हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में शहर के जेल रोड़ पर बनी मस्जिद में स्थानीय लोगों ने हिंदू मंदिर के अवशेष का दावा किया है। उन्होंने पुरातत्व विभाग से निरीक्षण कर खुदाई कराने की मांग की है। मंगलवार को गगन बहल,एडवोकेट संजय मंडयाल, गीतांजलि शर्मा,कर्नल तारा प्रताप राणा, विराज जसवाल,रिटायर्ड डीआईजी केसी शर्मा ने उपायुक्त एचएस राणा को ज्ञापन दिया। जिसमें कहा गया है कि जहां पर मस्जिद बनी है, वहां पर पुरातत्व विभाग निरीक्षण कर खुदाई करवाए। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार किसी समय वहां हिंदू देव-स्थल था और वहां पर हिंदू मन्दिर होने के अवशेष मिल सकते है। आयुक्त कोर्ट ने दिया 30 दिन में मस्जिद गिराने का आदेश गौरतलब है कि मंडी शहर के पास जेल रोड़ पर हुए अवैध मस्जिद के निर्माण को नगर निगम आयुक्त एचएस राणा की कोर्ट ने 30 दिनों के भीतर गिराने के आदेश दिए है। आदेशों का पालन ना करने पर विभागीय कार्रवाई भी हो सकती है। इसके साथ ही मस्जिद को सीज कर दिया है, आगामी आदेशों तक यहां पर कोई भी गतिविधि नहीं होगी। मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को लेकर हिन्दू संगठनों ने हाल ही में मंडी में विशाल धरना प्रदर्शन किया था। जिसमें हजारों की तादाद में लोग शामिल हुए थे। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में शहर के जेल रोड़ पर बनी मस्जिद में स्थानीय लोगों ने हिंदू मंदिर के अवशेष का दावा किया है। उन्होंने पुरातत्व विभाग से निरीक्षण कर खुदाई कराने की मांग की है। मंगलवार को गगन बहल,एडवोकेट संजय मंडयाल, गीतांजलि शर्मा,कर्नल तारा प्रताप राणा, विराज जसवाल,रिटायर्ड डीआईजी केसी शर्मा ने उपायुक्त एचएस राणा को ज्ञापन दिया। जिसमें कहा गया है कि जहां पर मस्जिद बनी है, वहां पर पुरातत्व विभाग निरीक्षण कर खुदाई करवाए। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार किसी समय वहां हिंदू देव-स्थल था और वहां पर हिंदू मन्दिर होने के अवशेष मिल सकते है। आयुक्त कोर्ट ने दिया 30 दिन में मस्जिद गिराने का आदेश गौरतलब है कि मंडी शहर के पास जेल रोड़ पर हुए अवैध मस्जिद के निर्माण को नगर निगम आयुक्त एचएस राणा की कोर्ट ने 30 दिनों के भीतर गिराने के आदेश दिए है। आदेशों का पालन ना करने पर विभागीय कार्रवाई भी हो सकती है। इसके साथ ही मस्जिद को सीज कर दिया है, आगामी आदेशों तक यहां पर कोई भी गतिविधि नहीं होगी। मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को लेकर हिन्दू संगठनों ने हाल ही में मंडी में विशाल धरना प्रदर्शन किया था। जिसमें हजारों की तादाद में लोग शामिल हुए थे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में 50 हजार रिश्वत के साथ DM गिरफ्तार:विजिलेंस ने रंगे हाथ पकड़ा; बिल पास करने को ठेकेदार से मांगी घूस
हिमाचल में 50 हजार रिश्वत के साथ DM गिरफ्तार:विजिलेंस ने रंगे हाथ पकड़ा; बिल पास करने को ठेकेदार से मांगी घूस हिमाचल प्रदेश में नाहन में राज्य वन निगम के डिवीजनल मैनेजर (DM) को स्टेट विजिलेंस एवं एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने बीती शाम को 50 हजार रुपए रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया। DM ने ठेकेदार से रिश्वत मांगी थी। ठेकेदार की शिकायत पर विजिलेंस टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और गिरफ्तार किया। विजिलेंस ने नाहन थाने में मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। सूचना के अनुसार, वन निगम के ठेकेदार के 67 लाख रुपए से भी ज्यादा के बिल पेंडिंग है। लंबे समय से ठेकेदार इन्हें क्लियर करने की मांग कर रहा था, और वन निगम कार्यालय के चक्कर काट रहा था। जिसके एवज में DM ने ठेकेदार से रिश्वत मांगी और तब जाकर बिल का भुगतान करने की बात कही। 50 हजार की पहली किश्त के साथ दबोचा बताया जा रहा है डीएम ने पेमेंट रिलीज करने की एवज में 2 फीसदी कमीशन डिमांड रखी थी। शुक्रवार को ठेकेदार ने 50 हजार रुपए की पहली किश्त डीएम को दे दी थी। इस दौरान वहां सादे लिबास में मौजूद विजिलेंस टीम ने आरोपी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर दिया। 2 फीसदी कमीशन मांगी थी 2 प्रतिशत के हिसाब से कुल मिलाकर 1,34000 रुपए की घूस डीएम को देनी थी। ठेकेदार ने बाकी की राशि बाद में देनी थी। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अब विजिलेंस टीम उसकी चल और अचल संपत्ति की भी जांच करेगी।
मंडी के पराशर में ऋषि पंचमी मेला शुरू:रात्रि को होगा जागहोम; अंगारों के बीच गुर करेंगे दैवीय शक्ति का प्रदर्शन
मंडी के पराशर में ऋषि पंचमी मेला शुरू:रात्रि को होगा जागहोम; अंगारों के बीच गुर करेंगे दैवीय शक्ति का प्रदर्शन मंडी के विख्यात पर्यटन एवं धार्मिक स्थल पराशर ऋषि मंदिर में ऋषि पंचमी के अवसर पर दो दिवसीय मेला रविवार को धूमधाम से शुरू हो गया। मेले में शामिल होने के लिए स्नोर घाटी के आराध्य देव वरनाग ऋषि और देव गणपति भटवाड़ी भी लाव लश्कर सहित निकल पड़े हैं। जबकि देवता पराशर ऋषि का खारा मुख्य मंदिर बांधी से पराशर के लिए निकल चुका है। सभी देवता दोपहर बाद पराशर घाटी पहुंचेंगे। जहां भव्य देव मिलन होगा। इसके बाद विधिवत रूप से मेले की शुरुआत होगी। ऋषि पंचमी के शुभ अवसर पर तीनों देवता पवित्र पराशर झील की परिक्रमा करते हुए डुबकी लगाएंगे। रात्रि में होगा जागहोम का आयोजन रात्रि को मंदिर में जागहोम का आयोजन होगा। जहां देव वरनाग ऋषि और गणपति के गुर आग के दहकते अंगारों के बीच देवखेल करते हुए दैवीय शक्ति का प्रदर्शन करेंगे। साथ ही क्षेत्र की सुख, समृद्धि और खुशहाली को लेकर रक्षा कवच भी बांधेंगे। श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन ने चलाई दो बसें रात्रि जागरण को लेकर स्नोर, बदार और उत्तरशाल के साथ-साथ कुल्लू जिले से हजारों श्रद्धालु भी यहां पहुंचेंगे। जिला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को यातायात सुविधा को लेकर निगम की दो बसें यहां आज चलाई गई हैं। सोमवार को देवी-देवताओं की रवानगी के साथ ही मेला संपन्न होगा। आराध्य देव पराशर ऋषि के भंडारी अमर चंद, देव वरनाग के गुर नितिन ठाकुर और देव गणपति के गुर ईश्वर दास जागहोम में मुख्य भूमिका निभाएंगे। यह है ऋषि पराशर मंदिर का इतिहास.. देवभूमि हिमाचल सदियों से ऋषि-मुनियों की तपोस्थली रही है। ऋषि-मुनियों की तपस्या के कारण ही यहां कई धार्मिक स्थल हैं। इनमें से एक तपोस्थल मंडी में ऋषि पराशर का भी है। जिसे अब पराशर के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि ऋषि पराशर अपने अध्यात्म के लिए उचित स्थान तलाश रहे थे। पहले उन्होंने ब्यास नदी के तट पर भ्यूली नामक स्थान पर तपस्या करनी चाही, लेकिन स्थान उपयुक्त नहीं होने से वे स्थान छोड़ गांव नसलोह पहुंचे। वहां के शांत वातावरण में तपस्या करनी चाही, लेकिन वहां भी उनकी तपस्या में विघ्न पड़ने से ऋषि वहां से उठकर आगे चल पड़े। कहा जाता है कि जहां ऋषि तपस्या करने बैठते, पहले वहां पानी निकालते थे। नसलोह गांव से निकलकर ऋषि उस स्थान पर पहुंचे, जिसे अब पराशर कहते हैं। जहां ऋषि ने एक स्थान पर बैठ कर अपना चिमटा मारा, वहां जमीन से पानी निकला, धीरे-धीरे वह पानी बढ़ता गया और झील का रूप धारण कर लिया। इसी तपस्या स्थल पर बाद में मंदिर निर्माण किया गया। मंदिर बनाने में लगे 12 वर्ष जनश्रुति अनुसार पराशर ऋषि मंदिर को बनाने में 12 वर्ष लगे हैं। यह मंदिर देवदार के एक विशाल वृक्ष से ही तैयार हुआ है। यह मंदिर तीन मंजिला है और पैगोड़ा शैली में बना है। पराशर मंदिर और झील समुद्र तल से 9,000 फीट की ऊंचाई पर हैं। यह स्थान मंडी से 48 किलोमीटर दूर है। पराशर ऋषि का दूसरा मुख्य मंदिर बांधी में स्थित है।