रोहतक । हिसार रोड स्थित अंबेडकर नगर निवासी प्यारेलाल रेलवे विभाग से सेवानिवृत है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की सुबह वह करीब 7:30 बजे घर से घूमने के लिए हिसार रोड पुल के पास गए थे। तभी बाइक पर आए दो युवकों ने कहा कि बाऊजी बीपीएल में बुजुर्गों के लिए स्कीम निकली है। बातचीत में युवकों ने उनसे एक पर्ची निकलवाई। इसके बाद युवकों ने 500 रुपए जीतने की बात कही। झांसे में आने के बाद युवकों ने मेरी सोने की अंगूठी उतरवा ली और फरार हो गए। रोहतक । हिसार रोड स्थित अंबेडकर नगर निवासी प्यारेलाल रेलवे विभाग से सेवानिवृत है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की सुबह वह करीब 7:30 बजे घर से घूमने के लिए हिसार रोड पुल के पास गए थे। तभी बाइक पर आए दो युवकों ने कहा कि बाऊजी बीपीएल में बुजुर्गों के लिए स्कीम निकली है। बातचीत में युवकों ने उनसे एक पर्ची निकलवाई। इसके बाद युवकों ने 500 रुपए जीतने की बात कही। झांसे में आने के बाद युवकों ने मेरी सोने की अंगूठी उतरवा ली और फरार हो गए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक NHM कर्मचारियों ने जलाया वित्त विभाग का पत्र:बायलॉज फ्रीज करने के लिए किया था जारी, हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित
रोहतक NHM कर्मचारियों ने जलाया वित्त विभाग का पत्र:बायलॉज फ्रीज करने के लिए किया था जारी, हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हरियाणा के रोहतक में स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) कर्मचारियों ने बुधवार को वित्त विभाग द्वारा जारी किए गए पत्र की कॉपी जलाई। यह पत्र एनएचएम कर्मचारियों के बायलॉज फ्रीज करने के लिए जारी किया गया था। जिसका सभी ने विरोध किया। वहीं एनएचएम कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल 2 अगस्त तक बढ़ा दी है। एनएचएम कर्मचारी यूनियन की जिला प्रधान रेनू कंबोज ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती वे हड़ताल पर रहेंगे। हड़ताल के कारण बच्चों का टीकाकरण, जच्चा-बच्चा की देखरेख, स्कूली बच्चों का टीकाकारण, दिव्यांगता के बोर्ड के कार्य, ई-संजीवनी पोर्टल, एनीमिया भारत अभियान, एनसीडी की स्क्रीनिंग, टीबी कार्यक्रम आदि प्रभावित हो रहे हैं। जिस कारण लोगों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाएं भी नहीं मिल पा रही। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग खुद बीमार है, फिर भी अधिकारियों को अहंकार है और एनएचएम कर्मचारियों की मांग ना मानकर हड़ताल करने पर मजबूर कर रहा है। सरकार पक्का नहीं करेगी तो नहीं देंगे वोट
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों ने एक शपथ ली। जिसमें 18000 कर्मचारियों द्वारा यह शपथ ली गई कि अगर सरकार उन्हें पक्का करती है, रेगुलराइज करती है तो हम सभी मिलकर परिवार व रिश्तेदार सहित सरकार को पक्का करवाएंगे। अगर सरकार हमें पक्का नहीं करती तो हम सरकार को वोट नहीं करेंगे। एनएचएम कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सांझा मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी जिला अध्यक्ष फरीदाबाद धर्मेंद्र सिंह ने कहा सरकार की अनदेखी के विरोध में एनएचएम के तहत चलने वाली सभी सेवाएं पूर्ण रूप से बाधित रही।
कुमारी सैलजा ने टिकट वितरण पर उठाए सवाल:कहा- कांग्रेस हाईकमान-इंचार्ज को ग्राउंड रियलिटी की समझ नहीं; कमजोर कैंडिडेट उतारे
कुमारी सैलजा ने टिकट वितरण पर उठाए सवाल:कहा- कांग्रेस हाईकमान-इंचार्ज को ग्राउंड रियलिटी की समझ नहीं; कमजोर कैंडिडेट उतारे हरियाणा की सिरसा लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा में टिकट वितरण पर सवाल उठाए हैं। सैलजा ने कहा कि प्रदेश में टिकटों का वितरण सही नहीं हुआ। अगर सही तरीके से टिकट दी जातीं तो कांग्रेस 10 में से 8 सीट जीत सकती थी। कांग्रेस हाईकमान पर सवाल उठाते हुए सैलजा ने कहा कि उन्हें नीचे (ग्राउंड रियलिटी) की समझ नहीं है। हरियाणा के इंचार्ज को भी समझ नहीं है। अगर समझ होती तो वे सबसे बातचीत करके या फीडबैक लेकर ढंग से टिकट का वितरण करते। कुमारी सैलजा शनिवार को हिसार के उकलाना में कार्यकर्ताओं की मीटिंग लेने के लिए पहुंची थीं। किरण चौधरी के कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने पर उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा कि राजनीति में बैलेंस करके चलना बहुत जरूरी होता है। पार्टी में सबको साथ लेकर चलना होता है, लेकिन एक वर्ग को पीछे छोड़ना सही नहीं है। आप दूसरी पार्टियों से नेता लाकर जॉइन करवाते हो। फिर गिनती करते हैं कि हमने इतनों को जॉइन करवा लिया, लेकिन दूसरी तरफ आप अपना घर नहीं संभाल रहे। उनके साथ इंसाफ तो करो। इन बातों को विधानसभा के लिए देखना होगा, वर्ना पार्टी को नुकसान होगा। गुरुग्राम, सोनीपत और करनाल में टिकट सही नहीं बटे
सैलजा ने कहा कि हरियाणा की 10 सीटों में सही ढंग से टिकट वितरण कर देते तो हम ज्यादा टिकट जीतते। राज बब्बर को कौन लाया, ब्रह्मचारी को कौन लाया यह सब जानते हैं। क्या हमारे पास हरियाणा में कैंडिडेट नहीं थे। कहीं न कहीं हमने कमजोरी दिखाई है। पूर्व CM के सामने और मौजूदा CM के सामने हमने किस तरह के कैंडिडेट उतारे। जब बैलेंस एक तरफ इतना ज्यादा था तो उन्हीं की चली होगी हम तो चुनाव में व्यस्त हो गए। किरण को पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया
कुमारी सैलजा ने किरण चौधरी के पक्ष में इशारों-इशारों में कहा कि कहीं ना कहीं उनको पार्टी छोड़ने पर मजबूर किया गया। पहले टिकट काटना इसके बाद स्टार प्रचारकों की सूची से नाम हटाना, यह सब दिख रहा था। किरण चौधरी के कांग्रेस छोड़कर जाने से पार्टी को नुकसान हुआ है। जो यह बात कह रहे हैं कि किरण के जाने से कोई नुकसान नहीं हुआ, यह सब कहने की बात है। वह तब भी हमारे साथ थीं, जब बंसीलाल का परिवार हमारे साथ नहीं था। प्रदेश में एक परिवार की लीगेसी रही है दशकों से। किरण का जाना नुकसानदायक है। उनके साथ इंसाफ नहीं हुआ। जेपी को दिया इंदिरा और सोनिया का उदाहरण
कुमारी सैलजा ने हिसार से सांसद कांग्रेस सांसद जयप्रकाश को भी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश कांग्रेस में हैं, लेकिन उनको पता नहीं है कि कांग्रेस में इंदिरा और सोनिया गांधी ने विरासत ही नहीं देश को आगे बढ़ाया है। प्रियंका गांधी भी यही कहती हैं लड़की हूं लड़ सकती हूं। लगता है जयप्रकाश समाज में विचारों से पीछे हैं। कहा- मरते दम तक कांग्रेस में रहूंगी
कुमारी सैलजा ने कहा कि कुछ लोग मेरे कांग्रेस से जाने को लेकर अफवाह फैलाते हैं कि मेरी गृहमंत्री से बातचीत चल रही है। क्या गृहमंत्री के पास इतना समय है वह मेरे पास आधे घंटे के लिए सिरसा आकर हेलिकॉप्टर से मिलेंगे। यह सब फालतू बातें हैं। मैं कांग्रेस की हूं और पक्की हूं। हमने कभी अलग से प्लेटफार्म नहीं बनाया। सिर उठाकर हर बात का जवाब दे सकते हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण में फीडबैक और इनपुट देंगे। अपनी बात रखेंगे।
हरियाणा में व्यापारी का बेटा सट्टे में 22 करोड़ हारा:फैक्ट्री बेची; मारपीट-धमकियों से तंग आकर सुसाइड नोट छोड़कर निकला, बाद में थाने पहुंचा
हरियाणा में व्यापारी का बेटा सट्टे में 22 करोड़ हारा:फैक्ट्री बेची; मारपीट-धमकियों से तंग आकर सुसाइड नोट छोड़कर निकला, बाद में थाने पहुंचा हरियाणा के पानीपत में धागा व्यापारी का बेटा जुए में 22 करोड़ रुपए हार गया। पैसे लौटाने के लिए उसने अपनी फैक्ट्री भी बेच दी है। इसके बाद भी वह सट्टेबाजों का कर्ज नहीं चुका पाया। सट्टेबाज उस पर रोजाना 1 लाख रुपए का जुर्माना लगा रहे हैं। उसे कई बार घर से उठाकर बंधक बनाकर भी पीटा गया। इन सब से परेशान होकर युवक घर सुसाइड नोट छोड़कर चला गया था, लेकिन अब वापस आ गया है। जिसके बाद शुक्रवार को शहर के सभी बड़े उद्योगपति, पूर्व मेयर एकजुट हुए और पीड़ित उद्योगपति को अपने साथ चांदनी बाग थाने लेकर पहुंचे। यहां उन्होंने आरोपियों के खिलाफ शिकायत देकर केस दर्ज करने की गुहार लगाई। साथ ही परिवार को सुरक्षा देने की भी मांग की। इसके अलावा एक बड़ा खुलासा यह भी हुआ कि और भी शहर के बड़े उद्योगपतियों के बेटे सट्टाबाजों के चंगुल में फंसे हुए हैं। यह एक लंबी चेन बन गई है। कई बड़े परिवार बर्बादी की कगार पर खड़े हैं। पिता बोले- घर के बाहर आकर पीटते थे सेक्टर 11-12 निवासी रामकुमार गाबा ने बताया कि मुझे जब पता लगा, तब तक ये इस दलदल में फंस चुका था। बेटा इनसे बचना चाहता है। आने वाली पीढ़ियां भी इस दलदल में न फंसे, इस पर ध्यान है। इस दलदल में बहुत लोग फंसे हुए है। मेरा बेटा इनकी दहशत में फंसा हुआ है। ये लोग रात को घर के बाहर आकर इसे घर से उठाते थे और फिर मारते-पीटते और धमकाते थे। कभी हमने घर के बाहर आकर पूछा भी कि ये कौन है, तो बेटे ने डर की वजह हमेशा ये ही कहा कि ये सभी साथी व्यापारी है। जो पैसा चला गया है, उसका दु:ख नहीं है, लेकिन अब हम चाहते हैं कि जो लोग इस दलदल में फंस चुके हैं, उन्हें किसी तरह बचाया जा सके। हमें ये भी नहीं पता कि अक्षय ने इतनी बड़ी रकम कहां से दी है। अक्षय के सर्कल से भी बहुत युवा इस चुंगल में फंस चुके हैं। पानीपत के जिन व्यापारियों के बेटे अब कारोबार संभालते हैं, मेरी प्रार्थना है कि उन पर नजर रखी जाए, क्योंकि पानीपत के अधिकतर व्यापारी के बेटे इस चुंगल में फंस चुके हैं। मेरा इकलौता बेटा है और उसका भी इकलौता बेटा 7 माह का है। ऐसे में अगर उसे कुछ हो जाता, तो मेरा परिवार संभल नहीं सकता था। पानीपत के अनेकों परिवार इस दलदल में बिखर चुके हैं। सुसाइड नोट में 5 सट्टेबाजों के नाम थे पिता के नाम लिखे सुसाइड नोट में अक्षय गाबा ने बताया था कि शहर के 5 सट्टेबाजों ने उससे करीब 22 करोड़ ऐंठ लिए हैं। इसके बाद भी उस पर करोड़ों रुपए देने का दबाव बनाया जा रहा है। उसे परेशान किया जा रहा है। अक्षय गाबा के चचेरे भाई निशांत का कहना है कि 26 जुलाई को अक्षय लापता हो गया था। पुलिस को शिकायत दी तो पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस को अक्षय के हाथ का लिखा नोट भी दिया, बावजूद पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। अब वह शुक्रवार को चांदनीबाग थाने जाकर अक्षय के बयान दर्ज कराएंगे। वह पुलिस को CCTV से लेकर कॉल डिटेल, मैसेज और लेन-देन की पूरी जानकारी देंगे। अब वह सट्टेबाजों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। पापा के नाम लिखे नोट में बताई आपबीती