अमृतसर में पुलिस-गैंगस्टर के बीच मुठभेड़:हैप्पी पासियां गैंग के 3 गुर्गे गिरफ्तार, पुलिस की पिस्टल से की फायरिंग, एके-47 राइफल जब्त

अमृतसर में पुलिस-गैंगस्टर के बीच मुठभेड़:हैप्पी पासियां गैंग के 3 गुर्गे गिरफ्तार, पुलिस की पिस्टल से की फायरिंग, एके-47 राइफल जब्त

अमृतसर में रात 11 बजे पुलिस और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। ये वही आतंकी थे जिन्होंने कुछ दिन पहले अमृतसर बाईपास पर फतेहगढ़ चूड़ियां रोड पुलिस चौकी पर धमाका किया था। मुठभेड़ अमृतसर-एयरपोर्ट रोड पर बल-सचंदर गांव के बीच हुई। दरअसल, पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद रिकवरी के लिए यहां लाई थी। इस दौरान उनमें से एक ने पुलिस की पिस्तौल निकालकर फायरिंग कर दी। घटना के वक्त पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर भी मौके पर पहुंचे। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान जगदेव कलां निवासी लवदीप और करणदीप और गांव मुकाम अजनाला निवासी बूटा सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक एके-47 और एक ग्लॉक पिस्तौल बरामद की है। जिसे आतंकियों ने ड्रोन की मदद से पाकिस्तान से मंगवाया था। तबीयत खराब होने का बनाया बहाना पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि जब तीनों आरोपियों को अमृतसर पुलिस गिरफ्तार कर बरामदगी के लिए ला रही थी, तो आरोपियों ने रास्ते में तबीयत खराब होने का बहाना बनाया। इस दौरान उनमें से एक ने सदर के एएसआई गुरजीत सिंह की पिस्तौल छीन ली और गोली चला दी। पुलिस तुरंत हरकत में आई और इन आतंकियों को काबू कर लिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से आतंकी घायल हो गए। उन्हें अमृतसर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बूटा का भाई पासियां का था रूम-मेट पुलिस कमिश्नर भुल्लर ने जानकारी दी कि पकड़े गए तीनों आरोपी गैंगस्टर से आतंकी बने हैप्पी पासियां के करीबी थे। आरोपी बूटा सिंह का भाई दुबई में पासियां का रूम-मेट था। तभी से ये एक दूसरे को जानते थे। पैसों की खातिर दिया घटना को अंजाम पुलिस ने बताया किया आरोपी पासियां इस आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए इन आरोपियों को पैसे दे रहा था। फतेहगढ़ चूड़ियां बाईपास चौकी पर भी हमले के समय आरोपियों को एक थैला दिया गया था। आरोपियों को बताया गया था कि जब ये थैला किसी सख्त जगह से टकराएगा तो धमाका करेगा। जिसके बाद आरोपियों ने सनसनी फैलाने के लिए ये धमाका किया। अमृतसर में रात 11 बजे पुलिस और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। ये वही आतंकी थे जिन्होंने कुछ दिन पहले अमृतसर बाईपास पर फतेहगढ़ चूड़ियां रोड पुलिस चौकी पर धमाका किया था। मुठभेड़ अमृतसर-एयरपोर्ट रोड पर बल-सचंदर गांव के बीच हुई। दरअसल, पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद रिकवरी के लिए यहां लाई थी। इस दौरान उनमें से एक ने पुलिस की पिस्तौल निकालकर फायरिंग कर दी। घटना के वक्त पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर भी मौके पर पहुंचे। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान जगदेव कलां निवासी लवदीप और करणदीप और गांव मुकाम अजनाला निवासी बूटा सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक एके-47 और एक ग्लॉक पिस्तौल बरामद की है। जिसे आतंकियों ने ड्रोन की मदद से पाकिस्तान से मंगवाया था। तबीयत खराब होने का बनाया बहाना पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि जब तीनों आरोपियों को अमृतसर पुलिस गिरफ्तार कर बरामदगी के लिए ला रही थी, तो आरोपियों ने रास्ते में तबीयत खराब होने का बहाना बनाया। इस दौरान उनमें से एक ने सदर के एएसआई गुरजीत सिंह की पिस्तौल छीन ली और गोली चला दी। पुलिस तुरंत हरकत में आई और इन आतंकियों को काबू कर लिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से आतंकी घायल हो गए। उन्हें अमृतसर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बूटा का भाई पासियां का था रूम-मेट पुलिस कमिश्नर भुल्लर ने जानकारी दी कि पकड़े गए तीनों आरोपी गैंगस्टर से आतंकी बने हैप्पी पासियां के करीबी थे। आरोपी बूटा सिंह का भाई दुबई में पासियां का रूम-मेट था। तभी से ये एक दूसरे को जानते थे। पैसों की खातिर दिया घटना को अंजाम पुलिस ने बताया किया आरोपी पासियां इस आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए इन आरोपियों को पैसे दे रहा था। फतेहगढ़ चूड़ियां बाईपास चौकी पर भी हमले के समय आरोपियों को एक थैला दिया गया था। आरोपियों को बताया गया था कि जब ये थैला किसी सख्त जगह से टकराएगा तो धमाका करेगा। जिसके बाद आरोपियों ने सनसनी फैलाने के लिए ये धमाका किया।   पंजाब | दैनिक भास्कर