पंजाब पुलिस द्वारा एक निर्दोष व्यक्ति को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत झूठे मामले में फंसाने का मामला सामने आया है। हाईकोर्ट ने पुलिस की इस मनमानी पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि एनडीपीएस एक्ट का इस प्रकार दुरुपयोग जनता के विश्वास को कमजोर करता है। मामला तब प्रकाश में आया जब फॉरेंसिक जांच में बरामद सैंपल पैरासिटामोल निकले, ना कि कोई अवैध नशीला पदार्थ। क्या है पूरा मामला ? याचिकाकर्ता लवप्रीत सिंह ने हाईकोर्ट में दाखिल याचिका में आरोप लगाया कि जब उसने पुलिस वाहन को ओवरटेक करने के लिए साइड नहीं दी, तो पुलिस ने उस पर एनडीपीएस एक्ट के तहत झूठा मामला दर्ज कर दिया। लवप्रीत का आरोप है कि पुलिस ने उसे रोककर झूठा आरोप लगाते हुए उसकी गाड़ी और मोबाइल फोन जब्त कर लिए और उसे गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पुलिस ने दावा किया था कि लवप्रीत के पास से नशीले पदार्थ बरामद हुए हैं। फॉरेंसिक रिपोर्ट ने खोली पोल फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) द्वारा की गई जांच में पुलिस के दावे की पोल खुल गई। रिपोर्ट के अनुसार, जिस सामग्री को नशीला पदार्थ बताया गया था, वह वास्तव में पैरासिटामोल निकली। जो एक सामान्य दर्द निवारक दवा है। हाईकोर्ट ने इस तथ्य को देखते हुए कहा कि याचिकाकर्ता को झूठे आरोपों में फंसाया गया है और उसे जमानत दी जानी चाहिए। कोर्ट ने जताई नाराजगी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पुलिस की इस साजिश पर सख्त नाराजगी जाहिर की। जस्टिस कीर्ति सिंह की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि पुलिस द्वारा एनडीपीएस एक्ट का दुरुपयोग गंभीर चिंता का विषय है। ऐसे मामलों में निर्दोष लोगों को कानूनी लड़ाई में फंसाकर उनकी प्रतिष्ठा और जीवन को नुकसान पहुंचाया जाता है। कोर्ट ने डीजीपी को आदेश दिया है कि दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जांच की जाए और इस मामले में क्या कार्रवाई की गई, इसकी जानकारी स्टेटस रिपोर्ट के रूप में 20 सितंबर तक अदालत में पेश की जाए। कपूरथला एसएसपी को पेश होने का आदेश हाईकोर्ट ने कपूरथला के एसएसपी को 20 सितंबर को व्यक्तिगत रूप से अदालत में पेश होने का आदेश दिया है। साथ ही कोर्ट ने इस बात पर भी जोर दिया कि दोषी अधिकारियों पर सख्त जुर्माना लगाया जाना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो। पंजाब पुलिस द्वारा एक निर्दोष व्यक्ति को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत झूठे मामले में फंसाने का मामला सामने आया है। हाईकोर्ट ने पुलिस की इस मनमानी पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि एनडीपीएस एक्ट का इस प्रकार दुरुपयोग जनता के विश्वास को कमजोर करता है। मामला तब प्रकाश में आया जब फॉरेंसिक जांच में बरामद सैंपल पैरासिटामोल निकले, ना कि कोई अवैध नशीला पदार्थ। क्या है पूरा मामला ? याचिकाकर्ता लवप्रीत सिंह ने हाईकोर्ट में दाखिल याचिका में आरोप लगाया कि जब उसने पुलिस वाहन को ओवरटेक करने के लिए साइड नहीं दी, तो पुलिस ने उस पर एनडीपीएस एक्ट के तहत झूठा मामला दर्ज कर दिया। लवप्रीत का आरोप है कि पुलिस ने उसे रोककर झूठा आरोप लगाते हुए उसकी गाड़ी और मोबाइल फोन जब्त कर लिए और उसे गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पुलिस ने दावा किया था कि लवप्रीत के पास से नशीले पदार्थ बरामद हुए हैं। फॉरेंसिक रिपोर्ट ने खोली पोल फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) द्वारा की गई जांच में पुलिस के दावे की पोल खुल गई। रिपोर्ट के अनुसार, जिस सामग्री को नशीला पदार्थ बताया गया था, वह वास्तव में पैरासिटामोल निकली। जो एक सामान्य दर्द निवारक दवा है। हाईकोर्ट ने इस तथ्य को देखते हुए कहा कि याचिकाकर्ता को झूठे आरोपों में फंसाया गया है और उसे जमानत दी जानी चाहिए। कोर्ट ने जताई नाराजगी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पुलिस की इस साजिश पर सख्त नाराजगी जाहिर की। जस्टिस कीर्ति सिंह की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि पुलिस द्वारा एनडीपीएस एक्ट का दुरुपयोग गंभीर चिंता का विषय है। ऐसे मामलों में निर्दोष लोगों को कानूनी लड़ाई में फंसाकर उनकी प्रतिष्ठा और जीवन को नुकसान पहुंचाया जाता है। कोर्ट ने डीजीपी को आदेश दिया है कि दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जांच की जाए और इस मामले में क्या कार्रवाई की गई, इसकी जानकारी स्टेटस रिपोर्ट के रूप में 20 सितंबर तक अदालत में पेश की जाए। कपूरथला एसएसपी को पेश होने का आदेश हाईकोर्ट ने कपूरथला के एसएसपी को 20 सितंबर को व्यक्तिगत रूप से अदालत में पेश होने का आदेश दिया है। साथ ही कोर्ट ने इस बात पर भी जोर दिया कि दोषी अधिकारियों पर सख्त जुर्माना लगाया जाना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
कलानौर पहुंचा आतंकी गुरविंदर का शव:परिजनों ने किया अंतिम संस्कार, एंबुलेंस का हुआ एक्सीडेंट, चौकी बक्शीवाल पर किया था हमला
कलानौर पहुंचा आतंकी गुरविंदर का शव:परिजनों ने किया अंतिम संस्कार, एंबुलेंस का हुआ एक्सीडेंट, चौकी बक्शीवाल पर किया था हमला पंजाब के गुरदासपुर में पाक सरहद से लगे कस्बा कलानौर की पुलिस चौकी बक्शीवाल पर 18 दिसंबर की रात को ग्रेनेड हमला करने वाले 3 आरोपियों में से एक का शव शव आज उत्तर प्रदेश से गुरदासपुर पहुंच गया है। कलानौर के गांव में उसका अंतिम संस्कार किया जा रहा है। बता दें कि, तीनों आरोपी चौकी पर हमला करने के बाद फरार हो गए थे। पंजाब पुलिस तीनों की तलाश में लगी थी। 23 दिसंबर को यूपी के पीलीभीत में तीनों आरोपी पुलिस एनकाउंटर के दौरान मारे गए थे। यह तीनों आतंकी (KZF) खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स संगठन के मेंबर थे, जिन्हें विदेश में बैठकर जगजीत सिंह उर्फ फतेह सिंह बागी कमांड कर रहा था। शव पहुंचने में लग सकता है समय यह तीनों आरोपी सरहदी कस्बा कलानौर थाने के अंतर्गत आते गांव के रहने वाले थे। जिनमें से 18 वर्षीय जश्नप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह निवासी गांव निक्का शहूर, 25 वर्षीय गुरविंदर सिंह निवासी मोहल्ला कलानौर और 23 वर्षीय वरिंदर सिंह उर्फ रवि निवासी गांव अगवान का रहने वाला था। यह तीनों ही काफी गरीब परिवार से संबंधित हैं। आज गुरविंदर सिंह का शव उसके गांव पहुंच गया है। जब शव गांव में पहुंचा तो परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। कलानौर में गरविंदर सिंह का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। जबकि, जश्नप्रीत सिंह और वरिंदर सिंह के शव अभी गांव नहीं पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि यूपी से आते समय जिस एंबुलेंस में मृतक शवों को लाया जा रहा था, रास्ते में वह हादसाग्रस्त हो गई थी।
शंभू बार्डर से लौट रहे किसान की मौत:नेशनल हाइवे पर हुआ हादसा, साथी गंभीर घायल, ट्रक के पीछे टकराई बाइक
शंभू बार्डर से लौट रहे किसान की मौत:नेशनल हाइवे पर हुआ हादसा, साथी गंभीर घायल, ट्रक के पीछे टकराई बाइक मंडी गोबिंदगढ़ में नेशनल हाईवे पर भादला फ्लाईओवर के पास हुए सड़क हादसे में शंभू बार्डर पर धरने से घर लौट रहे दो किसानों में से एक की मौत हो गई। उसका साथी गंभीर रूप से घायल हुआ। मृतक की पहचान सुखविंदर सिंह (57) निवासी रंघड़ नंगल (गुरदासपुर) के तौर पर हुई है। घायल बलजीत सिंह (47) का खन्ना सिविल अस्पताल के ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। ट्रक चालक ने अचानक लगाई ब्रेक किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के सीनियर उप प्रधान हरविंदर सिंह ने बताया कि शंभू बॉर्डर पर जारी धरने में विभिन्न जिलों से किसान अपना योगदान दे रहे हैं। उनके दो वालंटियर सुखविंदर सिंह व बलजीत सिंह भी धरने में 10 दिन लगाने के बाद बाइक पर वापस लौट रहे थे। मंडी गोबिंदगढ़ के नजदीक फ्लाईओवर के ऊपर उनके आगे जा रहे ट्रक के चालक ने अचानक ब्रेक लगा दी तो पीछे से बाइक की टक्कर हो गई। हादसे में सुखविंदर सिंह की मौत हो गई। मंडी गोबिंदगढ़ की हदबंदी में हादसा – एसएसपी
एसएसपी अमनीत कौंडल ने बताया कि यह हादसा मंडी गोबिंदगढ़ की हद में हुआ है। जिसे लेकर वहां की पुलिस को सूचित कर दिया गया है। फतेहगढ़ साहिब जिले के अधीन आते थाना मंडी गोबिंदगढ़ में एफआईआर दर्ज होगी। वहीं की पुलिस हादसे की जांच करेगी। बाकी खन्ना पुलिस हर प्रकार के सहयोग के लिए तालमेल कर रही है।
आदमपुर-हिंडन फ्लाइट में बम की सूचना से हड़कंप:स्टार एयरलाइंस की थी फ्लाइट, आदमपुर एयरपोर्ट की सर्च में कुछ नहीं मिला
आदमपुर-हिंडन फ्लाइट में बम की सूचना से हड़कंप:स्टार एयरलाइंस की थी फ्लाइट, आदमपुर एयरपोर्ट की सर्च में कुछ नहीं मिला पंजाब के जालंधर में आदमपुर एयरपोर्ट पर स्टार एयरलाइंस की फ्लाइट नंबर S5 (234) में बम मिलने की सूचना से हड़कंप मच गया। हुआ यूं कि स्टार एयरलाइंस की कुल चार फ्लाइटों में बम की सूचना मिली थी। जिसमें एक आदमपुर हिंडन की फ्लाइट भी शामिल थी। हालांकि जब आदमपुर में फ्लाइट को इसोलेट किया गया तो उसमें से कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। सूचना के आधार पर पुलिस और एयरपोर्ट के निजी सुरक्षा गार्ड्स द्वारा पूरे एयरपोर्ट की भी सर्च की गई, मगर कुछ हाथ नहीं लगा। फिलहाल मामले में पुलिस जांच कर रही है। अभी तक की जांच में ये सभी सूचनाएं अफवाह निकली है। 4 प्लेन्स में बम होने की थी सूचना मिली जानकारी के अनुसार अधिकारियों को कुछ चार फ्लाइटों में बम होने की सुचना ली थी। जिसमें एक हवाई अड्डा राजस्थान के किशनगढ़ का था और दूसरा जालंधर के आदमपुर का। बता दें कि जिस फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी दी गई, उसमें करीब 53 यात्री सवार होकर आदमपुर पहुंचे थे और 59 यात्री उसी फ्लाइट से हिंडन के लिए वापस लौटे। फ्लाइट के आदमपुर से निकलने के बाद मिली सूचना सूत्रों के अनुसार जब ये सूचना मिली तब फ्लाइट आदमपुर से दिल्ली के लिए रवाना हो गई थी। सूचना के आधार पर तुरंत पहले एयरपोर्ट का इसोलेट किया गया। मगर कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला, जिसके बाद अधिकारियों ने चैन सिंह सांस ली।