हरियाणा निजी अस्पतालों के 200 करोड़ बकाए पर मीटिंग आज:ACS हेल्थ के साथ IMA की बैठक; स्वास्थ्य विभाग ने 90 डॉक्टर किए तैनात

हरियाणा निजी अस्पतालों के 200 करोड़ बकाए पर मीटिंग आज:ACS हेल्थ के साथ IMA की बैठक; स्वास्थ्य विभाग ने 90 डॉक्टर किए तैनात

हरियाणा के निजी अस्पतालों के 200 करोड़ रुपये बकाए पर आज फैसला होगा। एसीएस सुधीर राजपाल ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए चंडीगढ़ बुलाया है। आईएमए का कहना है कि प्रदेश के निजी अस्पतालों पर करीब 200 करोड़ रुपये बकाया है। हरियाणा में आयुष्मान के तहत 45 लाख बीपीएल परिवारों के 1.70 करोड़ लोगों का मुफ्त इलाज किया जाता है। इसके लिए सरकार की ओर से 600 से ज्यादा निजी अस्पतालों को पैनल में शामिल किया गया है। आईएमए का कहना है कि जब तक सरकार राहत नहीं देती, तब तक डॉक्टर कार्ड धारकों का इलाज नहीं करेंगे। दूसरी ओर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता का कहना है कि डॉक्टरों की ज्यादातर मांगें मान ली गई हैं, एसओपी तैयार करने में थोड़ा समय लगता है। उन्होंने डॉक्टरों से अपील की है कि वे इलाज बंद न करें। सरकार उनकी समस्या का समाधान कर रही है। हड़ताल को लेकर सरकार अलर्ट हरियाणा में प्राइवेट अस्पतालों की हड़ताल को देखते हुए सरकार भी अलर्ट हो गई है। सरकार ने सरकारी अस्पतालों में लोगों की बढ़ती भीड़ को देखते हुूए 90 अतिरिक्त डॉक्टरों की तैनाती की है। इसके साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि सरकार ने फायनेंस डिपार्टमेंट को तेजी से अस्पतालों के भुगतान को लेकर एंट्री करने के निर्देश दिए हैं। 57 करोड़ रुपए की सरकार की ओर से मंजूरी भी दे दी गई है, एक या दो दिन में यह पैसा अस्पतालों के एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। योजना में इन बीमारियों का इलाज आयुष्मान योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हार्ट अटैक, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, घुटना व कूल्हा ट्रांसप्लांटेशन, बांझपन, मोतियाबिंद समेत अन्य चिह्नित गंभीर बीमारियों का फ्री इलाज किया जाता है। IMA की बकाया भुगतान ही प्रमुख मांग IMA के राज्य प्रधान डॉ. अजय महाजन ने बताया कि एसीएस के साथ मीटिंग होगी। हमारी बड़ी मांग बकाया भुगतान की ही होगी। इधर स्वास्थ्य मंत्री डॉ कमल गुप्ता का कहना है कि एसओपी तैयार होने में कुछ दिन लगते हैं, संभावना है कि 15 जुलाई तक पूरा काम कर लिया जाएगा। यह भी बताया जा रहा है कि प्राइवेट अस्पतालों में इलाज की दरों में इजाफा भी किया जा रहा है। इसके साथ अस्पतालों के बिलों की जांच के लिए कमेटियां भी गठित की जा रही हैं। हरियाणा के निजी अस्पतालों के 200 करोड़ रुपये बकाए पर आज फैसला होगा। एसीएस सुधीर राजपाल ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए चंडीगढ़ बुलाया है। आईएमए का कहना है कि प्रदेश के निजी अस्पतालों पर करीब 200 करोड़ रुपये बकाया है। हरियाणा में आयुष्मान के तहत 45 लाख बीपीएल परिवारों के 1.70 करोड़ लोगों का मुफ्त इलाज किया जाता है। इसके लिए सरकार की ओर से 600 से ज्यादा निजी अस्पतालों को पैनल में शामिल किया गया है। आईएमए का कहना है कि जब तक सरकार राहत नहीं देती, तब तक डॉक्टर कार्ड धारकों का इलाज नहीं करेंगे। दूसरी ओर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता का कहना है कि डॉक्टरों की ज्यादातर मांगें मान ली गई हैं, एसओपी तैयार करने में थोड़ा समय लगता है। उन्होंने डॉक्टरों से अपील की है कि वे इलाज बंद न करें। सरकार उनकी समस्या का समाधान कर रही है। हड़ताल को लेकर सरकार अलर्ट हरियाणा में प्राइवेट अस्पतालों की हड़ताल को देखते हुए सरकार भी अलर्ट हो गई है। सरकार ने सरकारी अस्पतालों में लोगों की बढ़ती भीड़ को देखते हुूए 90 अतिरिक्त डॉक्टरों की तैनाती की है। इसके साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि सरकार ने फायनेंस डिपार्टमेंट को तेजी से अस्पतालों के भुगतान को लेकर एंट्री करने के निर्देश दिए हैं। 57 करोड़ रुपए की सरकार की ओर से मंजूरी भी दे दी गई है, एक या दो दिन में यह पैसा अस्पतालों के एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। योजना में इन बीमारियों का इलाज आयुष्मान योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हार्ट अटैक, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, घुटना व कूल्हा ट्रांसप्लांटेशन, बांझपन, मोतियाबिंद समेत अन्य चिह्नित गंभीर बीमारियों का फ्री इलाज किया जाता है। IMA की बकाया भुगतान ही प्रमुख मांग IMA के राज्य प्रधान डॉ. अजय महाजन ने बताया कि एसीएस के साथ मीटिंग होगी। हमारी बड़ी मांग बकाया भुगतान की ही होगी। इधर स्वास्थ्य मंत्री डॉ कमल गुप्ता का कहना है कि एसओपी तैयार होने में कुछ दिन लगते हैं, संभावना है कि 15 जुलाई तक पूरा काम कर लिया जाएगा। यह भी बताया जा रहा है कि प्राइवेट अस्पतालों में इलाज की दरों में इजाफा भी किया जा रहा है। इसके साथ अस्पतालों के बिलों की जांच के लिए कमेटियां भी गठित की जा रही हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर