पंजाब के अमृतसर में एक घर में सुशोभित श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का मामला सामने आया है। जांच के बाद सत्कार सहित श्री गुरु ग्रंथ साहिब को कब्जे में ले लिया गया है। निहंग जत्थेबंदियों ने आरोप लगाया कि इस घर में जहां एक तरफ श्री गुरु ग्रंथ साहिब सुशोभित था, वहीं उसी घर से ईसाई धर्म का प्रचार किया जा रहा था। हंगामे के बीच पुलिस को भी मौके पर पहुंचना पड़ा। ये घटना अमृतसर के वाइट एवेन्यू में घटी। निहंग जत्थेबंदियां हाऊस नंबर 26 में पहुंची थी। ये घर जोगिंदर सिंह का है, जिन्होंने ईसाई धर्म अपना रखा है। सत्कार कमेटी को सूचना मिली थी कि इस घर में एक तरफ श्री गुरु ग्रंथ साहिब सुशोभित है, वहीं दूसरी तरफ इसी घर में ईसाई धर्म का प्रचार होता है। निहंग जत्थेबंदियों व सत्कार कमेटी के पहुंचने पर घर में काफी हंगामा शुरू हो गया। जिसके बाद स्थानीय पुलिस को मौके पर पहुंची। सत्कार कमेटी के सदस्यों ने बताया कि इस कमरे में गुरु ग्रंथ साहिब रखा गया था, वहां पास ही बाथरुम था और उस कमरे में पुराना बेकार समान रखा गया था। जबकि ईसाई धर्म का प्रचार करने वाले कमरे को सुंदर तरीके से सजाया गया था। एसजीपीसी से किया गया संपर्क हंगामे के बाद पुलिस को बीच बचाव में आना पड़ा। पुलिस ने मौके पर पहुंच दोनों पक्षों से बातचीत की। जिसके बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) से संपर्क साधा गया। एसजीपीसी ने ग्रंथी साहिब को घर में भेज श्री गुरु ग्रंथ साहिब को मर्यादा सहित घर से शिफ्ट करवाया। परिवार ने भी इस पर रजामंदी दिखाई। सत्कार कमेटी ने उठाई कार्रवाई की मांग सत्कार कमेटी ने इस दौरान पुलिस ने परिवार के खिलाफ सिख धर्म और सिखों की आस्था को ठेस पहुंचाने के तहत कानूनी कार्रवाई की मांग उठाई है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल गुरु ग्रंथ साहिब को मर्यादा के साथ शिफ्ट करवाया गया है। दोनों पक्षों के बयान लिए जाएंगे। अगर कानून के तहत कार्रवाई बनी तो की जाएगी। पंजाब के अमृतसर में एक घर में सुशोभित श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का मामला सामने आया है। जांच के बाद सत्कार सहित श्री गुरु ग्रंथ साहिब को कब्जे में ले लिया गया है। निहंग जत्थेबंदियों ने आरोप लगाया कि इस घर में जहां एक तरफ श्री गुरु ग्रंथ साहिब सुशोभित था, वहीं उसी घर से ईसाई धर्म का प्रचार किया जा रहा था। हंगामे के बीच पुलिस को भी मौके पर पहुंचना पड़ा। ये घटना अमृतसर के वाइट एवेन्यू में घटी। निहंग जत्थेबंदियां हाऊस नंबर 26 में पहुंची थी। ये घर जोगिंदर सिंह का है, जिन्होंने ईसाई धर्म अपना रखा है। सत्कार कमेटी को सूचना मिली थी कि इस घर में एक तरफ श्री गुरु ग्रंथ साहिब सुशोभित है, वहीं दूसरी तरफ इसी घर में ईसाई धर्म का प्रचार होता है। निहंग जत्थेबंदियों व सत्कार कमेटी के पहुंचने पर घर में काफी हंगामा शुरू हो गया। जिसके बाद स्थानीय पुलिस को मौके पर पहुंची। सत्कार कमेटी के सदस्यों ने बताया कि इस कमरे में गुरु ग्रंथ साहिब रखा गया था, वहां पास ही बाथरुम था और उस कमरे में पुराना बेकार समान रखा गया था। जबकि ईसाई धर्म का प्रचार करने वाले कमरे को सुंदर तरीके से सजाया गया था। एसजीपीसी से किया गया संपर्क हंगामे के बाद पुलिस को बीच बचाव में आना पड़ा। पुलिस ने मौके पर पहुंच दोनों पक्षों से बातचीत की। जिसके बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) से संपर्क साधा गया। एसजीपीसी ने ग्रंथी साहिब को घर में भेज श्री गुरु ग्रंथ साहिब को मर्यादा सहित घर से शिफ्ट करवाया। परिवार ने भी इस पर रजामंदी दिखाई। सत्कार कमेटी ने उठाई कार्रवाई की मांग सत्कार कमेटी ने इस दौरान पुलिस ने परिवार के खिलाफ सिख धर्म और सिखों की आस्था को ठेस पहुंचाने के तहत कानूनी कार्रवाई की मांग उठाई है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल गुरु ग्रंथ साहिब को मर्यादा के साथ शिफ्ट करवाया गया है। दोनों पक्षों के बयान लिए जाएंगे। अगर कानून के तहत कार्रवाई बनी तो की जाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
सांसद अमृतपाल को HC ने भेजा नोटिस:25 अक्टूबर तक दाखिल करना होगा जवाब; लोकसभा की सदस्यता को चुनौती
सांसद अमृतपाल को HC ने भेजा नोटिस:25 अक्टूबर तक दाखिल करना होगा जवाब; लोकसभा की सदस्यता को चुनौती पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने सांसद अमृतपाल सिंह की संसदीय सदस्यता को दी गई चुनौती मामले में नोटिस जारी कर दिया है। अमृतपाल सिंह को सांसद के रूप में अयोग्य घोषित करने के लिए विक्रमजीत सिंह द्वारा याचिका दायर की गई है। जिसकी सुनवाई आज हाईकोर्ट में हुई। हाईकोर्ट ने अमृतपाल सिंह को 25 अक्टूबर तक जवाब दाखिल करने का नोटिस जारी किया। अमृतपाल सिंह के खिलाफ कोर्ट पहुंचे विक्रमजीत सिंह ने याचिका में आरोप लगाया है कि अमृतपाल सिंह ने नामांकन पत्र में कई अहम जानकारियां छिपाई हैं। अपने चुनाव खर्च की कोई जानकारी नहीं दी है। जिसमें उनके समर्थन में रोजाना कई सभाएं की गई और पैसा कहां खर्च किया गया, इसकी भी जानकारी नहीं दी गई है। उन्होंने अमृतपाल सिंह पर धार्मिक पहचान का इस्तेमाल कर धर्म के नाम पर वोट मांगने का आरोप लगाया है। सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा था मामला अमृतपाल सिंह के निर्वाचन को चुनौती देने वाली एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंची थी। याचिकाकर्ता ने दावा किया था कि संविधान का अनुच्छेद 84 संसद की सदस्यता के लिए योग्यता से संबंधित है, और इसमें कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति संसद की सीट भरने के लिए तब तक योग्य नहीं होगा जब तक वह भारत का नागरिक न हो। सुप्रीम कोर्ट ने ये कहते हुए याचिका खारिज कर दी थी कि इसके लिए प्रक्रियाएं निर्धारित हैं और जन प्रतिनिधित्व कानून में प्रावधान हैं। असम की जेल में बंद है अमृतपाल खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को अप्रैल 2023 में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया था। अमृतपाल को फिलहाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया है। अमृतपाल सिंह अजनाला थाने पर हमला करने समेत कई एफआईआर में भी आरोपी हैं। जेल में रहते हुए अमृतपाल सिंह ने पंजाब के खडूर साहिब संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 2024 का लोकसभा चुनाव जीता है। अमृतपाल सिंह ने कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को करीब 2 लाख वोटों के अंतर से हराया था। खडूर साहिब से जीत के बाद अमृतपाल को शपथ ग्रहण के लिए पैरोल मिली थी।
अमृतसर के HDFC बैंक में 25 लाख की लूट:महिला कैशियर के सिर पर तानी बंदूक, 3 मिनट में वारदात, लैपटॉप भी ले गए
अमृतसर के HDFC बैंक में 25 लाख की लूट:महिला कैशियर के सिर पर तानी बंदूक, 3 मिनट में वारदात, लैपटॉप भी ले गए अमृतसर में बुधवार की दोपहर साढ़े तीन बजे एक निजी बैंक में कर्मियों को बंधक बनाकर 25 लाख रुपए लूट लिए गए। पांच लुटेरे हथियारों के बल पर अंदर घुसे और स्ट्रांग रुम से रुपए निकालकर ले गए। सिर्फ 3 मिनट में बदमाशों ने पूरी घटना को अंजाम दिया। आरोपी जाते-जाते बैंक कर्मियों के लैपटाप और डीवीआर भी ले गए। पुलिस फिलहाल सीसीटीवी कैमरे तलाश रही है और आरोपियों के बारे में पता लगाया जा रहा है। अमृतसर के गांव कत्थूनंगल के नजदीक स्थित एचडीएफसी बैंक में दिन दिहाड़े फिल्मी स्टाइल में कुछ लुटेरे बैंक के अंदर घुसे। उस समय वर्किंग समय था तो बैंक के अंदर कुछ लोग पैसे जमा करवाने आए थे। लुटेरे बैंक के बाहर सफाई कर रहे कर्मचारी और गार्ड को अंदर साथ ले गए। उसके बाद उन्होंने शटर बंद कर दिया और वहां मौजूद सभी लोगों के फोन छीन लिए। रुपए जमा कराने आए ग्राहकों के भी पैसे छीने फिर एक बदमाश ने बैंक कैशियर महिला के सिर पर बंदूक तान दी और उससे सारा कैश ले लिया। जिसके बाद उन्होंने वहां कैश जमा करवाने आए लोगों के भी रूपए छीन लिए और कुछ ही मिनटों में फरार हो गए। बैंक में पांच बदमाश घुसे थे जिसमें से तीन के पास राइफलें थीं। बाहर आने के बाद आरोपी सभी लोगों के फोन वहीं फेंक गए जिससे कई लोगों के फोन डैमेज हो गए। उसके बाद बैंक कर्मियों की ओर से पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस के मुताबिक चोर बैंक का डीवीआर भी साथ ले गए। फिलहाल आसपास के कैमरों की तलाशी ली जा रही है और जल्दी ही आरोपियों को पकड़ा जाएगा। पुलिस के मुताबिक बैंक में तकरीनब 25 लाख रुपए लूटे गए हैं।
खन्ना में युवक ने फांसी लगाकर किया सुसाइड:पत्नी और उसके प्रेमी से था परेशान, 3 महीने पहले हुई थी शादी
खन्ना में युवक ने फांसी लगाकर किया सुसाइड:पत्नी और उसके प्रेमी से था परेशान, 3 महीने पहले हुई थी शादी खन्ना के थाना समराला क्षेत्र बगली कलां गांव में एक युवक ने अपनी पत्नी और उसके प्रेमी से तंग आकर सुसाइड कर लिया। हुसनप्रीत सिंह (21) ने अपने घर में फंदा लगाया। सुसाइड के पीछे ससुराल वालों की परेशानी भी वजह रही। सुसाइड नोट में ससुराल वालों के साथ साथ पत्नी और उसके प्रेमी को जिम्मेदार ठहराया गया। जिसके चलते समराला थाना में पुलिस ने 5 लोगों खिलाफ केस दर्ज किया। आरोपियों की पहचान करौदियां निवासी रवनीत कौर (मृतक की पत्नी), सुखदेव सिंह (ससुर), सुखजीवन कौर (सास), जसप्रीत सिंह (साला) और दाऊमाजरा निवासी सनम (पत्नी का प्रेमी) के तौर पर हुई। तीन महीने पहले हुई थी शादी मृतक के पित बलविंदर सिंह ने बताया कि उसके बेटे हुसनप्रीत सिंह की शादी करीब तीन महीने पहले करौदियां की रहने वाली रवनीत कौर से हुई थी। रवनीत कौर ने कनाडा जाना था। शादी के बाद ससुराल वाले उसके बेटे को परेशान करने लगे। रवनीत कौर गर्भवती हो गई तो उसे मायके ले जाकर गर्भ गिरा दिया गया। जब उसके बेटे ने ससुराल वालों से पूछा तो जवाब मिला कि अभी रवनीत ने कनाडा जाना है। बलविंदर के अनुसार बहू रवनीत ने उसके बेटे को तंग परेशान करती रहती थी। सुसाइ़ड नोट में खोले राज हुसनप्रीत ने अपने मोबाइल में ही सुसाइड नोट लिखा और साथ ही अपनी शादी समय की फोटो के पीछे मोबाइल का पासवर्ड लिख दिया। फोन के नोटस में लिखे सुसाइड नोट में राज लिखे गए। हुसनप्रीत ने लिखा कि उसकी पत्नी रवनीत कौर के दाऊमाजरा के सनम के साथ संबंध हैं। जिसके चलते वह परेशान रहता था। उसके ससुराल वाले भी उसे परेशान करते थे। इन सभी से दुखी होकर उसने सुसाइड कर लिया। पुलिस ने दर्ज किया केस समराला थाना के एसएचओ राव वरिंदर सिंह ने बताया कि पुलिस ने मृतक के पिता बलविंदर सिंह के बयान दर्ज करके सुसाइड के लिए मजबूर करने के आरोप में 5 लोगों खिलाफ केस दर्ज किया। मृतक की पत्नी, सास-ससुर, साले के साथ उसकी पत्नी का प्रेमी बताए जाने वाले सनम को भी नामजद किया गया है। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। वहीं सिविल अस्पताल समराला में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया है।