पंजाब में आज (मंगलवार) को कांग्रेस पार्टी द्वारा राज्य सरकार के खिलाफ राज्य स्तरीय विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। इस दौरान राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दे को उठाया जाएगा। सभी विधायक, पूर्व विधायक, सांसद और नेता इसमें शामिल होंगे। वहीं पार्टी के राज्य प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग अमृतसर स्थित जंडियाला गुरु में विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे। घर के अंदर से हो रही हैं स्नैचिंग पार्टी के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का कहना है कि राज्य में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। गैंगस्टरों द्वारा आए दिन कारोबारियों को फिरौती के लिए फोन कॉल्स की जा रही है। लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया। अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद हो गए है कि घर के अंदर घुसकर स्नैचर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। पंजाब में आज (मंगलवार) को कांग्रेस पार्टी द्वारा राज्य सरकार के खिलाफ राज्य स्तरीय विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। इस दौरान राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दे को उठाया जाएगा। सभी विधायक, पूर्व विधायक, सांसद और नेता इसमें शामिल होंगे। वहीं पार्टी के राज्य प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग अमृतसर स्थित जंडियाला गुरु में विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे। घर के अंदर से हो रही हैं स्नैचिंग पार्टी के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का कहना है कि राज्य में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। गैंगस्टरों द्वारा आए दिन कारोबारियों को फिरौती के लिए फोन कॉल्स की जा रही है। लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया। अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद हो गए है कि घर के अंदर घुसकर स्नैचर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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खालिस्तानी आतंकी के हक में बोले ज्ञानी हरप्रीत सिंह:कहा- गजिंदर सिंह ने जहाज अगवा कर नहीं की हिंसा; सरकार के कान खोले थे
खालिस्तानी आतंकी के हक में बोले ज्ञानी हरप्रीत सिंह:कहा- गजिंदर सिंह ने जहाज अगवा कर नहीं की हिंसा; सरकार के कान खोले थे पाकिस्तान में बीते दिनों मारे गए खालिस्तानी आतंकी व दल खालसा के संस्थापक गजिंदर सिंह के हक में श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने भारत की आतंकियों की सूची में दर्ज नाम आतंकी गजिंदर सिंह को सिख कौम का योद्धा करार दिया। उनका कहना है कि गजेंद्र सिंह ने 1981 में AI फ्लाइट 423 को हाईजैक करके कोई हिंसा नहीं की थी। अमृतसर पहुंचे ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि गजिंदर सिंह ने कुछ दिन पहले अपनी संसारिक यात्रा को पूरा किया है। गजिंदर सिंह ने सिख कौम के लिए बड़ी कुर्बानी दी और लंबा समय बेवतन होकर गुजारा। लेकिन 1981 में उन्होंने प्लेन हाईजैक करके कोई हिंसा नहीं की थी। उन्होंने तत्कालीन सरकार के कान खोलने के लिए प्लेन अगवा किया था। ये वैसा ही था, जैसे अंग्रेजी हकूमत के कान खोलने के लिए शहीद भगत सिंह ने बम फेंका था। उन्होंने कहा कि देश में सिखों को हमेशा देशद्रोही कह कर जेलों में डाला जाता रहा है। कुछ दिन पहले ही संसद में गृहमंत्री ने बयान दिया था कि 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लगा कर देश के संविधान का कत्ल किया था। कत्ल ही क्या, रेप किया था। उस समय इमरजेंसी के खिलाफ सिर्फ सिख कौम थी, जिन्होंने आवाज उठाई थी। अकाली दल की अध्यक्षता में मोर्चे लगाए थे और जेलें काटी थी। गैर सिख अगवा करे तो उसे नेता बनाया जाता है ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि 1978 में इंदिरा गांधी की रिहाई के लिए दो पांड्य भाई प्लेन अगवा करते हैं। दविंद्रा पांड्य व भोला नाथ पांड्य। इनमें एक को विधायक बनाकर मिनिस्टर बनाया जाता है और दूसरे को सांसद बना कर संसद में बैठाया जाता है। सिख नौजवान अगर सरकार के कान खोलने के लिए प्लेन अगवा कर ले जाता है तो उसे गोली मिलती है या जलालत मिलती है। सिखों के लिए हमेशा ही दोहरे मापदंड अपनाए जाते रहे हैं। जाने कौन है गजिंदर सिंह, जिसने अगवा किया था एयर इंडिया का प्लेन बीते दिनों दल खालसा के संस्थापक गजिंदर सिंह की पाकिस्तान के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वह हृदय रोग से पीड़ित था। गजिंदर सिंह को 1981 में जरनैल सिंह भिंडरावाले की गिरफ्तारी के विरोध में विमान अपहरण के लिए जाना जाता है। गजिंदर सिंह की बात करें तो 2021 में एक सोशल मीडिया पोस्ट से पता चला था कि वह पाकिस्तान में छिपा हुआ है। 2021 में कट्टरपंथी संगठन दल खालसा के एक सदस्य ने गजिंदर सिंह की तस्वीर फेसबुक पर शेयर की और उसके पाकिस्तान में होने की जानकारी दी। 1996 से ही भारतीय खुफिया एजेंसियां उसकी लोकेशन का पता लगाने की कोशिश कर रही थीं। पोस्ट से पता चला कि वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के हसन अब्दाल में गुरुद्वारा पंजा साहिब में मौजूद है। भारत के वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल था गजिंदर को 2002 में 20 सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल किया गया था। वह उन पांच लोगों में शामिल था, जिन्होंने 29 सितंबर 1981 को 111 यात्रियों और छह चालक दल के सदस्यों को लेकर उड़ान संख्या AI-423 का अपहरण किया था। यह उड़ान दिल्ली से अमृतसर आ रही थी और इसे अपहरण करके लाहौर में उतरने के लिए मजबूर किया गया था। इसके बाद आतंकवादियों ने जरनैल सिंह भिंडरावाले और कई अन्य खालिस्तानी चरमपंथियों की रिहाई के साथ 5 लाख अमेरिकी डॉलर की मांग की थी। पाकिस्तान से रिहा होने के बाद वह लापता हो गया इस घटना के बाद सभी पांच लोगों को पाकिस्तान में 14 साल की जेल की सजा सुनाई गई। 1995 में अपनी सजा पूरी करने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। जिसके बाद गजिंदर 1996 में जर्मनी चला गया। लेकिन भारत द्वारा आपत्ति जताए जाने के बाद उसे जर्मनी में प्रवेश नहीं मिला और वह पाकिस्तान लौट आया। इसके बाद गजिंदर सिंह कभी नहीं मिला। भारतीय खुफिया एजेंसियां उसकी तलाश करती रहीं। भारत सरकार कई बार उसे सौंपने की मांग करती रही, लेकिन पाकिस्तान बार-बार उसकी मौजूदगी से इनकार करता रहा।
जगराओं ने ग्रामीण पर जानलेवा हमला:मिस्त्री ने साथियों समेत मिलकर पीटा, जेब से निकाले 11 हजार रुपए, दूसरे को काम पर लगाया
जगराओं ने ग्रामीण पर जानलेवा हमला:मिस्त्री ने साथियों समेत मिलकर पीटा, जेब से निकाले 11 हजार रुपए, दूसरे को काम पर लगाया जगराओं के गांव घुगराणा के रहने वाले एक व्यक्ति को गांव के रहने वाले लक्कड़ मिस्त्री को हटा कर दूसरे मिस्त्री से काम करवाना भारी पड़ गया। आरोपी मिस्त्री ने अपने साथियों के साथ मिलकर व्यक्ति पर जानलेवा हमला कर दिया। इतना ही नहीं आरोपियों ने पीड़त की जेब से 11700 रूपए भी निकाल लिए। पीड़ित व्यक्ति ने पुलिस को शिकायत दर्ज करवा दी। पुलिस ने मामले की जांच करने के बाद तीन आरोपियों पर थाना जोधा में मामला दर्ज कर लिया। आरोपियों की पहचान राजविंदर सिंह, सोनी व जसप्रीत सिंह उर्फ काला निवासी गांव घुगराणा के रूप में हुई है। जानकारी देते हुए थाना जोधा के एएसआई बलविंदर सिंह ने बताया कि पीड़ित बलजीत सिंह निवासी गांव घुगराणा ने पुलिस को दर्ज कार्रवाई शिकायत में बताया कि उसने गांव में नया मकान बनाया है। जिसके चलते उसने लक्कड़ का काम पहले गांव के रहने वाले आरोपी राजविंदर सिंह से करवाना शुरू कर दिया। लेकिन आरोपी ने उसके घर में काम ठीक नहीं किया। जिस कारण उसने आरोपी को हटाकर किसी और मिस्त्री से लकड़ी का काम कराना शुरू कर दिया। दूध लेने गया था पीड़ित इस दौरान उस ने आरोपी द्वारा जितना काम किया था उसका हिसाब करके उसे पूरे पैसे दे दिए, लेकिन आरोपी उससे बार-बार पूरे पैसे देने के लिए कहता रहा। जब उसने आरोपी को बताया कि जितना काम किया था। उससे हिसाब से उसे लेबर समेत पैसे दे दिए हैं। लेकिन रात को जब वह डेयरी से दूध देने गया था। वापस लौटते समय रास्ते में आरोपी ने अपने साथियों संग उसे घेर कर हमला कर दिया। इस दौरान आरोपी उसकी जेब से 11700 रूपए भी लूट लिए। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ धारा 307,126(2) 115(2) 351(1) व 3(5) के तहत थाना जोधा में मामला दर्ज कर लिया। जांच अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने आरोपी राजविंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया। जबकि सोनी व जसप्रीत सिंह फरार चल रहे है। जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
लाडोवाल टोल प्लाजा पांचवें दिन भी फ्री:प्रधान दिलबाग बोले- सरकार नहीं झुकी तो संघर्ष जारी रहेगा, लोगों को मिल रही राहत
लाडोवाल टोल प्लाजा पांचवें दिन भी फ्री:प्रधान दिलबाग बोले- सरकार नहीं झुकी तो संघर्ष जारी रहेगा, लोगों को मिल रही राहत पंजाब का सबसे महंगा टोल प्लाजा लाडोवाल पिछले 4 दिनों से बंद है। डेढ़ लाख से ज्यादा वाहन बिना टोल टैक्स दिए गुजर चुके हैं। एनएचएआई को करीब 4 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। प्रदर्शनकारी किसानों के आगे एनएचएआई बेबस नजर आ रही है। किसान अपनी मांग पर अड़े हैं कि टोल 150 रुपए प्रति वाहन होना चाहिए, लेकिन एनएचएआई के अधिकारी किसानों की मांगों को नजरअंदाज कर रहे हैं। इसके चलते लाडोवाल टोल प्लाजा पर किसानों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। राजनीतिक रोटियां सेक रहे राजनेता भारतीय किसान मजदूर यूनियन के प्रधान दिलबाग सिंह ने कहा कि लोगों से हो रही लूट के खिलाफ किसान हमेशा आवाज बुलंद करते रहे है। केन्द्र सरकार यदि किसानों की मांग के सामने न झुकी तो संघर्ष लगातार जारी रहेगा। लोगों के साथ हो रही लूट को रोकने के लिए किसान हर कदम उठाएंगे। सरकार को खुद सोचना चाहिए कि आमजन इतना महंगा टोल कैसे दे। टोल प्लाजा के बढ़े दाम करने के लिए लोगों के द्वारा चुने गए नुमाइंदे भी आज लोगों के पक्ष में खड़े नहीं हो रहे। सियासी पार्टियों के नेता सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेकते है। यदि कोई मध्यम वर्ग से संबंधी परिवार टोल से गुजरता है तो वह किसानों का धन्यवाद करके जाता है क्योंकि 425 रुपए का टोल उसका बचता। इसी टोल की बचत से वह यात्रा के दौरान अपने बच्चों को खाना आदि खिला देता है। लोगों का किसानों को भरपुर समर्थन मिल रहा है। आज भी अलग-अलग जत्थेबंदियों से किसान धरने को संबोधित करेंगे। बढ़ी हुई दरें 2 जून से लागू लाडोवाल टोल पर कार का पुराना टैक्स एक तरफ का 215 और राउंड ट्रिप का 325 था और मासिक पास 7175 था। नई दर में एक तरफ का किराया एक तरफ का 220 और राउंड ट्रिप का 330 है और मासिक पास 7360 होगा। इसी प्रकार हल्के वाहन का पुराना किराया एक तरफ का 350 और राउंड ट्रिप का 520 था और मासिक पास 11590 था। नई दर में एक तरफ का किराया एक तरफ का 355 और राउंड ट्रिप का 535 है और मासिक पास 11885 होगा। 2 एक्सल वाली बस या ट्रक का पुराना रेट एक तरफ का 730 और राउंड ट्रिप का 1095 था और मासिक पास 24285 था। नई दर में एक तरफ का 745, पीछे का 1120 और मासिक पास 24905 का होगा। तीन एक्सल वाले वाहनों का पुराना रेट एक तरफ का 795 और पीछे का 1190 था और मासिक पास 26490 था। नई दर में एक तरफ का 815 और पीछे का 1225 और मासिक पास 27170 का होगा। भारी निर्माण मशीनरी चार एक्सल वाहनों का पुराना रेट एक तरफ का 1140 और राउंड ट्रिप का 1715 था और मासिक पास 38,085 था। नई दर में एक तरफ का 1170 और पीछे का 1755 होगा और मासिक पास 39055 का होगा। सात और उससे अधिक एक्सल के लिए पुराना रेट एक तरफ का 1390, राउंड ट्रिप 2085 था। नई दर में एक तरफ का किराया 1425, वापस का 2140 और मासिक पास 47 हजार 545 होगा। इसके साथ ही टोल प्लाजा के 20 किलोमीटर के दायरे में रहने वालों के लिए पास का रेट भी 2 जून से 330 से बढ़ाकर 340 कर दिया गया है।