पंजाब में गायकों को गैंगस्टरों से धमकियां मिलने सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद ये सिलसिला और तेज हो गया है। अब पंजाबी गायक आर नेट को धमकी भरा कॉल आया है और करीब एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई है। आर नेट को पिछले काफी समय से ऐसी कॉल्स आ रही थी। इसे लेकर आर नेट की टीम द्वारा पंजाब पुलिस को शिकायत दी गई है। पुलिस ने उक्त फोन नंबरों की जांच शुरू कर दी है। मैनेजर ने शिकायत में किया धमकी मिलने का खुलासा पंजाबी गायक आर नेट के मैनेजर रजिंदर पाल सिंह द्वारा दी गई शिकायत में कहा गया है कि उन्हें कई बार विदेशी नंबरों से फोन कॉल्स आ रहे हैं। कुछ रिकॉर्डिंग्स भी भेजी गई है। जिसमें वह फिरौती मांगने रहे हैं। फिरौती का पैसा न देने पर जान को खतरा बताया गया है। हालांकि पुलिस को दी गई शिकायत में किसी भी गैंगस्टर का नाम नहीं लिया गया है। मगर एक मीडिया ग्रुप से बातचीत में आर नेट के मैनेजर ने लॉरेंस और रिंदा के नाम पर धमकी मिलने की बात कही है। आरोपियों ने फिरौती करीब एक करोड़ रुपए की मांगी है। शिकायत मिलने के बाद पंजाब पुलिस ने मामले में तेजी से जांच शुरू कर दी है। आर नेट के गाने की लाइन बोलकर दी गई धमकी गायक को दी गई धमकी में आरोपियों ने आर नेट के गाने “तेरे यार नूं दबण नूं फिरदे सी, पर दबदा कित्थे या” गाया और धमकी दी। आरोपियों ने उक्त लाइन कहने के बाद कहा- असी दबाना जानदें हां। जिसके बाद मामले की शिकायत मोहाली में पुलिस को दी गई है। बता दें कि जिस यूके नंबर से आर नेट को कॉल आया था, वह किसी सुक्खी नाम के व्यक्ति का था। पंजाब में गायकों को गैंगस्टरों से धमकियां मिलने सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद ये सिलसिला और तेज हो गया है। अब पंजाबी गायक आर नेट को धमकी भरा कॉल आया है और करीब एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई है। आर नेट को पिछले काफी समय से ऐसी कॉल्स आ रही थी। इसे लेकर आर नेट की टीम द्वारा पंजाब पुलिस को शिकायत दी गई है। पुलिस ने उक्त फोन नंबरों की जांच शुरू कर दी है। मैनेजर ने शिकायत में किया धमकी मिलने का खुलासा पंजाबी गायक आर नेट के मैनेजर रजिंदर पाल सिंह द्वारा दी गई शिकायत में कहा गया है कि उन्हें कई बार विदेशी नंबरों से फोन कॉल्स आ रहे हैं। कुछ रिकॉर्डिंग्स भी भेजी गई है। जिसमें वह फिरौती मांगने रहे हैं। फिरौती का पैसा न देने पर जान को खतरा बताया गया है। हालांकि पुलिस को दी गई शिकायत में किसी भी गैंगस्टर का नाम नहीं लिया गया है। मगर एक मीडिया ग्रुप से बातचीत में आर नेट के मैनेजर ने लॉरेंस और रिंदा के नाम पर धमकी मिलने की बात कही है। आरोपियों ने फिरौती करीब एक करोड़ रुपए की मांगी है। शिकायत मिलने के बाद पंजाब पुलिस ने मामले में तेजी से जांच शुरू कर दी है। आर नेट के गाने की लाइन बोलकर दी गई धमकी गायक को दी गई धमकी में आरोपियों ने आर नेट के गाने “तेरे यार नूं दबण नूं फिरदे सी, पर दबदा कित्थे या” गाया और धमकी दी। आरोपियों ने उक्त लाइन कहने के बाद कहा- असी दबाना जानदें हां। जिसके बाद मामले की शिकायत मोहाली में पुलिस को दी गई है। बता दें कि जिस यूके नंबर से आर नेट को कॉल आया था, वह किसी सुक्खी नाम के व्यक्ति का था। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
अबोहर में इलेक्ट्रीशियन ने फांसी लगाकर आत्महत्या की:लोग बोले- शराब पिता था; घर में होता था झगड़ा
अबोहर में इलेक्ट्रीशियन ने फांसी लगाकर आत्महत्या की:लोग बोले- शराब पिता था; घर में होता था झगड़ा अबोहर के नामदेव चौक में कारों रिपेअर करने वाले कार मैकेनिक ने बीती रात फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने समाज सेवी संस्था की मदद से शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। जानकारी के अनुसार 34 साल के भोला के परिजनों ने बताया कि वह कारों का इलेक्ट्रीशियन था और अबोहर के नामदेव चौक पर एक दुकान किराए पर लेकर काम करता था। उन्होंने बताया कि उसकी शादी करीब 15 साल पहले हुई थी और उसके तीन बच्चे हैं। परिजनों के अनुसार भोला शराब पीने का आदि था जिस कारण अक्सर उसका घर में झगड़ा रहता था, पिछले दिन उसकी पत्नी मायके गई हुई थी। वह पिछले कुछ समय से अबोहर में ही रह रहता था। कल रात वह अपनी दुकान पर आया और अज्ञात कारणों के चलते पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इधर सुबह जब अन्य मार्केट के दुकानदार आए तो उन्होंने भोले को फंदे पर झूलता देख इसकी सूचना सिटी वन पुलिस और उसके परिजनों को दी। सूचना मिलते ही नर सेवा नारायण सेवा समिति सदस्य भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने मृतक के परिजनों के बयान दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया।
एनसीएम के पूर्व-अध्यक्ष का मनमोहन सिंह की पत्नी को खत:कहा- सिख धर्म में स्मारक बनाने की अनुमति नहीं; शिक्षण संस्थान बनाने का सुझाव
एनसीएम के पूर्व-अध्यक्ष का मनमोहन सिंह की पत्नी को खत:कहा- सिख धर्म में स्मारक बनाने की अनुमति नहीं; शिक्षण संस्थान बनाने का सुझाव पूरे देश में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नाम का स्मारक बनाने को लेकर विवाद चल रहा है। राजघाट पर जगह ना दिए जाने के बाद पूरे देश में कांग्रेस की विपक्षीय पार्टियां भी भाजपा का विरोध कर रही हैं। इसी बीच सिख समुदाय के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (एनसीएम) के पूर्व अध्यक्ष तरलोचन सिंह ने डॉ. मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर को खत लिखा है। तरलोचन सिंह ने इस खत में गुरशरण कौर को लिख सुझाव देते हुए कहा- आप जानती हैं कि सिख धर्म में समाधि/स्मारक की अनुमति नहीं है। सिख धार्मिक नेताओं ने पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के लिए भी समाधि को स्वीकार नहीं किया था। इसे लेकर सुझाव है कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के समुदाय और परिवार को उनके नाम पर शैक्षणिक संस्थान स्थापित करने का प्रस्ताव रखना चाहिए। स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स खोलने का दिया सुझाव तरलोचन सिंह ने इस खत में कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह इकोनॉमिक्स के विद्वान थे। ऐसे मे दिल्ली में उनके नाम से अंतर्राष्ट्रीय डॉ. मनमोहन सिंह स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स या डॉ. मनमोहन सिंह स्कूल ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन बनाने की मांग रखनी चाहिए। जहां विभिन्न देशों के युवा आकर पढ़ाई कर सकेंगे और डॉ. मनमोहन सिंह का नाम हमेशा याद किया जाएगा। संस्थान परिसर में डॉ. मनमोहन सिंह के जीवन और कार्यों का एक म्यूजियम भी होनी चाहिए। किसी नेता के नाम पर नहीं है कोई समारक विशेषज्ञों का भी मानना है कि सिख धर्म में स्मारकों की अनुमति नहीं है। पंजाब से कई बड़े सिख नेताओं का जन्म हुआ। ज्ञानी जैल सिंह को छोड़ किसी भी नेता के नाम पर कोई स्मारक नहीं है। मास्टर तारा सिंह, बलदेव सिंह या समुदाय के किसी भी महान मुख्यमंत्री के नाम पर कोई स्मारक नहीं है।
पंजाब में 52 जजों की ट्रांसफर:पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने जारी किए आदेश, पहले नौ अगस्त को 24 की हुई थी
पंजाब में 52 जजों की ट्रांसफर:पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने जारी किए आदेश, पहले नौ अगस्त को 24 की हुई थी पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने 52 जजों के ट्रांसफर किए हैं। इन जजों की तैनाती विभिन्न जिलों में की गई हैं। जजों को पहल के आधार पर अपनी डयूटी जॉइन करनी होगी। हालांकि जो जज विधायकों व सांसदों से जुड़े केसों को देख रहे हैं। वह तक अपना चार्ज नहीं छोड़ेंगे। जब तक उनकी जगह पर ट्रांसफर किए जज अपनी डयूटी संभाल नहीं लेते हैं। वहीं, ट्रांसफर संबंधी आदेश की कॉपी सभी जिला सेशन जजों, ज्यूडिशियल एकेडमी सेक्टर 43 चंडीगढ़ को भेज दी है। इससे पहले 9 अगस्त को 24 जजों के ट्रांसफर किए गए थे। इनमें से 21 सिविल जज सीनियर डिवीजन को प्रमोशन देकर एडिशनल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन जज बनाया गया था।