विश्व हिंदू महासंघ के प्रदेश महामंत्री ओम प्रकाश यादव ने विहिम के संस्थापक पूर्व सांसद गोरक्षपीठाधीश्वर ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की स्मृति में आयोजित संगोष्ठी एवं समरसता भोज के अवसर कहा कि योगी आदित्यनाथ इस अयोध्या धाम के लिए योगी आदित्यनाथ सम्राट विक्रमादित्य हैं। उन्होंने इस धर्म नगरी की काया पलट दी है। उनकी मंशा को प्रशासन और विकास में संलग्न एजेंसिया सही तरीके से क्रियान्वित नहीं कर रही हैं। पूरी अयोध्या में विकास प्राधिकरण ने जो अपना लोगो लगाया है, उसमें अयोध्या अंग्रेजी में लिखा गया है। उन्होंने कहा कि जब मातृभाषा को यहीं सम्मान नहीं मिलेगा, तो कहां मिलेगा। पूरी अयोध्या घूम लीजिए कहीं हिन्दी में अयोध्या लिखा मिल जाए तो जानिये। यह कार्यक्रम कामता प्रसाद सुंदर लाल साकेत महाविद्यालय के राजा जगंबिका प्रताप सिंह सभागार में मंगलवार को आयोजित किया गया।श्रीरामजन्मभूमि का न्यास बन गया और जिस मठ की तीन पीढ़ियां श्रीरामजन्मभूमि को मुक्त कराने और अयोध्या को भव्य बनाने में खप गईं, उनको याद ना तो न्यास को है और ना ही उनकी स्मृति अयोध्या में कहीं संजोई जा रही है। 1949 में जब मंदिर में भगवान राम का बाल रूप में प्राकट्य हुआ। उन्होंने कहा कि जब लगा कि प्रशासन-शासन जबरदस्ती कर प्रतिमा हटा सकता है, तब गोरक्षपीठ का डंका बजा और मंदिर को योगी दिग्विजय नाथ के नेतृत्व में मानव श्रृंखला से घेर कर उसकी सुरक्षा की गई। मंदिर के लिए जब आंदोलन चला, हिन्दुत्व के मुद्दे जब-जब मुखर हुए, गोरक्षपीठ के दोनों ही पूर्ववर्ती पीठाधीश्वर महंत दिग्विजय नाथ और महंत अवेद्यनाथ उनकी अग्रिम पंक्ति में खड़े रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब इस अयोध्या को संवार रहे हैं।
ओम प्रकाश यादव ने कहा कि आज हिन्दू समाज बंटा हुआ है, कटा हुआ है। इसे समरस करने का जिम्मा हमारा है। जातीय संगठन और जातीय अस्मिता सामाजिक समसरता में सबसे बड़े बाधक हैं। जातीय अहमन्यताएं भुलाकर जिस दिन हिन्दू केवल हिन्दू हो जाएगा, उसी दिन भारत हिन्दू राष्ट्र बन जाएगा।
मातृशक्ति प्रकोष्ठ की प्रदेश महामंत्री रेखा श्रीवास्तव ने कहा कि समसरता हमारे व्यवहार में आनी चाहिए। यह केवल दिखावा नहीं होना चाहिए। सामाजिक समरसता ही राष्ट्र सशक्त बनेगा। किन्नर महंत कनकेश्वरी देवी ने कहा कि हमारे सामने एकजुट होने के अतरिक्त कोई विकल्प नहीं है। जिस दिन मातृशक्ति समरसता के लिए आगे आ जाएगी, समाज से सारे भेद समाप्त हो जाएंगे।प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह ने महंत अवेद्यनाथ के जीवन पर चर्चा के क्रम में कहा कि उन्होंने गोरक्षपीठ पीठ की परंपरा ही अभेद समाज की रही है। उसी परंपरा को महंत अवेद्यनाथ ने आगे बढ़ाया और योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्यमंत्री उसी दिशा में कार्य रहे हैं।
महानगर मातृशक्ति अध्यक्ष एकता भटनागर ने धर्मांतरण के मुद्दे पर सतर्कत रहने और एकजुट होने की अपील की। संगोष्ठी को कथा व्यास जया मिश्रा, गोरखपुर संभाग प्रभारी दिग्विजय नाथ शाही व जिला उपाध्यक्ष राहुल सिंह ने भी संबोधित किया। महानगर उपाध्यक्ष केसी श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत गोरक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण दूबे, जिला महामंत्री संतोष रावत, जिला उपाध्यक्ष नीरज पाठक, धर्माचार्य प्रकोष्ठ के जिला प्रभारी महंत अंजनीशरण दास, जिला अध्यक्ष अजय मिश्रा व उपाध्यक्ष पंडित रमेश मिश्र शास्त्री, मातृशक्ति प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष पल्लवी वर्मा, महानगर प्रभारी अमिता सिंह, महामंत्री सुधा पांडेय, रूबी रावत, सोनाली गौड़, शारदा सोनी, पं. शिवकुमार मिश्र, दीप सहाय ने किया। कार्यक्रम में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश सिंह, जिलाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह, रिंकू सिंह, शेर बहादुर सिंह, छोटू सिंह पूर्व प्रधानाचार्य देवी प्रसाद वर्मा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गोसेवा विभाग के अनिल मिश्र व चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव, गंगा समग्र के उमेश मिश्र, बीएसएनएल के पूर्व मुख्य लेखाकार गिरिजाशंकर मिश्र, राजेश उपाध्याय, अनिल यादव, गौरव मिश्रा, आदर्श शुक्ला नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय विचार मंच के अध्यक्ष शक्ति सिंह, समाजसेवी स्मृता तिवारी सहित कई लोगों को सम्मानित किया गया। विश्व हिंदू महासंघ के प्रदेश महामंत्री ओम प्रकाश यादव ने विहिम के संस्थापक पूर्व सांसद गोरक्षपीठाधीश्वर ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की स्मृति में आयोजित संगोष्ठी एवं समरसता भोज के अवसर कहा कि योगी आदित्यनाथ इस अयोध्या धाम के लिए योगी आदित्यनाथ सम्राट विक्रमादित्य हैं। उन्होंने इस धर्म नगरी की काया पलट दी है। उनकी मंशा को प्रशासन और विकास में संलग्न एजेंसिया सही तरीके से क्रियान्वित नहीं कर रही हैं। पूरी अयोध्या में विकास प्राधिकरण ने जो अपना लोगो लगाया है, उसमें अयोध्या अंग्रेजी में लिखा गया है। उन्होंने कहा कि जब मातृभाषा को यहीं सम्मान नहीं मिलेगा, तो कहां मिलेगा। पूरी अयोध्या घूम लीजिए कहीं हिन्दी में अयोध्या लिखा मिल जाए तो जानिये। यह कार्यक्रम कामता प्रसाद सुंदर लाल साकेत महाविद्यालय के राजा जगंबिका प्रताप सिंह सभागार में मंगलवार को आयोजित किया गया।श्रीरामजन्मभूमि का न्यास बन गया और जिस मठ की तीन पीढ़ियां श्रीरामजन्मभूमि को मुक्त कराने और अयोध्या को भव्य बनाने में खप गईं, उनको याद ना तो न्यास को है और ना ही उनकी स्मृति अयोध्या में कहीं संजोई जा रही है। 1949 में जब मंदिर में भगवान राम का बाल रूप में प्राकट्य हुआ। उन्होंने कहा कि जब लगा कि प्रशासन-शासन जबरदस्ती कर प्रतिमा हटा सकता है, तब गोरक्षपीठ का डंका बजा और मंदिर को योगी दिग्विजय नाथ के नेतृत्व में मानव श्रृंखला से घेर कर उसकी सुरक्षा की गई। मंदिर के लिए जब आंदोलन चला, हिन्दुत्व के मुद्दे जब-जब मुखर हुए, गोरक्षपीठ के दोनों ही पूर्ववर्ती पीठाधीश्वर महंत दिग्विजय नाथ और महंत अवेद्यनाथ उनकी अग्रिम पंक्ति में खड़े रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब इस अयोध्या को संवार रहे हैं।
ओम प्रकाश यादव ने कहा कि आज हिन्दू समाज बंटा हुआ है, कटा हुआ है। इसे समरस करने का जिम्मा हमारा है। जातीय संगठन और जातीय अस्मिता सामाजिक समसरता में सबसे बड़े बाधक हैं। जातीय अहमन्यताएं भुलाकर जिस दिन हिन्दू केवल हिन्दू हो जाएगा, उसी दिन भारत हिन्दू राष्ट्र बन जाएगा।
मातृशक्ति प्रकोष्ठ की प्रदेश महामंत्री रेखा श्रीवास्तव ने कहा कि समसरता हमारे व्यवहार में आनी चाहिए। यह केवल दिखावा नहीं होना चाहिए। सामाजिक समरसता ही राष्ट्र सशक्त बनेगा। किन्नर महंत कनकेश्वरी देवी ने कहा कि हमारे सामने एकजुट होने के अतरिक्त कोई विकल्प नहीं है। जिस दिन मातृशक्ति समरसता के लिए आगे आ जाएगी, समाज से सारे भेद समाप्त हो जाएंगे।प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह ने महंत अवेद्यनाथ के जीवन पर चर्चा के क्रम में कहा कि उन्होंने गोरक्षपीठ पीठ की परंपरा ही अभेद समाज की रही है। उसी परंपरा को महंत अवेद्यनाथ ने आगे बढ़ाया और योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्यमंत्री उसी दिशा में कार्य रहे हैं।
महानगर मातृशक्ति अध्यक्ष एकता भटनागर ने धर्मांतरण के मुद्दे पर सतर्कत रहने और एकजुट होने की अपील की। संगोष्ठी को कथा व्यास जया मिश्रा, गोरखपुर संभाग प्रभारी दिग्विजय नाथ शाही व जिला उपाध्यक्ष राहुल सिंह ने भी संबोधित किया। महानगर उपाध्यक्ष केसी श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत गोरक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण दूबे, जिला महामंत्री संतोष रावत, जिला उपाध्यक्ष नीरज पाठक, धर्माचार्य प्रकोष्ठ के जिला प्रभारी महंत अंजनीशरण दास, जिला अध्यक्ष अजय मिश्रा व उपाध्यक्ष पंडित रमेश मिश्र शास्त्री, मातृशक्ति प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष पल्लवी वर्मा, महानगर प्रभारी अमिता सिंह, महामंत्री सुधा पांडेय, रूबी रावत, सोनाली गौड़, शारदा सोनी, पं. शिवकुमार मिश्र, दीप सहाय ने किया। कार्यक्रम में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश सिंह, जिलाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह, रिंकू सिंह, शेर बहादुर सिंह, छोटू सिंह पूर्व प्रधानाचार्य देवी प्रसाद वर्मा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गोसेवा विभाग के अनिल मिश्र व चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव, गंगा समग्र के उमेश मिश्र, बीएसएनएल के पूर्व मुख्य लेखाकार गिरिजाशंकर मिश्र, राजेश उपाध्याय, अनिल यादव, गौरव मिश्रा, आदर्श शुक्ला नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय विचार मंच के अध्यक्ष शक्ति सिंह, समाजसेवी स्मृता तिवारी सहित कई लोगों को सम्मानित किया गया। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर