रोहतक । हिसार रोड स्थित अंबेडकर नगर निवासी प्यारेलाल रेलवे विभाग से सेवानिवृत है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की सुबह वह करीब 7:30 बजे घर से घूमने के लिए हिसार रोड पुल के पास गए थे। तभी बाइक पर आए दो युवकों ने कहा कि बाऊजी बीपीएल में बुजुर्गों के लिए स्कीम निकली है। बातचीत में युवकों ने उनसे एक पर्ची निकलवाई। इसके बाद युवकों ने 500 रुपए जीतने की बात कही। झांसे में आने के बाद युवकों ने मेरी सोने की अंगूठी उतरवा ली और फरार हो गए। रोहतक । हिसार रोड स्थित अंबेडकर नगर निवासी प्यारेलाल रेलवे विभाग से सेवानिवृत है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की सुबह वह करीब 7:30 बजे घर से घूमने के लिए हिसार रोड पुल के पास गए थे। तभी बाइक पर आए दो युवकों ने कहा कि बाऊजी बीपीएल में बुजुर्गों के लिए स्कीम निकली है। बातचीत में युवकों ने उनसे एक पर्ची निकलवाई। इसके बाद युवकों ने 500 रुपए जीतने की बात कही। झांसे में आने के बाद युवकों ने मेरी सोने की अंगूठी उतरवा ली और फरार हो गए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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अंबाला में हादसे में बुआ-भतीजी की दर्दनाक मौत:पड़ोसी की स्कूटी लेकर बराड़ा जा रही थीं; रास्ते में कार ने मारी टक्कर
अंबाला में हादसे में बुआ-भतीजी की दर्दनाक मौत:पड़ोसी की स्कूटी लेकर बराड़ा जा रही थीं; रास्ते में कार ने मारी टक्कर हरियाणा के अंबाला जिले में तेज रफ्तार कार ने एक्टिवा को टक्कर मार दी। हादसे में बुआ-भतीजी की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक महिला की शिनाख्त कुरुक्षेत्र के गांव रतनगढ़ निवासी 45 वर्षीय सिमरनजीत कौर व उसकी भतीजी 15 वर्षीय रमित कौर के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी कार ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार कुरुक्षेत्र के गांव रतनगढ़ निवासी हरबंश सिंह ने बताया कि वह इन दिनों अपने बड़े बेटे रमिंदर सिंह के साथ लुधियाना में रह रहा है। उसकी 45 वर्षीय बेटी सिमरजीत कौर गांव रतनगढ़ में रहती है। उसकी 15 वर्षीय पोती रमित कौर भी गांव रतनगढ़ में रहती है। उन्हें शनिवार शाम को फोन पर सूचना मिली कि उसकी बेटी सिमरजीत कौर व पोती रमित कौर उसके पड़ोसी की एक्टिवा पर सवार होकर बराड़ा जा रहा थी। सुभरी के पास हादसा इस बीच, शाहाबाद रोड पर गांव सुभरी के पास एक गाड़ी ने (HR 26 CE- 6134) ने एक्टिवा को टक्कर मार दी। हादसा इतना भयानक था कि उसकी बेटी सिमरजीत कौर व पोती रमित कौर सड़क पर जा गिरे। राहगीरों ने दोनों को खून से लथपथ हालत में MMU मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच के बाद उसकी बेटी व पोती को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने के बाद अस्पताल पहुंची बराड़ा थाने की पुलिस ने शवों को कब्जे में लिया और परिजन पहुंचने के बाद शव का पोस्टमॉर्टम कराया। पुलिस ने आरोपी कार चालक के खिलाफ धारा 279 व 304-A के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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गुरुग्राम में जेई व ठेकेदार भिड़े:स्लैब डालने को लेकर हुई दोनों में तनातनी, जेई को सरिए से मारने की कोशिश
गुरुग्राम में जेई व ठेकेदार भिड़े:स्लैब डालने को लेकर हुई दोनों में तनातनी, जेई को सरिए से मारने की कोशिश गुरुग्राम जिले के सोहना में जेई और ठेकेदार के बीच निर्माण कार्य को लेकर तनातनी हो गई। आरोप लगाया जा रहा है कि ठेकेदार निर्माण में कोताही बरत रहा था। गुस्साए ठेकेदार ने लोहे के सरिए से जेई पर वार करने का प्रयास किया। लेकिन लोगों के बीचब चाव करने पर कोई चोट नहीं पहुंच सकी है। दोनों ने सोहना पुलिस चौकी में एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दी है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। स्लैब डालने को लेकर हुई दोनों में तनातनी सोहना में फव्वारा चौक पर पुलिया का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसका ठेका मनीष शर्मा लिए हैं। देर शाम को नगरपरिषद के जेई दिगम्बर सिंह ने मौके पर पहुंचकर ठेकेदार को पुलिया के एकतरफ का स्लैब डालने को कहा। लेकिन उसने इनकार कर दिया था। जिस पर दोनों में काफी तनातनी हो गई। बात गली गलौच पर आ गई। ठेकेदार ने निर्माण स्थल पर पड़े लोहे के सरिए से जेई दिगम्बर पर वार करने की कोशिश की, लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने बीच बचाव करा दिया। घटना के बाद जेई दिगम्बर ने पुलिस चौकी में लिखित शिकायत दे दी है। जिन्होंने गाली गलौच करने व सरिया से मारने की कोशिश का आरोप लगाया है। वहीं ठेकेदार मनीष शर्मा ने भी लिखित शिकायत देकर गाली गलौच करने व दवाब देकर कार्य करने का आरोप लगाया है। मामले की जांच में जुटी पुलिस सोहना पुलिस चौकी इंचार्ज राजबीर ने बताते कि दोनों की लिखित शिकायत मिल चुकी है। लेकिन किसी भी शिकायतकर्ता ने अभी तक साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराया है। पुलिस मामले की जांच में कर रही। जांच के बाद ही मामला दर्ज किया जाएगा।
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असंध अयोग्य चेयरमैन मामले में SC में सुनवाई:कोर्ट ने हरियाणा सरकार से मांगा जवाब; कटारिया ने HC के फैसले को दी थी चुनौती
असंध अयोग्य चेयरमैन मामले में SC में सुनवाई:कोर्ट ने हरियाणा सरकार से मांगा जवाब; कटारिया ने HC के फैसले को दी थी चुनौती करनाल में असंध नगरपालिका के अयोग्य घोषित चेयरमैन सतीश कटारिया ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। जिस पर 16 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार, स्टेट इलैक्शन कमीशन, डिप्टी कमिश्नर करनाल, नगरपालिका असंध, नायब तहसीलदार कम सहायक रिटर्निग ऑफिसर से जवाब मांगने नोटिस जारी करने के आदेश दिए हैं। जिसके लिए 6 सप्ताह का समय दिया गया है। सतीश कटारिया ने कहा कि उनकी मार्कशीट फर्जी नहीं है, इलैक्शन कमीशन उनके शिक्षा बोर्ड को मान्यता प्राप्त नहीं मान रहा है। सतीश कटारिया ने कहा कि मुझे इलैक्शन कमीशन ने अयोग्य घोषित किया है, जबकि इलैक्शन कमीशन के पास अयोग्य घोषित करने की पावर नहीं है। हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका डालकर समय मांगा गया था कि जब तक सुप्रीम कोर्ट में याचिका स्वीकार नहीं हो जाती तब तक समय दिया जाए, लेकिन समय नहीं मिला। जिसके बाद वे सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। वहीं शिकायतकर्ता एडवोकेट सोनिया बोहत ने कहा कि सतीश कटारिया ने न केवल असंध नगरपालिका, बल्कि जनता के साथ भी बड़ा धोखा किया। स्टेट इलैक्शन कमीशन की जांच को भी हाईकोर्ट में गलत ठहराने का प्रयास किया है। कटारिया इलेक्शन कमीशन को ही चैलेंज कर रहा है कि वह उसे टर्मिनेट नहीं कर सकता, यह व्यक्ति प्रशासन को ही नहीं कोर्ट को भी गुमराह करने का काम कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा मामला, सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस बेला एम त्रिवेदी व जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की डबल बेंच कोर्ट में सुनवाई हुई। शिकायतकर्ता एडवोकेट सोनिया बोहत की ओर से एडवोकेट सनाया कौशल ने पैरवी की। वहीं सतीश कटारिया की तरफ से सीनियर एडवोकेट राजीव भल्ला पैरवी के लिए खड़े थे। याचिकाकर्ता सतीश कटारिया ने बताया है कि अदालत द्वारा प्रतिवादियों को नोटिस जारी करने के आदेश हुए, जिसके लिए 6 सप्ताह का समय दिया गया है और मुझे पूरा विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट से मुझे न्याय मिलेगा। जानिए क्या है पूरा मामला 2022 में हुए असंध नगरपालिका चुनाव में कटारिया ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। कटारिया ने 4408 वोटों के साथ जीत दर्ज की और चेयरमैन बने। उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी कमलजीत लाडी को 553 वोटों से हराया था। बाद में कटारिया बीजेपी में शामिल हो गए थे। असंध में आम आदमी पार्टी की टिकट पर नगरपालिका चेयरमैन का चुनाव लड़ रही एडवोकेट सोनिया बोहत ने सतीश कटारिया पर 10वीं कक्षा की फर्जी मार्कशीट का इस्तेमाल करने के आरोप लगाए थे। फर्जी मार्कशीट का खुलासा आरटीआई द्वारा हुआ था। एडवोकेट सोनिया बोहत ने कहा कि चुनाव के दौरान ही मार्कशीट पर संदेह हुआ था। यह यूपी बोर्ड की थी, लेकिन उसमें कई त्रुटियां थीं। उन्होंने आरटीआई से सच्चाई सामने लाई। हाईकोर्ट में पहुंचा मामला, चेयरमैन अयोग्य घोषित मामले को लेकर सोनिया बोहत ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सोनिया ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर स्टेट इलैक्शन कमीशन ने जांच की, जिसके बाद 10 अप्रैल 2023 को सतीश कटारिया को चेयरमैन पद से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। एडवोकेट सोनिया बोहत ने बताया कि बीती चार नवंबर को हाईकोर्ट में फाइनल आर्ग्यूमेंट हुई थी। जिसके बाद 20 नवंबर को कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। हाईकोर्ट की डबल बेंच ने इलैक्शन कमीशन की जांच का सही ठहराया था। इसके बाद कटारिया ने 26 नवंबर को उसी बेंच के समक्ष पुनर्विचार याचिका लगाई। 27 नवंबर को कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। इस पर सतीश कटारिया का कहना है कि मैने हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में याचिका डालने तक के लिए समय मांगा था, लेकिन वह समय नहीं मिला। अब आगे क्या होगा नगरपालिका के सचिव प्रदीप खरब के मुताबिक, चेयरमैन पद को लेकर दोबारा इलैक्शन होता है। जिसके लिए छह माह का समय होता है। ऐसे में डायरेक्टर ऑफिस से डायरेक्शन आएगी, उसी के अनुरूप आगामी प्रक्रिया होगी। एडीसी के मार्फत डीएमसी को गाइडलाइंस जाएगी और वहां से डायरेक्शन नगरपालिका असंध को पहुंचेगी।