोगी जीत जाता तो यहां पर खालिस्तान हो जाता। इस मानसिकता से लोग रह रहे है। बटोगे तो कटोगे, अगर इस मानसिकता का प्रचलन बढ़ेगा तो देश व समाज को नुकसान होगा। सीएम नायब सैनी पर भी कसा तंज सीएम सैनी पर भी उन्होंने निशाना साधा और कहा कि मैं निचले स्तर की मानसिकता वाली राजनीति नहीं करता। हमें भी पता है कहां माइनिंग होती है और कहां पर कॉलोनियां काटी जाती है। अगर नहीं है तो निष्पक्ष जांच करवा ले, अपनी भी और मेरी भी। बढ़ते प्रदूषण के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह धुंआ पराली का नहीं बल्कि फैक्ट्रियों का है, सरकार प्रदूषण पर कंट्रोल करने में विफल रही है। किसानों के साथ अन्याय किया जा रहा है। किसान की धान का भी रेट सही नहीं मिल रहा। किसानों के साथ बदले की भावना से काम किया जा रहा है। पंजाब और झारखंड में उपचुनाव के सवाल पर गोगी ने कहा कि अगर इमानदारी से इलेक्शन होगा तो 100 प्रतिशत कांग्रेस जीतेगी।
हरियाणा के नूंह में मोबाइल इंटरनेट बंद:बल्क SMS-डोंगल पर भी रोक; कल बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा, पिछली बार हिंसा हुई थी
हरियाणा के नूंह में मोबाइल इंटरनेट बंद:बल्क SMS-डोंगल पर भी रोक; कल बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा, पिछली बार हिंसा हुई थी हरियाणा के नूंह में कल सोमवार को जलाभिषेक यात्रा को देखते हुए 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। पिछली बार नूंह में हुई हिंसा को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। यहां इंटरनेट 22 जुलाई की शाम 6 बजे से 23 जुलाई की शाम 6 बजे तक बंद रहेगा। इसके अलावा बल्क SMS भेजने पर भी पाबंदी रहेगी। इस दौरान डोंगल इंटरनेट भी नहीं चलेगा। राज्य गृह विभाग के मुताबिक नूंह हिंसा को लेकर वाट्सऐप, फेसबुक और ट्विटर जैसे अन्य सोशल मीडिया माध्यमों से अफवाह फैलाई जा सकती है। भीड़ इकट्ठा की जा सकती है। जिससे हिंसा हो सकती है। सरकार के आदेश में बैंकिंग और रिचार्ज SMS को छूट दी गई है। इस दौरान लीजलाइन का इंटरनेट और कॉलिंग चलती रहेगी। 2 गुटों में हुए टकराव के बाद भड़की हिंसा
नूंह में बृजमंडल यात्रा के दौरान पिछले साल दंगा भड़क गया था। इस दौरान 2 गुटों में हुए टकराव के बाद 3 दर्जन से ज्यादा गाड़ियों को आग लगा दी गई। पुलिस पर भी पथराव किया गया। गुरुग्राम पुलिस के तत्कालीन कमिश्नर कला रामचंद्रन के अनुसार, हिंसा में 2 होमगार्ड जवानों की मौत हो गई जबकि 10 पुलिसवाले घायल हुए। कहा जा रहा है कि एक होमगार्ड जवान की मौत भीड़ की तरफ से चली गोली लगने से हुई। हिंसा में कई लोग और पुलिसवाले घायल हो गए। उपद्रवियों ने नूंह के साइबर थाना पर भी हमला कर दिया। उपद्रवियों ने पथराव किया और बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी। हंगामे को देख पुलिसकर्मियों को जान बचाकर भागना पड़ा। मेवात के कस्बे नगीना और फिरोजपुर-झिरका में भी कई जगह आगजनी की गई। इससे पहले उपद्रवियों ने स्कूल बस में भी तोड़फोड़ की थी। बस को उपद्रवी लूट ले गए और थाने को तोड़ने के लिए उसकी दीवार में टक्कर मार दी। मंदिरों में भी तोड़फोड़ की गई
नूंह में भड़की हिंसा की चिंगारी मंदिरों तक भी पहुंची। उपद्रवियों ने कई जगह मंदिरों में तोड़फोड़ करने के अलावा आगजनी की कोशिश की। नूंह सिटी में पलड़ी रोड श्मशान घाट के पास काली माता मंदिर में उपद्रवियों ने खूब तोड़फोड़ की। भीड़ इतनी बेकाबू थी कि उसने मंदिर के आसपास के घरों पर भी जमकर पत्थर बरसाए ताकि वहां से कोई बाहर न निकल सके। 4 लोगों के नाम सामने आए
इस हिंसा में गौसेवक बिट्टू बजरंगी के अलावा 3 और नाम सामने आए थे। मोनू मानेसर, अशोक बाबा और फिरोजपुर झिरका सीट से कांग्रेस विधायक मामन खान। इन दंगों में 7 लोगों की मौत हुई थी। 61 FIR हुईं, करीब 450 लोग गिरफ्तार किए गए। 17 लोगों को छोड़कर बाकी सभी को जमानत मिल गई। हालांकि, मोनू मानेसर नासिर-जुनैद हत्याकांड में अब भी जेल में है। इंटरनेट बंद करने का आदेश… हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं…
मोहाली की पंचायत का विवादित प्रस्ताव:प्रवासियों को गांव से निकालने का फरमान, लक्खा सिधाना आया समर्थन में
मोहाली की पंचायत का विवादित प्रस्ताव:प्रवासियों को गांव से निकालने का फरमान, लक्खा सिधाना आया समर्थन में पंजाब के मोहाली जिले की ग्राम पंचायत मुद्दो संगतिया की तरफ से एक विवादित प्रस्ताव पास किया गया। इस प्रस्ताव में प्रवासी लोगों को गांव से बाहर निकलने का फरमान सुनाया है। वहीं आगे के लिए भी किसी भी प्रवासी का गांव में कोई भी पहचान पत्र नहीं बनाया जाएगा। किसी भी प्रवासी को गांव में किराए पर कमरा नहीं दिया जाएगा। इस मामले में गांव के लोगों का कहना है कि सुरक्षा के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है। वहीं गांव के सरपंच जसपाल सिंह इस तरह के प्रस्ताव से मना कर रहे हैं। उनका कहना है कि ग्राम पंचायत को भंग हुए 3 महीने हो गए हैं। यह पंचायत का फैसला नहीं है। कुछ लोगों के द्वारा लिया गया फैसला है। जानकारी के मुताबिक गांव में 5 परिवार किराए पर रहे हैं। जिनमें करीब 15 से 20 लोग शामिल हैं। आपराधिक गतिविधियों के कारण लिया फैसला
इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि प्रवासी लोगों के रहने के कारण इलाके में आपराधिक और असामाजिक गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। इससे आने वाली पीढ़ी पर गलत प्रभाव पड़ रहा है। इसके चलते हुए यह फैसला लिया गया है। गांव में किसको रहना है और किसको नहीं, इसका फैसला करना पंचायत का अधिकार क्षेत्र है। इसी कारण ग्रामीणों ने मिलकर इस तरह का फैसला लिया है। जब पुलिस ने इस मामले में पंचायत से पूछा तो ग्रामीणों के पक्ष में लक्खा सिधाना गांव में पहुंच गए और उन्होंने ग्रामीणों के इस फैसले की सराहना की है। उन्होंने कहा कि पूरे पंजाब में यह लोग आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। पंजाब की सभी पंचायतों को इस तरह का फैसला लेना चाहिए। मामले की चल रही है जांच
मामले में डीएसपी धर्मवीर सिंह ने कहा कि गांव के मौजूदा सरपंच से बात हुई है। उनका कहना है कि गांव में कोई भी व्यक्ति आकर रह सकता है। इसमें किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। हालांकि पूरा मामला उच्च अधिकारियों के ध्यान में है। अधिकारियों की तरफ से इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इस मामले में जांच की रिपोर्ट आने के बाद जो भी उचित कार्रवाई होगी, वह की जाएगी। अभी गांव में शांति का माहौल है। किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है।