<p style=”text-align: justify;”><strong>Haryana Assembly Election 2024:</strong> हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी दांव पेंच जारी है. इस बीच दो दिनों तक लापता रहने के बाद बादली विधानसभा सीट से बीएसपी-आईएनएलडी के संयुक्त उम्मीदवार महेंद्र सिंह ने अपना नामांकन वापस ले लिया. उन्होंने चुपचाप कागजात लौटा दिये और मीडिया से कोई बातचीत नहीं की. महेंद्र सिंह की ओर से अपना नामांकन वापस लेने की वजह का अभी पता नहीं चला है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Haryana Assembly Election 2024:</strong> हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी दांव पेंच जारी है. इस बीच दो दिनों तक लापता रहने के बाद बादली विधानसभा सीट से बीएसपी-आईएनएलडी के संयुक्त उम्मीदवार महेंद्र सिंह ने अपना नामांकन वापस ले लिया. उन्होंने चुपचाप कागजात लौटा दिये और मीडिया से कोई बातचीत नहीं की. महेंद्र सिंह की ओर से अपना नामांकन वापस लेने की वजह का अभी पता नहीं चला है.</p> हरियाणा Jitan Ram Manjhi: जीतन राम मांझी ने उपचुनाव को लेकर कर दिया बड़ा ऐलान, कहा- ‘इमामगंज सीट पर…’
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CM योगी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाले बयान का अजित पवार ने किया विरोध, ‘ये सब महाराष्ट्र में…’
CM योगी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाले बयान का अजित पवार ने किया विरोध, ‘ये सब महाराष्ट्र में…’ <p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और बीजेपी के सहयोगी अजित पवार ने पीएम <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ के नारे का समर्थन किया है. लेकिन उन्होंने यूपी के सीएम <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाले बयान का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि ‘बंटेंगे तो कटेंगे’महाराष्ट्र की वैचारिक विरासत से अलग है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से बातचीत में उन्होंने कहा कि भारत अगर एकजुट रहेगा तो सुरक्षित रहेगा. इस नारे में कोई समस्या नहीं है. हम साथ रहेंगे तो सबकी उन्नति होगी. ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ पर उन्होंने कहा, “यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश में लोगों की सोच अलग है लेकिन ऐसे बयान यहां नहीं चलते. मेरी राय में ऐसे शब्दों का प्रयोग महाराष्ट्र में कोई महत्व नहीं है। महाराष्ट्र छत्रपति शाहू महाराज, महात्मा ज्योतिराव फुले और शिवाजी महाराज का राज्य है। महाराष्ट्र के लोग अलग हैं और वे अलग तरीके से सोचते हैं। अगर कोई शाहू, शिवाजी, फुले और अंबेडकर की विचारधारा को छोड़ेगा तो महाराष्ट्र उन्हें नहीं छोड़ेगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>अजित पवार बारामती सीट से चुनावी मैदान में हैं. यहां उनका मुकाबला भतीजे युगेंद्र पवार के साथ है. इस पर अजित पवार ने कहा, “युगेंद्र की राजनीति में कोई रूची नहीं है. उसे बारामती आना भी पसंद नहीं है. उसे विदेश में रहना पसंद है. मुझे पता नहीं उसे क्या हुआ है. बारामती के लोग जानते हैं कि यहां के विकास के लिए कई लोगों ने अपना योगदान दिया लेकिन मैंने सबसे ज्यादा प्रयास किए हैं. मैंने यहां काम किया है और मेरा काम बोलता है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि बीते <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में भी बारामती सीट की खूब चर्चा हुई थी. बारामती लोकसभा सीट से अजित पवार ने अपनी बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ पत्नी सुनेत्रा पवार को टिकट दिया था. अजित पवार को उम्मीद थी कि उनकी पत्नी को जीत मिलेगी लेकिन सुप्रिया सुले ने उन्हें हरा दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”उद्धव ठाकरे का बड़ा दावा, ‘PM मोदी के विमान की लैंडिंग होने तक मेरे हेलीकॉप्टर को…'” href=”https://www.abplive.com/photo-gallery/states/maharashtra-uddhav-thackeray-claimed-his-helicopter-not-allowed-to-take-off-until-pm-narendra-modi-landed-2821856″ target=”_blank” rel=”noopener”>उद्धव ठाकरे का बड़ा दावा, ‘PM मोदी के विमान की लैंडिंग होने तक मेरे हेलीकॉप्टर को…'</a></strong></p>
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करनाल नहर में डूबने से मनरेगा मजदूर की मौत:बिना सुरक्षा उपकरणों के की जा रही थी सफाई, पांव फिसलने से गिरा
करनाल नहर में डूबने से मनरेगा मजदूर की मौत:बिना सुरक्षा उपकरणों के की जा रही थी सफाई, पांव फिसलने से गिरा हरियाणा में करनाल के नडाना गांव के पास स्थित नहर में सोमवार को एक मनरेगा मजदूर की दर्दनाक मौत हो गई। मजदूर नहर के किनारे सफाई का काम कर रहा था, तभी उसका पांव फिसलने से वह नहर में गिर गया। इस दुर्घटना के बाद वहां काम कर रहे अन्य मजदूरों में हड़कंप मच गया और तुरंत गोताखोरों को बुलाया गया। पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गई। कड़ी मशक्कत के बाद गोताखोरों ने कुछ दूरी पर नहर से मजदूर का शव बरामद कर लिया। गांव सग्गा का रहने वाला था जोगिंदर मृतक मजदूर की पहचान जोगिंद्र के रूप में हुई है, जो सग्गा गांव का रहने वाला था और लगभग 35 वर्ष का था। गोताखोर कर्ण ने बताया कि उन्होंने नहर में काफी खोजबीन की, लेकिन पानी का बहाव कम होने के बावजूद शुरुआत में मजदूर का कोई सुराग नहीं मिला। गोताखोरों की तत्परता से मजदूर का शव अंततः बरामद कर लिया गया। प्रशासन पर लापरवाही के आरोप घटना के बाद मनरेगा मजदूरों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि नहर की सफाई के काम के दौरान मजदूरों के पास कोई सेफ्टी उपकरण नहीं थे, न ही कोई लाइफ जैकेट मुहैया करवाई गई थी। मजदूरों ने इसे प्रशासन की लापरवाही बताया और कहा कि सरकार को इस मामले पर ध्यान देना चाहिए। बिना सुरक्षा उपकरणों के की जा रही थी सफाई उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नहर की सफाई मेट के अधीन होती है और मजदूरों की सुरक्षा का ख्याल रखना मेट की जिम्मेदारी होती है। मजदूरों का कहना है कि सफाई कार्य के लिए बजट से दो लाख रुपए आवंटित किए जाते हैं, लेकिन मजदूरों को सिर्फ 50 हजार रुपए दिए जाते हैं, बाकी रकम का गबन कर लिया जाता है। मजदूरों ने इस पूरे मामले की जांच की मांग की है। इस हादसे ने एक बार फिर से मनरेगा मजदूरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मजदूरों का कहना है कि जब तक उनकी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाएगी, तब तक ऐसी घटनाएं होती रहेंगी। प्रशासन को मजदूरों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो। क्या कहती है पुलिस हादसे के बाद मौके पर पहुंचे जांच अधिकारी रामपाल ने बताया कि जोगिंद्र मनरेगा के तहत काम कर रहा था और नहर के किनारे सफाई कर रहा था। पुलिस और गोताखोरों की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और आखिरकार शव को बरामद कर लिया गया। रामपाल ने बताया कि घटना की विस्तृत जांच की जा रही है और मजदूरों द्वारा लगाए गए आरोपों की भी जांच की जाएगी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा।
वर्ली सीट पर आदित्य ठाकरे की अग्नि परीक्षा! शिंदे ने मिलिंद देवड़ा पर दांव चलकर की घेराबंदी
वर्ली सीट पर आदित्य ठाकरे की अग्नि परीक्षा! शिंदे ने मिलिंद देवड़ा पर दांव चलकर की घेराबंदी <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Election 2024:</strong> महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, नेता से लेकर आम जनता का उत्साह भी बढ़ता जा रहा है. कई सीटों पर विधानसभा चुनाव की लड़ाई रोमांचक होती जा रही है. वर्ली सीट से शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे चुनावी ताल ठोक रहे हैं. वह पिछली बार भी इसी सीट से निर्वाचित हुए थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि, इस बार उनकी राह आसान नहीं दिख रही. एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना ने उनके सामने मिलिंद देवड़ा को उतारा है. वर्ली विधानसभा एक हाईप्रोफाइल सीट है. इस सीट से साल 2019 में आदित्य ठाकरे ने बाजी मारी थी. वह बात शिवसेना में फूट से पहले की थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2019 में आदित्य ठाकरे की हुई थी जीत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उस दौरान आदित्य ठाकरे ने अविभाजित शिवसेना प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और उन्हें 89,248 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रत्याशी सुरेश माने रहे थे, जिन्हें 21,821 वोट मिले थे. आदित्य ठाकरे ने करीब 67 हजार वोटों के साथ जीत हासिल की थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महाराष्ट्र में अब शिवसेना के दो गुट</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2019 की तुलना में अब महाराष्ट्र की सियासत में भी काफी बदलाव आया है. यहां शिवसेना के दो गुट हैं. एक गुट का नेतृत्व उद्धव ठाकरे करते हैं, जबकि दूसरे गुट का नेतृत्व एकनाथ शिंदे करते हैं. <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> के नेतृत्व वाली शिवसेना ने आदित्य ठाकरे के खिलाफ मिलिंद देवड़ा को टिकट दिया है. वर्ली विधानसभा सीट, मुंबई दक्षिण लोकसभा में आती है. इस क्षेत्र को देवड़ा परिवार का गढ़ माना जाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिंदे का मिलिंद देवड़ा जैसे मजबूत चेहरे पर दांव!</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>शिंदे ने आदित्य ठाकरे की घेराबंदी करने के लिए मिलिंद देवड़ा जैसे मजबूत चेहरे पर दांव चला है. मिलिंद का राष्ट्रीय राजनीति में कद काफी ऊंचा हैं, वह शिवसेना में शामिल होने से पहले कांग्रेस में थे. वह 14वीं और 15वीं लोकसभा में मुंबई दक्षिण लोकसभा का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं. वर्ली सीट के समीकरण की बात करें तो यह मुंबई शहर में स्थित 10 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वर्ली विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या लगभग ढाई लाख से अधिक है. यहां पुरुष और महिला वोटर हार-जीत में अहम भूमिका निभाते हैं. साथ ही अल्पसंख्यक मतदाता भी काफी अहम रोल अदा करते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें:</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका, पार्टी उम्मीदवार ने वापस लिया नाम, CM शिंदे को दिया समर्थन” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/uddhav-thackeray-candidate-kishanchand-tanwani-withdrawn-noination-supports-cm-eknath-shinde-2812549″ target=”_self”>उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका, पार्टी उम्मीदवार ने वापस लिया नाम, CM शिंदे को दिया समर्थन</a></strong></p>