हिमाचल प्रदेश के 6 जिलों में आज बारिश का पूर्वानुमान है, जबकि अन्य छह जिलों में मौसम साफ रहेगा। मौसम विभाग ने कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिला को येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में एक-दो स्पेल तेज बारिश का हो सकता है। मौसम विभाग की माने तो कल से मानसून कमजोर पड़ जाएगा। प्रदेश में कल से आगामी 23 सितंबर तक बारिश की संभावना नहीं है। इस दौरान प्रदेशभर में धूप खिलेगी। वहीं सोलन, शिमला, बिलासपुर, सिरमौर, मंडी और कुल्लू जिला के कुछेक क्षेत्रों में देर रात को भी अच्छी बारिश हुई। इससे प्रदेश में 40 से ज्यादा सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए अवरुद्ध पड़ी है। मानसून सीजन में 19 प्रतिशत कम बारिश इस मानसून सीजन में सामान्य से 19 प्रतिशत कम बादल बरसे है। 1 जून से 17 सितंबर के बीच 695 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 565.9 मिलीमीटर बादल बरसे हैं। शिमला और बिलासपुर को छोड़कर एक भी जिला ऐसा नहीं है जहां सामान्य से ज्यादा बादल बरसे हो। शिमला जिला में सामान्य से 18 प्रतिशत और बिलासपुर में नॉर्मल से 4 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई। सितंबर में अच्छी बारिश बेशक, मानसून की रफ्तार इस बार ढीली रही है, लेकिन सितंबर में अच्छी बारिश हुई है। 1 से 17 सितंबर के बीच सामान्य से 14 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे हैं। इस अवधि में 81.2 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 92.5 मिलीमीटर बारिश हुई है। इसी तरह 11 से 17 सितंबर के बीच सामान्य से 44 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे है। हिमाचल प्रदेश के 6 जिलों में आज बारिश का पूर्वानुमान है, जबकि अन्य छह जिलों में मौसम साफ रहेगा। मौसम विभाग ने कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिला को येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में एक-दो स्पेल तेज बारिश का हो सकता है। मौसम विभाग की माने तो कल से मानसून कमजोर पड़ जाएगा। प्रदेश में कल से आगामी 23 सितंबर तक बारिश की संभावना नहीं है। इस दौरान प्रदेशभर में धूप खिलेगी। वहीं सोलन, शिमला, बिलासपुर, सिरमौर, मंडी और कुल्लू जिला के कुछेक क्षेत्रों में देर रात को भी अच्छी बारिश हुई। इससे प्रदेश में 40 से ज्यादा सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए अवरुद्ध पड़ी है। मानसून सीजन में 19 प्रतिशत कम बारिश इस मानसून सीजन में सामान्य से 19 प्रतिशत कम बादल बरसे है। 1 जून से 17 सितंबर के बीच 695 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 565.9 मिलीमीटर बादल बरसे हैं। शिमला और बिलासपुर को छोड़कर एक भी जिला ऐसा नहीं है जहां सामान्य से ज्यादा बादल बरसे हो। शिमला जिला में सामान्य से 18 प्रतिशत और बिलासपुर में नॉर्मल से 4 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई। सितंबर में अच्छी बारिश बेशक, मानसून की रफ्तार इस बार ढीली रही है, लेकिन सितंबर में अच्छी बारिश हुई है। 1 से 17 सितंबर के बीच सामान्य से 14 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे हैं। इस अवधि में 81.2 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 92.5 मिलीमीटर बारिश हुई है। इसी तरह 11 से 17 सितंबर के बीच सामान्य से 44 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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संजौली मस्जिद गिराने के फैसले को मुस्लिम पक्ष की चुनौती:जिला कोर्ट में सुनवाई; कमेटी के हलफनामे को गैरकानूनी बताया, कहा- वह रजिस्टर्ड नहीं
संजौली मस्जिद गिराने के फैसले को मुस्लिम पक्ष की चुनौती:जिला कोर्ट में सुनवाई; कमेटी के हलफनामे को गैरकानूनी बताया, कहा- वह रजिस्टर्ड नहीं हिमाचल की राजधानी शिमला की संजौली मस्जिद में अवैध निर्माण मामले में आज कोर्ट में सुनवाई होगी। संजौली मस्जिद केस में नगर निगम (MC) आयुक्त के फैसले को मुस्लिम पक्ष ने जिला अदालत में चुनौती दी है। इस पर आज जिला अदालत में सुनवाई होगी। मुस्लिम पक्ष से जुड़ी 3 वेलफेयर सोसाइटी ने MC आयुक्त के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका में कहा है कि MC आयुक्त कोर्ट का फैसला डिफैक्टिड है। MC आयुक्त ने यह फैसला संजौली मस्जिद कमेटी के नगर निगम को दिए हलफनामे के आधार पर दिया है। मस्जिद कमेटी के हलफनामे को बताया गैर कानूनी
सोसाइटी ने दावा किया कि मस्जिद कमेटी रजिस्टर नहीं है। ऐसे में उसके अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ की ओर से दिया गया हलफनामा गैर कानूनी है। जिला अदालत में याचिका दायर करने वाली मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी पोंटा साहिब के सदस्य नजाकत अली हाशमी ने बताया है कि 3 अलग-अलग कमेटी और सोसाइटी ने जिला अदालत में नगर निगम आयुक्त के फैसले को चुनौती दी है। आयुक्त कोर्ट के फैसले को बताया डिफैक्टिड
नजाकत अली ने दावा किया कि जिला अदालत में उनकी याचिका स्वीकार कर ली गई है। इस पर आज सुनवाई होनी है। मुस्लिम पक्ष ने जिला अदालत में दायर याचिका में अपील की है कि मामले में मुस्लिम समुदाय की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। ऐसे में उनका पक्ष भी सुना जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि जिला अदालत में याचिका दायर करने में मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी पोंटा साहिब, जामा मस्जिद मैनेजमेंट कमेटी बिलासपुर और अलहुदा एजुकेशनल सोसाइटी दीनक मंडी शामिल हैं। इन्होंने नगर निगम आयुक्त के फैसले को कोर्ट में चुनौती दी है। 5 अक्टूबर को आया था नगर निगम आयुक्त कोर्ट का फैसला
संजौली मस्जिद मामले में नगर निगम आयुक्त शिमला कोर्ट ने बीते 5 अक्टूबर को फैसला सुनाया था। कोर्ट ने मस्जिद की 3 अवैध मंजिल हटाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद मस्जिद कमेटी ने अवैध हिस्से को हटाने का काम भी शुरू कर दिया है। मस्जिद की एटिक को हटाने का काम लगभग पूरा हो गया है। इस बीच मुस्लिम पक्ष ने मामले को जिला अदालत में चुनौती दी है। हाईकोर्ट ने 8 सप्ताह में मामले को निपटाने के आदेश दिए
वहीं, लोकल रेजिडेंट की याचिका पर हिमाचल हाईकोर्ट ने भी इस मामले को 8 सप्ताह के भीतर निपटाने के लिए MC आयुक्त को आदेश दे रखे हैं। लोकल रेजिडेंट ने हाईकोर्ट के आग्रह किया था कि नगर निगम इस केस को जानबूझ कर लटका रहा है। 14 सालों से कोर्ट में केस चल रहा है। संजौली मस्जिद से ही पूरे प्रदेश में हुआ था विवाद
संजौली मस्जिद के कारण पूरे प्रदेश में बवाल मचा था। शिमला के बाद सोलन, मंडी, कुल्लू और सिरमौर जिला में भी जगह-जगह मस्जिद मामले में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किए। उन्होंने अवैध रूप से बनी मस्जिदों को गिराने की मांग उठाई। इससे पूरे प्रदेश में माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस बीच संजौली मस्जिद कमेटी ने खुद नगर निगम आयुक्त से मिलकर अवैध रूप से बनी ऊपर की मंजिल को हटाने की पेशकश की और कहा कि जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता, तब तक ऊपर की 3 मंजिल सील किया जाएं। इसके बाद हिंदू संगठन शांत हुए। बीते 5 अक्टूबर को 3 मंजिल तोड़ने के लिए अंतरिम आदेश आ गया। जिसके बाद मामला शांत रहा। अब इन मंजिलों को तोड़ने का काम भी मस्जिद कमेटी ने अपने खर्चे पर शुरू कर दिया है।
शिमला में गुरुद्वारा के पास लैंडस्लाइड:कार्ट रोड को पैदा हुआ खतरा; कृष्णानगर में एक दर्जन घर भी खतरे की जद में
शिमला में गुरुद्वारा के पास लैंडस्लाइड:कार्ट रोड को पैदा हुआ खतरा; कृष्णानगर में एक दर्जन घर भी खतरे की जद में शिमला के कार्ट रोड पर पुराना बस अड्डा के गुरुद्वारा के पास बीती रात में लैंडस्लाइड हो गया। इससे कार्ट रोड को खतरा पैदा हो गया है। सड़क का बड़ा हिस्सा लैंडस्लाइड में टूट गया है। इससे ट्रैफिक बाधित हुआ है और एक तरफ वाहन भेजे जा रहे है। कार्ट रोड शिमला शहर की लाइफ लाइन है। ऐसे में यहां दोबारा लैंडस्लाइड होता है तो इससे शिमला शहर की रफ्तार पूरी तरह थम सकती है। अभी भी सड़क को खतरे की वजह से यहां रुक रुक कर वाहनों की आवाजाही हो रही है। गुरुद्वारा के पास नई पार्किंग बनाने का काम चल रहा था। इससे यहां लैंडस्लाइड हुआ है। गुरुद्वारा के चंद मीटर की दूरी पर लोकल बस स्टैंड है, जहां से मैहली, पंथाघाटी, न्यू शिमला, बीसीएस, नवबहार, ढली, संजौली, छोटा शिमला इत्यादि उपनगरों को बसे चलती है। कृष्णानगर में एक दर्जन घरों को खतरा वहीं मानसून शुरू होते ही कृष्णानगर के लोगों की चिंताएं बढ़ गई है। बीते साल कृष्णानगर में भारी बारिश के दौरान स्लाटर हाउस सहित 5 मकान गिर गए थे। स्लाटर हाउस गिरने से दो लोगों की मौत भी हुई थी। उस दौरान एक दर्जन से ज्यादा मकान यहां खाली कराए गए थे। हालांकि इनमें अभी तक कोई नहीं रहता। मगर बरसात शुरू होते ही इन मकानों पर खतरा मंडरा रहा है। यदि अगली पंक्ति के खाली कराए गए मकान गिरते है तो इससे पिछली पंक्ति के मकानों को भी खतरा पैदा हो जाएगा। इस खतरे को भांपते हुए स्थानीय प्रशासन ने खतरनाक हो चुके घरों के आगे तिरपाल लगा दी है। एक साल से प्रशासन के कान पर नहीं रेंग रही जूं: पार्षद स्थानीय पार्षद बिटू पाना ने बताया कि वह एक साल से खतरे की जद में आए मकान को बचाने के लिए डंगा लगाने की मांग कर रहे है। मगर नगर निगम और जिला प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। उन्होंने बताया कि भारी बारिश की सूरत में कृष्णानगर में कई मकानों को नुकसान हो सकता है। उन्होंने बताया कि बेशक कुछ मकान पहले से खाली कर रखे है, मगर इनके गिरने से पिछले घरों को भी खतरा पैदा हो जाएगा।
सोनिया और राहुल गांधी दिल्ली हुए रवाना:शनिवार को शिमला पहुंचे थे नेता प्रतिपक्ष; प्रियंका वाड्रा अभी छराबड़ा में ही रहेंगी
सोनिया और राहुल गांधी दिल्ली हुए रवाना:शनिवार को शिमला पहुंचे थे नेता प्रतिपक्ष; प्रियंका वाड्रा अभी छराबड़ा में ही रहेंगी कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज वापस दिल्ली लौट गए हैं। शिमला के छराबड़ा से उनका काफिला चंडीगढ़ की ओर रवाना हो गया है। चंडीगढ़ से दोनों हेलिकॉप्टर से दिल्ली जाएंगे। बताया जा रहा है कि दिल्ली पहुंचने के बाद राहुल गांधी जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे। हरियाणा और जम्मू कश्मीर में चल रहे विधानसभा चुनाव के बीच उन्होंने 2 दिन शिमला के छराबड़ा में बिताए, जबकि सोनिया गांधी 6 दिन बाद यहां से दिल्ली लौटी हैं। प्रियंका गांधी अभी छराबड़ा में ही रहेंगी राहुल गांधी बीते शनिवार को छराबड़ा और सोनिया गांधी बीते 17 सितंबर को शिमला पहुंची थी। वहीं प्रियंका गांधी बीते 15 सितंबर से छराबड़ा में ठहरी हुई है। वह अभी भी छराबड़ा में है। प्रियंका गांधी कुछ दिन यहीं रुकेंगी। प्रियंका ने बना रखा अपना मकान बता दें कि शिमला के छराबड़ा में राहुल की बहन प्रियंका गांधी ने पहाड़ी शैली में अपना घर बना रखा है, जो शिमला से लगभग 13 किलोमीटर दूर छराबड़ा में देवदार के घने जंगल के बीचों-बीच बना है। प्रियंका गांधी साल में 4-5 बार यहां आती रहती हैं।